जी हुकुम सही बात बोले आप मेरी जाती राईका है (रबारी, देवासी) जो राजपूत जाती से ही निकल कर आई राईका जाती मे मेरा गोत्र भीम है जो की राजपूत चंद्र वंश तोमर से निकल हे ओर आज भी राईका समाज में भीम गोत्र वाले तोमर राजपूत वंश की कुलदेवी योगमाया माता कि ही पुजा करते हैं 🙏 रावणा, चारण, धाकड़ इन जातीयो जेसे ही राईका जाती हैं जो राजपूतो के वंश हैं
@theAditya-tn8hi11 ай бұрын
मैं माहेश्वरी वैश्य समाज से हूं और हमारी उत्पति खंडेला के सूर्यवंशी राजपूतों से है।🙏
@HimanshuKumar-ig2kf6 ай бұрын
Ye kaise ho gya ,kshtriya se vaishya nikal gye Ye sab RSS wale padha rhe hai
@dharmvirsingh40314 ай бұрын
@@theAditya-tn8hi शाबास ! पूरा विश्व ही ख़ाज़पूत है🤪
@dushyantsingh66532 ай бұрын
@@dharmvirsingh4031tere kyo mirchi lag rahi hain Rajputana ki soriya gatha sunkar Khaj to tere ho gai hain Rajputana history Bap hain thakur
@dharmvirsingh40312 ай бұрын
@@dushyantsingh6653 राजपूतों की सूअर गाथा
@ParveenRana-p4mКүн бұрын
@@dharmvirsingh4031tere baap hai kstriya
@dhanendrasingh1734 Жыл бұрын
एकदम यथार्थ हुकम, हमारे एक विद्यार्थी हैं वह गर्ग गोत्र के वैश्य हैं। वह आपकी बात से पूरी तरह से इत्तेफाक रखते हैं
@steelcross628 Жыл бұрын
"@dhanendrasingh1734 Mera ek swal hai Kol log kaun hain Jinke bare mein Compitition Exam mein bhi Padaya Jata hai ki Woh Chandra Vansh ke Raja Gandhar ke Joh Putra kol hain unse Kol Vansh Chala hai thodi Iski Jankari dijye🙏"
@steelcross628 Жыл бұрын
"@dhanendrasingh1734 thoda in Mahabharat ke Slokon par Jankari dijye Jinmein Kol jise Koli aur Kori bhi bolne lage unko Purana Kastriye Bataya hai please "महाभारत गीता प्रेस गोरखपुर अनुवादक- साहित्याचार्य पंडित रामनारायण दत्त शास्त्री पाण्डेय 'राम' महाभारत पर्व १३ अनुशासन पर्व - दान धर्म पर्व - अध्याय - ३३ श्लोकः २२,२३ संस्कृत श्लोकः२२,२३ द्रविड़ाश्र्च कलिंग्डाश्र्च पुलिन्दाश्र्चाप्युशीनरा:। *कोलिसर्पा* माहिषकास्ता क्षत्रियजातय:।।२२।। वृषलत्वं परिगता ब्राह्मणानामदर्शनात्। श्रेयान् परआजयस्तेभ्यो न जयो जयतां वर।।२३।। हिंदी अनुवाद: २२,२३ विजयी वीरों में श्रेष्ठ नरेश! द्रविड़, कलिंग, पुलिंद, उशीनर, *कोलिसर्प* और महिषक आदि क्षत्रीय जातियां भी ब्राह्मणो की कृपा दृष्टि न मिलने से ही शूद्र हो गई ब्राह्मणो से हार मान लेने में ही कल्याण है, उन्हें हरण अच्छा नहीं है।।२२-२३।। महाभारत बोरी संस्करण प्रधान सम्पादक- डॉ. पं० श्रीपाद दामोदर सातवलेकर महाभारत पर्व - १३अनुशासन पर्व - दान धर्म पर्व - अध्याय - ३३ श्लोक: २० पृष्ठ नं. २६६ संस्कृत श्लोकः२० द्रविड़ाश्र्च कलिंग्डाश्र्च पुलिन्दाश्र्चाप्युशीनरा:। *कौला:* सर्पा माहिषकास्ता: क्षत्रियजातय:।।२०।। हिंदी अनुवाद: श्लोकः२० द्रविड, कलिंग पुलिन्दा उसिनार *कौल* सर्प और महिषक प्रभृति क्षत्रिये जातिया ।।२०।। Mahabharat Primal Publication Translation- MN Dutt Edited- Dr. Ishwar Chandra Sharma Dr. O.N Bimali Mahabharta Parva- 13 Anushasana Parva- Chapter-33 Verse: 22,23 Page no. 178 Sanskrit Sloka: 22, 23 द्रविड़ाश्र्च कलिंग्डाश्र्च पुलिन्दाश्र्चाप्युशीनरा:। कोलिसर्पा माहिषकास्ता क्षत्रियजातय:।।22।। वृषलत्वं परिगता ब्राह्मणानामदर्शनात्। श्रेयान् परआजयस्तेभ्यो न जयो जयतां वर।।23।। English Translation Sanskrit Sloka- 22, 23 The Dravidas, The Kalingas, The Pulindas, The Ushinaras, The Kolisarpas, The Mahishakas, and other Kastriyas, have account of the absence of Bhramans from among their midst, become degraded into shudras. Defeat from them is preferable to victory, O foremost of Victorious Persons।।22,23।। Kirpya iske baare mein Batayein🙏🙏"
@steelcross628 Жыл бұрын
"@dhanendrasingh1734 Kol Janjati ki Utpati Chandra Vansh ke Raja Gandhar ke Putra kol kzbin.info/www/bejne/o3PKkn2lm695acUsi=reQqvgfDUgvOq5dg Ispe Jankari Dijiye 🙏"
@PankajSingh-vt6pm Жыл бұрын
अति उत्तम जानकारी
@steelcross628 Жыл бұрын
"@PankajSingh-vt6pm Mera ek swal hai Kol log kaun hain Jinke bare mein Compitition Exam mein bhi Padaya Jata hai ki Woh Chandra Vansh ke Raja Gandhar ke Joh Putra kol hain unse Kol Vansh Chala hai kzbin.info/www/bejne/o3PKkn2lm695acUsi=reQqvgfDUgvOq5dg thodi Iski Jankari dijye🙏"
@steelcross628 Жыл бұрын
"@PankajSingh-vt6pm thoda in Mahabharat ke Slokon par Jankari dijye Jinmein Kol jisko Koli or Kori bolne lage usko Purana Kastriye Bataya hai please "महाभारत गीता प्रेस गोरखपुर अनुवादक- साहित्याचार्य पंडित रामनारायण दत्त शास्त्री पाण्डेय 'राम' महाभारत पर्व १३ अनुशासन पर्व - दान धर्म पर्व - अध्याय - ३३ श्लोकः २२,२३ संस्कृत श्लोकः२२,२३ द्रविड़ाश्र्च कलिंग्डाश्र्च पुलिन्दाश्र्चाप्युशीनरा:। *कोलिसर्पा* माहिषकास्ता क्षत्रियजातय:।।२२।। वृषलत्वं परिगता ब्राह्मणानामदर्शनात्। श्रेयान् परआजयस्तेभ्यो न जयो जयतां वर।।२३।। हिंदी अनुवाद: २२,२३ विजयी वीरों में श्रेष्ठ नरेश! द्रविड़, कलिंग, पुलिंद, उशीनर, *कोलिसर्प* और महिषक आदि क्षत्रीय जातियां भी ब्राह्मणो की कृपा दृष्टि न मिलने से ही शूद्र हो गई ब्राह्मणो से हार मान लेने में ही कल्याण है, उन्हें हरण अच्छा नहीं है।।२२-२३।। महाभारत बोरी संस्करण प्रधान सम्पादक- डॉ. पं० श्रीपाद दामोदर सातवलेकर महाभारत पर्व - १३अनुशासन पर्व - दान धर्म पर्व - अध्याय - ३३ श्लोक: २० पृष्ठ नं. २६६ संस्कृत श्लोकः२० द्रविड़ाश्र्च कलिंग्डाश्र्च पुलिन्दाश्र्चाप्युशीनरा:। *कौला:* सर्पा माहिषकास्ता: क्षत्रियजातय:।।२०।। हिंदी अनुवाद: श्लोकः२० द्रविड, कलिंग पुलिन्दा उसिनार *कौल* सर्प और महिषक प्रभृति क्षत्रिये जातिया ।।२०।। Mahabharat Primal Publication Translation- MN Dutt Edited- Dr. Ishwar Chandra Sharma Dr. O.N Bimali Mahabharta Parva- 13 Anushasana Parva- Chapter-33 Verse: 22,23 Page no. 178 Sanskrit Sloka: 22, 23 द्रविड़ाश्र्च कलिंग्डाश्र्च पुलिन्दाश्र्चाप्युशीनरा:। कोलिसर्पा माहिषकास्ता क्षत्रियजातय:।।22।। वृषलत्वं परिगता ब्राह्मणानामदर्शनात्। श्रेयान् परआजयस्तेभ्यो न जयो जयतां वर।।23।। English Translation Sanskrit Sloka- 22, 23 The Dravidas, The Kalingas, The Pulindas, The Ushinaras, The Kolisarpas, The Mahishakas, and other Kastriyas, have account of the absence of Bhramans from among their midst, become degraded into shudras. Defeat from them is preferable to victory, O foremost of Victorious Persons।।22,23।। Kirpya iske baare mein Batayein🙏🙏"
