स्वामी सचिदानंद जी आर्य नमस्ते। आपकी सदा जय हो विजय हो। आर्य समाज मिशन जिन्दाबाद। स्वामी दयानंद जी सरस्वती अमर रहे। ॐ ॐॐ ॐॐ ॐॐॐ ॐ ॐॐ ॐॐ ॐॐॐ ॐ ॐॐ................
@HIMANSHUSHARMA-s6e17 күн бұрын
Swami Ji aisi apna Aashirwad dete raho❤
@vikaskumar-ph4rs14 күн бұрын
एक एक शब्द खरा सोना 🙏🙏🙏
@LokeshKumar-jn1hn3 күн бұрын
Bahut Sundar hai Bhagan,jee
@kantideviarya39063 күн бұрын
जय हो स्वामी जी आर्य समाज जिंदावाद🙏🙏
@bahadursinghthakur28762 сағат бұрын
रमेश यादव जी ने बहुत बढ़िया कहा यह मूर्ख ही नहीं महा मूर्ख है और भगवान कहां है कैसे हैं यह तो भक्त की मानस तिथि पर निर्भर करता है भक्त तो पत्थर में भी भगवान प्रकट कर देता है लेकिन जो आर्य समाज वाले जैसे मूर्ख हैं उनको भगवान में भी पत्थर नजर आता है
@radheyshyam1183 күн бұрын
Satya vachan
@UshaDevi-iq3vn4 күн бұрын
Bahut khub mai to EK ishwar Ki bhakti karti hu ap Ji Sahi farmaya hai
@adityaaryasaini247614 күн бұрын
Ram ram g
@parmacg886616 күн бұрын
भगवान केवल एक है जिसे प्रकृति कहते है जिसके बिना कोई जीवित नहीं रह सकता !बाकी बहकावे वाली बात है
@ManojGupta-hm1gc15 күн бұрын
गुरु जी आप को प्रणाम आप कहा यह मूर्ति ड्रामा में फंस गए एक दूसरे का बुराई कर रहे है आप तो इतने अच्छे होकर आप को अपनी मीठी वाणी से अपने सोच विचार से प्रकृति जन्म दाता के बारे मे प्रवचन सुनाए हर इंसान की अपनी अपनी आस्था विश्वास है आप जिसका भी वक्ता बनेंगे उसका नाम पहचान चाहिए आकृति का जैसे तस्वीर या पुतला या किसी का आधार तभी आप प्रवचन सुना सकते है सिर्फ एक अपने मन से ही दूसरे तीसरे का शब्द न सुनकरके आपको प्रवचन अच्छा से सुनाए जो भगवान दिखाई दे आप मार्ग दर्शन दे आप का भजन अच्छा लगता है