सर्वप्रथम गुरुदेव को हमारा सत सत नमन और प्रणाम इस वीडियो के माध्यम से आपने बहुत बड़ी बात बताई है लेकिन जनता इस पर कितना अमल करती है जनता के विवेक पर निर्भर करता है कालि काल में राम चाहिए या रावण चाहिए सनातन संस्कृति को अगर जिंदा रखना है तो गुरुदेव जी के वचनों पर विशेष ध्यान दिया जाए इसका प्रत्यक्ष प्रमाण महाभारत में अभिमन्यु का सुनिये