मैं आदीवासी हुं लेकिन इमरान भाई जान की मुश्यारा सुनता हूं और कुछ सीखने भी मिलता है,इमरान भाई को सलाम
@Itzarif17293 жыл бұрын
#इस्लाम_से_पहले_क्या_था प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ? अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं होगी ? यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं. वैसे इसका एक मुख्य कारण है क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है. यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं, जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.! तो वह पहला कौन है ? कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है. वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे, जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी, और जो कुछ भी उन्होंने बताया, वही उस वक़्त का इस्लाम था या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ? इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है ! अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के, हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ .. हाँ भाई ठीक कहा आपने... हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो , *पत्थरों, * पेड़ों , * जानवरों, * सांप * बिच्छु * यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे. * पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे. * हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे.. * नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे... * शराब पीते थे.. * जुआ खेलते थे.. * औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे.. * एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था ❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की... और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के.. * ईश्वर एक है * 3 या 300 * या 33 करोड़ नहीं * सारे इन्सान बराबर है और * इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं. * बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो. * झूठ मत बोलो, * शराब मत पियो, * चोरी मत करो. * अपना शरीर ढँक कर रखो * सांप * बिछु * बन्दर * गाय * ये सब जानवर हैं * इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो.. * अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो.. * अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो.. * किसी को परेशान मत करो... *** और भी लाखों बातें हैं .. ** अब आप खुद फैसला लो, ** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के, * वो सही वक़्त पर * इस्लाम क्यों नहीं लाये... * इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है. ➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के... ➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता, ☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली.. Mirza______✍️ (ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...। (क़ुरआन मजीद 46/4) और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...? (क़ुरआन मजीद 46/5) और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...। (क़ुरआन मजीद 46/6)
@TurkEHind3 жыл бұрын
@@Itzarif1729 beshak
@shahzadalam32183 жыл бұрын
ماشاءاللہ میری جان
@sajidrana26142 жыл бұрын
@@Itzarif1729 a
@aarvipusala46782 жыл бұрын
Ì hi
@sanjay_k_sur_up843 жыл бұрын
मैं हिंदू किसान हूँ पर मुझे इमरान भाई की आवाज बहुत पसंद है.....
@faiyaazansari6455 Жыл бұрын
To kya hua hindu hai🤣🤣🤣🤣
@anandyadav88673 жыл бұрын
क्या बात है इमरान भाई ।हमें गर्व है आप पर।
@mahaveertraders96463 жыл бұрын
आदमी साफ दिल का होना चाहिए फिर क्या फर्क पड़ता है वो किसी भी मजहब का हो।
@haiderali50413 жыл бұрын
Aapko is baat par jitne marks doon kam hai mere dost bas jitna lena hai bas le lo itna hi kah sakta hai wo bhi pure dil se. Kaisa hidustaan bana diya hai muthhi bhar logon ne.
@haiderali50413 жыл бұрын
Salamat rahiye aap
@Itzarif17293 жыл бұрын
@धर्म धुरी #इस्लाम_से_पहले_क्या_था प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ? अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं होगी ? यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं. वैसे इसका एक मुख्य कारण है क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है. यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं, जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.! तो वह पहला कौन है ? कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है. वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे, जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी, और जो कुछ भी उन्होंने बताया, वही उस वक़्त का इस्लाम था या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ? इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है ! अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के, हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ .. हाँ भाई ठीक कहा आपने... हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो , *पत्थरों, * पेड़ों , * जानवरों, * सांप * बिच्छु * यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे. * पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे. * हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे.. * नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे... * शराब पीते थे.. * जुआ खेलते थे.. * औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे.. * एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था ❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की... और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के.. * ईश्वर एक है * 3 या 300 * या 33 करोड़ नहीं * सारे इन्सान बराबर है और * इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं. * बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो. * झूठ मत बोलो, * शराब मत पियो, * चोरी मत करो. * अपना शरीर ढँक कर रखो * सांप * बिछु * बन्दर * गाय * ये सब जानवर हैं * इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो.. * अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो.. * अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो.. * किसी को परेशान मत करो... *** और भी लाखों बातें हैं .. ** अब आप खुद फैसला लो, ** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के, * वो सही वक़्त पर * इस्लाम क्यों नहीं लाये... * इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है. ➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के... ➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता, ☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली.. Mirza______✍️ (ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...। (क़ुरआन मजीद 46/4) और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...? (क़ुरआन मजीद 46/5) और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...। (क़ुरआन मजीद 46/6)
@sanealamsanealam78823 жыл бұрын
Yes
@abdulwafachoudhary73923 жыл бұрын
🤍
@shivamYadav-jy1ki3 жыл бұрын
इमरान भाई, अल्लाहताला आपको लंबी उम्र दे, ढेर सारी ख़ुशियाँ दे, यही मंगलकामना करता हूँ। आपकी हक़बयानी को दिली सलाम। 😘❣️
@Itzarif17293 жыл бұрын
#इस्लाम_से_पहले_क्या_था प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ? अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं होगी ? यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं. वैसे इसका एक मुख्य कारण है क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है. यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं, जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.! तो वह पहला कौन है ? कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है. वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे, जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी, और जो कुछ भी उन्होंने बताया, वही उस वक़्त का इस्लाम था या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ? इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है ! अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के, हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ .. हाँ भाई ठीक कहा आपने... हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो , *पत्थरों, * पेड़ों , * जानवरों, * सांप * बिच्छु * यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे. * पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे. * हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे.. * नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे... * शराब पीते थे.. * जुआ खेलते थे.. * औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे.. * एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था ❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की... और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के.. * ईश्वर एक है * 3 या 300 * या 33 करोड़ नहीं * सारे इन्सान बराबर है और * इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं. * बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो. * झूठ मत बोलो, * शराब मत पियो, * चोरी मत करो. * अपना शरीर ढँक कर रखो * सांप * बिछु * बन्दर * गाय * ये सब जानवर हैं * इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो.. * अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो.. * अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो.. * किसी को परेशान मत करो... *** और भी लाखों बातें हैं .. ** अब आप खुद फैसला लो, ** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के, * वो सही वक़्त पर * इस्लाम क्यों नहीं लाये... * इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है. ➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के... ➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता, ☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली.. Mirza______✍️ (ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...। (क़ुरआन मजीद 46/4) और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...? (क़ुरआन मजीद 46/5) और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...। (क़ुरआन मजीद 46/6)
@tabassumbegum88643 жыл бұрын
Wa bahi apki soch ko
@DanishKhan-wq5fh3 жыл бұрын
@@Itzarif1729 qq
@kalamkhan87213 жыл бұрын
@@Itzarif1729 9
@AmirHossain-rv1tr3 жыл бұрын
IMRAN,THE BRAVE HEART,may AĹĹAH Bless you with HIS BEST of BLESSINGS to glorify ISLAM & its followers****ameen***summa ameen
@POOJAYADAV-ei2fb Жыл бұрын
पहली बार सुन रही हूँ..... तारीफ़ के लिए शब्द कम पड़ गए ❤❤ incredible lines nd voice 🎉♥️
@alhaqchannel1631 Жыл бұрын
👍👍👍
@HammadKhan-ez5ik Жыл бұрын
Thanks
@zeesaanzeesaankhan1922 Жыл бұрын
❤❤❤❤❤
@Haidar7509 ай бұрын
Thankyou sister
@aashikboy29729 ай бұрын
Thank u syster🎉🎉🎉🎉🎉❤❤❤❤
@falakkhan24752 жыл бұрын
कुछ बात तो है मेरे इस्लाम में ✨🌟proud to be a Muslim i love islam
@AdilKhan-mb8vu Жыл бұрын
Fakar hy hume
@SadikBachelor8 ай бұрын
Nice
@sagarmittalroast3978 ай бұрын
इस्लाम तो महान है तुम्हारा जहां भैया भी सैया बना जा
@shabeenabegum415726 күн бұрын
@@sagarmittalroast397kisi ko kahenge aap ke dharm me bhi bhiya sainya ban rahe.🎉🎉🎉🎉
@moraaz7865 күн бұрын
@@sagarmittalroast397tere ghr ka sainya bnega
@dharmeshkumar42563 жыл бұрын
मैं एक इंसान हूं, ना हिन्दू न मुसलमान हूं... और इमरान भाई का बहुत बड़ा फैन हूं।
@Ansarisahil542 жыл бұрын
You are great
@Ctetclassesprep2 жыл бұрын
Bt imran bhai bol rhe "hmm musalman h".
