जोहार।। जैन लोग जहां के हे वही अपना हक जमाए झारखंड में नहीं झारखंड आदिवासीयो का सहर हे जोहार मरांग बुरु 🏹🏹
@manjurasoren913223 сағат бұрын
फागू बेसरा गोंके अड़ी अडी सरहाव मारांग बूरु बचाने के लिए सभी संथाल समुदाय को आगे आना चाहिए।और मारांग बूरु बचाएंगे।
@TuduSanthaliCartoon-me3zt22 сағат бұрын
लेकिन इन्हीं के पार्टी के Jmm सरकार 5जनवरी 2023को लिखित रूप से जैनों के हाथों में सौंपने का काम किया
@cdhansda378Күн бұрын
जैन समुदाय अपना मांस-मदिरा छोड़ दें, उनका परंपरा है परन्तु आदिवासी मूलवासी कि परंपरा तो बलि देने का है और आगे भी बलि देते रहेंगे ।
@MURMUकोड़ाКүн бұрын
गुजराती जैन लोग गुजरात में बोले झारखंड में नहीं।।😅😅😅😅
@sanjaymurmu2032Күн бұрын
मारांगबुरू आदिवासी का है और आदिवासी अपने रीतिरिवाज तथा विधि विधान के साथ पूजा करेगा।
@paglaofficial628422 сағат бұрын
जैन धर्म वालो ने पारसनाथ (माराग बुरू) अवेध कब्जा किया हैं। क्यों कि आदिवासी बहुत ही सीधा -साधा होता है।
@jagarnathoraon242622 сағат бұрын
मरांग बुरु बचाना जरुरी है
@rammardi4Күн бұрын
JOHAR MARANG BURU. Johar Fagu Besra Ji. Fagu ji ne Bahut he Tarko ke saath apni baaton ko rakha hai.
@vinodtudu87822 сағат бұрын
मरांगबुरु ही है पूरा और ये मरांगबुरु ही रहेगा, वहां अतिक्रमण करके बड़े निर्माण हुई है और ये निर्माण प्रशासन के अधिकारी को पैसे से मैनेज करके किया गया है।
@Shanbh89Күн бұрын
Jai johar आदिवासी कभी अतिक्रमण नहीं कर सकता ये पूरा दुनिया जानता है
@सविता2323 сағат бұрын
मरांग बुरू में संथाल लोग बहुत प्राचीन से ही पूजा करते आ रहा है
@sorenkodadeva3078Күн бұрын
Johar marang buru ❤❤❤
@SundarHembram-j1jКүн бұрын
Marang buru hirla joy johar jai aadibasi
@deepakmunda737422 сағат бұрын
जय सिंगबोंगा
@sarojnag-oz1iyКүн бұрын
Jai sinbonga jai marangburu.jai jharkhand
@vinodtudu87822 сағат бұрын
धर्मशाला, रिसॉर्ट निर्माण, मठ, सड़क बिल्डिंग बनाना गैरकानूनी है पाण्डेय जी इसको खुलकर बोलिए न पैसे वालों से डर लगता है क्या आपको?
@sanjeevmurmu92219 сағат бұрын
Full support 🎉
@Bipin-z5s8 сағат бұрын
माननीय कोर्ट ने जैनीयों की बात सुनी और सरकार का पक्ष जानना चाहा. क्या माननीय कोर्ट ने आदिवासियों का पक्ष सुना. पाराशनाथ पहाड़ पर संथाल आदिवासी युगो से पूजा करते आ रहे है. जैन लोग तो बाद मे आये, ये बाते कोर्ट को समझनी चाहिए.
