ओउम् सत्य सनातन वैदिक धर्म की जय बहुत बहुत आभार आदरणीय स्वामी जी को प्रणाम
@aryandhull3181 Жыл бұрын
🙏
@Renudeepak12 жыл бұрын
Bahut sundar pravachan
@dharmeshmehta20422 жыл бұрын
नमस्ते आचार्य जी आपका खूब खूब, खूब खूब, खूब-खूब धन्यवाद
@devajisrivastava10882 жыл бұрын
बहुत सुंदर प्रस्तुति के लिए धन्यवाद l सादर नमस्ते l 🙏🙏
@munnaprasad6182 жыл бұрын
आचार्य जी सादर प्रणाम
@Arya-Premchand.Pandey2 жыл бұрын
नमस्ते आचार्य जी 🌷🙏🙏🌷
@aaloksahu13302 жыл бұрын
सादर नमस्ते जी 💥☀️🌺🙏🏻✅🔥🚩
@swaransareen8396 Жыл бұрын
आपको बहुत नमस्कार आपने बहुत ही मूल्यवान जानकारी दी है
@sunilarya81782 жыл бұрын
🙏🙏
@aryasteels55912 жыл бұрын
Very Nice 👍👍👍👍 Ramchand Goyal Ballabgarh
@dev57962 жыл бұрын
सुन्दर व्याख्यान
@sanjeevkumar24952 жыл бұрын
Good 😊
@santosharya43692 жыл бұрын
नमस्ते आचार्य जी बहुत सुन्दर व्याख्यान 🙏🏻🙏🏻
@sarvandhull31142 жыл бұрын
ओ३म नमस्ते जी🙏
@vickyporiya96342 жыл бұрын
आचार्य जी नमस्कार। बहुत सुंदर ढंग से प्रस्तुति दी है आपने।आपका बहुत बहुत धन्यवाद।समाज को बड़े अच्छे तरीके से जागृत कर रहे हो।
@jaipal7259 Жыл бұрын
जब तक आप खुद इस जीवन चरित्र को नहीं जिएंगे तब तक आपकी वास्तविकता एक शिक्षक रहेगी ज्ञानी की नहीं। आप जैसे कितने आए और चले गए लेकिन इस समाज में वो नहीं हुआ जो आप देखना चाहते हो। आप समाज में जो बुराई देखते हो वो सब आप जैसों के ज्ञान बताते बताते हुए है । इसका कारण है, कहने वाला स्वय ही उसे फॉलो नहीं कर रहा है। जय श्री कृष्णा।
@anupamprakash092 жыл бұрын
आचार्य जी नमस्ते | आपने बहुत अच्छा समझाया 🙏🙏
@vishwanathtayal54442 жыл бұрын
आचार्य जी नमस्ते आपके द्वारा बहुत ही सरल ढंग से वैदिक परंपरा के बारे में बताया गया धन्यवाद
@shakudevi86692 жыл бұрын
Nice
@आर्य_वैदिक2 жыл бұрын
ओम
@Abhimanyu.12 жыл бұрын
Namaste ji bahoot Sundar vyakhya ki h samudar manthan par bhi koi vyakhan de
@PrashantKumar-ye1hm6 ай бұрын
Acharya ji Namaste Acharya ji Aapse judana Chahatahu Aap ki krapa ho jaye to me dhanya ho jau.
@raniebiharie9502 жыл бұрын
बहुत ही महत्वपूर्ण विषय आचार्यजी धन्यवाद। सभी लोग कृपया 👆🏻वीडियो को ध्यान पूर्वक देखे और अपने धन से 10% दशांश अनिवार्य मासिक निकाल केवल मात्र आर्य विद्वानों व आर्य समाज को दो जिससे कृण्वंतो विश्वमार्यम् हो / वेदादिसत्यशास्त्रों का पठन पाठन प्रचारादि करने में कोई कमी न रहे!!! यदि ऐसा करने में आप चूक गये तो पापी कहलाओगे और तुम्हारा विनाश निश्चित है और आपके संतान यदि आर्य समाज से नहीं जुड़े व आते जाते हैं तो ये संतान सर्वत्र दुःख भोगेगा और विनाश को शीघ्र प्राप्त हो आप तो डुबोगा ही और अपने संतान(ओ) को भी ले डूबोगा परिणाम स्वरूप बहुत निकृष्ट पुनर्जन्म होगा। इसलिए सावधान!卐