Рет қаралды 487,890
Dev Darshan
चाचा जी श्री मुरलीधर नौटियाल जी और भाई वेदाचार्य श्री संजय नौटियाल जी की मधुर आवाज़ में यह जागर प्रस्तुत है जिस पर सारे दर्शक रो पड़े