@BinodMurmu-w7t8 сағат бұрын
जोहार मारागं बुरू
@nirmaltudu2437Күн бұрын
Johar matang buru
@binodsoren611122 сағат бұрын
Sambhal jao ,
@Santhal-adivasi9 сағат бұрын
जोहार मरांग गुरु
@rajeshhansda1221Күн бұрын
Jay johar ka nara he marang buru hamara he
@SurendarHembrom-uw9cy22 сағат бұрын
Johar Marang buru
@thomasmurmu46511 сағат бұрын
गुजराती का हक कहां से आ गया झारखंड में भाई हम झारखंडी का पुजा स्थल है हमेशा रहेगा कोई विवाद खड़ा नहीं करेगा ओर ना ही सोचे ,🙏जोहार हिरला मरांगबुरु
@pawankumarhansda202Күн бұрын
Johar marang buru🙏🙏🙏
@Khairigar10 сағат бұрын
वहां जितने संस्थाएं हैं सबका ऑडिट होना चाहिए। सबका सी एस आर के तहत होने वाले व्यय भी देखना चाहिए।
@EKKRAANTI55523 сағат бұрын
चिंता मत करो सबको 1 करोड़ करके दे दिया जाएगा फिर marangburu खत्म क्यों की जैन के पास बहुत पैसा है... आज तक पैसा से ही जैन ने अतिक्रमण किया है..
@green218321 сағат бұрын
Hahah..sahi pakde hai🫡
@besraboss53968 сағат бұрын
Bechara itna paisa hai ki Ka--------------
@SorenSipahi6621 сағат бұрын
Good argument
@praveshh60223 сағат бұрын
हमर घर में आके हमे ही बोलता E मत करो U मत करो वह र जैन समाज
@ImdadKhan-m4z7 сағат бұрын
Right 👍
@MahadevTudu-vy1fo20 сағат бұрын
Marang buru zindabad
@roselineMurmu4466Күн бұрын
adi moj dadam lai kida...
@girendra20M23 сағат бұрын
Johar marangburu🙏🙏,, marang buru adiwasiyon ka hai,, adiwasiyon ka pahchaan hai maan samman hai aur bhagwaan bhi hai,, marang buru se chher chhar nhi sahega adiwasi mulwasi
@Dularaarang-nt6vdКүн бұрын
Johar marang buru
@BholanathTudu-qz4hy4 сағат бұрын
मारांग बुरु संतालों का पबित्र पुजा स्थल है और रहेगा। अगर जैनों को समस्या है तो मारांग बुरु को छोड़कर दुसरा पहाड़ में अस्था रखें। क्योंकि संताल रितीरिवाज अलग है और जैनों का अलग है।
Adiwasi area mai kaise ho sakta hai Jain dharm ka astitva saram karo Patra kar ji sawal pahuch ne ka
@budeshwaroraon358222 сағат бұрын
Astha ke name par apna smraj ka bistar kiya jata hai.
@sadanandprasadmurmu322723 сағат бұрын
Marang Buru Sadiyo se Santhalo ka hai. ᱢᱟᱨᱟᱝ ᱵᱩᱨᱩ ᱫᱚ ᱥᱤᱫᱟᱭ ᱠᱷᱚᱱ ᱦᱚᱲ ᱦᱚᱯᱚᱱ ᱱᱟᱜ ᱠᱟᱱᱟ ᱾
@dhunuhembrom503921 сағат бұрын
Hemant soren likh kar diya hai jen logo ka hai bolke
@babaji763210 сағат бұрын
Buhut shi kaha h jain ne kabja kr k rakha hai
@chakradharmanjhi354820 сағат бұрын
ᱦᱤᱨᱞᱚᱟ ᱢᱟᱨᱟᱝᱵᱩᱨᱩ🙏
@haricharnhansda417521 сағат бұрын
Maranga buru santhal ka hai are rahaga Johar maranga buru
@saileshhansdah783710 сағат бұрын
Àapka hemant Soren bik to nhi na gaye hain....
