आप अपने मालिक की अपने पिता की अपनी माता की अपने गुरु की फीलिंग्स क्यों नहीं समझते ,अरिहंत की सिद्धों की फीलिंग्स को क्यों नहीं समझने ,जिन्होंने मेरा प्रवचन जिन्होंने आंख बंद करके सुना उनका जीवन आज सफल हो गया
@MohanBafna17 күн бұрын
जैन शासन में हाथ में हाथ धरे बैठे हुए व्यक्ति की कोई कीमत नहीं ,मोक्ष जाने के लिए पुरुषार्थ करना पड़ेगा ,मूर्ति के पास जाकर हाथ में हाथ धड़के बैठ गए और तुम्हारा काम हो जाएगा इस भुलावे में मत रहना ,कुछ नहीं होगा , ए नियम तुम्हारे लिए भी नहीं है ना साधु बैठ सकता हाथ में हाथ धरे बैठ जाए और भगवान बन गए ऐसा नहीं है इतना सरल नहीं है भगवान बनना ,साधु आंख बंद करके सोता नहीं है आंख बंद करके पुरुषार्थ करता है
@MohanBafna17 күн бұрын
सेल्फ डिसिप्लिन बनाएं नौ बजे दुकान खुलेगी रात नौ बजे बंद होगी नियम बना लो बारह घंटे की ड्यूटी दीजिएगा सफलता कैसी मिलेगी देखना ,आपका जीवन अव्यवस्थित है कभी नौ बजे कभी दस बजे कभी ग्यारह बजे खोल रहे है जब चाहे तब खोल रहे है जब चाहे तब बंद कर रहे है ऐसा नहीं होता बंधु