@steelcross628 Жыл бұрын
"@PankajSingh-vt6pm Kol Janjati ki Utpati Chandra Vansh ke Raja Gandhar ke Putra kol kzbin.info/www/bejne/o3PKkn2lm695acUsi=reQqvgfDUgvOq5dg Ispe Jankari Dijiye 🙏"
@royalemall5 ай бұрын
महोदय मैं मल्ल कुरुवंशीय क्षत्रिय हूं जो सबसे प्राचीनतम क्षत्रिय समाज है।
@royalemall5 ай бұрын
धन्यवाद,🌹आपका स्वागत 🌹
@rajeshkumarmall88834 ай бұрын
मल्ल तो वत्सीय अति प्राचीन बौद्ध काल से पहले खत्तीय बोला जाता था। मल्लो के गड्डराज्य की राजधानी कुशीनारा और पावापुरी थी।
@sawai4875 Жыл бұрын
बहुत सुंदर जानकारी के लिए साधुवाद
@steelcross628 Жыл бұрын
"@sawai4875 Mera ek swal hai Kol log kaun hain Jinke bare mein Compitition Exam mein bhi Padaya Jata hai ki Woh Chandra Vansh ke Raja Gandhar ke Joh Putra kol hain unse Kol Vansh Chala hai thodi Iski Jankari dijye🙏"
@steelcross628 Жыл бұрын
"@sawai4875 "@Siya Singh thoda in Mahabharat ke Slokon par Jankari dijye Jinmein Kol jise Koli aur Kori bolne lage usko Purana Kastriye Bataya hai please "महाभारत गीता प्रेस गोरखपुर अनुवादक- साहित्याचार्य पंडित रामनारायण दत्त शास्त्री पाण्डेय 'राम' महाभारत पर्व १३ अनुशासन पर्व - दान धर्म पर्व - अध्याय - ३३ श्लोकः २२,२३ संस्कृत श्लोकः२२,२३ द्रविड़ाश्र्च कलिंग्डाश्र्च पुलिन्दाश्र्चाप्युशीनरा:। *कोलिसर्पा* माहिषकास्ता क्षत्रियजातय:।।२२।। वृषलत्वं परिगता ब्राह्मणानामदर्शनात्। श्रेयान् परआजयस्तेभ्यो न जयो जयतां वर।।२३।। हिंदी अनुवाद: २२,२३ विजयी वीरों में श्रेष्ठ नरेश! द्रविड़, कलिंग, पुलिंद, उशीनर, *कोलिसर्प* और महिषक आदि क्षत्रीय जातियां भी ब्राह्मणो की कृपा दृष्टि न मिलने से ही शूद्र हो गई ब्राह्मणो से हार मान लेने में ही कल्याण है, उन्हें हरण अच्छा नहीं है।।२२-२३।। महाभारत बोरी संस्करण प्रधान सम्पादक- डॉ. पं० श्रीपाद दामोदर सातवलेकर महाभारत पर्व - १३अनुशासन पर्व - दान धर्म पर्व - अध्याय - ३३ श्लोक: २० पृष्ठ नं. २६६ संस्कृत श्लोकः२० द्रविड़ाश्र्च कलिंग्डाश्र्च पुलिन्दाश्र्चाप्युशीनरा:। *कौला:* सर्पा माहिषकास्ता: क्षत्रियजातय:।।२०।। हिंदी अनुवाद: श्लोकः२० द्रविड, कलिंग पुलिन्दा उसिनार *कौल* सर्प और महिषक प्रभृति क्षत्रिये जातिया ।।२०।। Mahabharat Primal Publication Translation- MN Dutt Edited- Dr. Ishwar Chandra Sharma Dr. O.N Bimali Mahabharta Parva- 13 Anushasana Parva- Chapter-33 Verse: 22,23 Page no. 178 Sanskrit Sloka: 22, 23 द्रविड़ाश्र्च कलिंग्डाश्र्च पुलिन्दाश्र्चाप्युशीनरा:। कोलिसर्पा माहिषकास्ता क्षत्रियजातय:।।22।। वृषलत्वं परिगता ब्राह्मणानामदर्शनात्। श्रेयान् परआजयस्तेभ्यो न जयो जयतां वर।।23।। English Translation Sanskrit Sloka- 22, 23 The Dravidas, The Kalingas, The Pulindas, The Ushinaras, The Kolisarpas, The Mahishakas, and other Kastriyas, have account of the absence of Bhramans from among their midst, become degraded into shudras. Defeat from them is preferable to victory, O foremost of Victorious Persons।।22,23।। Kirpya iske baare mein Batayein🙏🙏"
@steelcross628 Жыл бұрын
"@sawai4875 Kol Janjati ki Utpati Chandra Vansh ke Raja Gandhar ke Putra kol kzbin.info/www/bejne/o3PKkn2lm695acUsi=reQqvgfDUgvOq5dg Ispe Jankari Dijiye 🙏"
@RajendraSingh-mt2qn2 ай бұрын
जीते जी मोक्ष है बहुत बड़ा सवाल या चीन है श्रीमान इसमें बहुत बड़ा पेज है श्रीमानजी
@msgurjarsingh22026 ай бұрын
क्षत्रिय वीर गुर्जर और शूद्र स्त्री से उत्पन्न संतान राजपूत कहलाई -ब्रह्मवैवर्तय पुराण पढ लें 😂😂😂
@HimanshuKumar-ig2kf6 ай бұрын
Gujjar doodh nikalne wala gowar hai jinke aaj bhi aage badhane ke liye reservation dena padta hai
@YogendraSingh-ss7tk5 ай бұрын
भोषणी के तुम्हारे गर की औरते हमारे यहा दूध पहुँचाती थी वही हमारे पूर्वजो ने गलती करदी तुम्हारे घर मे हमारी नाजायज औलाद पैदा हो गई, आज भी तुम एस सी,एस टी आरछण की मांग करते हो बनना चाहते हो क्षत्रीय
@LionelMessi-nw1cb5 ай бұрын
gurjar sudra caste
@Jaiswarkoormi175 ай бұрын
😅
@kstomar2465 ай бұрын
किसी भी jati के साथ tumhara vaivahik sambandh हो jata है kshatriyon को Rajput to बहुत baad mein kaha gya है इनका hajaaron Saal ka itihas है tum Jo kuchh Rajput kshatriyon ke Gotra वाले हो wo sab rajaon ki rakhail ke Putra ho वाकी tumhare sabhi ke gotra bhi alag हैं और भाई bina itihas ki jankari ke galat mat likho. Raja man singh tomar ke 7 kshatriya Rajput rani thi और एक gujari से भी vivah किया jise kshatrani raniyon ke Mahal से alag rakha gaya और उस gujari ki aulad aaj bhi gwalior ke pas maujud है और vah sab gujar hi हैं और इनके riste आते gujari mein hi हैं वैसे gujar भी to हमारे भाई हैं लेकिन galat afvah ठीक नहीं
@lalankumarsingh85644 ай бұрын
Bahut Achhi jankari Naruka sahab.jai Rajputana. From L K Singh.