@sunarambaskey54585 сағат бұрын
Jmm ghanta bacha payega ye to bechne wala party h
@Anandtudu-t6p14 сағат бұрын
Hemant है तो हिम्मत है कुछ नहीं होगा मरंगा बुरू को।😂😂
@Murmu8855 сағат бұрын
दोगला हेमंत सोरेन ही माराङ बुरु को जैन धर्मावलंबियों को सुपुर्द कर दिया है ।
@sunarambaskey54585 сағат бұрын
JMM hi to becha h parasnath
@saileshhansdah783710 сағат бұрын
Aabuwa sarkar hai ka kr rhe ho.......
@gangaramhansda5520 сағат бұрын
De dela boyha jumid do pe marang buru banchaw lagi
@suniloraon6169Күн бұрын
kewal aadiwasi ka adhikar rahega
@wantedkoda174420 сағат бұрын
यहां देश की राजधानी की यूनिवर्सिटी में पड़ने वाले और मीडिया सात ही सात देश की सभी राजनीतिक पार्टियों से सवाल है कि 1.क्या संविधान सभा में आरक्षण बिल पास हुआ था? 2.जो अभी educational advancement oppurtunity मिल रहा है इसमें dr आंबेडकर का क्या योगदान है? क्या ये जातिगत प्रावधान है? ये टैम्परेरी प्रोविजन है कि परमानेंट है? क्यों राजनीति दल और मीडिया देश की जनता को गुमराह करके देश में आग लगा रहे है? क्यों राष्ट्रपति आदेश 1950 को आरक्षण बोल जिसमें डॉ आंबेडकर का कोई योगदान नहीं है। बोलकर देश में आग लगा रहे हो? ये न जातिगत प्रावधान है न ही परमानेंट प्रोविजन नहीं। क्योंकि संविधान सभा में आरक्षण बिल पास ही नहीं हुआ था। बीजेपी rss कांग्रेस वामपंथी सभी राजनीतिक दल इसमें बहती गंगा में हाथ साफ कर रहे है। Sc obc st category प्रोविजन temporary है। 1950 से पहले कोई sc obc st नहीं था सभी जनरल से अलग किया गया है।10 वर्षो के लिए हर दस साल में इसीलिए संविधान संशोधन करके इसको बढ़ाया जा रहा हैं। इसमें मयूरभंज परागण सोनाराम सोरेन का हाथ है नेहरू ,पटेल और vp मेनन के साथ समझौता हुआ था।
@SabinaHembrom-s4x7 сағат бұрын
Usko ko hatayenge diku ka mandir 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@amitkisku.Күн бұрын
Johar marang buru
@wantedkoda174420 сағат бұрын
यहां देश की राजधानी की यूनिवर्सिटी में पड़ने वाले और मीडिया सात ही सात देश की सभी राजनीतिक पार्टियों से सवाल है कि 1.क्या संविधान सभा में आरक्षण बिल पास हुआ था? 2.जो अभी educational advancement oppurtunity मिल रहा है इसमें dr आंबेडकर का क्या योगदान है? क्या ये जातिगत प्रावधान है? ये टैम्परेरी प्रोविजन है कि परमानेंट है? क्यों राजनीति दल और मीडिया देश की जनता को गुमराह करके देश में आग लगा रहे है? क्यों राष्ट्रपति आदेश 1950 को आरक्षण बोल जिसमें डॉ आंबेडकर का कोई योगदान नहीं है। बोलकर देश में आग लगा रहे हो? ये न जातिगत प्रावधान है न ही परमानेंट प्रोविजन नहीं। क्योंकि संविधान सभा में आरक्षण बिल पास ही नहीं हुआ था। बीजेपी rss कांग्रेस वामपंथी सभी राजनीतिक दल इसमें बहती गंगा में हाथ साफ कर रहे है। Sc obc st category प्रोविजन temporary है। 1950 से पहले कोई sc obc st नहीं था सभी जनरल से अलग किया गया है।10 वर्षो के लिए हर दस साल में इसीलिए संविधान संशोधन करके इसको बढ़ाया जा रहा हैं। इसमें मयूरभंज परागण सोनाराम सोरेन का हाथ है नेहरू ,पटेल और vp मेनन के साथ समझौता हुआ था।