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फंस गया सुप्रीम कोर्ट | Letter War In Judiciary Over Special Bail From Lower Court To Supreme Court

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Ай бұрын

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Пікірлер: 549
@rgoyal1952
@rgoyal1952 Ай бұрын
कॉलेजियम सिस्टम पूरी तरह सड़ चुका है। न्यायपालिका का आचरण शर्मनाक है।
@bishan475
@bishan475 Ай бұрын
कपिल सिब्बल और मनुसिंघवी जैसे वकीलों के कारण ज्यूडिशियल सिस्टम खराब हो गया है
@haribabusharma972
@haribabusharma972 Ай бұрын
कोलेजियम सिस्टम में सुधार करना चाहिए।
@ashoknaik4150
@ashoknaik4150 Ай бұрын
न्यायालय का निष्पक्ष होना ज़रूरी है
@chandreshdave5063
@chandreshdave5063 Ай бұрын
अब न्यायालय नहीं है, जिसके पास पैसे नहीं उनको न्याय नहीं मिलता.
@MAHENDRAPATEL-xh6td
@MAHENDRAPATEL-xh6td Ай бұрын
मेरा मानना हे कि एक बार न्याय पालिका के खिलाफ भी बड़ा आंदोलन होना चाहिए
@mansinghsharma7494
@mansinghsharma7494 Ай бұрын
हमारे हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जज अपनी इच्छानुसार, मनमाने और अपनी पसंद के अनुसार फैसले सुनाते हैं।इनके फैसले ज्यादातर भेदभावपूर्ण होते हैं।इनको भगवान का दर्जा देना बहुत बड़ी गलती है।
@govindlaad2051
@govindlaad2051 Ай бұрын
डिब्बल और शिंघी की प्रॉपर्टी की जांच करनी चाहिए भ्रष्टाचार की सारी दौलत इनके पास ही है. सारे जाजों की भी संपत्ति की जांच की जानी चाहिए #PMMODI JI #AMITSHAH JI
@krishnabhushantripathi5695
@krishnabhushantripathi5695 Ай бұрын
सुप्रीम कोर्ट इतना controversial कभी नहीं रहा है । अब तक के इनके आचरण और व्यवहार से ऐसा स्पष्ट प्रतीत होता है कि सरकार तो रहे परन्तु सब कुछ सुप्रीम कोर्ट के लिखित मौखिक आदेश निर्देश के अनुसार कार्य संचालन करे, जिससे सुप्रीम कोर्ट बिना किसी जिम्मेदारी के भारत सरकार का स्वयं संचालन कर सके ।
@dwarkaprasaddakhera7691
@dwarkaprasaddakhera7691 Ай бұрын
न्याय लय में भ्रष्टाचार पूरी तरह फैला हुआ है
@prajnangaming9671
@prajnangaming9671 Ай бұрын
The Judiciary needs an Overhaul. It should come under Accountability. The courts cannot reign over or rule over the state anarchically.
@mbandhiwal
@mbandhiwal Ай бұрын
इन वकीलों को कभी common public की याद नहीं आती
@awadheshrai3782
@awadheshrai3782 Ай бұрын
और महत्व दे सुप्रीम कोर्ट सिब्बल सिंघवी को यह इन्ही दोनो की चाल है न्याय व्यवस्था को अपने दबाव में रखने की
@brijendrasingh5021
@brijendrasingh5021 Ай бұрын
वकील को नहीं जज को हटाने के लिए महाभियोग चलता है अविनाश जी l
@dwarkaprasaddakhera7691
@dwarkaprasaddakhera7691 Ай бұрын
ई डी सीबीआई को ज ज साहब की तरफ भी दैखना चाहिए
@rameshpandharkar36
@rameshpandharkar36 Ай бұрын
बीना सबूत पढे ,जमानत देना,न्याय करना ए अन्याय है ,न्याय नही .उपरोक्त जज को तूरंत सस्पेंड, डरमीनेट करना चाहिए. कानून मंत्रालय सो रहा है क्या ?
