I have learnt karmic lessons from karmic debt 16/7 .. entered into spirituality three years ago ...for last 3 years .... extremely hardworking....then from every relationship went down...now i have decied to left spiritual things....it may be illusions...from expecting god ...better to leave ....waise b puja path karke kisika bhala nehi hua 😢😢watse of time 😢😢😢
@AtmanTheSelf7779 ай бұрын
.अध्यात्म और धर्म दोनों एक दूसरे से भिन्न हैं। अध्यात्म का मतलब है खुद को जानना, पूजा करना सभी धर्मों में आता है... अध्यात्म का मतलब है खुद को पूजा से ऊपर जानना, अपने अंदर की बुराइयों को खत्म करना और दुनिया के हर इंसान को सिर्फ एक आत्मा के रूप में देखना... हर कोई अपना कर्म कर रहा है... आध्यात्मिकता आध्यात्मिकता सिर्फ स्वयं को और दूसरों को प्रेम करना सिखाती है.. स्वभाव में इतना प्रेम की घृणा का स्थान ही ना हो.✨💞 जहां तक कार्मिक पाठ का सवाल है वह तो हर्ष आत्मा को सिखाना ही सीखना है जब तक वह नहीं सीखोगे जन्म जनम्मांतर तक एक ही स्थिति में जन्म लेना पड़ेगा. अध्यात्म मेंआकर ही आप इन कार्मिक पाठों को पूरा कर सकते हैं🙏
@tribikramsatapathy22259 ай бұрын
@@AtmanTheSelf777 mein abhi accept karta hu but still it irritates me and put me in extreme trouble situation before spiritual things life was good ....then what to do now .dear mam have you any experience in dissolution of karmic debt ,16 ...I mean how many years it will take ?
@tribikramsatapathy22259 ай бұрын
@@AtmanTheSelf777 after entering spiritual my ego has increased so many negative effects 🥺🥺🥺better to leave ..I have also kundalini awakened...aur kuch b nehi kar sakenge .... spiritual destroyed my life completely.....🙃🙃🙃🙃
@AtmanTheSelf7779 ай бұрын
आध्यात्मिकता 100% समर्पण मांगती है... समय-समय पर परीक्षा भी लेती है.. यदि आप अपने पूरे निष्ठा और समर्पण के साथ सही पथ का चुनाव करते हैं तो एक समय ऐसा आता है जब आप ब्रह्मा का ज्ञान प्राप्त कर पाते हैं जिसकी तलाश में हर आत्मा है. यह इतना सरल नहीं है जितना के लोग समझते हैं.. क्योंकि 100% समर्पण तो देते नहीं है,हमेशा एक दुविधा में फंसे रहते हैं.
@tribikramsatapathy22259 ай бұрын
@@AtmanTheSelf777 jii e bhi thik hai lekin kaliyug mein e Kahan sambhav hai... luck b honi chaiye
@varunkhana6 ай бұрын
one side you saying be vigilant of others and on other side you saying be with friends with others . karna kya hai baat kare ya na kare .