पुरानी कहावत है जहां लालची लोग रहते हैं वहां ठग कभी भूखे नहीं रहते हैं।
@HINDUSTANI10001Күн бұрын
I'm agree with you....Jago Janta Janardan Jago....JAY SHREE RAM. JAY HIND JAY BHARAT AKHAND BHARAT.
@RamNiwas-l5nКүн бұрын
@@sudhanshugupta8973 आपने सही कहा है जी।
@VickyKumar-ql7bh22 сағат бұрын
सही कहा इसीलिए तो ज्यादा ठग गुजराती और हिंदू हि होगा कि 1 करोड़ हर साल जनता का उड़ा देता है
@virenderkhar39512 сағат бұрын
Bilkul sahi 100% correct
@vschandak3758Күн бұрын
जिस तरह लखनऊ नवाबों के शहर के नाम से प्रसिद्ध है उसी तरह दिल्ली जल्दी ही मुफ्तखोरों के शहर के नाम से प्रसिद्ध हो जाएगा।
@nothincomesforfreeКүн бұрын
दिल्ली देश की राजधानी है और विकास और मूलभूत सुविधाओं के अभाव में दिल्ली में रहने को मन नहीं करता. लेकिन इस बार आशा है कि दिल्ली के वोटर्स समझदारी से वोट डालेंगे.
@hemantldesai7166Күн бұрын
मुफ्त खोर भिकारी वोटर ही है तो वैसा ही शहर बनाएंगे ना
@rkmittal1106Күн бұрын
सरदाना जी, मैं छः सात साल दिल्ली में रहा हूं और मेरा यही मानना है कि दिल्ली में मुफ्तखोरों की कोई कमी नहीं हैं।
@PrakashPatel-iq1rcКүн бұрын
WE AGREE WITH YOU. THEY ARE KNOWN AS DELHI KA THHUGS, DACOITS, CORRUPT, CRIMINALS.
@ajaybhatia_1971Күн бұрын
दिल्ली मे नेता प्रॉपर्टी डीलर हैं।
@Rajwanti-nc1ozКүн бұрын
अगर दिल्ली से प्रवासी भारतीय अपने अपने राज्य मे चले जायें तो दिल्ली फिर से अमीर और अमीरों की होगी 😊 ये गरीबी, मुफ्त खोरी, दीवालियापन का ठप्पा भी हट जाएगा 🙏🏻
@JitendraPrasad-b7s21 сағат бұрын
सर सभी जगह यही हाल है
@AA-zd9bqКүн бұрын
मुफ्त की योजनाओं पर पुरे देश में बंद होनी चाहिए
@rajendrakundaliya1033Күн бұрын
शानदार विश्लेषण । फ्री के चक्कर मे अभी भी जनता केजरी को ही वोट करती है। चुनाव आयोग को ही कुच सख्त कदम उठाने चाहिए नहीं तो इस देश का बेड़ा गर्क होना तय है।
@hemantldesai7166Күн бұрын
✅️
@RamNiwas-l5nКүн бұрын
मै दिल्ली में रहता हूं। दिल्ली का सारा सिस्टम चरमरा चुका है। एमसीडी केजरीवाल के पास आने के बाद और ज्यादा बुरा हाल है। केजरीवाल हारेगा तभी दिल्ली जीतेगी।
@SureshKumar-j9y2jКүн бұрын
दरिद्र होगा, तभी दिल्ली में हो, नही तो गुजरात के बैंक का माल लेकर मोदी जी के शासन में विदेश भाग जाते।
@RamNiwas-l5nКүн бұрын
@SureshKumar-j9y2j विदेश भागने वाले मोदीजी के डर से भागे है। कांग्रेस ने पैसे खाकर उनको लोन दिया।बैंक पैसे मांगते थे।वे देते नहीं थे सोचते थे अपनी सरकार है।। जैसे ही मोदीजी आयें वे विदेश भाग गये जैसे पुलिस को देखकर चोर भागते है। जितना उन्होंने खाया उससे ज्यादा सरकार ने अटैच कर दिया। तुम्हारा भाई विजय माल्या को कांग्रेस ने पैसे लेकर राज्यसभा भेजा था।मैं दिल्ली में कमाकर खाता हूं 10 आदमी को रोजगार दे रखा है। तेरी तरह मुफ़्तखोर नहीं हूं। राशन की लाईन में सबसे आगे लगने वाला सवाल कर रहा है। जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन करने के लिए शराब की बोतल और 300 रूपये मे जाने वाले
@bediscover3067Күн бұрын
@@SureshKumar-j9y2jtumhein kisi ne roka hai tum bhi leke bhago 😂