@hanuman4917
@hanuman4917 Ай бұрын
सर्वोच्च न्यायालय को अपने अंदर ही पहले सुधार करना चाहिए। और ये कैसे हुआ की एक vacation judge ने इस मामला को विचार के लिए स्वीकार किया??
@akhileshkala4995
@akhileshkala4995 Ай бұрын
सर हमको तो सुप्रिम कोर्ट हाई कोर्ट पर विश्वास ही नही रहा ना ही इनके मी लार्डों पर। जब सिब्बल सिंधिवी जैसे वकील मी लार्डों पर हावी हो और इन्ही नामी वकीलों के एक फोन पर ही जमानत हो जाती हो केश तुरन्त फाइल हो जाता हो तो आप कैसे इन मी लार्डों पर विश्वास करें।
@hcpandey3250
@hcpandey3250 Ай бұрын
संसद को यह बिल पास करना चाहिए की संसद द्वारा पारित कोई भी कानून सुप्रीम कोर्ट की सबसे बड़ी बैंक के 2/3 बहुमत से ही गिराया जा सकता है अन्यथा सुप्रीम कोर्ट अपनी मनमानी करता रहेगा सुप्रीम कोर्ट जनता के प्रति जवाब दे नहीं है लेकिन सरकार है
@hemantkumarjain9953
@hemantkumarjain9953 Ай бұрын
गजब है ये तो गजब ही है भाई पूरा देश देख रहा की की कोर्ट कचहरी अब सिर्फ आप के लिये ही हो रहा है उनके केस हाथो हाथ लिये जा रहे हैं जनता के केस का नंबर ही नहीं आता न्याय पाने के लिये हर दिन निचले कोर्ट से ऊपरी कोर्ट तक सिर्फ और सिर्फ आप & कम्पनी के केसों की ही हाथो हाथ सुनवाई हो रही होती है
@maltisingh7842
@maltisingh7842 Ай бұрын
न्याय पाने के लिए गरीबों को न्यायालय नहीं जाना चाहिए।
@tarundas253
@tarundas253 Ай бұрын
अविनाश सर, जब सुप्रीमकोर्ट में राहुल गांधी का मान हानि केस में जज गवाई थे जिनके पिताजी कांग्रेसी नेता थे फिर उस समय यही 157 वकीलों ने विरोध क्यों नहीं किया ?
@jitukajal
@jitukajal Ай бұрын
मोदी जी सङे तंत्र को सुधारना प्राथमिक काम होना चाहिए
@mahendrajaiswal3070
@mahendrajaiswal3070 Ай бұрын
न्यायमूर्तियों की नियुक्ति के लिए आयआयटी तथा आयएएस की धर्ती पर परिक्षा होनी चाहिए
@harishankarshukla3351
@harishankarshukla3351 Ай бұрын
बहुत बहुत धन्यवाद आपको आपकी विवेचना दिल को छू गई है आपको बार बार प्रणाम
@sandeeppatil6384
@sandeeppatil6384 Ай бұрын
NJAC को अब वापस लागू कर देना चाहिए मोदी जी के सरकार को ❤❤
@AmitVivek6699
@AmitVivek6699 Ай бұрын
कालेजियम का कानून दुबारा लाने से पहले एक महाभियोग तो बनता है।
@PankajPatel-uu9hp
@PankajPatel-uu9hp Ай бұрын
जिलारडो अपनी सरकार चलाते ऐसा प्रतीत होता है संविधान और चुनी हुई सरकार को मानने को तैयार नहीं नहीं है
@skanchal08
@skanchal08 Ай бұрын
देश की जनता सुप्रीम कोर्ट हाई कोर्ट पर जनता भरोसा नहीं करते है जबकि नेता को जमानत देकर जमानती कार्यलय बन गया है
@narayanjoshi9346
@narayanjoshi9346 Ай бұрын
सभी वकीलों को मिलकर जूरी सिस्टम की डिमांड करनी चाहिए क्योंकि ज्यूडिशियल सिस्टम में खूब भ्रष्टाचार है और ज्यूडिशियल सिस्टम में सुधार करना मुश्किल भी है
@shyamlalsingh5977
@shyamlalsingh5977 Ай бұрын
सर जी जनता को भी सुप्रिम कोर्ट के जजों को लिखा कर भेजना चाहिए