@SOHANSINGH-hr8yl4 ай бұрын
Bahut bahut dhanyvad
@siyasinghvlogs14 Жыл бұрын
परमार वंश पर विस्तृत जानकारी प्रदान करे हुकुम.. या फिर कोई source बताए जहा से ये ज्ञान प्राप्त हो सके।। धन्यवाद.
@steelcross628 Жыл бұрын
"@Siya Singh Mera ek swal hai Kol log kaun hain Jinke bare mein Compitition Exam mein bhi Padaya Jata hai ki Woh Chandra Vansh ke Raja Gandhar ke Joh Putra kol hain unse Kol Vansh Chala hai thodi Iski Jankari dijye"
@steelcross628 Жыл бұрын
"@Siya Singh thoda in Mahabharat ke Slokon par Jankari dijye Jinmein Kol aur Koli ko Purana Kastriye Bataya hai please "महाभारत गीता प्रेस गोरखपुर अनुवादक- साहित्याचार्य पंडित रामनारायण दत्त शास्त्री पाण्डेय 'राम' महाभारत पर्व १३ अनुशासन पर्व - दान धर्म पर्व - अध्याय - ३३ श्लोकः २२,२३ संस्कृत श्लोकः२२,२३ द्रविड़ाश्र्च कलिंग्डाश्र्च पुलिन्दाश्र्चाप्युशीनरा:। *कोलिसर्पा* माहिषकास्ता क्षत्रियजातय:।।२२।। वृषलत्वं परिगता ब्राह्मणानामदर्शनात्। श्रेयान् परआजयस्तेभ्यो न जयो जयतां वर।।२३।। हिंदी अनुवाद: २२,२३ विजयी वीरों में श्रेष्ठ नरेश! द्रविड़, कलिंग, पुलिंद, उशीनर, *कोलिसर्प* और महिषक आदि क्षत्रीय जातियां भी ब्राह्मणो की कृपा दृष्टि न मिलने से ही शूद्र हो गई ब्राह्मणो से हार मान लेने में ही कल्याण है, उन्हें हरण अच्छा नहीं है।।२२-२३।। महाभारत बोरी संस्करण प्रधान सम्पादक- डॉ. पं० श्रीपाद दामोदर सातवलेकर महाभारत पर्व - १३अनुशासन पर्व - दान धर्म पर्व - अध्याय - ३३ श्लोक: २० पृष्ठ नं. २६६ संस्कृत श्लोकः२० द्रविड़ाश्र्च कलिंग्डाश्र्च पुलिन्दाश्र्चाप्युशीनरा:। *कौला:* सर्पा माहिषकास्ता: क्षत्रियजातय:।।२०।। हिंदी अनुवाद: श्लोकः२० द्रविड, कलिंग पुलिन्दा उसिनार *कौल* सर्प और महिषक प्रभृति क्षत्रिये जातिया ।।२०।। Mahabharat Primal Publication Translation- MN Dutt Edited- Dr. Ishwar Chandra Sharma Dr. O.N Bimali Mahabharta Parva- 13 Anushasana Parva- Chapter-33 Verse: 22,23 Page no. 178 Sanskrit Sloka: 22, 23 द्रविड़ाश्र्च कलिंग्डाश्र्च पुलिन्दाश्र्चाप्युशीनरा:। कोलिसर्पा माहिषकास्ता क्षत्रियजातय:।।22।। वृषलत्वं परिगता ब्राह्मणानामदर्शनात्। श्रेयान् परआजयस्तेभ्यो न जयो जयतां वर।।23।। English Translation Sanskrit Sloka- 22, 23 The Dravidas, The Kalingas, The Pulindas, The Ushinaras, The Kolisarpas, The Mahishakas, and other Kastriyas, have account of the absence of Bhramans from among their midst, become degraded into shudras. Defeat from them is preferable to victory, O foremost of Victorious Persons।।22,23।। Kirpya iske baare mein Batayein🙏🙏"
@jagmalsinghsodha6466 Жыл бұрын
Bahut ach video h shekhawat sab
@steelcross628 Жыл бұрын
"@jagmalsinghsodha6466 Mera ek swal hai Kol log kaun hain Jinke bare mein Compitition Exam mein bhi Padaya Jata hai ki Woh Chandra Vansh ke Raja Gandhar ke Joh Putra kol hain unse Kol Vansh Chala hai thodi Iski Jankari dijye🙏"
@steelcross628 Жыл бұрын
"@jagmalsinghsodha6466 thoda in Mahabharat ke Slokon par Jankari dijye Jinmein Kol jise Koli aur Kori bhi bolne lage unko Purana Kastriye Bataya hai please "महाभारत गीता प्रेस गोरखपुर अनुवादक- साहित्याचार्य पंडित रामनारायण दत्त शास्त्री पाण्डेय 'राम' महाभारत पर्व १३ अनुशासन पर्व - दान धर्म पर्व - अध्याय - ३३ श्लोकः २२,२३ संस्कृत श्लोकः२२,२३ द्रविड़ाश्र्च कलिंग्डाश्र्च पुलिन्दाश्र्चाप्युशीनरा:। *कोलिसर्पा* माहिषकास्ता क्षत्रियजातय:।।२२।। वृषलत्वं परिगता ब्राह्मणानामदर्शनात्। श्रेयान् परआजयस्तेभ्यो न जयो जयतां वर।।२३।। हिंदी अनुवाद: २२,२३ विजयी वीरों में श्रेष्ठ नरेश! द्रविड़, कलिंग, पुलिंद, उशीनर, *कोलिसर्प* और महिषक आदि क्षत्रीय जातियां भी ब्राह्मणो की कृपा दृष्टि न मिलने से ही शूद्र हो गई ब्राह्मणो से हार मान लेने में ही कल्याण है, उन्हें हरण अच्छा नहीं है।।२२-२३।। महाभारत बोरी संस्करण प्रधान सम्पादक- डॉ. पं० श्रीपाद दामोदर सातवलेकर महाभारत पर्व - १३अनुशासन पर्व - दान धर्म पर्व - अध्याय - ३३ श्लोक: २० पृष्ठ नं. २६६ संस्कृत श्लोकः२० द्रविड़ाश्र्च कलिंग्डाश्र्च पुलिन्दाश्र्चाप्युशीनरा:। *कौला:* सर्पा माहिषकास्ता: क्षत्रियजातय:।।२०।। हिंदी अनुवाद: श्लोकः२० द्रविड, कलिंग पुलिन्दा उसिनार *कौल* सर्प और महिषक प्रभृति क्षत्रिये जातिया ।।