ज्ञान तो नाश है, नाश कौन चाहता है 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏😶😶😶😶😶😶😶😶
@Holypath19 ай бұрын
सादर नमन दादा, बहुत सारे कारण हैं कि ध्यान करना चाहिए । पर, ये तो मैं अपना ध्यान कर रहा हूं ऐसा लगता है । इसे परमात्मा की भक्ति या उनसे जुड़ाव कैसे कहा जाए?? कृपया उत्तर दीजिएगा ।
@bodhivarta9 ай бұрын
जो आप हैं उससे जुड़ना नहीं जानना चाहिए। आत्मज्ञान ज़रूरी है। kzbin.info/aero/PLGIXB-TUE6CRKyZ1cCKPSvu00Wcd3iba6
@Holypath19 ай бұрын
@@bodhivarta आपका धन्यवाद दादा ।।
@Shashikanta_3699 ай бұрын
❤😂🎉😢😮😅😊
@Swayamdipta-sk8yv9 ай бұрын
🙏🏼🕉💕💃
@manishpandey37299 ай бұрын
Jab raat ko saare shows ke baad cinema hall band ho jaata hai, tab andhere me parda 16 sooraj jaisa chamakta hai, hai na? 🙏🙏🙏
@257_adityabatlawala7Ай бұрын
Pranam ji🙏 Agar ham sari icha shakshi bhav ma puri karte he to uski purti ma anand kam ane laga he aur vo kabhi na kabhi samapt ho jati he.... kya yahi iska pricipal hai? Par hamara man jo bhi kaheta ha kya vo sab kuch pura karna chaye?
@bodhivartaАй бұрын
जो आवश्यक है वो पूर्ण होगा ।🙏
@shadowhacking4909 ай бұрын
Astitav me kuch bhi nahi jana ja sakta. Phir kya aproksh anubhav or tark se ye janna bhi jhut h ya agyan h ki maya mithya h. Btane ki kripa kre🙏🙏
@bodhivarta9 ай бұрын
kzbin.info/www/bejne/mJSXgIKPgNqSfsk&pp=gAQBiAQB मुझे यह जानकर खुशी हुई कि आपकी इस विषय में रुचि है। मेरा सुझाव है कि आप त्रिज्ञान या अनुज्ञान कार्यक्रम से शुरुआत करें, निशुल्क और ऑनलाइन है : त्रिज्ञान : gyanmarg.guru/3d अनुज्ञान : anugyan.guru जो व्यवस्थित रूप से ज्ञानमार्ग पर चलना चाहते हैं, उन्हें ज्ञानदीक्षा कार्यक्रम करना चाहिए, निशुल्क और ऑनलाइन है: gyanmarg.guru/eok