Bahut bahut badhai bhaiya ji ko keep growing ❤ God bless you
@Tripod_Production111 күн бұрын
Thank you so much 🙏❤️.
@rakeshnegi340811 күн бұрын
Bhut hi sundar geet bhi Sangeet bhi our awaj to bhut hi sundar hai apki ❤se Salut 🙏
@Tripod_Production110 күн бұрын
Thank you sir 🙏 प्लीज वीडियो शेयर जरूर करें.
@arjundobhal511611 күн бұрын
आप का जीवन बहुत ही कठिन परिस्थितियों से गुजरा होगा सलाम है आप को रेशमा जी❤❤❤
@AyushRanta1415 күн бұрын
She is a true legend of Uttarakhand❤❤❤
@hmcpahadivlogs768315 күн бұрын
Bhaut acha 🎉song of Quin jonsar
@harshitanautiyal149615 күн бұрын
Jai mahasu devta 🙏🏻
@ShashiBala14 күн бұрын
Jay mahadi maharaj ki🙏🙏🙏🙏
@poojabhatt133514 күн бұрын
❤❤
@paharinaach60310 күн бұрын
जैसे आपने कहा कि पुराने गाने तो कोई भी गा सकते हैं क्योंकि वे तो किसी की निजी रचनाएं नहीं है। इस पर भी मेरा तर्क है कि जो "हारुल" यह जौनसार बावर की धरोहर है। हारुल वास्तविक घटनाओं पर आधारित है। और किसी भी कलाकार का चाहे वो गायक हो या लेखक, उसका संस्कृति को प्रभावित करने में बड़ा योगदान होता है। क्योंकि उसका असर आम जनता में तेजी से फैलता है। लेकिन यहां ऐसा नहीं है। यहां के कलाकारों ने 'हारुलों' का मूल स्वरुप ही बिगाड़ के रख दिया है। एक ही धुन पर कितनी ही हारुल बना दी है। कौन सी हारुल किस विषय पर बनी थी, वो उसमें बताया ही नहीं जाता। कई कलाकार तो ऐसे हैं जो पहाड़ी दिवाली में अश्लील हारुलों को गाया जाता है उसकी धुन को भी कॉपी कर रहे हैं। क्योंकि उन्हें यहां की संस्कृति से कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्हें तो बस एक ही दिन में प्रसिद्धी चाहिए। फिर उसके लिए कुछ भी करना पड़े, मेहनत को छोड़कर। पुराने कलाकार यह सब नहीं करते थे और वो आज भी नहीं करते हैं।
@Opadi-hc6dl10 күн бұрын
❤❤
@pahadivlogsuk075415 күн бұрын
मेरा रेशमा शाह जी को बहुत बहुत धन्यवाद हमें गर्व है कि आम हमारी उत्तराखंड से बिलोंग करते हो आपकी गाने उत्तराखंड में ही नहीं पूरे भारत में सुनाए जाते हैं आप हमारे जौनसार कि इस सबसे अच्छे कलाकार हो। (और बहुत बहुत धन्यवाद tripod production का )❤❤🎉🎉🙏🙏🎶
@Tripod_Production113 күн бұрын
Thank you so much. वीडियो शेयर जरूर करें.
@musafirhunyaron851615 күн бұрын
Bahut shandar 🙏💐
@ajaykandari453211 күн бұрын
महासू महाराज जी आपके ओर आपके चैनल के ऊपर कृपा दृष्टि बनाए रखे❤❤
@sherabhai899311 күн бұрын
Bahut sundar ❤ Keep it up
@Tripod_Production111 күн бұрын
धन्यवाद जी 🙏❤️
@pahadi297314 күн бұрын
🙏🙏🙏🌹🙏🙏🙏👌👌🌹🙏🙏🙏
@pramodkistood58978 күн бұрын
महासू महाराज की कृपा आपके चैनल पर बनी रहे ❤
@Tripod_Production17 күн бұрын
Thank you pramod ji 🙏
@ajaykandari453211 күн бұрын
रेशमा शाह जी जौनपुर, जौनसार ,रवाई की शान है❤❤❤
@Tripod_Production110 күн бұрын
Thank you sir 🙏 वीडियो जरूर शेयर करें
@paharinaach60310 күн бұрын