@RamNiwas-l5nКүн бұрын
@SureshKumar-j9y2j बैंक में फ्राड करके विदेश भागने वाले तुम्हारे भाई अब मारे मारे घूम रहे हैं। ये कांग्रेस की भ्रष्ट सरकार नहीं है। अगर कांग्रेस की सरकार होती तो वे राज्यसभा में होते। कोशिश तों तुमने भी की होंगी
@RamNiwas-l5nКүн бұрын
@SureshKumar-j9y2j तेरी गरीबी और बेरोजगारी का कारण जातिवादी मानसिकता वाली पार्टियां कांग्रेस लालू मुलायम ममता केजरीवाल स्टालिन वामपंथी विपक्षी है। 60 साल तक उन्होंने शासन किया तुझे तहसीलदार एसडीएम नहीं लगाया। मोदीजी सबको साथ लेकर चलते हैं। सबको अपनी जाति पर गर्व होता है। लेकिन विक्टिम कार्ड खेलना बन्द कर
@AjeetSingh-ol4wnКүн бұрын
Satya salute sir ❤❤❤❤❤❤
@ravishankarrao3293Күн бұрын
ये वीडियो बेहद ही जरूरी है दिल्ली और देशवासियों के लिए 🙏🙏
@JieJii-c4xКүн бұрын
🇮🇳👍✌️समाज के लोगों को असलियत दिखाकर,,, होश में लाने वाले,,, श्रेष्ठ निष्पक्ष, बुद्धिजीवी पत्रकार को,,,,Great Salute ! 👍✌️🇮🇳
@kushgodarКүн бұрын
भाजपा की पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी इस बार
@JitendraPrasad-b7s21 сағат бұрын
नहीं बनेगी
@shalinanddarsh2907Күн бұрын
इस प्रकार के बादे देश को दिवालिया बनाने के लिए एक घातक क़दम है। अगर देश को बचाना है तब देश के पांचों स्तम्भों (जनता, नेता =विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका एवं मिडिया)को चिंतन-मनन करने की शक्त जरूरत है। एक दर्शन है " लालचियों के प्रदेश में ठगों का शासन होता है। "
@vijaykumarsingh913Күн бұрын
आपके तथ्यात्मक और मुकम्मल विष्लेषण का मुरीद हुं।
@radheyshyamdubey8745Күн бұрын
जिस देश में 3% शासक ही इमानदार हों उस देश में प्रजा के 90% इमानदार होने की कल्पना किसी मृग मरीचिका से कम नहीं है।
@sunilsahasrabudhe3282Күн бұрын
दिल्ली की जनता फिर एक बार फ्री के पीछे जाएगी।
@nothincomesforfreeКүн бұрын
चिंता और डर इसी बात का है.
@captsrivastava857Күн бұрын
Very good analysis thanks Vijay Sardana Jee ye free Rewari indication end of the state only Ye Kejariwal Maha bharst Aam Aadmi party ka Leader Maha Chore Delhi Janata ko murkh bana kar voat Lena only request for Delhi Janata please don’t give voat to Jharu party alert Jai Hind Jai Bharat Jai Sri Ram thanks
@SKAbbi-hl5xnКүн бұрын
Thanks Sardana Ji for very useful information
@birendrayadav2170Күн бұрын
Bahut bahut achha laga dhanyabad
@pramodsrivastava245023 сағат бұрын
बहुत सुंदर विश्लेषण
@pawankumar-zc3niКүн бұрын
Sir आप सही कह रहे है। हम दिल्ली के। टैक्सपेयर है। लेकिन टैक्सपेयर की वोटो से हम सरकार नहीं बदल सकते। ओर जो इनको वोट देता है । उन्हें दिल्ली से कोई मतलब नहीं।आज दिल्ली के सबसे बड़े मुददे पल्यूशन और traffic जाम हैं। जो सभी को प्रभावित कर रहे है। तो क्या करे। जय हिंद
@kailashmahto5036Күн бұрын
इसे दिल्ली के प्रत्येक वोटर तक पहुंचना चाहिए ताकि उन्हें मालूम हो कि फ्री राज्य और देश के विकास के लिए कितना घातक है।
@pratyushpvirnave3810Күн бұрын
जागो दिल्ली जागो!