२०।। Mahabharat Primal Publication Translation- MN Dutt Edited- Dr. Ishwar Chandra Sharma Dr. O.N Bimali Mahabharta Parva- 13 Anushasana Parva- Chapter-33 Verse: 22,23 Page no. 178 Sanskrit Sloka: 22, 23 द्रविड़ाश्र्च कलिंग्डाश्र्च पुलिन्दाश्र्चाप्युशीनरा:। कोलिसर्पा माहिषकास्ता क्षत्रियजातय:।।22।। वृषलत्वं परिगता ब्राह्मणानामदर्शनात्। श्रेयान् परआजयस्तेभ्यो न जयो जयतां वर।।23।। English Translation Sanskrit Sloka- 22, 23 The Dravidas, The Kalingas, The Pulindas, The Ushinaras, The Kolisarpas, The Mahishakas, and other Kastriyas, have account of the absence of Bhramans from among their midst, become degraded into shudras. Defeat from them is preferable to victory, O foremost of Victorious Persons।।22,23।। Kirpya iske baare mein Batayein🙏🙏"
@jagmalsinghsodha6466 Жыл бұрын
@@steelcross628 bhai ji ye sahal unse puche jo us wans se belong karte hai .hame hamare sanskaro ka pata h . Eska matlab ye nahi ki hamko sare wargo ka etihas ptta h . kripya karke eska utar etihasvido se puchiye jo inki jaankari rakhte h . thanks
@satpalsingh3193 Жыл бұрын
Ati Uttam jankari hukum.
@steelcross628 Жыл бұрын
"@satpalsingh3193 Mera ek swal hai Kol log kaun hain Jinke bare mein Compitition Exam mein bhi Padaya Jata hai ki Woh Chandra Vansh ke Raja Gandhar ke Joh Putra kol hain unse Kol Vansh Chala hai thodi Iski Jankari dijye🙏"
@steelcross628 Жыл бұрын
"@satpalsingh3193 thoda in Mahabharat ke Slokon par Jankari dijye Jinmein Kol jise Koli aur Kori bhi bolne lage unko Purana Kastriye Bataya hai please "महाभारत गीता प्रेस गोरखपुर अनुवादक- साहित्याचार्य पंडित रामनारायण दत्त शास्त्री पाण्डेय 'राम' महाभारत पर्व १३ अनुशासन पर्व - दान धर्म पर्व - अध्याय - ३३ श्लोकः २२,२३ संस्कृत श्लोकः२२,२३ द्रविड़ाश्र्च कलिंग्डाश्र्च पुलिन्दाश्र्चाप्युशीनरा:। *कोलिसर्पा* माहिषकास्ता क्षत्रियजातय:।।२२।। वृषलत्वं परिगता ब्राह्मणानामदर्शनात्। श्रेयान् परआजयस्तेभ्यो न जयो जयतां वर।।२३।। हिंदी अनुवाद: २२,२३ विजयी वीरों में श्रेष्ठ नरेश! द्रविड़, कलिंग, पुलिंद, उशीनर, *कोलिसर्प* और महिषक आदि क्षत्रीय जातियां भी ब्राह्मणो की कृपा दृष्टि न मिलने से ही शूद्र हो गई ब्राह्मणो से हार मान लेने में ही कल्याण है, उन्हें हरण अच्छा नहीं है।।२२-२३।। महाभारत बोरी संस्करण प्रधान सम्पादक- डॉ. पं० श्रीपाद दामोदर सातवलेकर महाभारत पर्व - १३अनुशासन पर्व - दान धर्म पर्व - अध्याय - ३३ श्लोक: २० पृष्ठ नं. २६६ संस्कृत श्लोकः२० द्रविड़ाश्र्च कलिंग्डाश्र्च पुलिन्दाश्र्चाप्युशीनरा:। *कौला:* सर्पा माहिषकास्ता: क्षत्रियजातय:।।२०।। हिंदी अनुवाद: श्लोकः२० द्रविड, कलिंग पुलिन्दा उसिनार *कौल* सर्प और महिषक प्रभृति क्षत्रिये जातिया ।।२०।। Mahabharat Primal Publication Translation- MN Dutt Edited- Dr. Ishwar Chandra Sharma Dr. O.N Bimali Mahabharta Parva- 13 Anushasana Parva- Chapter-33 Verse: 22,23 Page no. 178 Sanskrit Sloka: 22, 23 द्रविड़ाश्र्च कलिंग्डाश्र्च पुलिन्दाश्र्चाप्युशीनरा:। कोलिसर्पा माहिषकास्ता क्षत्रियजातय:।।22।। वृषलत्वं परिगता ब्राह्मणानामदर्शनात्। श्रेयान् परआजयस्तेभ्यो न जयो जयतां वर।।23।। English Translation Sanskrit Sloka- 22, 23 The Dravidas, The Kalingas, The Pulindas, The Ushinaras, The Kolisarpas, The Mahishakas, and other Kastriyas, have account of the absence of Bhramans from among their midst, become degraded into shudras. Defeat from them is preferable to victory, O foremost of Victorious Persons।।22,23।। Kirpya iske baare mein Batayein🙏🙏"
@steelcross628 Жыл бұрын
"@satpalsingh3193 Kol Janjati ki Utpati Chandra Vansh ke Raja Gandhar ke Putra kol kzbin.info/www/bejne/o3PKkn2lm695acUsi=reQqvgfDUgvOq5dg Ispe Jankari Dijiye 🙏"
@er.jagdishmeghwal93916 ай бұрын
Janm se insan insan hota hai ,sudra nahi hota hai
@crazy_world64511 ай бұрын
क्या य़ह कार्य हुकुम वैवाहिक संबंध अर्थार्त एक अग्रवाल की एक राजपूत से शादी करवाकर हो सकता हैं?
@gyandarpan11 ай бұрын
शादी ब्याह नितांत व्यक्तिगत होते हैं । बात वैवाहिक संबंधों की नहीं, बात भाई चारे की है ।
@crazy_world64511 ай бұрын
@@gyandarpan hukum . परंतु क्या किसी और समाज मे शादी करने की आज्ञा क्षत्रिय धर्म देता हैं ?