@MubarakAli-zk4bs2 жыл бұрын
Thanks bhaiya
@faiyaazansari6455 Жыл бұрын
Ye badi Achi baat kahi aap ne
@alkeshpal9521 Жыл бұрын
Aap na arb se aaye or na pharas se to iska matlab hai ki aap man rahe hai ki aap converted hai . Iska matlab ki aap Hindu se musalman Bane hai
@vishalcatter47373 жыл бұрын
मैं हिन्दू हूं पर मुझे इमरान भाई का मुशायरा सुनने में मजा बहुत आता है जय हो भाई
@f.n_fatima34843 жыл бұрын
Thanks🌹 mere bahi 🤼♂️
@pathaan58162 жыл бұрын
Bhai itne achhe h ke pathhar bhi mom ban jata hai
@SameerKhan-fb1it2 жыл бұрын
Thanks bhai
@alpmarko012 жыл бұрын
Kon Hindu kon mushlim sb to hmlog ne bnaya h aap ham milkr ye hindu muslim sikh jaise dharm ko bnaya h. Hm hindustani h. Hm bhartiye h. Na ki hindu na ki muslim na ki shikh agr mano to hm Bhai Bhai h. 💯 Ye BJP me hi log ko smjh aaya ki hindu muslim sikh jaise dharm h is India's me. Bura lga hoga to sorry bro 😊🙏.
@fariyadali25642 жыл бұрын
@@alpmarko01 aapki baat sahi hai bhai sahab shukriya
@anuragsharma94155 жыл бұрын
माशाल्लाह। इतने खूबसूरत अल्फ़ाज़ और दिलकश नज़्म जिसका हर बोल एकता और वतन परस्ती को सलाम कह रहा है, उसे सुनकर आंखे नम हो गयी। 👏👏👏
@shameembaba72865 жыл бұрын
Anurag Sharma hi
@mdtausifqaudree48585 жыл бұрын
Ap mahan bhai anurag ap
@deenuverma75065 жыл бұрын
Sahi bol rahe ho sir
@hasanmuhammadi63015 жыл бұрын
Ji bilkul Sahi Bola hai apne
@mdgulshad92885 жыл бұрын
Anurag Sharma aap mosaira sonte hai masaalla
@anwaransari96775 жыл бұрын
आज पहली बार इमरान भाई का सुना हुं सुनकर सीना उँचा हो गया । भारत के गाँवों में हिन्दू मुसलमान एक परिवार की तरह रहते हैं । चाचा भतीजा का रिश्ता चलता है । आपस में मिलकर दुख सुख में साथ देता है । आज कुछ लोग इस रिश्ते को तोड़ने मे लगा है। लेकिन मेरा विश्वास है नहीं तोड़ पायेगा ।
@DANISHSANSARI5 жыл бұрын
Nice
@mishravikash8699 Жыл бұрын
सच में यार जबसे मैं आपको देखा देखता रह गया, ब्राह्मण हूं संगठन क अध्यक्ष हूं लेकिन आपकी इन बातों ने दिल में आपके लिए जगह बना ली 🎉🎉
@kartun29605 жыл бұрын
I am a Hindu... But I love every religious... I love you Imran bhai
@syedayasanali87972 жыл бұрын
App hidu ho isme koi fark nahi app insan hay mere bhai
@ajmalparvez2386 Жыл бұрын
Salute
@Dukemishravlogs Жыл бұрын
Aap Geeta pad lo bro ek baar 😅
@mohdarshadmohdarshad4724 Жыл бұрын
@@Dukemishravlogs yes... Ofcourse...every religion teaches humanity , peace and love
@filmyupdate73536 ай бұрын
Same
@anilkumarsharma19985 жыл бұрын
मेरे बचपन के दोस्त इमरान , असलम , अलताभ , जिगरी जब्बार याद आ गए।। सलाम आपकी जादूगरी भरी आवाज को।।
@AtikKhan-is5um4 жыл бұрын
Asslam
@ansariacademy92514 жыл бұрын
bhai rula diya yar
@kafeelqureshi61334 жыл бұрын
md imran ansari वहा ईमरान भाई
@kafeelqureshi61334 жыл бұрын
md imran ansari वाके मे ही आप के दिल मे जज बा है
@irshadalam7244 жыл бұрын
Bhai hamare BHI Vijay Ravi Deepu manesh Rahul pardeep Sonu ye sab hamare aajej Dost hai
@ranjeetkumaryadav93236 жыл бұрын
Imran Bhai bahut bahut badhai Aap Ki Mushaira ke hum Deewane Ho Gaya
@Itzarif17293 жыл бұрын
#इस्लाम_से_पहले_क्या_था प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ? अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं होगी ? यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं. वैसे इसका एक मुख्य कारण है क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है. यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं, जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.! तो वह पहला कौन है ? कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है. वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे, जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी, और जो कुछ भी उन्होंने बताया, वही उस वक़्त का इस्लाम था या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ? इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है ! अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के, हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ .. हाँ भाई ठीक कहा आपने... हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो , *पत्थरों, * पेड़ों , * जानवरों, * सांप * बिच्छु * यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे. * पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे. * हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे.. * नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे... * शराब पीते थे.. * जुआ खेलते थे.. * औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे.. * एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था ❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की... और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के.. * ईश्वर एक है * 3 या 300 * या 33 करोड़ नहीं * सारे इन्सान बराबर है और * इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं. * बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो. * झूठ मत बोलो, * शराब मत पियो, * चोरी मत करो. * अपना शरीर ढँक कर रखो * सांप * बिछु * बन्दर * गाय * ये सब जानवर हैं * इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो.. * अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो.. * अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो.. * किसी को परेशान मत करो... *** और भी लाखों बातें हैं .. ** अब आप खुद फैसला लो, ** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के, * वो सही वक़्त पर * इस्लाम क्यों नहीं लाये... * इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है. ➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के... ➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता, ☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली.. Mirza______✍️ (ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...। (क़ुरआन मजीद 46/4) और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...? (क़ुरआन मजीद 46/5) और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...। (क़ुरआन मजीद 46/6)
@arvindmeena87734 жыл бұрын
हिन्दू होकर भी मै आप से प्रभावित हू
@sagirsaifi5323 жыл бұрын
इस्लाम प्यार का पैगाम है
@sagirsaifi5323 жыл бұрын
आप सच्चाई के रास्ते पर चलते रहे गलत का साथ ना दे कभी झूठ मत बोलो
@Itzarif17293 жыл бұрын