@prakashkumbhar7071Сағат бұрын
आप जैसे जागरुक लोग जनता हर दिन संदेश देना चाहीए. वंदेमातरम जय महाराष्ट्र 🙏🙏🇮🇳🇮🇳🚩🚩👌
@yoginderrao3192Күн бұрын
Aadarniy aur rashtrawadi bhai Vijay Sardana ji aapko koti koti Naman Jay Hind Jay Bharat vande Mataram 🇮🇳🇮🇳🙏🙏
@vinodpendharkar91735 сағат бұрын
सर्व सामान्य व्यक्ति बजट देखा नहीं है और उसे समझ में भी नहीं आता तात्कालिक फायदा जो उसे दिखाया जाता है उसी में वह डूब जाता है आपकी एनालिसिस बहुत सटीक होती है आंख का अंजन होती है समाज जागरण का पुण्य कार्य आप करते रहे बहुत-बहुत धन्यवाद
@harendrabandhara4442Күн бұрын
Very impressive thoughts Thanks a lot Respected Sirji
@vibhutibhushangupta9763Күн бұрын
$ 5 Trillion GDP की अर्थव्यवस्था बनाने की प्राथमिकता हैं मोदीजी की .दिल्ली की सरकार चलाना अभी आवश्यक नहीं। आपदा या कांग्रेस को भुगतने दो
@nagarmal7045Күн бұрын
मान्यवर जी, माननीय जी, महोदयजी, विजय जी एवं श्रीमान जी, सरदाना जी 🙏🙏 आज यह जानकर मुझे खुशी हुई इतनी कि मन में ना समाई 👍👍 यह इस लिये कि आजका आपका यह विडियो आम दर्शक भी देख सकते हैं क्योंकि आजका विडियो **केवल सदस्यों** के लिये नहीं है😢😢 अन्यथा तो आपका वीडियो केवल सदस्यों के लिये होता है न कि आम आदमी के लिये😢😢 शायद भारत में आप पहले यूट्यूबर हैं जिनका वीडियो कुछ खास वर्ग के लिये अलग होता है👍👍 इस प्रथम स्थान पाने के लिये आपको बहुत बहुत बधाइयां ♥♥♥♥♥आपका शुक्रिया, आभार एवं साधुवाद 💐💐 जय रामजी की . . . . RJ- 23 ।।।।।
@rajeshkapoor684021 сағат бұрын
महोदय जितनी अच्छी तरीके से अपने आपदा की पोल खोली है इतना तो बीजेपी के किसी भी प्रवक्ता ने इतनी तथ्यात्मक बातों को नहीं रखा आपका बहुत बहुत धन्यवाद और बधाई
@AmarSVermaКүн бұрын
सरदाना जी दिक्कत यह है कि जो लोग बजट की जादूगरी को समझ सकते हैं वे वोट डालने जाते ही नहीं या बहुत ही कम संख्या में जाते हैं और जो वोट डालते हैं उन्हें freebees से आगे कुछ दिखता ही नहीं है अन्यथा यह घोटालेवाल इलेक्शन लड़ना तो दूर मुँह दिखाने तक की हिम्मत न कर पाता।
@goutem2716Күн бұрын
सही विश्लेषण है
@subhashsontakke952520 сағат бұрын
Why SC delaying cases against corrupt politicians,CM AK & others? AK may disturb Delhi elections, who is responsible if wins. Inspite of having proff, why are we unable? Save Delhi, Save Capital to Save democracy. Jai Hind
@birendrayadav2170Күн бұрын
Apko koti koti dhanyabad
@subhashsontakke952520 сағат бұрын
No has right to freebies if Hard earned Taxpayers money. SC must stop.