@saynomore302911 ай бұрын
@@crazy_world645 agar dudh ek br ft jata h tu use dudh nhi bapis bnaya ja skta....to jwab h ji bilkul bhi nhi agar koi kshtriye dusri jaati me shadi krta h to bo kshtriye nhi rehta uska kshtriya samaj se puran teh tyag ho jata h na hi uske pitar rehte h na kul devta or na hi mrne k baad bo pitr bn ta h, yagya hawan puja paath ka bhi usey adhikar nhi hota kyuki bo lagta nhi devi devta accept nhi krte or aulaad bhi varnsankar maani jaati h, dekhiye purvajo ko purani pishdi soch bale aj k log muh khol k fta ft se bol dete h, pr pta hona chahiye purvaj bina bjah koi baat or koi kaam nhi krte the, hum to shastra puran nhi pdhte bo log pdhte the, kshtriye hr chij ko lekr pke the chahe yudh ho ja yudh niyam, chahe shadi ho ja sanskar
@arjunkshatriya176910 ай бұрын
@@crazy_world645 nahin agrawal vaishya samaj ke hain maharaj agrasen ne kshatra dharm chod diya tha to aap apni beti bate ka vivah ek kshatriya ke hi parivar mein kariyega.
@exotic_india6 ай бұрын
@@gyandarpan अकबर के वक़्त मुग़लों की राजपूतों से कुल 34 शादियां हुईं. इसके बाद तो मानो रास्ता खुल गया. जहांगीर के वक़्त 7, शाहजहां के वक़्त 4 और औरंगज़ेब के वक़्त मुग़ल शासकों की राजपूतों से कुल 8 शादियां हुईं. जहांगीर की मां मरियम उज़ ज़मानी यानी जोधाबाई राजपूत महिला थी (हालांकि इसे लेकर विवाद भी है). मगर जहांगीर की हिंदू पत्नी जगत गोसाईं शाहजहां की मां थीं. 1562 से लेकर 1707 में औरंगज़ेब की मौत तक इन मुग़ल शासकों ने राजपूतों के साथ शादियां की थीं. जिनमें से तक़रीबन सभी के रिकॉर्ड मौजूद हैं. आइए डालते हैं मुग़ल-राजपूत वैवाहिक संबंधों पर एक नजर - जनवरी 1562- राजा भारमल की बेटी से अकबर की शादी (कछवाहा-अंबेर) - 15 नवंबर 1570- राय कल्याण सिंह की भतीजी से अकबर की शादी (राठौर-बीकानेर) - 1570- मालदेव की बेटी रुक्मावती का अकबर से विवाह (राठौर-जोधपुर) - 1573 - नगरकोट के राजा जयचंद की बेटी से अकबर की शादी (नगरकोट) - मार्च 1577- डूंगरपुर के रावल की बेटी से अकबर का विवाह (गहलोत-डूंगरपुर) - 1581- केशवदास की बेटी की अकबर से शादी (राठौर-मोरता) - 16 फरवरी, 1584- भगवंत दास की बेटी से राजकुमार सलीम (जहांगीर) की शादी (कछवाहा-आंबेर) - 1587- जोधपुर के मोटा राजा की बेटी से जहांगीर का विवाह (राठौर-जोधपुर) - 2 अक्टूबर 1595- रायमल की बेटी से अकबर के बेटे दानियाल का विवाह (राठौर-जोधपुर) - 28 मई 1608- राजा जगत सिंह की बेटी से जहांगीर की शादी (कछवाहा-आंबेर) - 1 फरवरी, 1609- रामचंद्र बुंदेला की बेटी से जहांगीर का विवाह (बुंदेला, ओरछा) - अप्रैल 1624- राजा गजसिंह की बहन से जहांगीर के बेटे राजकुमार परवेज की शादी (राठौर-जोधपुर) - 1654- राजा अमर सिंह की बेटी से दाराशिकोह के बेटे सुलेमान की शादी (राठौर-नागौर) - 17 नवंबर 1661- किशनगढ़ के राजा रूपसिंह राठौर की बेटी से औरंगज़ेब के बेटे मो. मुअज़्ज़म की शादी (राठौर-किशनगढ़) - 5 जुलाई 1678- राजा जयसिंह के बेटे कीरत सिंह की बेटी से औरंगज़ेब के बेटे मो. आज़म की शादी (कछवाहा-आंबेर) - 30 जुलाई 1681- अमरचंद की बेटी औरंगज़ेब के बेटे कामबख्श की शादी (शेखावत-मनोहरपुर)
@un9n7334 күн бұрын
Bhaisaab me panwar hu koi batao ki Panwar gotra rajput, jat, jatt, gurjar, Nayak, Mochi, Khatik, Musalman in sab me kese chla gya 😢
@ksm8502 Жыл бұрын
Nice👍
@steelcross628 Жыл бұрын
"@ksm8502 Mera ek swal hai Kol log kaun hain Jinke bare mein Compitition Exam mein bhi Padaya Jata hai ki Woh Chandra Vansh ke Raja Gandhar ke Joh Putra kol hain unse Kol Vansh Chala hai thodi Iski Jankari dijye🙏"
@steelcross628 Жыл бұрын
"@ksm8502 thoda in Mahabharat ke Slokon par Jankari dijye Jinmein Kol jise Koli aur Kori bhi bolne lage unko Purana Kastriye Bataya hai please "महाभारत गीता प्रेस गोरखपुर अनुवादक- साहित्याचार्य पंडित रामनारायण दत्त शास्त्री पाण्डेय 'राम' महाभारत पर्व १३ अनुशासन पर्व - दान धर्म पर्व - अध्याय - ३३ श्लोकः २२,२३ संस्कृत श्लोकः२२,२३ द्रविड़ाश्र्च कलिंग्डाश्र्च पुलिन्दाश्र्चाप्युशीनरा:। *कोलिसर्पा* माहिषकास्ता क्षत्रियजातय:।।२२।। वृषलत्वं परिगता ब्राह्मणानामदर्शनात्। श्रेयान् परआजयस्तेभ्यो न जयो जयतां वर।।२३।। हिंदी अनुवाद: २२,२३ विजयी वीरों में श्रेष्ठ नरेश! द्रविड़, कलिंग, पुलिंद, उशीनर, *कोलिसर्प* और महिषक आदि क्षत्रीय जातियां भी ब्राह्मणो की कृपा दृष्टि न मिलने से ही शूद्र हो गई ब्राह्मणो से हार मान लेने में ही कल्याण है, उन्हें हरण अच्छा नहीं है।।२२-२३।। महाभारत बोरी संस्करण प्रधान सम्पादक- डॉ. पं० श्रीपाद दामोदर सातवलेकर महाभारत पर्व - १३अनुशासन पर्व - दान धर्म पर्व - अध्याय - ३३ श्लोक: २० पृष्ठ नं. २६६ संस्कृत श्लोकः२० द्रविड़ाश्र्च कलिंग्डाश्र्च पुलिन्दाश्र्चाप्युशीनरा:। *कौला:* सर्पा माहिषकास्ता: क्षत्रियजातय:।।२०।। हिंदी अनुवाद: श्लोकः२० द्रविड, कलिंग पुलिन्दा उसिनार *कौल* सर्प और महिषक प्रभृति क्षत्रिये जातिया ।।२०।। Mahabharat Primal Publication Translation- MN Dutt Edited- Dr. Ishwar Chandra Sharma Dr. O.N Bimali Mahabharta Parva- 13 Anushasana Parva- Chapter-33 Verse: 22,23 Page no. 178 Sanskrit Sloka: 22, 23 द्रविड़ाश्र्च कलिंग्डाश्र्च पुलिन्दाश्र्चाप्युशीनरा:। कोलिसर्पा माहिषकास्ता क्षत्रियजातय:।।22।। वृषलत्वं परिगता ब्राह्मणानामदर्शनात्। श्रेयान् परआजयस्तेभ्यो न जयो जयतां वर।।23।। English Translation Sanskrit Sloka- 22, 23 The Dravidas, The Kalingas, The Pulindas, The Ushinaras, The Kolisarpas, The Mahishakas, and other Kastriyas, have account of the absence of Bhramans from among their midst, become degraded into shudras. Defeat from them is preferable to victory, O foremost of Victorious Persons।।22,23।। Kirpya iske baare mein Batayein🙏🙏"
