दादा आपसे विनती है कि अभी झारखंडी माटी की बात कीजिए ताकि झारखंडी एकता बना रहे । और जैसे 2029 चुनाव वर्ष आएगा एक वर्ष तक कुडमी बंधुगण को ST में शामिल करने का खुब आंदोलन करें । आदिवासी समाज एवं कुडमी समाज के प्रबुद्ध लोग बंगाल हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जज मेंट को पढ़ा है जिसमें लिखा कुडमी को ST में शामिल नहीं किया जा सकता है जो उक्त दोनों कोर्ट ने रिजेक्ट किया है । लेकिन पूर्व सांसद सुप्रीम कोर्ट के जज मेंट को अधुरा पढ़ कर, अधुरा जानकारी देते हैं । उक्त मुदा पीछले 50 सालों से चलते आ रहें हैं,उन मुद्दों से आदिवासी और कुडमी बंधुगण के कितने व्यक्ति को सांसद विधायक बना दिया लेकिन बुड़बक जनता समझ नहीं पा रही है । विशेष जानकारी के लिए शैलेन्द्र महतो के पास है हाईकोर्ट एवं सुप्रीम कोर्ट का जजमेंट पढ़ें,समझ में आ जाएगा।
@mukeshkumarmahato75312 күн бұрын
तुम भी स्थानिय नीति,नियोजन नीति और विस्थापन नीति पे बात करो ना, सिर्फ़ हमलोग वोट देने के लिए झारखंडी है क्या ?