@vntiwari6078Күн бұрын
बहुत अच्छा विश्लेषण है। जनता इन बातों को समझें तो।
@satyadevsharma8629Сағат бұрын
जब जनता ही भ्रष्टाचारियों के साथ खड़ी हो जायेगी तो भ्रष्टाचारी प्रदेश छोड़कर भागेंगे कब ,यह तो भ्रष्टाचारी राजनेताओं को। बढ़ाने का ही काम करेंगे,झूठ बोलने वालों को जनता कब तक जनता झेलेंगी,यह तो जनता ही जाने। आपने बहुत सटीक विश्लेषण किया है धन्यवाद।
@jitendrarikhra6025Күн бұрын
पूरी दिल्ली में अब मुफ्तखोर और अराजक तत्वों का बोलबाला हो गया है जो मुफ्तखोरी के चक्कर में बाहर से ऐसे लोगो का स्वागत करने की क़ीमत टैक्स देने वाले लोगों को और भुगतना पड़ता है
@shashankmulmule8337Күн бұрын
सच्चाई ये की दिल्लीनिवासी हर चीज फ्री चाहिये और जहा जनता को हर चीज फ्री में चाहिए वहाँ विकास संभव ही नही विकास देखना हो तो गुजरात देखे (2023-2024 25.63 trilion us dollar) (2024-2025, 27.9 trillion dollar) estimated.और वहाँ कुछ भी फ्री नही है सब अपनी शक्ति के अनुसार मेहनत करके कमाते है।.
@pratapseth9440Күн бұрын
The best way now is BJP should not fight this election in Delhi and let APP and Congress fight and finish their parties.
@ashokkhanna354Күн бұрын
JAI SHRI RAM❤❤❤❤❤
@prabhatverma107345 минут бұрын
दिल्ली की वो जनता जो रेवड़ियों के झाँसे में नहीं आती और जो ज्यादातर पढ़ी लिखी है वो वोट डालने नहीं जाती तो फिर झूठे वादे करने वालों की जीत निश्चित जानिये।दिल्ली की जनता की आँख खोलने का प्रयत्न करने के लिए विजय जी को साधुवाद। जय श्रीराम जय भारत 🇮🇳
@littleworld555Күн бұрын
बीजेपी के काउंसलर भी जनता का काम नहीं करते। कुछ भी काम के लिए जाओ मना कर देते है। उनसे भी तो उम्मीद नहीं कि वो जनता की समस्या का निवारण करेंगे।
@MahendarSingh-u3yКүн бұрын
बिल्कुल सही बात कही हे सर आपने 🙏🙏🌺🌺 लेकिन अब दिल्लीवालो को कोई फर्क नही पड़ता हे सर क्योकि इनको दिल्ली शहर से कोई मतलब नही हे यहा हर साल हवा गंदी हो रही हे पानी गन्दा हे सड़के टूटी हुई हे शिवर जाम हो जाते हे लेकिन जनता को सब कुछ फ्री चाहिए सर इनके अन्दर इतना लालच हे कि इनको ना तो अपनी कुछ पर्वा हे और ना ही अपने बच्चो कि पहले दिल्ली देश कि राजधानी होती थी अब दिल्ली फ्री वालो कि हे 🙏🙏🇮🇳🇮🇳
@RamNiwas-l5n21 сағат бұрын
@@MahendarSingh-u3y सही कह रहे हैं जी आप
@promptcargo652Күн бұрын
You have candidly explained the issues in Delhi. We expect an article by you in dailies and enlighten the tax payer of Dilli.
@subhasha.mahajan32922 сағат бұрын
विजय सरदाना जी प्रणाम । दिल्ली के सी.एम . ने दिल्ली राजधानी को बरबाद किया है। दिल्ली के लोगों को सोचना होगा ।🎉🎉🎉🎉🎉🎉
@PatriotPersonfromIndia17 сағат бұрын
फ़र्ज़ीवाल हटाओ, दिल्ली बचाओ! 🚩💪🇮🇳❤
@siddhantsangramnews3914Күн бұрын
राष्ट्र भक्ति से ओतप्रोत संतोषप्रद खबर ❤❤
@MrSisingh21 сағат бұрын
Very nice analysis Vijay ji Jai Hind.
@rajubasnet9095Күн бұрын
Jai Hind Sir
@kishinjham2074Күн бұрын
Too good. Delhi wake up.
@mukeshdakshini9130Күн бұрын
Very Good Information
@RajatKumar-se5zjКүн бұрын
Sir ji, thank you for inparmetion, app log ghar se niklo or sabko bachana chahiye, Jago sonaton Jago, Jay Hind
@parasking4231Күн бұрын
Bahut acche jaankari di hai aap se anurodh karta hu ki please aise hi aam jan ko jaankari dete rahen
@nothincomesforfreeКүн бұрын
बहुत चिंता की बात है यदि इस बार दिल्ली वालों ने अपने व्यक्तिगत लोभ और स्वार्थ के लिए फिर से तीसरी बार वही गलती की जो पहले दो बार की है. वास्तव यह एक गंभीर प्रश्न है कि free में देने के लिए पैसा कहाँ से आयेगा ?