#इस्लाम_से_पहले_क्या_था प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ? अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं होगी ? यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं. वैसे इसका एक मुख्य कारण है क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है. यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं, जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.! तो वह पहला कौन है ? कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है. वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे, जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी, और जो कुछ भी उन्होंने बताया, वही उस वक़्त का इस्लाम था या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ? इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है ! अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के, हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ .. हाँ भाई ठीक कहा आपने... हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो , *पत्थरों, * पेड़ों , * जानवरों, * सांप * बिच्छु * यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे. * पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे. * हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे.. * नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे... * शराब पीते थे.. * जुआ खेलते थे.. * औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे.. * एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था ❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की... और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के.. * ईश्वर एक है * 3 या 300 * या 33 करोड़ नहीं * सारे इन्सान बराबर है और * इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं. * बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो. * झूठ मत बोलो, * शराब मत पियो, * चोरी मत करो. * अपना शरीर ढँक कर रखो * सांप * बिछु * बन्दर * गाय * ये सब जानवर हैं * इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो.. * अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो.. * अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो.. * किसी को परेशान मत करो... *** और भी लाखों बातें हैं .. ** अब आप खुद फैसला लो, ** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के, * वो सही वक़्त पर * इस्लाम क्यों नहीं लाये... * इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है. ➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के... ➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता, ☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली.. Mirza______✍️ (ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...। (क़ुरआन मजीद 46/4) और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...? (क़ुरआन मजीद 46/5) और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...। (क़ुरआन मजीद 46/6)
@raghvendraprajapati73103 жыл бұрын
@@Itzarif1729 अल्ला ने 3दिन में दुनिया बनाई। कुरान में लिखा है। 1 दिन में धरती दूसरे दिन चांद तीसरे दिन सूरज तो चुटियो ये बताओ जब सूरज चांद नही थे तो दिन रात केसे गिने।
@official_kaifansari3 жыл бұрын
@@raghvendraprajapati7310 kaha likha hai batana jara
@lakshmanyadav6316 жыл бұрын
Sahi Bat hai Imran Sir .. Bus Mushlmano Ki Rajniti me Prayog Kiya jata hai .... Desh Me Mushlmano ka Yogdan Hai . Desh ki Ajadi me Mushlmano Ne Apna Khun Diya hai ...... Bharat Mata ke 4 Sipahi Hindu Muslim Sikh Isai..... Bharat Mata ki Jai.......
@rukshadali79693 жыл бұрын
Very.nice.
@jafarahmed49333 жыл бұрын
@Suhail Manzoor vb ,
@Itzarif17293 жыл бұрын
#इस्लाम_से_पहले_क्या_था प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ? अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं होगी ? यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं. वैसे इसका एक मुख्य कारण है क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है. यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं, जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.! तो वह पहला कौन है ? कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है. वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे, जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी, और जो कुछ भी उन्होंने बताया, वही उस वक़्त का इस्लाम था या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ? इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है ! अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के, हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ .. हाँ भाई ठीक कहा आपने... हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो , *पत्थरों, * पेड़ों , * जानवरों, * सांप * बिच्छु * यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे. * पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे. * हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे.. * नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे... * शराब पीते थे.. * जुआ खेलते थे.. * औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे.. * एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था ❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की... और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के.. * ईश्वर एक है * 3 या 300 * या 33 करोड़ नहीं * सारे इन्सान बराबर है और * इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं. * बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो. * झूठ मत बोलो, * शराब मत पियो, * चोरी मत करो. * अपना शरीर ढँक कर रखो * सांप * बिछु * बन्दर * गाय * ये सब जानवर हैं * इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो.. * अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो.. * अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो.. * किसी को परेशान मत करो... *** और भी लाखों बातें हैं .. ** अब आप खुद फैसला लो, ** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के, * वो सही वक़्त पर * इस्लाम क्यों नहीं लाये... * इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है. ➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के... ➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता, ☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली.. Mirza______✍️ (ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...। (क़ुरआन मजीद 46/4) और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...? (क़ुरआन मजीद 46/5) और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...। (क़ुरआन मजीद 46/6)
@RAISAHMAD-xj8tt4 жыл бұрын
इमरान भाई आपकी उम्र मे अल्लाह बरकत फरमाऐ
@manojkashyap15643 жыл бұрын
Aameen 🤲🤲
@AbdulRahman-fo2hq3 жыл бұрын
Aameen
@shabanaazmi26523 жыл бұрын
Aameen 😭 Allah bless you always aameen summa ameen
@SeemaKhan-kg6yx3 жыл бұрын
अल्लाह अपने मेहबूब के सदके इमरान को लंबी उम्र d
@rajakasai19403 жыл бұрын
