रेन वाले पहले नही आए जब सारी प्रॉपर्टी का मामला सल्ट गया तब यह ड्रामा सुरु कर दिया। पर सारे जसोल के लोग जानते है रघुवर दास जी को। उन्होंने उस स्थान के कब्जो को ओर जीर्णोधार करवाया। इसलिए इस आश्रम के असली हकदार वही है। जहां तक भाषा पर भी गौर करें तो रघुवर दास जी की सौम्य और सरल है वही उन दोनो की भाषा असभ्य और अपमानजनक है।
@vikramsinghrathore7782 ай бұрын
जसोल महाराज जी एक पढ़े लिखे व सुलझे हुए संत हैं। यह सर्वे विदित हैं की जो सेवा करेगा वह मेवा पाएगा। रेण वाले 10 या 12 साल कहा गए थे रघुवीर जी महाराज जी ने आश्रम से संबंधित सभी विवादो को एक लंबी लड़ाई के बाद सुलझाया है अब REN वालो को रेडीमेड तैयार ,सुलझा हुआ ,पका पकाया चाहिए। पत्रकार महोदय जी खुद मैनेज किए हुए लग रहे है।
@Kishu14442 ай бұрын
एक पत्रकार वरिष्ठ आचार्य पीठ के आचार्य व उतराधिकारी के आसन पर बैठ कर अनर्गल ब्यान बजी करवाता है पीठ की गद्दी को भक्त लोग सिर झुकाते है वहाँ पेंट शर्ट वाले ऊपर बैठ जाता …. धन्य हो महापुरुषों को धन्य हो
@chandrasekharramsnehi98682 ай бұрын
ईतने दिन कहा गये थै यह सेवा करने वाले रघुवीर जी माहाराज महन्त की कोनसे दुध से धोया रघुवीर जी महाराज को कोई नही हटा सकते
@रघुवरदास-थ8ग2 ай бұрын
जो सेवा करेंगे वही मेवा पावेंगे । सज्जन राम जी धोरा पधारे थे रामसरुप जी के पास रामसरुप जी की डायलिसिस चल रही थी उन्हीं के (सज्जन राम जी) के सामने कहा कि जो सेवा करेगा उसीको आश्रम मिलेगा ।श्री कृष्ण
@kingkohlifan66352 ай бұрын
धर्म की सेवा धर्म को बचाने के लिए की जानी चाहिए ना की सिर्फ मेवा पाने के लिए इसने संतो की समाधियों को तोड़कर वहा पर इसने शौचालय बनवा दिए बहुत ही जल्दी इसको सजा मिल जाएगी.......
@सुमेरसिंह-ट8ड2 ай бұрын
संत श्री रघुवीरदास जी महाराज बहुत अच्छे संत है इनके साथ में 7 साल रहता हूं
@पहलाददेवासी-भ6झ2 ай бұрын
साधु वो होता जो मो माया से दूर रहते है और आम आदमी को धर्म का ज्ञान देना लेकिन अब उलटा आम आदमी मो माया से दूर रहने की कोसिस करता है और बाबा जी मो माया के सभी हद पार कर रहे है मेरा कहना है दोनों बाबा जी को राम द्वारा में लाकर सादा भोजन करना असली सादु के तरह जमीन पर सोने को बोलना हर
@chandrasekharramsnehi98682 ай бұрын
रघुवीर जी माहाराज ने रामद्वारा बचाया है नही अभी कबजा हो जाता रघुवीर जी अच्छे संत हैं यह बात करते कि लडाई नही करने चाहिए यह दुध केधोये है आओ किस्में हिमत रघुवीर जी को हटाये
@premdancharan17842 ай бұрын
भक्ति भावमे सतपुरुषों का मूल सिद्धांत होता हैं किसी को बंधन से मुक्त करदे.ओर रामस्नेही संप्रदाय मे सभी संत बंधे हूवे हैं मात्र प्रोपर्टी से केवल धंधा बना रखा हैं मुक्ति युक्ति कुछ नहीं.
