भाई साहब विधानसभा में नगरी निकाय एवं पंचायत संशोधन विधेयक 11 एवं 12 पारित हुआ है जिसमें 5 वर्ष के 6 महीने बाद तक पंचायत एवं नगरी निकाय चुनाव आने का बिल पास हुआ है। और अभी नगर निगम 12, नगर पालिका 48,नगर पंचायत 122 में ज्यादातर में कांग्रेस के अध्यक्ष बैठे हुए हैं। उनका कार्यकाल 15 जनवरी तक समाप्त हो रहा है और भाजपा सरकार उसमें अपना प्रशासक बैठाना चाहती है इसलिए चुनाव अप्रैल मई में ही होंगे।
@ChitkumarBanjara14 сағат бұрын
15दिन में टोकन 15दिन पैसा ये तो bjpका हालत गंभीर है
@tankeshwargabel60754 сағат бұрын
धान का 3100 प्रमेंट होना चाहिए एकमुश्त
@balramyadav89303 сағат бұрын
मुख्यमंत्री विष्णु साय हर मोर्चा में विफल होते जा रहा है। धान खरीदी में भी फेल हैं।
@devendrasahu847518 сағат бұрын
डर रहा है बीजेपी
@RiteshsoniSoni-j6p15 сағат бұрын
पिछले संविधान को बदलकर के नया संविधान लागू किया जाए
@devendrasahu847518 сағат бұрын
सही बात बोलत है मेडम
@BDesmukhКүн бұрын
तारीख पे तारीख क्यों डर रही है सरकार पंचायत चुनाव कराने में क्या सरकार को डर है हार का क्यों कि धान खरीदी पुरी तरह असफल है और किसान काफी परेशान हो रहे हैं