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Ravindra Joshi
वैशाख कृष्ण चतुर्थी २७/०५/२४ को गंगोत्री से गोमुख यात्रा पूर्ण कर लौटते समय स्वामी सुरेन्द्र गिरी जी महाराज, हरिद्वार सान्निध्य प्राप्त हुआ। अपने तप: पूत वाणी में प्राप्त आशीर्वचनसभी कुटुम्ब मित्रों के लिए प्रस्तुत कर रहे हैं।