@ramteramji2 ай бұрын
जब वो संत बीमार थे तब दवाई के लिए इधर उधर जाते और अब संत का शरीर शांत हो गया तो पीछे सम्पति के लिये लोग लड़ रहे है। जब वो बीमार थे तब कहा गये थे आप सब बात कड़वी है माफ़ करना संतों मैंने उन्हें बीकानेर में रघुवीर जी और गणेश जी प्रह्लाद जी को वहाँ सेवा करते हुए देखा था बाक़ी तो मुझे पूरी जानकारी नहीं है पर देखा ये ही जाता है सेवा कि टाइम कोई नज़दीक नहीं आता और बाद में सब कहते है कि वो तो मेरे थे
@ShrwanRamshnehi2 ай бұрын
रघुवीर जी संत बचपन से बने हुए और इन्होंने तो सेवा संत की की है और जो संत सेवा करेगा मेव मेवा पाएगा मीडिया वाला तो चापलूसी लग रहा है रघुवीर जी के बारे में जीवन के बारे में पता ही नही
@sadhakdas35572 ай бұрын
रघुवीर जी महाराज ने लोगों के निजी स्वार्थ( दुकाने हड़प ने) सफल न होने दिया इस वज़ह से उनको तकलीफ है, रघुवीर जी ने बीकानेर धोंरे पर भी गोचर की सुरक्षा की और यहां भी सुरक्षित रखा है, इसलिए ऐसी फालतू बाते फैलाते है जिनका अपना स्वार्थ सिद्ध न होने से. धर्म की जय हो
@sharvankumarkhandelwal86762 ай бұрын
Are bhai phele video pura dek le bhai or sunle ren pit Wale aasry sreeji kya khe rhe h ke ye ragu veer koi sampryday ka nhi h ye farji h or jasol ram dara me jabardasti kabja karke beta h aap jese andh bhakto ki vajse ye pakandi apna jal felate h agar ye raguvar ji satay h to jasol gav walo ke aage aake apne sai hone ka parman de or rahi bat aap jo bol rhe ho ki bikaner dhore pe Gau sala ki raksha ki h vo Galt h agar ye sai hota to dhore ke jo vartman me tarsti h unone raguvar ji par cesh fail kiya h 13.3.24 ko or vaha ke thana adikari shab ne dhara. 107.or 116 lagai gai h or vaha pabandh kiya gaya h ki ye vaha bhi kabja karne gaya tha lekin safal nhi hue aapko agar aapko fir ki copy dekni h aap jasol padaro
@brahamchharisantshreegovin75162 ай бұрын
आप लोग आपस में लड़ते रहो अपने अपने को बड़ा बताने के लिए, जब हम ही नहीं रहेगे तो आश्रम में रहेगा कौन , सब पूज्य संतों को प्रणाम बुरा लगा हो तो क्षमा करें पर सम्प्रदाय के लिए नहीं बल्कि धर्म के लिए बोलो
@fx.trade_withme182 ай бұрын
पुरा विडियो देखने के बाद एक बात किलियर हो गई है कि जो चार-पांच जणे पहले बोलते हैं वो सब एक ही कहानी बता रहे हैं और उनकी आंखों में सच्चाई नज़र नहीं आती और वही जो आखिरी में जो महाराज बोल रहे हैं उनकी आंखों में सच्चाई बोल रही है और ये महाराज जो बोल रहे हैं वो सही है और सबको इन महराज का साथ देना चाहिए,,,,, और मिडिया प्रभारी भाई साहब आप भी निष्पक्ष रहिए क्योंकि आपकी आंखों में बहुत कुछ दिखाई पड़ रहा है
@godavatars.r.j.93662 ай бұрын
इनको पता नही है कि पूर्ण संत कौन है अपनी2 दुकाने खोल रखी है
@ghamrajsharma2122 ай бұрын
आप हरियाणा की जेल को याद करो यहां आपका काम नहीं , पूर्ण होता वह जेल नहीं जाता , गिरेबा में झांको
@KamlaKanwar-n6w2 ай бұрын
सभी संत आप सच्चे हो तो डेयरी में भर्ती खुल जाए
@NARPATSARAN-hodu2 ай бұрын
यह सब फिजूर की बातें हैं.. जहां संतों का स्थान था वहां बाथरूम और दुकान बना दी
@kingkohlifan66352 ай бұрын
संतो की समाधियों पर सोचालयों का निर्माण करवाना निंदनीय कार्य है.... बहुत ही जल्दी इसका परिणाम इसको मिलेगा..... राम जी राम........