@gopalmishra4722
@gopalmishra4722 Ай бұрын
सुप्रीम कोर्ट के उपर हिन्दुस्तान के जनता का विश्वास लगभग उठता जा रहा है। नेता के लीए अलग नीयम और जनता के लिए अलग नियम। आखीर क्यों।
@ashwinisaini9862
@ashwinisaini9862 Ай бұрын
‌‌ न्यायपालिका के निर्णियो में राजनीति साफ दिखाई दे रही है सिर्फ जमानत दिलाने के लिए रात को दो दो बार जजों की नियुक्ति करना इसी का सबूत है जबकि आम आदमी कई दिनों तक इंतजार करता है
@Lakhha_Thakur
@Lakhha_Thakur Ай бұрын
कोर्ट का आधा समय तो कट्टर इमानदार आदमी ही खा गए है इतने कीमती समय की कीमत तो हम ही लोगो को चुकानी होगी ।
@rajnikantprasad7781
@rajnikantprasad7781 Ай бұрын
System is corrupt
@user-gh8vc8bs5r
@user-gh8vc8bs5r Ай бұрын
देश में सबसे ज्यादा न्याय पालिका भर्ष्ट है न्यायालय अगर इमानदारी से काम करना शुरू देतो देश की दशा और दिशा दोनों बदल जायेगी
@bhaskar.g7199
@bhaskar.g7199 Ай бұрын
Judicial system Reform Must.
@kabirmehar4586
@kabirmehar4586 Ай бұрын
भारत के न्याय व्यवस्था का जनाजा तो यह सुप्रीम कोर्ट का जज लोग ही उठा रखे हैं सबूत पढ़ने का टाइम नहीं है तो जज क्यों बनाया गया है.... अपने आप को भगवान समझने लगते है ये भी आखीर संविधान के दायरे में ही आते है यह कॉलेजियम सिस्टम से जजों की भर्ती ही एक प्रकार का अन्याय है तब ऐसे जज पुर्न रूप से न्याय भी कहां दे पाएंगे।
@pannalalgoyal6818
@pannalalgoyal6818 Ай бұрын
निचले स्तर पर तो ज्युडिसियरी १००% भ्रष्टाचार में डूबी हुई है ! जो माल देगा उसी के पक्ष में फ़ैसला किया जाता है !
@sukantakumarmohanty4095
@sukantakumarmohanty4095 Ай бұрын
Judiciary me reforms Lana bahut jaruri he .
@ghar145
@ghar145 Ай бұрын
जज नियुक्ति बोर्ड बनाओ और जो इसको कोर्ट मे चेलेंज करे उसको 10 साल की सजा और 10 लाख का जुरबा ना हो और जो जज सुनबाई करे उसको 20 साल की सजा और 20लाख का जुरबाम हो जे भीम जे मीम लाल सलाम
@hemantkumarjain9953
@hemantkumarjain9953 Ай бұрын
सबसे पहले तो न्याय मैडम का ही न्याय होना चाहिये जिन्हें केस के पेपर पढे बिना जमानत कैसे दे दी ???
@rajinderparkash8453
@rajinderparkash8453 Ай бұрын
यही भारत की न्याय तन्त्र की सच्चाई है।
@bharatdarshan5591
@bharatdarshan5591 Ай бұрын
When corruption reigns supreme, then what can be expected.
@gopiram5538
@gopiram5538 Ай бұрын
दोनो सदनो से पारित एनजेएससी को भी सुप्रीम कोठा द्वारा कैंसिल करने पर सरकार द्वारा कोई संवैधानिक कदम नहीँ उठाना बङी भूल थी।अब नतीजा भुगते।
@ranusinghrajpurohit1530
@ranusinghrajpurohit1530 Ай бұрын
जांच एजेंसियों पर आप विश्वास नहीं करते तो किसी और किसी अन्य अलग से कोई जांच एजेंसी बनायेंगे फेसला कोर्ट में सुनवाई केसे होगी
@umaagarwal585
@umaagarwal585 Ай бұрын
Supreme court has rights to any type of judgment.