@maheshmishra3591Күн бұрын
Kejriwal n AAP want to make DELHI n india as insolvent. Kejriwal has no shame in making delhi insolvent by giving freebies to voters for wining election .Kejriwal wants to win election at the cost of making delhi a beggar state .AAP n kejriwal be held responsible for plight position of delhi in 10 years.
@pardeepkumar5123Күн бұрын
Good analysis
@geetaarora2439Күн бұрын
CEC should issue strict guidelines that no party can announce any sort of freebies before, after or during elections. The public should also love the nation and strictly refuse freebies.
@pankajkumat5313Күн бұрын
आपने बहुत ही निष्पक्ष रुप से सारे आंकड़े प्रस्तुत किए लेकिन काफी कुछ लालची लोग दिल्ली को संकट में डालने की पूरी कोशिश करेंगे।
@pradeepjain206615 сағат бұрын
Thanks
@umedsinghtariyal7792Күн бұрын
दिल्ली की जनता को सोच समझ कर मतदान करना चाहिये केजरीवाल केझासे में नही आना चाहिए ।
@pndeshpande9793Күн бұрын
सर, बहुत बहुत धन्यवाद इस अत्यंत महत्वपूर्ण जानकारी के लिए! आपने जो मुफ्त की रेवड़ियां मतदाताओं के टैक्स के पैसे से राजनीतिक पार्टियां बांटती है उसका केस उच्चतम न्यायालय में डाला हुआ है उसका क्या हुआ!!?? क्या इलेक्शन कमीशन को यह अधिकार नहीं है कि वह राजनैतिक पार्टियों से हिसाब और बजट मांगे जिसकी घोषणाएं वे करती हैं!!?? कृपया उत्तर अवश्य दें! हम लोग अपने कॉमेंट्स तो कर लेते हैं लेकिन उत्तर कभी नहीं आता है!!!☺️🕉️🔱🚩💐🙏
@Rajwanti-nc1ozКүн бұрын
विचारणीय तथ्य
@virenderkhar39512 сағат бұрын
Wonderful analysis & eye opening for those who believe in freebies
@SanjayKumar-kv1efКүн бұрын
Very nice ..this video is very informative and eye opening for Delhi Voters..Delhi residents wants Progress of Delhi & theirs childrens life in good condition n secure life then Delhi people must vote. to BJP only.
@mahendrapratapsingh3498Күн бұрын
दिल्ली के बाद पंजाब बर्बादी पर हिमाचल कर्नाटक लाइन में है
@j.s.barnwal10765 сағат бұрын
सरदाना साहब घाटे से निबटने का एक और भी रास्ता है बैंकों से ओवर ड्राफ्टिंग का. केंद्रीय सरकार बैंकों को इसके लिए मना कर देने से इस मिस्चीफ से निबटा जा सकता है.
@asmalik4251Күн бұрын
Sardana sir, namaskar. We appreciate your excellent analysis
@justbehuman9491Күн бұрын
इस घाटे की भरपाई जजों और वकीलों से करवाई जानी चाहिए। नजीब जंग ने केजरीवाल की लूट पर शुंगलू कमीटी बनाई थी। उसने पाया था केजरीवाल जमकर लूट मचा रहा है। सरकारी खर्च पर जो खाना खाया और खिलाया था उस हर एक थाली पर 16025/- रुपए दिए। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के जज और वकील जो कि खुद ही महाभ्रष्ठ है उल्टा राज्यपाल पर ही रोक लगाई
@sudhirchillar1250Күн бұрын
अगर ऐसा ही चलता रहा तो और 10 साल बाद दिल्ली में चलने लायक जगह नहीं मिलेगी।
@shaileshsingh2300Күн бұрын
जो राज्य फ्री स्कीम अपने विभाग के फंड से करती है,धीरे धीरे बहुत विभाग बंद होने की स्थिति मे है।विश्लेषण
@narinderkumar969Күн бұрын
लोगो को जागरूक करने के लिए धन्यावाद। मगर लोग समझे तब।इनको फ्री चाहिए देश जाए भाड मे
@bachubhaikiritpatel16Күн бұрын
Very Very useful information TV media never give like this information 🙏🙏
@BoymkninnКүн бұрын
Sir me 20 Saal se Gov ko tax deraha hun..Delhi me Ek ghar nahi le paya...Abhi PM ne jhup di walo ko mere tax ki pese se badhia ghar bana kedia he..uska hisab kon dega I am not a Political supporter of any of the political party .But my question is Why not my fAmily..PM appne pese se Dia he kya..koi Political person jawab dega is question ka..