Aamin
@rahuluikey57805 жыл бұрын
इमरान भाई गर्व है तुझ मुसलमान भाई पर
@khan_asif_ali4 жыл бұрын
Hme bhi garv hai aap par ki aap sacche Hindu hai
@shafimohmmad48894 жыл бұрын
Subanalaah
@MSRana-sd7oe4 жыл бұрын
Bhai yehi to bharat h love you bro
@a4a_gaming1314 жыл бұрын
Nyc
@a4a_gaming1314 жыл бұрын
Thanks bro
@DalipKumar-oh2jw2 жыл бұрын
मैं हिंदू हूं मगर कट्टर नही और इस्लाम की इज्जत करता हू संविधान को दिल से सैल्यूट करता हूं जय भारत मेरा वतन जय भीम
@imranhussain-mx3oy2 жыл бұрын
Aap jaiseo se hindustan khibsurat h salam h bhai aapko
@tainamul49342 жыл бұрын
कट्टर होना बुरा नही है आप अपने धर्म के नियमो अच्छे से माने लेकिन जो कट्टरता परोसी जा रही कि किसी धर्म को गाली देना किसी को दाढ़ी की बजह से किसी को पगड़ी की वजह से या दलित होने की वजह से मार दिया जाए ये कट्टरता नही हो सकती
@parveenchaudhary78.02 жыл бұрын
Shi kha
@Altamashshaikh09 Жыл бұрын
nice
@masoodakhatoon1361 Жыл бұрын
Kon
@Munizasalman4 жыл бұрын
कुछ बात तो है हमारे इस्लाम में.... माशाअल्लाह इमरान सर जी.... आपकी नज़्म सुनकर निशब्द हो जाती हूँ 👌👌👌👌
@mohdnajir98064 жыл бұрын
Hello dear super Ho app
@assmekhan3354 жыл бұрын
Ha kuc baat ha hamra eeslam ma
@mdafsarkhan78524 жыл бұрын
Good bro
@shahnavajmalik95602 жыл бұрын
Aaca ji
@arpitpandey81076 жыл бұрын
Bhai tu saccha musalman h.....salute krta hu teko bhai mai
@AmitDas-hg2zg6 жыл бұрын
Besaq
@mohdsaif40846 жыл бұрын
arpit pandey ha hai
@hindusingh15176 жыл бұрын
Lekin tu arpit sacha hindu nhi he
@user-ug2dg5ft4e6 жыл бұрын
Bhai sscha musslman SB lekin hame smjna hoga
@abdullasklvoe57086 жыл бұрын
Wow
@virattiwari64216 жыл бұрын
Sir mai pratapgarh ka hu nd i m your big fan ...sir really proud of you tht you r representing our pratapgarh globally
@draneeshsaifi65412 жыл бұрын
Mai bhi yahi se hu
@uneducatedman67333 жыл бұрын
itne hindu bhaiyo ka comnt dekh kar dil khush ho gaya i proud be a indian muslim
@husainraja19695 жыл бұрын
जय हिन्द जय भारत इमरान भाई अल्लाह आपको लंबी उमर अता फरमाए। I love my India
@MohdMaaz-ic7mv5 жыл бұрын
Insaallha
@muskanidrisi13035 жыл бұрын
Gold
@shjadkhan98385 жыл бұрын
Very good bhai
@rustamkhan97624 жыл бұрын
Aamin
@FaisalAli-tb7ls4 жыл бұрын
Hvhdy bth rn4 4 dinghy you 6tnf
@harunansariharunansari79354 жыл бұрын
इमरान भाई अस्सलाम वालेकुम लोगों को आप के बाद पर अमल करना चाहिए अल्हम्दुलिल्लाह
@shoaibansari69924 жыл бұрын
=
@elinaa_royАй бұрын
Masha allaha
@rayeesalam87643 жыл бұрын
एक ही देश है िजसमे हिन्दु ,मु्सलिम,सिख ़़़़़ भाई -भाई है अल्लाह का कर्म है
@sokatshaikh9667 Жыл бұрын
b
@surajmaurya32024 жыл бұрын
एक बात तो है इमरान की मुशायरा सुनने से आंख में आंसू आ जाते है
@mdiqbalalam40234 жыл бұрын
I love you brother
@rizwanejannat76404 жыл бұрын
Ur Right Bro
@zubairshaikh79044 жыл бұрын
Love you brother
@Itzarif17293 жыл бұрын
@धर्म धुरी #इस्लाम_से_पहले_क्या_था प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ? अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं होगी ? यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं. वैसे इसका एक मुख्य कारण है क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है. यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं, जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.! तो वह पहला कौन है ? कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है. वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे, जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी, और जो कुछ भी उन्होंने बताया, वही उस वक़्त का इस्लाम था या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ? इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है ! अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के, हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ .. हाँ भाई ठीक कहा आपने... हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो , *पत्थरों, * पेड़ों , * जानवरों, * सांप * बिच्छु * यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे. * पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे. * हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे.. * नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे... * शराब पीते थे.. * जुआ खेलते थे.. * औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे.. * एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था ❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की... और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के.. * ईश्वर एक है * 3 या 300 * या 33 करोड़ नहीं * सारे इन्सान बराबर है और * इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं. * बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो. * झूठ मत बोलो, * शराब मत पियो, * चोरी मत करो. * अपना शरीर ढँक कर रखो * सांप * बिछु * बन्दर * गाय * ये सब जानवर हैं * इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो.. * अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो.. * अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो.. * किसी को परेशान मत करो... *** और भी लाखों बातें हैं .. ** अब आप खुद फैसला लो, ** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के, * वो सही वक़्त पर * इस्लाम क्यों नहीं लाये... * इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है. ➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के... ➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता, ☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली.. Mirza______✍️ (ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...। (क़ुरआन मजीद 46/4) और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...? (क़ुरआन मजीद 46/5) और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...। (क़ुरआन मजीद 46/6)
@mdtabrej71653 жыл бұрын
@@rizwanejannat7640 0
@shahrukhkhanthakur83485 жыл бұрын
क्या आरजू करूं मैं तेरी आरजू के बाद कुछ भी नहीं बचेगा मेरी गुफ्तगू के बाद दुनिया का कोई खौफ मुझे क्या डराएगा मां ने है मुझको दूध पिलाया वजू के बाद Mashallah Imran Bhai Allah bless you
@champaranaluminium6815 жыл бұрын
माशाअल्लाह
@DanishKhan-vw2zf5 жыл бұрын
Shahrukh Khan Thakur kiya bat h mere bhai subhanallah subhanallah zindabad zindabad
@mohd.shahil14355 жыл бұрын
Kya baat he bro
@gufranansrigufranansri9805 жыл бұрын
Masha Allah
@jabirpatel66525 жыл бұрын
आछाहै
@rjtyagig15055 жыл бұрын
इमरान भाई बहुत अछे अललाह आपको सलामत रखें
@jagdishankush80265 жыл бұрын
Sala. Musayara. Ke. 3. Lakh.
