आप श्री सही है आजकल तो मनोरथ का धंधा चल रहा है रात कि 10-11बजे तक प्रभु को श्रम कराया जा रहा है जो जितना बडा मनोरथ करायेगा वो उतना बडा भगवद् भक्त कहलायेगा वल्लभ कुल स्वयं सेवा अपने ठाकुर की नही कर रहा है मुखिया आदि के भरोसे छोड़ दिया है आज के युग में सच कहने का साहस परम पूज्य श्री पुरषोतम बाबा में है सादर नमन