ब्रह्मा जी ने आंखें मूदली विष्णु जी ने सुंदरहोने का कल्पना की मगर हमारे भोलेनाथ ने कहां या देवी हे महाकाली हे प्रकृति तुम जैसी भी हो मैं तुम्हें शदा सर्वदा प्रेमकी दृष्टि से ही देखूंगा जिन भी ऋषि मुनियो ने इन कथाओं की रचनाकी उनका करोड़ करोड़ धन्यवाद और जब से समझ में आया शिव कौन विष्णु कौन ब्रह्मा कौन तबसे ❤❤❤❤❤ यस सर जीवन युद्ध ही हैं डर के आंख मूंद लो या कल्पना में खो जाऊं या सभीसे प्रेमकरो
@chunegefreedom326314 күн бұрын
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@Ms_Dhoni2c14 күн бұрын
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@Janukumar29714 күн бұрын
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@Kumarank-x4r13 күн бұрын
SIR, KUCH LOG ITNE BESHARAM HOTE H KI KITNA BI MNA KRO KISI KAAM KE LIYE VO KAAM JANBUJ KR KRENGE OR JAB MNA KRO TB AKRTE H JAGRA KRTE H, ISS MAMLE ME LOG HO YA RISHTEDAAR HO SBKA YHI HAAL H. GANDHIGIRI KA KOI JMANA NHI H