@AnilKumar-yk7ef5 ай бұрын
Gyan Darpan Par kiya koi Veshey Kshtriya ho sakta he,? Vartalap Acha laga, Like Yah Madhy yug ki baten he Aaj Sabko saman Man kar chale yahi Sarvsheth he, I Like your channel Dhanyawad
@rupindernayak616310 ай бұрын
श्रीमान नायक समाज किस वर्ग में है
@KrishnyaduvanshiАй бұрын
✍🏻वसुदेव जी+देवकी+रोहणी दो पुत्र बलराम व कृष्ण बहन सुभद्रा। और नंदबाबा+यशोदा की एक पुत्री योगमाया (माँ दुर्गा) है। ✍🏻नंदबाबा और वसुदेव जी एक ही गोत्र के वृष्णि वंशी यादव थे। नंदबाबा वसुदेव जी के चचेरे भाई थे। और चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है। ✍🏻ठाकुर, अहीर, सिंह, राव साहब, ग्वाला/गोप...... यदुवंशियों को दी गई उपाधि है।
@SATaRaM-m8q28 күн бұрын
राजपूत समाज ने हमेशा दैस धर्म के लिए बलिदान दिया है जय श्री वीर तेजाजी महाराज कि जय श्री महाराणा प्रताप कि जय
@makhanGurjar-eu2im5 ай бұрын
क्या मुगल भी क्षत्रिय थे 😂😂😂
@Jaiswarkoormi175 ай бұрын
ha bhai tha 😂
@Yuvrai964 ай бұрын
@@ajaynain88फरजंद का मतलब बेटा होता है। जाट का मतलब झांट होता है। चुदरी नैन झांट
@mstomartomar813621 күн бұрын
हां गुर्जर असली मुगले हैं 😂😂😂
@shrigupt221113 күн бұрын
mughalo ke aate hi Kaun yudh liye khade huye battle of bayana battle of khanva
@shivbhaktedits1084 ай бұрын
मैं जाट हु, और मेरे दादी राजपूत है 😅, मेरा दादेरा चौहान राजपूतो के है 😊
@आदित्यराजपुत्र7772 ай бұрын
और तू हस रहा है
@shivbhaktedits1082 ай бұрын
@@आदित्यराजपुत्र777 कौन हस रहा है भाई ? मैं तो गर्व कर रहा हूं। जय चौहान जय जाट जय श्री राम
"@devilaljat6087 Mera ek swal hai Kol log kaun hain Jinke bare mein Compitition Exam mein bhi Padaya Jata hai ki Woh Chandra Vansh ke Raja Gandhar ke Joh Putra kol hain unse Kol Vansh Chala hai thodi Iski Jankari dijye🙏"
@steelcross628 Жыл бұрын
"@devilaljat6087 thoda in Mahabharat ke Slokon par Jankari dijye Jinmein Kol jise Koli aur Kori bhi bolne lage unko Purana Kastriye Bataya hai please "महाभारत गीता प्रेस गोरखपुर अनुवादक- साहित्याचार्य पंडित रामनारायण दत्त शास्त्री पाण्डेय 'राम' महाभारत पर्व १३ अनुशासन पर्व - दान धर्म पर्व - अध्याय - ३३ श्लोकः २२,२३ संस्कृत श्लोकः२२,२३ द्रविड़ाश्र्च कलिंग्डाश्र्च पुलिन्दाश्र्चाप्युशीनरा:। *कोलिसर्पा* माहिषकास्ता क्षत्रियजातय:।।२२।। वृषलत्वं परिगता ब्राह्मणानामदर्शनात्। श्रेयान् परआजयस्तेभ्यो न जयो जयतां वर।।२३।। हिंदी अनुवाद: २२,२३ विजयी वीरों में श्रेष्ठ नरेश! द्रविड़, कलिंग, पुलिंद, उशीनर, *कोलिसर्प* और महिषक आदि क्षत्रीय जातियां भी ब्राह्मणो की कृपा दृष्टि न मिलने से ही शूद्र हो गई ब्राह्मणो से हार मान लेने में ही कल्याण है, उन्हें हरण अच्छा नहीं है।।२२-२३।। महाभारत बोरी संस्करण प्रधान सम्पादक- डॉ. पं० श्रीपाद दामोदर सातवलेकर महाभारत पर्व - १३अनुशासन पर्व - दान धर्म पर्व - अध्याय - ३३ श्लोक: २० पृष्ठ नं. २६६ संस्कृत श्लोकः२० द्रविड़ाश्र्च कलिंग्डाश्र्च पुलिन्दाश्र्चाप्युशीनरा:। *कौला:* सर्पा माहिषकास्ता: क्षत्रियजातय:।।२०।। हिंदी अनुवाद: श्लोकः२० द्रविड, कलिंग पुलिन्दा उसिनार *कौल* सर्प और महिषक प्रभृति क्षत्रिये जातिया ।।२०।। Mahabharat Primal Publication Translation- MN Dutt Edited- Dr. Ishwar Chandra Sharma Dr. O.N Bimali Mahabharta Parva- 13 Anushasana Parva- Chapter-33 Verse: 22,23 Page no. 178 Sanskrit Sloka: 22, 23 द्रविड़ाश्र्च कलिंग्डाश्र्च पुलिन्दाश्र्चाप्युशीनरा:। कोलिसर्पा माहिषकास्ता क्षत्रियजातय:।।22।। वृषलत्वं परिगता ब्राह्मणानामदर्शनात्। श्रेयान् परआजयस्तेभ्यो न जयो जयतां वर।।23।। English Translation Sanskrit Sloka- 22, 23 The Dravidas, The Kalingas, The Pulindas, The Ushinaras, The Kolisarpas, The Mahishakas, and other Kastriyas, have account of the absence of Bhramans from among their midst, become degraded into shudras. Defeat from them is preferable to victory, O foremost of Victorious Persons।।22,23।। Kirpya iske baare mein Batayein🙏🙏"
@shaileshjain8361 Жыл бұрын
Kshriya kul sab se ucha kul hi
@bajrangsinghsinghchauhan2503 Жыл бұрын
यह विषय आपका नहीं है और आप कोई ग़लत टिप्पणी न करें। क्योंकि आप के शब्दों का दुरुपयोग कर आप के ही उपर हमला करते हैं
@vedikbharat94284 ай бұрын
प्रश्न यह है कि यह सब जातियां अपना अपना काम कर रही है कुछ जातियां तो बहुत अच्छी स्थिति में है तो फिर इनको क्षत्रिय में आना क्यों आना चाहिए
