भगवान महावीर स्वामी जैन धर्म के संस्थापक नही थे, भगवान महावीर स्वामी इस युग के जैन धर्म के 24 वें व अन्तिम र्तीथकर थे, जैन धर्म का संस्थापक कोई नही है, जैन धर्म जिसका वास्तविक नाम श्रमण धर्म है, यह धर्म शास्वत है, मतलब सदा रहा है और सदा रहेगा, जैन धर्म में संस्थापक नही होते हैं सभी प्रवर्तक होते हैं, हर युग में 24 र्तीथकर, 12 चक्रवती, 9 बलदेव, 9 वासुदेव, 9 प्रति वासुदेव होते हैं,
@ashishkumarjain5409Күн бұрын
विडियो में इस अनादि महान जैन धर्म की बहुत ही सतही जानकारी दी गई है। कृपया पुरी रिसर्च और जैन विद्वानों से संपर्क कर उनसे सही तथ्यों से अवगत होकर ही विडियो पोस्ट करें। जैन धर्म अनादि है इसका कोई संस्थापक नहीं है । भगवान ॠषभनाथ या आदिनाथ भगवान जैन धर्म के प्रथम प्रवर्तक थे और भगवान महावीर स्वामी अंतिम तीर्थंकर है।।
@bharatijain14785 сағат бұрын
Pura gyan n rahte huye bhi post karte
@sachinpatil6346Күн бұрын
Vrashabh dev sanstapak hain
@kumarpaal1123 сағат бұрын
Ur information is totally incomplete, mahaveer ji is 24 incarnations how about 1 to 23
@puneetjain1891Күн бұрын
जैन धर्म अनादि काल से है। महावीर स्वामी भगवान २४ वे तीर्थंकर है। कृपया जानकारी को सही करे एवं वीडियो में बदलाव करे।
@bharatijain14785 сағат бұрын
Aap puri padhai karo jain dharm mai भूतकाल ke चौबीस तीर्थंकर हुए है ।बाद में वर्तमान काल के चौबीस तीर्थंकर आदिनाथ पहले तीर्थंकर और महावीर चौबीस वे तीर्थंकर है ,भगवान आदिनाथ प्रभु ने ही asi ,masi ,krushi vanijaya ,ank lipi ,brmhi lipi sikhai hai aaj jo bhi hai jain dharm ki den hai
@NischalDoshi22 сағат бұрын
Please do proper research before posting videos. Jainism is the most ancient religion. Even ASI acknowledges this fact.