बहुत आनंदमय गांव है..भैया...इन बूढ़े और सत्संगी जीवों को हमारा बहुत बहुत प्रणाम...हर गांव गांव यह चौपाल सत्संग होना ही चाहिए..!❤
@आचार्यभारद्वाज2 ай бұрын
❤अद्भुत! वेदांत,तत्त्व दर्शन व्याख्या और प्रस्तुति विद्या अविद्या प्रकरण....!
@DharmeshAgrawal-i7i2 ай бұрын
साकार में है निराकार की हस्ती निराकार न होता तो उसका यह जग साकार नहीं होता हम मान लेते की वो दृष्टि से परे है आंखों में दृग बिंदुओं का चमत्कार न होता भगवान का ही दूसरा रूप इंसान है
@withkarishma2 ай бұрын
M sahamat nhi hu agar koi apko galat se sahi kr rha h to kya iska mtlb wh ahankari h wah sirf samaj m sahi baatein jaye yhi uddesya h or ye satsang waasiyo ko samjna chahiy