@hinduharshittiwari7201
@hinduharshittiwari7201 Ай бұрын
न्यायपलिका दशा बहुत ही खराब है
@kamalnarayan33
@kamalnarayan33 Ай бұрын
Indian courts and judges are the best money 💰 can buy.
@SudeshKumar-sk1es
@SudeshKumar-sk1es Ай бұрын
न्यायालय में जजों की नियुक्ति में कोलेजियम व्यवस्था नहीं हटाई गई तो न्याय व्यवस्था में वंशवाद हावी रहेगी और उनका तालमेल भी वंशवादी व्यवस्था के अनुसार राजनीति करने वालों के साथ ज्यादा रहेगा , यानी न्याय व्यवस्था में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष भ्रष्टाचार नहीं रोका जा सकता।
@rgoyal1952
@rgoyal1952 Ай бұрын
सीजेआई खुद पॉलिटिकल एजेंडा चला रहे हैं!
@manitsingh6110
@manitsingh6110 Ай бұрын
मियालॉर्ड खुद जांच करना चाहते हैं ताकि कुछ अतिरिक्त आय हो सके
@JabarSinghJodha-mn3qr
@JabarSinghJodha-mn3qr Ай бұрын
यह तो न्याय के भगवान है यह कुछ भी कह सकते है इनके कथन पर सवाल उठाने का जनता को अधिकार नही है
@RakeshSingh-hq9nk
@RakeshSingh-hq9nk Ай бұрын
सुप्रीम अब कोर्ट कहां रह गया है ये कब का चंदू बाई का कोठा बन चुका है
@ghar145
@ghar145 Ай бұрын
दुनिया का श्रेष्ठ सुप्रीम कोर्ट जिस में वंशवादी काबिल जज और 5 करोड़ केस है जय भीम जय मीम लाल सलाम
@shyampareek3083
@shyampareek3083 Ай бұрын
काश !!!! भारतीय न्याय प्रणाली में सुधार हो
@DineshKumar-mb1oe
@DineshKumar-mb1oe Ай бұрын
फेसबुक पर पोस्ट डाला जाए। ज्यादा लाभकारी होगा।
@kksrivastava6861
@kksrivastava6861 Ай бұрын
सुप्रीम कोर्ट के जज साहब लोग खुद ही विभिन्न मौकों पर दोहरी भूमिका निभाते रहे हैं 💔💔😡
@satyadevsharma8629
@satyadevsharma8629 Ай бұрын
वकील भी इसी समाज के अंग है और उनकी अपनी अपनी विचारधारा भी है और किसी राजनीतिक दल के प्रति संबंद्धता से इन्कार नहीं किया जा सकता,,आपका यह कहना है वकीलों का दबाव भी किसी न किसी रूप में राजनीति से प्रेरित हो सकता है।
@jogeshwarbajpai7324
@jogeshwarbajpai7324 Ай бұрын
बहुत ही सुंदर विश्लेषण
@user-tr4pt3ng2l
@user-tr4pt3ng2l Ай бұрын
न्यायाधीशों और न्यायालय पर कोई अंकुश नहीं होने के कारण कुछ न्यायाधीशों को छोड़कर आज के दिन न्यायालय में जो भ्रष्टाचार और अराजकता है ऐसी स्थिति में किसी गरीब को न्याय मिलना मुश्किल ही नहीं असंभव है। न्यायालय में व्याप्त भ्रष्टाचार ने पुलिस विभाग और परिवहन विभाग को भी पीछे छोड़ दिया है। विवेकानंद चौधरी अधिवक्ता भागलपुर,
@virenderpaljain2291
@virenderpaljain2291 Ай бұрын
Valid points raised on Judiciary,
@brajkishore7646
@brajkishore7646 Ай бұрын
इंटरनेशनल प्रेशर का क्या असर होगा। लीगल मामले भी सड़क पर निपटेंगे जैसे सदन से पास कानून सड़क पर कैंसिल हो रहे हैं
@anitasinha9912
@anitasinha9912 Ай бұрын
Judges n advocates ab kisi par vishwash nhi rha. Supreme court par hi sawal khada hona ye bharat ke liye bahut sharm ki baat hai.
