विभिन्न प्रकार का अत्याचार बंगलादेश और ब्रिटेन में वहाँ की सरकार की मौन सहमति से इस्लाम समर्थक कर रहे हैं। भारत में सनातनी जो भी हैं पर वर्तमान में बहुसंख्यक हैं जो संगठित नहीं हैं ।ऐसी स्थिति में मोदी जी करें भी तो क्या? क्योंकि ब्रिटेन में तो दोनों ओर से प्रदर्शन में लोग आ रहे हैं। भारत के लोग चाहते हैं मोदी करे।खुद वोट देने तक नहीं जाते हैं प्रदर्शन में क्या खाक निकलेंगे। सनातनी अभी मात्रा मोदी के कारण ही सुरक्षित है।अन्यथा विपक्ष तो उनकी वही गति देखने को आतुर है जो बंगलादेश में हो रहा है वे तो इस तरह के वक्तव्य भी दे रहे हैं।इसलिए भारत में मुस्लिम को छोड़कर सभी धर्म के लोगों को संगठित होकर भविष्य में आ रहे इस संकट से निपटने की योजना पर अतिशीघ्र काम प्रारंभ कर देना चाहिए। अन्यथा भुगतेंगे ।