@tanveerfatima68705 жыл бұрын
@@jagdishankush8026 Hiii
@terabaapaya47285 жыл бұрын
ameen
@khubaibahmadbulandshahari2295 жыл бұрын
Aameen
@khubaibahmadbulandshahari2295 жыл бұрын
Allah aapko salamat rakhe imran Bhai Aameen
@villengaming99063 жыл бұрын
Mujhe khusi hai ki mai musalmaan hu aour mujhe garv hai ki mai (S A W) ka ummati hu🥰🥰🥰
@VasuPratapSinghRajput8 ай бұрын
Main bhi musalman hun
@nousadkhan53668 ай бұрын
mai bhi
@Dil_ke_drd5 жыл бұрын
mai 1st tym apko sun रही हूँ aur bht achha lga ... हाँ मैं हिन्दू हु और आप मुस्लमान हो पर सबसे पहले हम हिन्दुस्तानी हैं ।। और प्रत्येक भारतवासी आपस में bhai_bhai है ।। नफरत से कुछ नहीं होता और मोहब्बत से कुछ भी संभव है ।
@farazrana675 жыл бұрын
Good sister
@Dil_ke_drd5 жыл бұрын
@@farazrana67 tq
@asgaralam79825 жыл бұрын
Ryt mai bhi ek musalman hu par pehle hindustani hu
@farazrana675 жыл бұрын
Thanks dear
@jamalshekh99895 жыл бұрын
Pagli ho kaa yh bhi sirf ek bhasan hai 3 lakh le ke suna rha hai
@reshmasingh67155 жыл бұрын
Hum garva krte hai imran bhai par...jisase hume insaniyat ki sikh milti h
@sameeransari-uw4yv5 жыл бұрын
Good
@islamsiddiqui84555 жыл бұрын
Reshma Singh
@SHMAZ-nm4bq5 жыл бұрын
Yes bro
@biharamin5 жыл бұрын
AAP ki Allah salamat rakkhe
@mohdhasanhusain93635 жыл бұрын
You are right think about Islam
@anil64876 жыл бұрын
हिन्दू मुस्लिम सिख इशाई आपस में है भाई भाई ये बचपन से हम सिख ते आये है यही सचाई है ।
Sb comment pr njr daliye mohtrma.ya fir bilkul hi andhbakt ho
@rehankhan-ed7ur2 жыл бұрын
Aapka comments bahut acha laga 👍
@RahulGupta-gc7po5 жыл бұрын
Hum musalman hain Allah huakbar
@mdalammdalam24594 жыл бұрын
Very good👍
@AasifKhan-bs6fv4 жыл бұрын
bhot pyara bhai
@faheemkhan38334 жыл бұрын
Ryhffcbi
@shajahanbegum82774 жыл бұрын
@@AasifKhan-bs6fv oop
@iqbalahmad69983 жыл бұрын
😭😭😭😭😭
@अलीपठान-ठ7ठ6 жыл бұрын
इंसांनीयत की बहुत बडी मिसाल है सर आपकी बहुत बड़ी फैन हु
@kingkhan.vlogar89045 жыл бұрын
Ji bilkul
@shahzadkhan49855 жыл бұрын
Aap kahan se hain
@shahzadkhan49855 жыл бұрын
@@amanjaiswal.5214 ok
@Khalid_khan_05 жыл бұрын
nisha solnki thanks
@Khalid_khan_05 жыл бұрын
Right
@jamshedahmedrahi69083 жыл бұрын
सलाम इमरान भाई आप के जज्बे के मेरा पूरा परिवार आप के हर मुशायरों को बैठ कर सुनते हैं और दिल को छू लेने के कलाम को बरकत की दुआ करते हैं ,
@aashumalikmalik51935 жыл бұрын
इमरान भाई आप बेफिक्र होकर सच बातें और सच्ची नजमा पढ़ते रहे सच से कभी भी पीछे ना हटें इंशा अल्लाह पूरा हिंदुस्तान हिंदू मुस्लिम सिख इसाई सभी आपके साथ हैं बेफिक्र होकर आप नाजीम एकता की पड़ती है
@puneetkumarsharma25186 жыл бұрын
Imran bhai jai hind Zindabad
@msufyankhan4866 жыл бұрын
mashalla
@Aarifbillah90906 жыл бұрын
Hi
@Aarifbillah90906 жыл бұрын
Hoole
@loveyoualam26476 жыл бұрын
Imran Bhai jindabaad
@puneetkumarsharma25186 жыл бұрын
hiiiii Aarif bhai
@mukulkumar34366 жыл бұрын
Mai hindu brahaman hu lekin musalma. Aur kuran sai bhut pyaar karta hu
@saqibqamri79136 жыл бұрын
Im paraud of you sir
@narendrasahu20766 жыл бұрын
bhagabat gita ar kuran me kaya he bata o
@lvkhan94386 жыл бұрын
Mashaalllah bhai...hm apki bht izzt krti hn
@imtiyazansari94096 жыл бұрын
Bhot accha bola bhai
@AbdulRehman-cj9jv6 жыл бұрын
Mukul Kumar I Love You Bro
@MYSHA-r8h2 жыл бұрын
I am so proud to be a Muslim
@mdabulkalam8014 Жыл бұрын
Imran bhai bahut achha
@mohdarshadmohdarshad4724 Жыл бұрын
We should really feel proud to be Indian as well
@MrKinggemarz5 жыл бұрын
बहुत खूब भाई जान अल्लाह आपको स ला म त रखाए
@iramallick77264 жыл бұрын
Right
@abjaalmalik63855 жыл бұрын
हमारे भारत की सब से बड़ी मिसाल हैं भाई चारा हिन्दू मुस्लिम सिख इसाई आपस मे सब भाई भाई
@danusingh88285 жыл бұрын
IMRAN sir salute apko grav h sir app par mujhe sache mahan purus h app
@Itzarif17293 жыл бұрын
#इस्लाम_से_पहले_क्या_था प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ? अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं होगी ? यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं. वैसे इसका एक मुख्य कारण है क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है. यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं, जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.! तो वह पहला कौन है ? कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है. वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे, जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी, और जो कुछ भी उन्होंने बताया, वही उस वक़्त का इस्लाम था या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ? इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है ! अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के, हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ .. हाँ भाई ठीक कहा आपने... हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो , *पत्थरों, * पेड़ों , * जानवरों, * सांप * बिच्छु * यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे. * पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे. * हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे.. * नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे... * शराब पीते थे.. * जुआ खेलते थे.. * औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे.. * एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था ❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की... और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के.. * ईश्वर एक है * 3 या 300 * या 33 करोड़ नहीं * सारे इन्सान बराबर है और * इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं. * बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो. * झूठ मत बोलो, * शराब मत पियो, * चोरी मत करो. * अपना शरीर ढँक कर रखो * सांप * बिछु * बन्दर * गाय * ये सब जानवर हैं * इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो.. * अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो.. * अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो.. * किसी को परेशान मत करो... *** और भी लाखों बातें हैं .. ** अब आप खुद फैसला लो, ** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के, * वो सही वक़्त पर * इस्लाम क्यों नहीं लाये... * इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है. ➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के... ➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता, ☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली.. Mirza______✍️ (ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...। (क़ुरआन मजीद 46/4) और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...? (क़ुरआन मजीद 46/5) और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...। (क़ुरआन मजीद 46/6)
@Ayush-qj2pj4 ай бұрын
Mai hindu brahman hu pratapgarh up se lekin Imran pratapgarhi ka bahut bda fan hu ❤❤
@RinkuKumari-em4zm4 жыл бұрын
Ap bahut hi sachhe Insan h . I like your thout
@ekdilaurekjaan5083 жыл бұрын
Hiii
@Itzarif17293 жыл бұрын