@ghamrajsharma2122 ай бұрын
वहाँ पर कोई समाधी नहीं थी ये सरासर झूठी बात हैं
@Kishu14442 ай бұрын
रामस्नेही संप्रदाय तो नशे के ख़िलाफ़ है नशा मुक्त का संदेश देने वाले स्वामी जी के सेवादार ही नशे का प्रबंध करते :- जय मिराज महाराज की ~ जय गणेश छाप महाराज की
@snsingh83832 ай бұрын
म्लेच्छ🎉को सन्त कहना अनुचित है।
@omprakashgoyal72252 ай бұрын
बहन गलती किये हैः साधुवाद ने
@chandrasekharramsnehi98682 ай бұрын
क्या गलत है आश्रम बचाना
@vmj1392 ай бұрын
कोई दूध का धुला नही है किसी को सनातन धर्म से मतलब नही है सबको प्रॉपर्टी चाहिए और सारा झगड़ा ही प्रॉपर्टी का है यहातक की दुकान वालो किराए की दुकान की अपनी बनानी है
@OmPrakash-hk3bf2 ай бұрын
जय श्री राम,🙏🙏
@RanaMahipalSaPanwarAsada-gw4ml2 ай бұрын
जय सियाराम
@RahulKhandelwal-x4i2 ай бұрын
राम राम राम जी राम
@m.d.choudhary96412 ай бұрын
बिलकुल सही बात जसोल के राम सनेही सम्प्रदाय के आस्तिक अपनी दुःख भरी पड़ी लेकर एक साल पहले रामद्वारा माडपुरा कवास आए वहा का संत अन्याय कर रहा है पूज्य संतों की समाधियां विध्वंस कर बनाए तो संत श्री गंगा दास जी गए थे
@m.d.choudhary96412 ай бұрын
ओर राम धाम माडपुरा उस दिन प्रोग्राम था हजारों भक्त मौजूद थे
@KamlaKanwar-n6w2 ай бұрын
ऊ
@सावलरामजसोलसावलराम2 ай бұрын
साधु संत तो समाज सुधार के लिए होतै है, उनको तो जमिन दुकान प्रोपटी से मोह नहीं होना चाहिए, भगती धारण करदी है तो, सत्य मार्ग पर चलना चाहिए, लड़ाई झगड़ा यह साधु को सौभा नहीं देती,, आगे रामजी की मर्जी
@ghamrajsharma2122 ай бұрын
अरे वहां का संत बिमार था तो कोई वहां सेवा करने गया ही नहीं अब जगह पाने के लिए लालायित हो रहे है
@RahulKhandelwal-x4i2 ай бұрын
शास्त्र और शस्त्र साथ लेके चलने वाले महाराज है ये
@m.d.choudhary96412 ай бұрын
इस पाखंडी संत ने हमारे पूज्य संतों की समाधियां विध्वंस कर उनके ऊपर बाथरूम बनाकर हमारी भावनाएं आहत की है ये माफ़ करने योग्य नहीं प्रशासन इसे संज्ञान लेकर जल्द से जल्द कारहवाई करें। अन्यथा ऐसे ढोंगी माफ़ करने योग्य नहीं हैं राम स्नेही भक्त किसी भी हालत में इसे माफ़ नहीं करेगें
@harikrishandodwariya45032 ай бұрын
तेरी कोई औकात ही नहीं है माफ करने की नहीं इन्होंने कोई माफी लायक गलत काम किया है
@ramavtarmuwal63532 ай бұрын
Pahle to ancor mahodaya aap pithadhishwar ji ke barabar kese bethe ho khada ho vaha se ..
@NARPATSARAN-hodu2 ай бұрын
नहीं तो रामस्नेही संप्रदाय रेण के आचार्य को पूछा वह अपने मनमानी से ही सब काम किया है
@vikramsinghrathore7782 ай бұрын
अच्छा काम करने से पहले मूर्खो की राय नहीं ली जाती हे।
@ghamrajsharma2122 ай бұрын
@@vikramsinghrathore778❤ very good क्षत्रीयवीरrathor sahab❤