@SatyamMehra-cy6ee5 ай бұрын
Jay Shri Ram Hari govind singh chittodiya chidar tulsipar jila raisen mp bhopal gehlot ki chared shakha ki vanshsvsli batane ki kirpa kare ki ji jay bhavani shankrm
@kanawraramdevra61933 ай бұрын
Saab sabse jyada Kshatriya kull Mali Jaati mai jo Mohmmad Gori k smay alag hue hai 🙏
@RavindraVerma-r5wСағат бұрын
राजर्षि नरुका जी संपर्क हेतु फोन नं देने की कृपा करें
@Ashishsinghrajputkoli6 ай бұрын
जय कोली क्षत्रिय राजपूत सूर्यवंशी जय मांधाता
@KrishnyaduvanshiАй бұрын
✍🏻ठाकुर, अहीर, राव साहब, सिंह, ग्वाला........ कोई जाति नहीं है हम यदुवंशियों को दी गई उपाधि है। हम यदुवंशी(यादव) चंद्रवंशी क्षत्रिय कुल से है और यादव श्रेष्ठ दादा श्रीकृष्ण जी के वंशज है हम यदुवंशी।⚔️🇮🇳🛕🚩 ✍🏻उस टाइम पशु पालने वाली हर जाति को ग्वाला कहा जाता था जो लोग यादव जाति के नहीं थे उनको भी ग्वाला कहा जाता था क्योंकि वो पशु पालते थे! ✍🏻यादव श्रेष्ठ बलराम जी को हलधर और किसानों का भगवान माना जाता है। यदुवंशी क्षत्रिय धर्म निभाने के साथ-साथ कृषि का कार्य भी करते थे पशु पालन(गाय🐄) करते थे और क्षत्रिय धर्म का पालन करते हुए युध्द किये और राज किया। 🇮🇳🛕⚔️जय यादव जय माधव⚔️🛕🚩
@HimanshuKumar-ig2kf6 ай бұрын
Mai khud jab se surv hindu samaj me ghulne milne laga to meri ladne ki aur himsa ki pravarti khatam ho gyi
@OmOm-s9p6 ай бұрын
Jay rajputana Jay rajputana
@Munendrasaini-f4c6 ай бұрын
कच्छवाहो को काच्छी माली कहते हैं क्या ये क्षत्रिय है 😢
@jeevankushwaha70345 ай бұрын
माली अलग होता है काछी से
@Gulabi_gang3395 ай бұрын
नहीं ये टाईटल लगाते है
@SurendraSingh-ze9wh4 ай бұрын
Pahle kahan gaye the chhati likhane wale jab angrejon se ladai hui thi
@INDERPALSingh-dl5dt5 ай бұрын
M aur unicelular amoeba.dono hi direct bhagvan ne dharti par bheje hai Ham ishvar vanshi hai. Vah re hindu Dharm har jati dava karti hai ki vo suryawanshi aur rajputo ki santan hai Aare sab manav hone par proud kyu Nhi karte . Hindu dharm tuchch soch Walla dharm hai. Bhangi name was given to my community by Hinduism, ye jati tabhi tak mere uppar ladhi jati rhegi jab tak M apne ko hindu manunga , hindu dharm gaya jati gayi unch neech ya Bimari ki jad ye Hinduism hi hai Jai bhim Jai samvidhan Inderpal valmiki
@shaileshjain8361 Жыл бұрын
Mai jain hu mera kul Deora Chauhan hi
@sumersingh3605 Жыл бұрын
Jai jai rajpootana
@steelcross628 Жыл бұрын
"@sumersingh3605 Mera ek swal hai Kol log kaun hain Jinke bare mein Compitition Exam mein bhi Padaya Jata hai ki Woh Chandra Vansh ke Raja Gandhar ke Joh Putra kol hain unse Kol Vansh Chala hai thodi Iski Jankari dijye🙏"
@steelcross628 Жыл бұрын
"@sumersingh3605 thoda in Mahabharat ke Slokon par Jankari dijye Jinmein Kol jise Koli aur Kori bhi bolne lage unko Purana Kastriye Bataya hai please "महाभारत गीता प्रेस गोरखपुर अनुवादक- साहित्याचार्य पंडित रामनारायण दत्त शास्त्री पाण्डेय 'राम' महाभारत पर्व १३ अनुशासन पर्व - दान धर्म पर्व - अध्याय - ३३ श्लोकः २२,२३ संस्कृत श्लोकः२२,२३ द्रविड़ाश्र्च कलिंग्डाश्र्च पुलिन्दाश्र्चाप्युशीनरा:। *कोलिसर्पा* माहिषकास्ता क्षत्रियजातय:।।२२।। वृषलत्वं परिगता ब्राह्मणानामदर्शनात्। श्रेयान् परआजयस्तेभ्यो न जयो जयतां वर।।२३।। हिंदी अनुवाद: २२,२३ विजयी वीरों में श्रेष्ठ नरेश! द्रविड़, कलिंग, पुलिंद, उशीनर, *कोलिसर्प* और महिषक आदि क्षत्रीय जातियां भी ब्राह्मणो की कृपा दृष्टि न मिलने से ही शूद्र हो गई ब्राह्मणो से हार मान लेने में ही कल्याण है, उन्हें हरण अच्छा नहीं है।।२२-२३।। महाभारत बोरी संस्करण प्रधान सम्पादक- डॉ. पं० श्रीपाद दामोदर सातवलेकर महाभारत पर्व - १३अनुशासन पर्व - दान धर्म पर्व - अध्याय - ३३ श्लोक: २० पृष्ठ नं. २६६ संस्कृत श्लोकः२० द्रविड़ाश्र्च कलिंग्डाश्र्च पुलिन्दाश्र्चाप्युशीनरा:। *कौला:* सर्पा माहिषकास्ता: क्षत्रियजातय:।।२०।। हिंदी अनुवाद: श्लोकः२० द्रविड, कलिंग पुलिन्दा उसिनार *कौल* सर्प और महिषक प्रभृति क्षत्रिये जातिया ।।२०।। Mahabharat Primal Publication Translation- MN Dutt Edited- Dr. Ishwar Chandra Sharma Dr. O.N Bimali Mahabharta Parva- 13 Anushasana Parva- Chapter-33 Verse: 22,23 Page no. 178 Sanskrit Sloka: 22, 23 द्रविड़ाश्र्च कलिंग्डाश्र्च पुलिन्दाश्र्चाप्युशीनरा:। कोलिसर्पा माहिषकास्ता क्षत्रियजातय:।।22।। वृषलत्वं परिगता ब्राह्मणानामदर्शनात्। श्रेयान् परआजयस्तेभ्यो न जयो जयतां वर।।23।। English Translation Sanskrit Sloka- 22, 23 The Dravidas, The Kalingas, The Pulindas, The Ushinaras, The Kolisarpas, The Mahishakas, and other Kastriyas, have account of the absence of Bhramans from among their midst, become degraded into shudras. Defeat from them is preferable to victory, O foremost of Victorious Persons।।22,23।। Kirpya iske baare mein Batayein🙏🙏"
@surendrasinghkush29535 ай бұрын
Pahle itihas nahi likha jata tha isliye samaj me bhram ki sthiti hai.Sab ek doosare ko neecha dikhane me lage hain.
