आपका बहुत आभार है मैं हिंदी प्राध्यापक हूं और यह अनुभव करता हूं की हिंदी कविता पाठन बिना तर्ज अधूरा है इतनी सुंदर तर्ज सुनकर आत्मा की तृप्ति हो गई धन्यवाद
@govindtripathi6215 жыл бұрын
Hindi hindu hindustan..hindi mathhay ki bindi
@PoetryEspresso5 жыл бұрын
Sushil Arya Jee, bilkul sahi!
@dineshjatin2466 жыл бұрын
तेरा निजाम है सिल दे ज़बान शायर की। यह पंक्ति आज भी उतनी ही प्रासंगिक है जितनी जब यह लिखी गयी तब थी। कवि दुष्यंत कुमार की इस कविता को आपने इस तरह प्रस्तुत करके पूरे भारत वर्ष को कृतार्थ कर दिया।
@ashishbajpai7096 жыл бұрын
विद्यालयों में बस्तों में भर कर कविताएं बोझ की तरह पीठ पर लाद दी जाती थी........आज जब पीठ पर से बस्तों का बोझ उतर चुका है, तो शौक के लिए उन्हीं कविताओं को पढ़कर अलग आनंद मिलता है, कविताओं के साथ जब सुर भी जुड़ जाए, तो यही आनंद कई गुना बढ़ कर एक अलग शांति देता है। AB
@ramniwaschaudhary13116 жыл бұрын
Ashish Bajpai Right bhai
@RinkuSharma-mi8fs6 жыл бұрын
इस कलयुग के सबसे बड़े कवि को नमस्कार। तुम इस युग के सबसे बड़े विद्धान भी हो। एक बार आपसे बस मुलाकात हो जाये। समझो की श्री कृष्ण के दर्शन हो गए।
@anandkumar26606 жыл бұрын
Aapne meri yad taja kar diya ...kya khub likha hai aapne
@ayushbaghel81106 жыл бұрын
बिल्कुल सही कहा आपने
@shubhamtiwari81926 жыл бұрын
Ashish Bajpai
@ajaykumarshrivastava665 ай бұрын
निर्भिक कवि दुष्यंत जी को सादर नमन।
@dilkhushjha74406 жыл бұрын
पहली ऐसा व्यक्तित्व देख रहा हूँ,,, जिसमें वो देश के प्रति समर्पण है जो अपने आप के खिलाफ और अपने बाप- के खिलाफ भी बोल सकते है,,, एक ऐसे शख्सियत जिन्होंने हम जैसे युवाओं जो Honey Singh के गाने सुना करता था,,,वो पहली बार तर्पण सुन रहा है , और अपने आत्मा को जाग्रत कर रहा है। @DrKumarVishwas sir ji ❤ 🙏 🙏 🙏 🏻
@anamikakushwaha46486 жыл бұрын
Sach me Bhai Dil badal Diya hai
@ravikumar93856 жыл бұрын
Dilkhush Jha सही फरमाया साहब
@alokdwivedi88666 жыл бұрын
Dilkhush Jha
@Infinityfortuneforever6 жыл бұрын
Nice
@lakshita286776 жыл бұрын
you are right jha jee
@VinayKumar-be9wb5 жыл бұрын
What nice, lovely voice you have sir "ख़रीद पाऊँ ख़ुशियाँ हर उदास चेहरे के लिए। मेरे किरदार की क़ीमत बस इतनी कर देना खुदा" ...