#इस्लाम_से_पहले_क्या_था प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ? अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं होगी ? यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं. वैसे इसका एक मुख्य कारण है क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है. यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं, जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.! तो वह पहला कौन है ? कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है. वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे, जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी, और जो कुछ भी उन्होंने बताया, वही उस वक़्त का इस्लाम था या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ? इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है ! अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के, हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ .. हाँ भाई ठीक कहा आपने... हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो , *पत्थरों, * पेड़ों , * जानवरों, * सांप * बिच्छु * यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे. * पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे. * हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे.. * नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे... * शराब पीते थे.. * जुआ खेलते थे.. * औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे.. * एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था ❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की... और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के.. * ईश्वर एक है * 3 या 300 * या 33 करोड़ नहीं * सारे इन्सान बराबर है और * इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं. * बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो. * झूठ मत बोलो, * शराब मत पियो, * चोरी मत करो. * अपना शरीर ढँक कर रखो * सांप * बिछु * बन्दर * गाय * ये सब जानवर हैं * इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो.. * अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो.. * अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो.. * किसी को परेशान मत करो... *** और भी लाखों बातें हैं .. ** अब आप खुद फैसला लो, ** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के, * वो सही वक़्त पर * इस्लाम क्यों नहीं लाये... * इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है. ➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के... ➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता, ☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली.. Mirza______✍️ (ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...। (क़ुरआन मजीद 46/4) और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...? (क़ुरआन मजीद 46/5) और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...। (क़ुरआन मजीद 46/6)
@Riteshkumar-sb4lp6 жыл бұрын
जय हिन्द जरूरत है आप जैसे लोग की
@mohammadds62056 жыл бұрын
Ritesh kumar sahi bola bhai aap ne
@imteyazahmed47956 жыл бұрын
👌👌👌👌
@ateeqansari646 жыл бұрын
Ritesh kumar o
@ayajkhan4386 жыл бұрын
Ritesh kumar ayaj Khan shi bol rhe ho bhai
@ayajkhan4386 жыл бұрын
Ritesh kumar ayaj Khan shi bol rhe ho bhai
@shubhamtripathi95384 жыл бұрын
Kya bat Hai bhaiya apki awaj bahut pyari hai.......Ek hi to Jan Hai imran Bhai kitti bar loge🙏🙏
@surajbhansingh65653 жыл бұрын
मुजे बहुत अच्छा लगता है इमरान प्रतापगढ़ी का मुशायरा मैं सारे देख चुका
@Rjay216 жыл бұрын
मे एक गोर बंजारा हू मेरे बहुत मुस्लिम भाई दोस्त हे हम सब भाई भाई जैसे रहते हे लेकिन भारत मे कूच लोक सत्ता के लिय हिंदू मुस्लिम मे लढाई लगा रहे हे भाहीयो ये बात ध्यान मे रोको इन लोगो से दूर रहो
@khurshidkhan95675 жыл бұрын
Rss zahar hai desh ke liye bhai....Iske sajisjh ko khtam karna hoga.
@AshwiniKS705 жыл бұрын
मुसलमान अपने को मुसलमान कहता है। आप हिन्दू कहलाने में गर्व महसूस कीजिए। बात बस इतनी है। इससे लड़ाई क्यों होगी?
5 din ki hukumat pe itna nasha, Ham to wo hai jo sadiyon se Sultan hai. Ham Musalman Hain Ham Musalman Hain ❤️👍
@salimsayedsayedsalim17194 жыл бұрын
इमरान प्रताप गढ़ी को मेरा सलाम आगे शेयर करें हम मुस्लिम है ऐसी स्थिति में सरकार को सोचना चाहिए हम सब भारतीय हैं
@thestart6625 жыл бұрын
Waah lajawab Bhai aapke fann hogye hum ... Loved your every nazm , lines of you . ❤❤❤
@skymullu199511 ай бұрын
मैं बहुत बड़ा फैन हूं इमरान जी आपका हर नज़्म को बहुत गहराई से सुनता हूं समझता हूं ❤ यहां से जुड़ी हुई नजमे होती है आपकी बिग सैलुट आपको🙏
@muhammadwasim85923 жыл бұрын
ईमरान भाई अल्लाह पाक आपकी सलामती बरकरार रखे🤲🤲🤲
@diwakaryadav55223 жыл бұрын
I agree from Imran sir and believe in religious unity
@rashmichaudhary14625 жыл бұрын
Superb bro God bless you and your family.
@Itzarif17293 жыл бұрын
#इस्लाम_से_पहले_क्या_था प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ? अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं होगी ? यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं. वैसे इसका एक मुख्य कारण है क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है. यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं, जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.! तो वह पहला कौन है ? कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है. वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे, जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी, और जो कुछ भी उन्होंने बताया, वही उस वक़्त का इस्लाम था या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ? इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है ! अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के, हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ .. हाँ भाई ठीक कहा आपने... हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो , *पत्थरों, * पेड़ों , * जानवरों, * सांप * बिच्छु * यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे. * पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे. * हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे.. * नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे... * शराब पीते थे.. * जुआ खेलते थे.. * औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे.. * एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था ❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की... और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के.. * ईश्वर एक है * 3 या 300 * या 33 करोड़ नहीं * सारे इन्सान बराबर है और * इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं. * बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो. * झूठ मत बोलो, * शराब मत पियो, * चोरी मत करो. * अपना शरीर ढँक कर रखो * सांप * बिछु * बन्दर * गाय * ये सब जानवर हैं * इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो.. * अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो.. * अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो.. * किसी को परेशान मत करो... *** और भी लाखों बातें हैं .. ** अब आप खुद फैसला लो, ** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के, * वो सही वक़्त पर * इस्लाम क्यों नहीं लाये... * इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है. ➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के... ➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता, ☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली.. Mirza______✍️ (ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...। (क़ुरआन मजीद 46/4) और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...? (क़ुरआन मजीद 46/5) और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...। (क़ुरआन मजीद 46/6).
