वेदों में निराकार साकार काज्ञान है निराकार साकार माया है। यजुर्वेद का मंत्र संभूति असंभूति अर्थात साकार निराकार माया है। तो परमात्मा क्या है उसके लिए वेद कहते हैं जो पांच तत्व तीन गुण प्रकृति जड़ संसार से अलग है उसे ही जानो उसे ही मानो उसे ही ग्रहण करो उसकी जगह दूसरे को नहीं। जो सृष्टि से भिन्न है वही परम ब्रह्म सच्चिदानंद है उसका धाम नाम लीला वेदों में नहीं है।🎉🎉
@गऊमाताकीहत्याबंदहोАй бұрын
🙏आप सबसे निवेदन है ...विद्वान और संन्यासी को परख कर ही विश्वास करिए 🙏 । अंध विश्वास मत करिए 🙏
@ajaymehta2302Ай бұрын
Mandir ka दान सरकार लूट कर मदरसा वा मस्जिद को अनुदान एवं अन्य सरकारी योजना का लाभ देकर क्या कर रही है इस पर आप कोई ध्यान दें।। सरकार से एक गुरुकुल के लिये अनुदान ले कर अच्छे विद्यार्थी समाज को नही दे पाने का सोचे फिर लाभ ---- और ईश्वर ---बीना पैसा के नही होता समाज के गरीब परिवार के लिए हर माह मदद करे।