@Dr.KeertiChaurasia6 жыл бұрын
दिल में उतर गई थी ये गज़ल जब ग्यारहवीं का छात्र था । मेरे अपने पाठ्यक्रम में सबसे ज्यादा पढ़ी गयी रचना है । आभार #आदरणीय #विश्वास जी 🙏🙏🙏
@vinodpal30946 жыл бұрын
दर्पण nice
@gitasingh74216 жыл бұрын
खुदा नही न सही आदमी का ख्वाब सही कोई हसीन नजारा तो है नजर के लिये लाजवाब के.वी. जी 👌👌
@rajeevkashyap16435 жыл бұрын
Hjg
@anuragtripathi70625 жыл бұрын
Nice and beautiful thoughts
@prakashpatel531 Жыл бұрын
आदरणीय कविवर....आज कक्षा ग्यारह में दुष्यंत कुमार जी की ग़ज़ल को आपकी आवाज में सुना तो विद्यार्थी उत्साहित हो गए। विद्यार्थी आज पहली बार आपको जानकर बहुत खुश हुए।♥️🙏💐
@kalpataru476 жыл бұрын
*Apologies for writing in English* Being a Bengali, my brush with poetry was always with Bengali poets. And my brush with Hindi was my 3rd language class in school. Thanks to a colleague of mine I discovered Kumar VIshwas-ji and fell in love with our Rashtr Bhasha once more. Thanks to Kumar Vishwas-ji for making me fall in love with this wonderful language and the wonderful poetry it contains.
@rohitkumar-sl1tp5 жыл бұрын
आप जैसे लोगों की वजह से ही हिंदी ने पूरी दुनिया में अपनी अलग पहचान बनायी है । ये देश आपके एहसान को कभी नही भूलेगा.. महान है आप...
@dr.tahirali4436Ай бұрын
आपकी खूबसूरत आवाज़ से कविताओं की खूबसूरती में चार चांद लग जाते हैं।❤
@Dr.sangeetaraj27976 жыл бұрын
जबाब नही है दुष्यंत जी का और उस से भी बड़ के चार चाँद लगाने वाले कुमार जी आपकी तो मैं फैन ही हो गयी हूँ
@meenasaxena58316 жыл бұрын
गजब, कुमार आज तो आपने मन जीत लिया बेहद सुन्दर, सटीक और कमाल की रचना और स्वर तो बस पूछिए मत अंतरात्मा को छू लेने वाले शत शत नमन है आपको।6 बार सुना फिर भी मन नहीं भरा।
@mayankaudichya3006 жыл бұрын
वाह अद्भुत निःशब्द दुष्यंत जी की रचना और आपकी आवाज क्या गज़ब संयोग है
@mayankaudichya3006 жыл бұрын
hardik abhaar sir
@rajkishore18016 жыл бұрын
मै तर्पण का हरेक कडी सुना हूँ , आपका हिन्दी और हिन्दी कवियों के प्रति यह समर्पण इतिहास के सुनहरे अक्षरों मे दर्ज होगा।
@anshg64303 жыл бұрын
अंतरात्मा को छूती हुई ,शानदार प्रस्तुति, हृदय,मस्तिष्क, और वाणी का अद्भुत संयोग लिए हुए है ,आपका व्यक्तित्व, हिंदी के लोकप्रिय हस्ताक्षर है ,आप,GREAT SIR JI
@premshukla36976 жыл бұрын
अभी तक दुष्यंत जी के कविताओं को पढ़ता आया हूँ,लेकिन इसको पहली बार सून रहा हूँ,वो भी गीत के माध्यम से......आनंद आ गया इस अनोखे काव्य को सुनकर!
@chhaganmali17406 жыл бұрын
दुष्यंत कुमार की जो कविता या गजल आपने गायी वो एक से एक गाई है आपने... बहुत ही शानदार 👌 👌 ❤ ❤ 🙏 🙏
@impawansut47446 жыл бұрын
Chhagan Mali saandaar
@84002197272 жыл бұрын
इस कविता के एक एक शब्द में जो दर्द है वो आप की आवाज बन कर हमारे दिल मे उतर आया है। डॉ साहब आप गजब है आप भारतीयों की आवाज है।
@ankushsharma99546 жыл бұрын
न हो कमीज़ तो घुटनों से पेट ढक लेंगे ... ये लोग कितने मुनासिब है सफ़र के लिए 👌🔥🔥😍😘😘 Thankuuuuu #KV💟 sir for ur sweetttt sound 😘
@madhawanand51916 жыл бұрын
हमें गर्व है की हमने कुमार विश्वास के युग मैं जन्म लिया है अद्भुत है आपकी आवाज
@Geetkarjay6 жыл бұрын
कहाँ तो तय था चरागाँ हरेक घर के लिए। कहाँ चराग़ मयस्सर नहीं शहर के लिए। दुष्यंत जी की बहुप्रचलित रचना की शानदार प्रस्तुति।
@kamleshtiwari30976 жыл бұрын
Waaahh dr.sahab..