@arpitmishra50962 жыл бұрын
Bhai aap jaise Muslim ki jarurat hai Apne Bharat me
@kalicharan42236 ай бұрын
मुझे भी आपकी आवाज बहुत अच्छी लगती है इमरान भाई मैं एक इंसान हूं ना हिंदू हूं न मुसलमान हूं
@MosimSayeadOfficial6 жыл бұрын
Yaar dil khush ho Gaya Video dekh Kar 💙💙
@mumtajalam62345 жыл бұрын
India, is, great
@sehrakhan17235 жыл бұрын
Ghtz Cut
@rizwanch94145 жыл бұрын
hjiii
@samsadmasoori3625 жыл бұрын
sehra khan e
@mehtabansari88445 жыл бұрын
Subhan allah
@m_shoaib9274 жыл бұрын
दी आजाने कभी यूरोप के गालिसाओ मे , कभी अफ्रीका के तपते हुए शह-राहो मे , दस तो दस दरिया भी ना छोड़े हमने , बेहरे जुलमात मे दौड़ा दिए घोड़े हमने ! -Allama Iqbal
Mashaallah bahut achchha padte hain sir allah aapko.salamat rakhe or himmat de beshak Imran sir Zindabaad Zindabaad ❤❤❤❤❤
@rizwanejannat76404 жыл бұрын
ماشاء اللہ بہت ہی عمدہ اشعار عمران بھائی مجھے فخر ہے کہ عمران بھائی میرے علاقے کے شاعر ہیں 💪💪
@faisalrashid40262 жыл бұрын
Proud to be muslim Alhamdulillah
@Pankajyadav-st6wt6 жыл бұрын
Bhai u R great mere bhai
@ansarigoddu32956 жыл бұрын
Masahallah
@AmjadAli-xo6mh6 жыл бұрын
Very.nice
@ashwanitehariya94842 жыл бұрын
Me pandit hu lekin ye insaniyat ki sayri pdte jai ho imran bhai bhut acha pdte ho mza aa gya Ram ram
@mohseenmalik51065 жыл бұрын
मे राज मीसतरी मौ वकील इमरान भाईजान अससलामवालेकुम रहमतुलाहि वबराकातु अललापाक आपको सलामत रखे
@orangzebsiddiquigbhai22835 жыл бұрын
मेरे भी एक बड़े भाई बने हुए हैं हिंदू इतने आसान है उनके मैं सारी जिंदगी में ना उत्तर पाओ इमरान भाई आप का तोड़ नहीं है पूरी दुनिया में आप सच के ही रहो और इंशाल्लाह रहोगे
@deenuverma75065 жыл бұрын
Aap jaise sachhe log ki jarurat hai bhai Jaan bharat ko
@AyushKumar-vn4xp Жыл бұрын
Mujhe आप बहुत अच्छे लगते हो भाई, love you Bhai
@abhisheksharma-fc1vz6 жыл бұрын
bhut khoob bhai we are always one ek bharat sresth bharat .......jai hind
@nazirali47726 жыл бұрын
jai hind
@jakirjakirjakir67396 жыл бұрын
abhishek sharma plan my beard mystic b_b yabb body by the bodies used by the end bobby's
Next sansad muradawad sit shri imran paratap garahi ji winar of 2019
@mdmokimalam44015 жыл бұрын
Ganesh kumar Mokim👈👈👈👈👈👈👈👈👈👈👈👈👈👈👈👈
@shahrojrajput52004 жыл бұрын
Bhaijaan aap Es desh m alag hi ho love u broo
@MUA-1speaks7 ай бұрын
بے شک آپ مسلمان ہیں۔ عظیم مسلمان ہیں۔ آپ ٹیپو سلطان کے وارث ہیں۔
@sktvindia90184 жыл бұрын
अल्लाह रब्बुल इज़्ज़त आपको दोनों जहाँ में कामयाब करे...
@jkprintermumbai3 жыл бұрын
AAmin
@serajanwar29666 жыл бұрын
Hindustan Ke Lion Hai Imran Prapgarhi
@Sawank076 жыл бұрын
Chutiye
@ayazshaikh3926 жыл бұрын
sameersaikh
@farhanm605 жыл бұрын
اللہ تعالیٰ آپکو لمبی عمر دے
@akberali17065 жыл бұрын
Tc
@Its.azeem_932875 жыл бұрын
Aamin
@SaifFitness-fj7jm Жыл бұрын
Ya Allah pak lmran Bhai ko Hamesha Salamat Rakhna ❤❤❤❤❤❤❤❤
@noumankhan42313 жыл бұрын
Stay safe and blessed always dear brother Love and respect for you and your fellow people
@sayyedumar52495 жыл бұрын
kuch bat to he mere islam me. kuch bat to he mere islam me. beshaq
@moaariz80135 жыл бұрын
Sayyed Umar brother mere yaha 8 April ko aa rAhe hia Imran Bhai
@sharikanwar70285 жыл бұрын
Beshak
@mohdtaufeek24945 жыл бұрын
Kuch baat to ha mara Islam ma Kuch baat to ha mara Islam ma
@lovelyk61954 жыл бұрын
Batao
@mrahi-xu9uj5 жыл бұрын
Masha ALLAH 🌷🌷🌷 Imran sb. U r the my best sayer I like u so much 🎋🎋🎋🎋
@qkinnasonatenurabnebanaya32765 жыл бұрын
Do you not like me?
@sabirking78515 жыл бұрын
Rigt
@apnaurduchannelquamaralam59135 жыл бұрын
Very nice app kasa ha app Mera friend banega Yas no ki gawib da
@rituseni13294 жыл бұрын
zeba tarannum fbdf
@AarifKhan-iq3vz4 жыл бұрын
Hack
@MdAzhar-cn9eu3 жыл бұрын
मैं इमरान भाई को सलाम है आप पर और आप का पुरे परिवार पर
@lotpot81615 жыл бұрын
Hindustan kisi musalman ya hindu ya kisi aur Dharam ka nahi h balki ye uska mulk h jisme insaniyat h ... Love you muslims
@NitishSingh-fi5ni5 жыл бұрын
You have superb talent.,dont waste this ,please sir
@Itzarif17293 жыл бұрын
#इस्लाम_से_पहले_क्या_था प्रायः यह पूछा जाता है कि इस्लाम से पहले कौन सा धर्म था ? अगर इस्लाम ही सच्चा धर्म है तो क्या उससे पहले के व्यक्ति की मुक्ति नहीं होगी ? यह अक्सर प्रश्न गैर-मुस्लिम भाई पूछते रहते हैं. वैसे इसका एक मुख्य कारण है क्यूंकि वे समझते हैं कि इस्लाम मुहम्मद सल्ल० द्वारा बनाया गया मात्र 1400 साल पुराना धर्म है. यह प्रश्न भी इसी ग़लतफ़हमी के चलते ही लोगों के ज़ेहन में रचा बसा है कि, इस्लाम धर्म केवल 1400 साल पहले से है और मुहम्मद सल्ल० उसके संस्थापक हैं, जब कि मुहम्मद सल्ल० इस्लाम के संस्थापक नहीं बल्कि अंतिम प्रवर्तक यानि आखिरी रसूल है और स्पष्ट है कि जिसका कोई अंतिम हो उसका कोई पहला भी होगा.! तो वह पहला कौन है ? कुरआन में कई जगह इसका ज़िक्र है कि, आदम अलैह० ही वह प्रथम