@JitendraPrasad-b7s16 сағат бұрын
भाई हर दुनिया के हर देश मे उन गरीबों के लिए कल्याणकारी योजनाएं चलाई जाती है जिनको जरूरत है और जिनको घर मिला है उनको मुफ्त मे नहीं मिला है अगर सरकार मदद करेगी तो उनका खर्चा बचेगा और खर्चा बचेगा तो वो पैसा बाजार मे आएगा और हो सकता है कल को वो टैक्स पेयर बन जाए
@t.srawat2123Күн бұрын
दिल्ली में बहुत लोग हैं। हमें देश से क्या लेना हमें तो फ्रि मिल रहा है। ऐसे लालची आदमियों ने दिल्ली का बुरा हाल कर रखा है।
@vijayrajyaguru2751Күн бұрын
देश की सेहत के बारे में मध्यवर्ग ही सोचता है अमीरों को और मुफ्तखोरो को देश की कोई फिक्र नहीं है
@eknathtalele307Күн бұрын
मुफ्त देने से लोग निष्क्रिय हो जाते हैं. गावमें लोग दिखते है खेतोंमें काम करनेको कोई जाता नही.अगर मुफ्त में अनाज देना बंद हो जाएगा और उसके लिए कुछ पैसे देने पडेंगे तो काम करना पडेगा.
@babusingh-q6cКүн бұрын
जय श्री राम
@dilipsardesai9026Күн бұрын
विजय जी फ्रीबीज योजना केवल दिल्ली ही नहीं, मध्य प्रदेश, राजस्थान, सहित कई राज्यों में चल रही है। फ्रीबीज के कारण ये सभी राज्य भारत को कंगाल करने पर तुले है। दिल्ली वाले फ्रीबीज पर ही वोट करेंगे। और आप वाले फिर सत्ता पर काबिज होंगे
@premfoodsdilshadgarden9236Күн бұрын
Very good analisys
@RakeshDosi-l7wКүн бұрын
jai jai siyaram
@basantbatra906118 сағат бұрын
क्या कर सकते हैं जनता को फोकट चाहिए। देश के नेता के बचे ऐशो आराम से जी रहे हैं। गर्द में जाए दिल्ली। हमे तो सब फोकट चाहिए।
@anilmathur12Күн бұрын
Hope the people of Delhi are able to see through the manipulations, frauds, lies and corrupt practices of AAPda and are able to throw them out and get good governance of BJP in its place.
@krupasindhuChoudhuryКүн бұрын
Free distribution of tax payers money must be declared illegal and banned.
@shridharkulkarni2966Күн бұрын
सरजी,जिन दिल्लीके मतदाताओंको मुफ्तमे सबकुछ लेने और मिलनेकी बुरी आदत लग चुकी है वो फिरसे आप और केजरीवालको भारी बहुमतसे जितयेगी ये काले पत्थरपर कभीभी न मिटनेवाली सफेद रेषा है l
@AshokKumar-nx6teКүн бұрын
Very nice
@vandanamehra690123 сағат бұрын
दिल्ली वाले पूरे मुफ्त खोर है उन्हें 500 rs के बिल माफ़ कर दो बाकी दिल्ली चाहे यमुना में डूब जाए कोई फर्क़ नहीं पड़ता
@shailkumarisingh592723 сағат бұрын
राम राम विजय जी
@vijayjain199816 сағат бұрын
झांसे में जरूर आएगी। बहुत दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति है
@indraprakashverma3881Күн бұрын
चुनाव आयोग, सुप्रीम कोर्ट को मुफ्त की चुनावी घोषणाओं पर रोक लगानी चाहिए,हर मामले में टांग अड़ाने वाली सुप्रीम कोर्ट इस मामले में चुप क्यों बैठी है,हर समय सरकार और आम जनता को ज्ञान देने वाले मठाधीश भी चुप हैं,चाहे देश का सत्यानाश हो जाये, फ्री की योजना देने में कोई भी पार्टी पीछे नहीं रहना चाहती