@sabirsaifirajdhani6 жыл бұрын
Good
@Ajaysingh-pf8pj4 жыл бұрын
दुष्यंत जी की यह गज़ल मुझे बेहद पसंद है और कुमार विश्वास जी की आवाज़ ने और भी ज्यादा खूबसूरत बना दिया है 👌
@Vighneshdave6 жыл бұрын
मेरी प्रिय गज़ल मेरी प्रिय आवाज़ आप का बहुत बहुत धन्यवाद ज्ञापन करता हूं माननीय कुमार विश्वास जी बहुत अच्छा स्वर दिया है
@ravipandey11826 жыл бұрын
खुदा नहीं न सही आदमी का ख्वाब सही कोई हसीन नजारा तो है नजर के लिए!!! With full respect Love you Sir..
@vijay-wb5hv6 жыл бұрын
अति उत्कृष्ट और रमणीय ध्वनि ।। मनोहरतम् तथा नवीनतम् उत्तम तथा अतिउत्तम
@amanshukla526 жыл бұрын
साधुवाद,अतिउततम प्रस्तुति कवियों की भावनाओं और संवेदनाओं को अपने अनूठे अंदाज द्वारा सीधे हम सब के दिल तक पहुँचाने के लिये कोटिश: नमन।। बच्चन जी की आवाज़ ने मधुशाला को अमर किया,आपने बहुत कविताओं को अमरता प्रदान की है।🙏🙏
@anandkumar32564 жыл бұрын
sir में मैं भी हाई स्कूल में पढ़ता था लेकिन कबीर दास या जो भी कभी है का जो भी दोहे हैं उसका मतलब मैं नहीं समझ पाता था मगर आज हर एक उसी कविता को आपने समझते हैं और मेरे आंखों से आंसू आ जाते हैं इसको लिखने वाले ने कितने महान होगा और कितनी मुश्किल से लिखा होगा बहुत-बहुत धन्यवाद
@सीमाकप्रवान5 жыл бұрын
यहाँ दरख्तों के साये में धूप लगती है,,,,, आहहहह्,,,, कुमार सृजन- गायन को नमन....
@HealthSanitaryInspector6 жыл бұрын
दुष्यन्त जी और दिनकर जी मेरे ह्रदय से जुड़े हैं । आपने दोनो की कृतियों को गा गा के अपना भी कायल बना दिया । कभी कभी ऐसी अनुभूति होने लगती है मानो आपने ही लिखी भी हो । सप्रेम आभार । आपके कविता और आवाज दोनो का दीवाना...
@kanarambunkar90093 жыл бұрын
बहुत बहुत आभार।आज भी ये गजल उतनी ही प्रासंगिक है,जितनी तत्कालीन समय में थी। धन्यवाद🙏💐💐
@lakshmanyadav82983 жыл бұрын
सर मैं आपका फैन हो गया हूँ
@PRAYAS076 жыл бұрын
कल मैं दो कवियों की दो पंक्तियों को तोल रहा था दुष्यंत- तेरा निज़ाम है सिल दे ज़ुबान शायर की कुमार विश्वास-साथ रहो तो सबसे बेहतर मौन रहो आभारी है... कुमार साहब के शब्दों में राजनीति सच में पैरों की जूती है
@xrcreation84926 жыл бұрын
सर हम लोगों ने दुष्यंत जी को देखा तो नहीं लेकिन लगता है वह आप ही की तरह रहे होंगे
@Anjulii_0410 ай бұрын
आपकी कविता लाजवाब है इसे सुनकर मन में शांति तो आती तो है ही और एक देश भक्ति का भाव भी उत्पन्न होता है
@premshukla36976 жыл бұрын
क्या यह आवाज़ सच मे कुमार विश्वास जी की है??????? विश्वास नही हो रहा!!!!!!