है. वही प्रथम प्रवर्तक यानि ईश्वर के प्रथम दूत भी थे, जिन्होंने अपनी संतानों को ईश्वरीय सन्देश पहुँचाया और ईश्वरीय शिक्षा दी, और जो कुछ भी उन्होंने बताया, वही उस वक़्त का इस्लाम था या यूँ कहें कि उन्हीं से इस्लाम धर्म का आरम्भ हुआ यहाँ यह प्रश्न उठता है कि वह आज के मुसलमान की तरह नमाज़, रोज़ा करते अथवा ज़कात आदि देते थे ? इसका स्पष्ट उत्तर है कि यह ज़रूरी नहीं कि, उन्हें भी हूबहू ऐसा ही करने का आदेश हो क्यूं कि मात्र रोज़ा नमाज़ आदि का नाम ही इस्लाम नहीं है, बल्कि ईश्वरीय आदेशों के पालन का Naam ही इस्लाम है ! अतः मुहम्मद सल्ल० से पहले जितने भी नबी अथवा रसूल अथवा सन्देश वाहक आये सब कुरआन के अनुसार अलग क्षेत्रों में अलग अलग भाषाओँ में उपदेश लेकर आये उन्होंने अपने अपने समय में, जो कुछ भी पेश किया वही उस समय का इस्लाम था यहाँ यह पुष्टि भी बेहद ज़रूरी है कि, कुरआन हमें यह बताता है कि दुनियां के, हर क्षेत्र में और राष्ट्र में ईश्वर ने अपना पैग़ाम पहुँचाने के लिए और सत्य मार्ग बतला ने के लिए मार्गदर्शक भेजे हैं वह अपने लोगों को जो पैग़ाम देते थे वही उस समय का इस्लाम था एक हिन्दू भाई ने कहा के तुम्हारे पूर्वज हिन्दू थे, तुम भी हिन्दू बन जाओ .. हाँ भाई ठीक कहा आपने... हो सकता है भारत के मुसलमान पहले हिन्दू रहे हों पर वो , *पत्थरों, * पेड़ों , * जानवरों, * सांप * बिच्छु * यहाँ तक की लिंग तक की पूजा करते थे. * पत्नी को पति के साथ जिंदा जलाते थे. * हमारे जैसे ही दुसरे इंसान को अछूत समझते थे.. * नंगे नंगे लोगों की मूर्तियों के आगे नाचते गाते थे... * शराब पीते थे.. * जुआ खेलते थे.. * औरतों की इज्ज़त नहीं करते थे.. * एक औरत को 5-5 आदमियों से शादी करने को मजबूर किया जाता था ❗लेकिन फिर ईश्वर ने हम पर दया की... और उसने अरब में एक ऐसे इन्सान को पैदा किया जिसने हमें सिखाया के.. * ईश्वर एक है * 3 या 300 * या 33 करोड़ नहीं * सारे इन्सान बराबर है और * इन्सान अपने कर्म से बड़ा बनता है जन्म से नहीं. * बेटियो को खुदा की नेमत समझो उन्हें अच्छे से पालो पोसो. * झूठ मत बोलो, * शराब मत पियो, * चोरी मत करो. * अपना शरीर ढँक कर रखो * सांप * बिछु * बन्दर * गाय * ये सब जानवर हैं * इनकी नहीं इनको बनाने वाले की पूजा करो.. * अपने पडोसी से प्यार करो और उसका ख्याल रखो.. * अपना व्यवहार अपने दुश्मन से भी अच्छा रखो.. * किसी को परेशान मत करो... *** और भी लाखों बातें हैं .. ** अब आप खुद फैसला लो, ** चाहो अपने बाप दादा को कोस लो के, * वो सही वक़्त पर * इस्लाम क्यों नहीं लाये... * इसी वजह से आप को आज अपने बाप- दादा के धर्म के समर्थन में बिना वजह यहाँ वहां पोस्ट करते फिरना पड़ रहा है. ➖ अभी भी मौका है खुले दिमाग से सोचया फिर गुलाम बने रहो अपने बाप दादा के अंधविश्वासों और मनोहर कहानियों के... ➖आप सच से कितना भी भाग लो लेकिन याद रखो बिल्ली के ऑंखें बंद करने से अँधेरा नहीं होता, ☝इस्लाम ही सबसे बेहतरीन धर्मं है.. भारत के हर मुस्लिम को गर्व है की हमारे पूर्वजों ने इस्लाम अपनाया और हमारी आँखें खोली.. Mirza______✍️ (ऐ रसूल) तुम पूछो कि ख़ुदा को छोड़ कर जिनकी तुम इबादत करते हो क्या तुमने उनको देखा है...? मुझे भी तो दिखाओ कि उन लोगों ने ज़मीन में क्या चीज़े पैदा की हैं...? या आसमानों (के बनाने) में उनकी शिरकत है...? तो अगर तुम सच्चे हो तो उससे पहले की कोई किताब (या अगलों के) इल्म का बक़िया हो तो मेरे सामने पेश करो...। (क़ुरआन मजीद 46/4) और उस शख़्श से बढ़ कर कौन गुमराह हो सकता है जो ख़ुदा के सिवा ऐसे शख़्श को पुकारे जो उसे क़यामत तक जवाब ही न दे और उनको उनके पुकारने की ख़बरें तक न हों...? (क़ुरआन मजीद 46/5) और जब लोग (क़यामत) में जमा किये जाएंगे तो वह (माबूद) उनके दुश्मन हो जाएंगे और उनकी परसतिश से इन्कार करेंगे...। (क़ुरआन मजीद 46/6)
Bilkul sahi hum school collage chahe madraso me pade hume yahi sikh di jati hai...ye chand neta apne politics ke liye humara use krte h
@mr.sarfu_f15184 жыл бұрын
Bilkul
@mdzeeshankhansufi28634 жыл бұрын
Right
@samiyoddininamdar6 жыл бұрын
बेशक भाई बहुत सही कहाँ आपने हर एक मुसलमान को चाहिए के आपने इस्लाम की मालूम मात देने की जरूरत है हम खामोश रहें थे है और इस्लाम पे उँगली उठाते है हमे बोलना चाहिए है अगर हम बोलेगे तो जो गलत बोलते है तो उनकी बोलती बंद हो जाएगी कीऊ की हम मुसलमान है
@sajid.babu.sultanpurharedw43406 жыл бұрын
Samiyoddin Inamdar .maasha.allaha
@mohdikram56685 жыл бұрын
Samiyoddin Inamdar
@bskhan83996 жыл бұрын
ALLAH ka lakh lakh shukr h ke hame Iman Wale ke ghar paida kiya
@bajidali8876 жыл бұрын
Superb video
@Humaira_khann803516 жыл бұрын
@@bajidali887 Aameen
@mohdafaq60215 жыл бұрын
Mashaallah
@sayeedansari95075 жыл бұрын
Eccentric
@obaidullahshaikh51515 жыл бұрын
Alhamdulillah ☝️
@safianuk6599 Жыл бұрын
Islam zindabaad. Islam dominates the world. Ma shaa Allah. Allahuakbar 🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲
@rahamaniromanrigansfarhanr92397 жыл бұрын
माशाअल्लाह इमरान भाई बहुत खूब
@SarukKhan-hy1si7 жыл бұрын
Rahamani Roman Rigans Farhan rahamani Roman Rigans s
@SarukKhan-hy1si7 жыл бұрын
S
@hazimansurrain14796 жыл бұрын
Rahamani Roman Rigans Farhan rahamani Roman Rigans MN