@ramavatartiwari4356
@ramavatartiwari4356 Ай бұрын
नया बिंदु को हटाना चाहिए
@gopal_krishna23
@gopal_krishna23 Ай бұрын
न्यायालय वह उच्च या उच्चतम स्तर के हों सभी मान न्यायालय को समझना होगा कि लोकतंत्र में जनता ही सुप्रीम है इसलिए किसी भी व्यक्ति को घमंड पालने की जरूरत नहीं है , सबको व्यवस्था में ही अपने कर्तव्य का पालन करना चाहिए ।
@goldy9224
@goldy9224 Ай бұрын
क्या कभी किसी वकील ने गरीबो को जल्दी न्याय दिलाने के लिए CJI को चिट्ठी लिखी ? नहीं... क्योंकि गरीबों से माल नहीं मिलता ना 🤨
@kawaljeetsinghsandhu2726
@kawaljeetsinghsandhu2726 Ай бұрын
Yess judiciary must improve
@lpojha7720
@lpojha7720 Ай бұрын
Nice presentation Badhai MODI ji NDA Jindabad
@soumendranghosh6974
@soumendranghosh6974 Ай бұрын
These are not judges these are setting master
@jogeshwarbajpai7324
@jogeshwarbajpai7324 Ай бұрын
बहुत-बहुत धन्यवाद
@otaparia1292
@otaparia1292 Ай бұрын
इलकसन‌ कमीसन को यानि वोट बैंक को कैसे भुल गये राम राम सा
@premanandpradhan2125
@premanandpradhan2125 Ай бұрын
Lawyers affiliated to any political parties should not be allowed to practice in any court.
@SANJAYKUMAR-ov3dq
@SANJAYKUMAR-ov3dq Ай бұрын
Good....Judiciary....Exposed....👏👏👏
@deshrajlatotra8031
@deshrajlatotra8031 Ай бұрын
CBI , Ed and other organisations should be disbanded and fund's spent on them should be saved and Monarch system should be adopted discarding democracy , as per the wish of these organisations .
@sudhindrabukkebag7502
@sudhindrabukkebag7502 Ай бұрын
साथ मे repetedly चैनल को follow करने चाहिए। जी धन्यवाद आपका डाक्टर साहब
@DPHooda
@DPHooda Ай бұрын
Modiji take strong and immediate action against corrupt and antinational politicians and others Jai Shri Ram
@AmitVivek6699
@AmitVivek6699 Ай бұрын
वकीलों के प्रेसर को ही कार्यकारी सोशल प्रेसर समझना चाहिए
@harshthareja2664
@harshthareja2664 Ай бұрын
Karva sach against c j i thanks
@alekhaprasaddas8663
@alekhaprasaddas8663 Ай бұрын
PERHAPS JUDICIARY & POLICE DEPARTMENT NEEDS MAJOR REFORM .
@n.ksingh8889
@n.ksingh8889 Ай бұрын
90% CORRUPTION JUDICIARY ME HAI
@nimeshbhatt7946
@nimeshbhatt7946 Ай бұрын
Judiciary must be function under parliament and laws framed by.not on inner voices of judges.
@shushilkumarpandey8261
@shushilkumarpandey8261 Ай бұрын
आप की अभिव्यक्ति से आत्म गौरव महसूस होता है ।
@dharamprakash7848
@dharamprakash7848 Ай бұрын
धन्य हो न्याय। पंचपरमेशवर कहानी पढे।
@mohangoswami9495
@mohangoswami9495 Ай бұрын
Jab se ye CJI Bane Inka Aisa rup h ki yahi bhagwan h, sare public beimaan h.
@pkgumashta49
@pkgumashta49 Ай бұрын
आप बहुत अच्छा समझाते हैं। वकीलों की चिट्ठी के बारे में टाइम्स ऑफ इंडिया में कोई समाचार नहीं है। आपके वीडियो से जानकारी मिलती है
@jitendrakrtiwari85
@jitendrakrtiwari85 Ай бұрын
जयहिंद जय भारत वंदेमातरम 🙏
@SurinderVerma-kc8cy
@SurinderVerma-kc8cy Ай бұрын
Supreme court CJI is out to help kejriwal out of the way judges are desprate to give bail to kejriwal
@rakeshshukla1116
@rakeshshukla1116 Ай бұрын
हर हर महादेव।
@sitaramgupta1768
@sitaramgupta1768 Ай бұрын
CJI himself indulge politically,he has destroyed judiciary and constitute.