@Sunilkumar-ks4ny6 жыл бұрын
Yes
@shanuratnawat42256 жыл бұрын
साये में धूप,,, आज पक्का यकीन हो गया,,जुनून हो तो हमसब में @DrKumarVishwas हो सकता है,,आपके इस तर्पण का कर्ज़ हम कैसे चुकाए ए तो पता नहीं लेकिन इतना जरुर है कि हिन्दी पुत्र का यह अमर प्रयास है,, आज हिन्दी परंपरा से होना गर्व महसूस हो रहा है,,love you @DrKumarVishwas #Tarpan_34
@sahilkhatri36536 жыл бұрын
Hello Sir ap Lakho Youth ke liYe Inspiration ho . Very NiCe .
@sanjayrathor.39804 жыл бұрын
कोई शब्द नहीं है तारिफ के लिए श्री मान आप कविकुल श्रेष्ठ है।
@roohaatma6 жыл бұрын
इस कविता को पढ़ा तो काफी बार था पर इतने बेहतर ढंग से आपके मुँह से सुना। हमारे हिंदी के पुत्र कुमार विश्वास इतने बेहतरीन गायक भी है और स्वयं सरस्वती माँ आपकी ज़ुबान में विराजमान है। आशीर्वाद दीजिये भइया जल्द ही आपसे भेट हो 😘😘🙏🙏
@rahulmeditationvideoz80243 жыл бұрын
अच्छा साहित्य सीधे हृदय में प्रवेष कर जाता है
@saralprajapati53046 жыл бұрын
Tarpan series bana k apne bhaut hi mahan shradhanjali di hai un mahan lekhako kaviyo ko jinki mahan likhawate kahi dhul me jam gayi thi Bhaut shundar vishwas ji apne composition ki hai 👌👌👍👍👍👍👍
@vivekpathak24592 жыл бұрын
Kumar Vishwas is really unique. Dushyant Kumar ki iss ghazal ko kitne behtareen tareeke se Gaya ki Ghazal ki umra badh gyi
@ravishankarpandey77106 жыл бұрын
It should be played by Hindi teachers in Hindi class as it is present as a chapter in CBSE 11th Hindi book. Hats off to you Kumar Sir. Keep going.
@motivationoflife76634 жыл бұрын
मेरे देश के महान कवियों के रचनाओं को आपने जिस प्रकार प्रस्तुत किया उससे हिंदी का मान कई गुना बढ़ गया -धन्यवाद
@nishikantkumar42906 жыл бұрын
खुदा नहीं न सही आदमी का ख्वाव सही कोई हसीन नजारा है तो नजर के लिए
@spreadpositiveenergy88156 жыл бұрын
दुष्यंत त्यागी जी की ये रचना मौजूदा सरकारों पर एकदम सटीक धारदार व्यंग्य है................. उस पर भी मेरे पसंदीदा व्यक्तित्वों में से एक डा० कुमार विश्वास की खनकती हुई सुमधुर आवाज ......... अद्भुत संयोग ! अद्भुत सम्मिश्रण !
@ROHITSINGH-wq5tp6 жыл бұрын
Wowww what a lovely poem, and lovely voice by My fvrt Dr. Kumar Viswash. Love you sir
@babitasingh3563 жыл бұрын
Sir mai roj apne ye kavitaye suna k sulati hu..3 sal ka beta h mera ...Taki use tarpan se sari kavitaye yad ho jaye...Aj k zamane me hm apni sanskriti jude apke madhyam se...
@iliyashahmadkhan44284 жыл бұрын
वाह्ह्ह सर शानदार
@gyaankibaateinwithekansh97096 жыл бұрын
कवि दुष्यन्त जी की हर कविता में दम है और कुमार विश्वास सर की आवाज का संयोग होने से इस कविता मे चार चांद लग गये।
@k.k.barupalmeghrikhsar56234 жыл бұрын
बहुत खूब! वाह! मजा आ गया सुनकर 👍👍👍
@drneerjasharma67206 жыл бұрын
वाह ! काव्य को इस रूप में लाने के लिए बहुत बहुत आभार! कुमार विश्वास जी. बहुत सुंदर,,कुछ भी कहूँ काम ही होगा!