@devpachauri467111 күн бұрын
Aap kuchh bhi bol dena lekin ye mat bolna ki kaushik gotra brahmno ka vishwamitra ji se hei. Aur ye jo bakvash kar raha hei na ki vashist rishi ne rani ko vachan diya tha aisa nhi satya to ye hei kshastriy bahut kamjor hi gaye the tab brahmno hi unko vapas lekar aaye mool dharm mei .ye kuchh bhi baat chodata hei.aur kshastriyo ke saarey kul brahmno se paida hue hei.bada chala aaya raaj rishi. Abe brahmn vahi hota hei hei jisake mata aur pita dono brahman hotey hein.ya fir vo jisake pita brahmm rishi ho
@shamlal6222 Жыл бұрын
Kasana gujjar kom hai
@Chen-gl9hm10 ай бұрын
तो अग्रवाल से शादी कर लो । जाति सिर्फ कर्म प्रधान है।
@exotic_india6 ай бұрын
अकबर के वक़्त मुग़लों की राजपूतों से कुल 34 शादियां हुईं. इसके बाद तो मानो रास्ता खुल गया. जहांगीर के वक़्त 7, शाहजहां के वक़्त 4 और औरंगज़ेब के वक़्त मुग़ल शासकों की राजपूतों से कुल 8 शादियां हुईं. जहांगीर की मां मरियम उज़ ज़मानी यानी जोधाबाई राजपूत महिला थी (हालांकि इसे लेकर विवाद भी है). मगर जहांगीर की हिंदू पत्नी जगत गोसाईं शाहजहां की मां थीं. 1562 से लेकर 1707 में औरंगज़ेब की मौत तक इन मुग़ल शासकों ने राजपूतों के साथ शादियां की थीं. जिनमें से तक़रीबन सभी के रिकॉर्ड मौजूद हैं. आइए डालते हैं मुग़ल-राजपूत वैवाहिक संबंधों पर एक नजर - जनवरी 1562- राजा भारमल की बेटी से अकबर की शादी (कछवाहा-अंबेर) - 15 नवंबर 1570- राय कल्याण सिंह की भतीजी से अकबर की शादी (राठौर-बीकानेर) - 1570- मालदेव की बेटी रुक्मावती का अकबर से विवाह (राठौर-जोधपुर) - 1573 - नगरकोट के राजा जयचंद की बेटी से अकबर की शादी (नगरकोट) - मार्च 1577- डूंगरपुर के रावल की बेटी से अकबर का विवाह (गहलोत-डूंगरपुर) - 1581- केशवदास की बेटी की अकबर से शादी (राठौर-मोरता) - 16 फरवरी, 1584- भगवंत दास की बेटी से राजकुमार सलीम (जहांगीर) की शादी (कछवाहा-आंबेर) - 1587- जोधपुर के मोटा राजा की बेटी से जहांगीर का विवाह (राठौर-जोधपुर) - 2 अक्टूबर 1595- रायमल की बेटी से अकबर के बेटे दानियाल का विवाह (राठौर-जोधपुर) - 28 मई 1608- राजा जगत सिंह की बेटी से जहांगीर की शादी (कछवाहा-आंबेर) - 1 फरवरी, 1609- रामचंद्र बुंदेला की बेटी से जहांगीर का विवाह (बुंदेला, ओरछा) - अप्रैल 1624- राजा गजसिंह की बहन से जहांगीर के बेटे राजकुमार परवेज की शादी (राठौर-जोधपुर) - 1654- राजा अमर सिंह की बेटी से दाराशिकोह के बेटे सुलेमान की शादी (राठौर-नागौर) - 17 नवंबर 1661- किशनगढ़ के राजा रूपसिंह राठौर की बेटी से औरंगज़ेब के बेटे मो. मुअज़्ज़म की शादी (राठौर-किशनगढ़) - 5 जुलाई 1678- राजा जयसिंह के बेटे कीरत सिंह की बेटी से औरंगज़ेब के बेटे मो. आज़म की शादी (कछवाहा-आंबेर) - 30 जुलाई 1681- अमरचंद की बेटी औरंगज़ेब के बेटे कामबख्श की शादी (शेखावत-मनोहरपुर)
@lokeshkasana60095 ай бұрын
Bhaisahib sanskar aapke bigde hai .gujjar jat ahiro ke nahi vo to jaise the aise hi hai.aap unko galat bata rahe hai.koi bhi rajput ye bata de ki 1200 a.d. se pahle vo kya the. ye challenge hai .jhooth nahi proofs ke saath batana hoga. dhanyavad.rajput Bhai.
@Yuvrai964 ай бұрын
हम तो राजपूत ही थे। राजपुत्र, खत्तीय शब्द हमारे लिए प्रयुक्त होता था। पाली ग्रंथों तक में वर्णन है। आपके पुरखे क्या थे? आपके संस्कार गोपालन और भैंस चुराने के रहे हैं। आज भी वैसे ही हैं। अखबार में आए दिन अंतरराज्यीय गुर्जर भैंस चोरों की खबरें छपती हैं।
@vinodchaudhary87502 ай бұрын
Kshatriya ek waran hai jati nahi....jat Gurjar Ahir sab Kshatriya hai ...sirf Rajpoot nahi...Kshatriya mai Rajpoot sab sai nayi jati ..hai baki apnai mooh mitto bantai raho
@SurendraSingh-ze9wh4 ай бұрын
Rajput likhane wale mugal se ladte Na pahle jab tak ghar mein ghuskar bhara kar baith Gaye
@rohittomar93822 ай бұрын
Lodha tanwar ke bare main ku jaankari
@deepikakumawat14975 ай бұрын
Kumawat kshatriya h
@devendrasinghrajawat85315 ай бұрын
Kshtriya ek dharam hai koi bhi talwar utha kr kshtriya nhi ban jata hai, har dharm ke jaise kahtriya dhrm ke niyam hote hai, nihthe pr shasktra nhi uthana, garibo kamjoro ki rasksha krna gau mata ki raksha krna desh dhrm ke liye pran de dena pr peet na dikhana kabhi kisi yudh mai dhoke ki niti na apnana ese kai niym hai jinko sirf kshtriya nibhate hai malech ya sudr nhi
@-is4ut5 ай бұрын
हुकूम ❤❤
@Bharatkhand775 ай бұрын
Kshetriya Karam hai moorakho na ki Jati 🤣🤣Bhagwan Parshuram Yaad hai ya bhool gye ?? braham Smaaj me paida hote bhi Braham Shatriya Kehlaye “ Ye Sb karan Pradhan hai Na Ki “ Kuch bevakufi ki Soch Pradhan
@arjunkshatriya176910 ай бұрын
Vaishya log kshatriya nahin hain maharaj agrasen ne Kshatra Dharma chod ke vaishaya dhrm ka shuruvaat kara tha to ab vo ek alag varna hai.
@dharmvirsingh40315 ай бұрын
जाट द्विज संस्कार क्रिया से नहीं बनता, ब्राह्मण क्षत्रिय द्विज संस्कार से बनते हैं। जाट जन्म से देव क्षत्रिय है- हिंदू ग्रंथ देव संहिता!!
@Yuvrai964 ай бұрын
😂😂😂😂
@dharmvirsingh40314 ай бұрын
@@Yuvrai96 क्यों दांत फाड़ रहा है बे आठवीं शताब्दी के अनार्य?
@Yuvrai964 ай бұрын
@@dharmvirsingh4031 तेरी कल्पना शक्ति पर हंस रहा हूं बंधुआ खेतिहर मजदूर pube झांट
@dharmvirsingh40314 ай бұрын
@@Yuvrai96 “पराशर संहिता, भविष्य पुराण, कलियुग में इतिहास की तलाश” ख़ाज़पूत अनार्य शूद्र हैं।
@Yuvrai964 ай бұрын
@@dharmvirsingh4031 अनार्य बोल रहा है झांट😂😂 अबे विधवा विवाह सांड प्रथा और कौला पूजन करके अपनी मां बहन सुडवाने वाला झांट समाज आर्य हो गया? 😂😂😂 अनार्य की मूर्ति हो तुम लोग