@rhcchaudhari9180
@rhcchaudhari9180 Ай бұрын
केतेने बड़ा दोसी हो जज साहब कह देंगे ए निर्दश है तो ओ निर्देश होजाता है जज के ऊपर कोन है भगवान भी आकर कहदे ए दोसी है तो भी मानेगे नहीं सिर्फ नोट के बात मानेगे
@himhp
@himhp Ай бұрын
शिमला में बारिश शुरू हो गई है। मानसून की बारिश हो रही है। इस साल गर्मी बहुत हो गई है, अब बर्दाश्त से बाहर है। मानसून की शुरुआत में मैंने राहत की सांस ली।
@maltisingh7842
@maltisingh7842 Ай бұрын
हाईकोर्ट में याचिका दायर करने वाले को कम से कम लाखों फीस वकीलों को देना पढ़ता है और जो देश के कानून मंत्री (पूर्व) सुप्रीम कोर्ट में बहस के लिए करोड़ों रुपए लेते हैं तो बताइए कि कानून किसके लिए है?
@rpsingh6861
@rpsingh6861 Ай бұрын
Gareeb aur ameer mein farak hamesha rahega
@work2484
@work2484 Ай бұрын
बहुत बढ़िया विश्लेषण। जय जय श्रीराम 🚩🚩🚩🚩🚩🚩
@nishajoshi7377
@nishajoshi7377 Ай бұрын
What is said by you is hundred percent correct.But who will bell the cat.Only PRESIDENT OF INDIA Can take action against these Supreme Court judges. Colegium system should be abolished.
@sonepatski9509
@sonepatski9509 Ай бұрын
Dr sahab supreme court hi sabse currupt hain
@rajendrabhaipatel7972
@rajendrabhaipatel7972 Ай бұрын
વકીલો આવતા ભવમાં કાં તો વેશ્યાના ઘેર જન્મ લેશે અથવા ભૂંડણીના પેટે જનમ લેશે.
@kishorikuthyal5702
@kishorikuthyal5702 Ай бұрын
Bar Association का प्रधान है कांग्रेस कि वड़ा नेता कपिल सिब्बल और सुप्रीम कोर्ट का कोलेजियम सिस्टम का मैंबर है कांग्रेस का वडा नेता अभिषेक मनु सिंघवी।तो भैया जव सिस्टम ही कांग्रेस का हो तो अच्छे रिजल्ट की कामना करना व्यर्थ है। अभिषेक मनु सिंघवी की तो खेचरीवाल की लाटरी लग गयी है ।वह एक एक पेशी का 15 से 25 लाख की फीस लेता है।तो इतनी फीस क्या यह आप ही रखता होगा ?? नहीं जी....... सभी मिलीभगत चल रही है ...........
@jairamvanwari223
@jairamvanwari223 Ай бұрын
The Indian courts deliver judgements keeping in mind the status of the parties and if party is layman/public , they will never get justice. But if party contesting is rich and political background is involved, judges have to bow down in their cases. Jai Hind Jai judiciary.
@ShamsherBSingh
@ShamsherBSingh Ай бұрын
Social और Political pressure मे अंतर समझिये दोनो Political pressure ही है।
@subhashchib1228
@subhashchib1228 Ай бұрын
जय श्री राम
OMG what happened??😳 filaretiki family✨ #social
01:00
Filaretiki
Рет қаралды 11 МЛН
Why Is He Unhappy…?
00:26
Alan Chikin Chow
Рет қаралды 103 МЛН
Вы чего бл….🤣🤣🙏🏽🙏🏽🙏🏽
00:18
Идеально повторил? Хотите вторую часть?
00:13
⚡️КАН АНДРЕЙ⚡️
Рет қаралды 17 МЛН
OMG what happened??😳 filaretiki family✨ #social
01:00
Filaretiki
Рет қаралды 11 МЛН