आजकल जौनसार बावर की संस्कृति में कुछ नया ही चल रहा है। हर गायक एक दूसरे के गाने कॉपी कर रहे हैं। कोई गाना नहीं तो गाने की धुन की नकल कर रहे हैं। अपने आप ही अपने नामांकरण कर रहे हैं। कोई अपने आपको नाटी किंग, कोई हारुल किंग, कोई बादशाह, कोई स्वर कोकिला, कोई रिमिक्स किंग वगैरह वगैरह.... न जाने अपने आप क्या क्या उपाधि ले रहे हैं। अब मैं आपके सवाल के जवाब पर आता हूं। आपने जो गाना गाया है 'धन बोठा महासू ले महाराजा तेरी हनोडी ठाई ले' यह गाना सन् 1995 - 96 के आसपास का है जो जगतराम वर्मा की कैसेट से लिया गया है। मुझे जितना याद है इसको आवाज दी थी मंगला रावत जी ने, और शायद यह गाना "गांवदा डिस्को" एल्बम का है। दूसरा गाना है "तीखा आया घरे स्वामी झूरो रोई लागी, दूजी खुशिया की बाता...." इस गाने को भी 'खानदानी संस्कार' नाम से जगतराम वर्मा व मीना राणा जी पहले ही गा चुके हैं। तीसरा गाना "सडकी सराईना" यह गाना भी शांति वर्मा जी का है। इसको उन्होंने दूबारा भी रिलीज किया है। अब आप ही बताइए कि यह कॉपी है कि नहीं।
@Opadi-hc6dl10 күн бұрын
बिल्कुल सही विश्लेषण किया है आपने ❤❤
@mannupanwar19814 күн бұрын
धरोहर को जो सहेज रहे हो, सत्कार तुम्हारा करते हैं। संस्कृति के दीप जलाने वाले, तुम पर नाज़ हम करते हैं।❤
@Tripod_Production113 күн бұрын
Thank you
@paharinaach60310 күн бұрын
जाहिर है मैंने इतना कुछ लिख दिया है तो लोगों के हलक से नीचे ये बात उतरेगी नहीं। लेकिन यह सच है। क्योंकि मैं आप लोगों का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं। इसलिए मैं अंत में यह कहना चाहता हूं कि हमें किसी की आवाज, उसकी गायिकी, या लेखनी आदि पर कोई संदेह नहीं है। परन्तु इस बात पर विशेष ध्यान दें कि आप वह वजह बनों जिससे जौनसार बावर की संस्कृति सही दिशा में आगे बढ़ें। डॉ नन्द लाल भारती जी इसका सबसे बेहतरीन उदाहरण है।
@Opadi-hc6dl10 күн бұрын
सच्चाई थोड़ी कड़वी होती है
@voice9922Күн бұрын
Gane dusre likhte he
@pahadivlogsuk075415 күн бұрын
इस गाने का नाम क्या है माहिला प्रदान बनानी
@AnshitNautiyal6 күн бұрын
next Podcast with Sita Ram Chauhan and Mahender Chauhan
@Tripod_Production15 күн бұрын
Confermed with first one 👍.
@AnshitNautiyal5 күн бұрын
@@Tripod_Production1 Congratulations 🎉👏👏👍
@paharinaach60315 күн бұрын
आपकी गायकी का कोई जवाब नहीं है। आप सचमुच बहुत ही अच्छी गायिका हैं। लेकिन हमें बहुत अफ़सोस होता है जब आप जैसे कलाकार किसी दूसरे के गाने कॉपी करते हैं। आपको लोग फॉलो करते हैं। आप लोगों के लिए आदर्श हो अतः आपको अपनी और अपने क्षेत्र की मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए।
@reshmashahliveshow14 күн бұрын
हां भैया नमस्कार मैं आपसे यही कहना चाहती हूं कि मैं मैं किसके गीत गाती हूं जो आप मुझे इस तरह से बोलते हैं
@reshmashahliveshow14 күн бұрын
जो पुराने गीत होते हैं उनको मैं गति हूं उसमें किसी का पर्सनल गीत नहीं होता और जब मैं गा देती हूँ कलाकार बोलते यह गीत तो मेरा है तो आप जरूर इस बार इसमें लिखना कि मैंने कौन सा किसका गाना गाया
@pahadisurtalproduction13 күн бұрын
परशुराम देवा वाला भजन,, सीतराम चौहान जी ने गाया और भीम सिंह चौहान जी ने लिखा है... पुंडी ओटे डांडे की कुरैड,, ये गाना स्व. जगत राम वर्मा,, और डॉ. ननद लाल भारती जी ने लिखा है.. आज समस्या ये है कि पहले सोशल मिडिया नहीं होती थी,, आज के और भी गायक है जो दूसरे का लिखा गीतकार मै अपना नाम लिख देते है, आने वाली पीढ़ी तो यही देखगी की इन्होने ही लिखा है.. इसलिए जो भी कोई किसी का लिखा गाना गाये तो पहले छानबीन करके वो उस वेक्ति का नाम जरूर लिखें, मेरा किसी से कोई वेक्तिगत द्वेष नहीं है 🙏🙏🙏🙏🙏
@paharinaach60311 күн бұрын
@@reshmashahliveshow bahut gaane hai aapke bhi lekin meri reply forward nahi ho rahi hai
@paharinaach6034 күн бұрын
@@reshmashahliveshow अब तो मैंने आपको सारी डिटेल्स लिख दी है... अब आप कुछ नहीं कहेंगी???