@jayanttripathi74876 жыл бұрын
बहुत अच्छा लगा सुनकर प्रणाम सर जी। आप महान हो।
@vijayprakash91683 жыл бұрын
वाह सर बहुत खूब महान हैं आप
@nafeesahmad02126 жыл бұрын
वाह बहुत खूब👆 डॉक्टर साहब जिन्दाबाद
@divyadubey7740 Жыл бұрын
मैं भी आपके जैसे ही बहुत बड़ी कवित्री बनना चाहती हूं🙏🙏😊😊एक अलग ही ऊर्जा का संचार होता है आपकी ध्वनि में कविता सुनने का🙏🙏😊😊
@अभिषेककनौजिया-ढ8ड6 жыл бұрын
धन्यवाद हिंदी साहित्य को संरक्षित करने के लिए....
@lucknavi_Himakat3 жыл бұрын
कुमार विश्वास जी आप का कंठ क्या खूब है , ना जाने कितनो की आवाज को समेटे हुए है अपने आप में ।❤️।
@harshmishra64356 жыл бұрын
Waaah I read this poem in my Hindi book of class 11 So nice Great work
@prashantdwivedi10086 жыл бұрын
अद्भुत कौशल के धनी हैं आप, आपके सानिध्य में कभी देश निर्माण का मौका मिला तो खुद को धन्य समझूँगा । हमें गर्व है कि हमारे पास 'विश्वास' है, हमें गर्व हैकि हमारे पास 'कुमार' है । मुझे नहीं पता कि मेरा ये सन्देश कभी आपकी नजरों में पड़ेगा या नहीं । लेकिन मैं दिल से आपकी शैली और आपके स्पष्टवादी व्यवहार का कायल हूँ । आपको सादर प्रणाम
@sundasabdulhamedabdulhamed53776 жыл бұрын
Hi kumar sir I m from pakistan n I m your big big big fan, God bless u, I subscribed u.
@KumarVishwas6 жыл бұрын
Sundas abdulhamed Abdulhamed ❤️🙏
@beerbahaduryadav2696 жыл бұрын
जितना अच्छा दुष्यंत जी ने लिखा है उतना ही अच्छा आपने सुनाया और दिखाया है,अद्वितीय!!
@sushantbaghel57516 жыл бұрын
I am pursuing my graduation and I always seek to your presentation to get motivated myself...#hats_off
@munnayadav23802 ай бұрын
Is ghale ko sunker Dil ko santi melti hai sir
@laxmisrivastava52282 жыл бұрын
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति है आदरणीय ❤️❤️❤️😍
@themoralcode6 жыл бұрын
एक तो दुष्यंत कुमार जी की पंक्तियों का संग्रह जो तब भी उतनी ही प्रायोगिक थी और आज भी उतनी ही । ऊपर से इतने मजेदार तरिके से उस कविता की पंक्तियों के पाठ से रोम - रोम पुलकित हो जाता है ।
@subscribe4noreasonplease9084 жыл бұрын
Wowow... I'm a student and I really love it ❤❤❤❤
@amitabhjerath72156 жыл бұрын
Can it be any better. You have immortalised an already immortal one. Lovely Kumar.
@prabhatk60716 жыл бұрын
यहाँ दरख़तों के साये में धूप लगती है चलो यहाँ से चलें और उम्र भर के लिए ...bhot khoob
@सीमाकप्रवान5 жыл бұрын
सर पंत जी का "मौन निमंत्रण" एवम दिनकर जी की "पाटलिपुत्र की गंगा से" से हमें कृतार्थ करें,,,,,
@dmeena20762 жыл бұрын
सच में कुमार विश्वास सर आप जैसा व्यक्ति भारत की युवा पीढ़ी को सही रहा दिखा सकता हैं। क्योंकि आप हमेशा सच के साथ होते हैं। और सच इस दुनियां में बहुत कम लोग बोलते हैं। जय हिन्द जय श्रीकृष्ण। 🕉️🇮🇳❤️🙏
@akash30chauhan546 жыл бұрын
What a vibrational melodious voice !!!!
