Рет қаралды 71
जुग-जुग जीएँ हमरे भाई भाभी,
ज़िंदगी अजोर होवे हो।
ललना सुख-समृद्धि गोड़ तोड़ि बइठे,
अमर इनकर प्रेम होवे हो।
दिलवा से देहींला अशीष,
मनसा सब पूरन होवे हो।
ललना,मंगल गीत दूनों गावें,
जिया के हर्शीवें न हो।
चंदा के चांँदनी पैगाम लावे,
खुशियाँ हज़ार लावे हो।
ललना,चांँद का दीदार जब होवे,
त चंदा-चकोर जइसे हो।
चंदा क तोहके चमक मिले,
बेला क महक मिले हो।
ललना,श्रद्धा-भक्ति मनवा उजास करे,
विश्वास क सौगात मिले हो।
साधना शाही, वाराणसी, उत्तर प्रदेश