@m.s.51434 жыл бұрын
Kumar Bhai again wow
@jyotsanayadav83936 жыл бұрын
Superb sirr....very nice
@MohanSingh-hc6ps3 жыл бұрын
Great Sir ji जहाँ ना पहुँचे रवि वहाँ पहुँचे कवि .... दुष्यत ji 🙏🙏
@Sanjanakashyap19976 жыл бұрын
Mind blowing lines as always in beautiful voice with the bful n shining face... 😘 U hv so bful eyes , bful smile ,n bful talent sir...m big fan of urs..lots of luv n respect....love u always..😘😘😘god bless u 💐💐🌹💝💝
@satyammishra67776 жыл бұрын
hello
@MSHINDUSTANI3 жыл бұрын
Bahut khub,
@abhisheknarayan25036 жыл бұрын
अति उत्तम भ्राता श्री
@AnuradhaManikpuri-zk2qj2 ай бұрын
Wow❤❤very nice mujhe ye bahut pasand hai . ❤❤
@VIKASHSINGH-zk5uv6 жыл бұрын
mesmerizing voice and poem......
@naumeet904 Жыл бұрын
बहुत बहुत धन्यवाद सर, बहुत दिनों से इस गज़ल को गाते हुए सुनना चाह रही थी ..मैं कक्षा मे इसे पढाती हूं
@rishabhyadav59296 жыл бұрын
उम्दा प्रस्तुति । देश के सबसे बड़े कवि कुमार विश्वास सर को मेरा प्रणाम !🙏🙏
@SachinYadav-qf7kq6 жыл бұрын
हृदयँ को कंपित करने वाली ध्वनि ,आप को और श्री दुष्यन्त जी को सत सत सत नमन.L
@gauravkamlamaniprajapat34506 жыл бұрын
आपसे एक विनती है कि आप दुष्यन्त कुमार पर ही एक अलग तरह का प्रोग्राम बनाए जिसमें दुष्यन्त की सभी गजले हो। मुझे दुष्यन्त का साँयें में धुप पुरा का पूरा काव्य संग्रह याद है, जिस तरह से आपको जोन किट्स पुरा याद है वैसे मुझे दुष्यन्त कुमार पुरा याद है
@donaldtramp67966 жыл бұрын
Raushni gar ho Khuda ko manjur to aandhiyo me bhi chirag jalte hai. Vishwas has the wisdom and knowledge of presentation to make me listen TARPAN with more eagerness than rap songs.
@yashsaxena46516 жыл бұрын
Awesome poetry sir! Love you sir #kv ! Die♥️ fan of yours ! ...wish to meet you once live.... Awesome poetry ...as awesome as you #kv sir..♥️💯🇮🇳💯🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏😍😍😍
@alokdwivedi88666 жыл бұрын
बहुत खूब वो शब्द ही नही जिनसे आप कि तारीफ़ करे ह्रदय से प्रणाम
@monipanday35316 жыл бұрын
Speech less ❤
@vanshikadesoriya80182 жыл бұрын
अंतरात्मा को छूने वाली शानदार प्रस्तुति ,कुमार विश्वास जी मैं आपका आभार व्यक्त करती हूं जो आपने इतनी सुंदर आवाज में आवाज में दुष्यंत कुमार जी की यह गजल प्रस्तुत की। धन्यवाद🙏
@David-bl7pr6 жыл бұрын
Kumar sir ji aap to hindi ke Nye yug ke pravartak ho Nya yog tumhare Naam se hi Jana jayega Bas rajniti me sambhal kar kadam rakhiye 🙏🙏🙏
@KumarVishwas6 жыл бұрын
Devid Kumar Sharma 🙏❤️🇮🇳
@akshayjbj93526 жыл бұрын
+KumarVishwas wow
@thewayofenlightenment3318 Жыл бұрын
प्रणाम ❤
@mukeshofficial2M2 жыл бұрын
वो मुतमइन हैं कि पत्थर पिघल नहीं सकता मैं बे-क़रार हूँ आवाज़ में असर के लिए ~दुष्यंत कुमार
@aagneyaryan77866 жыл бұрын
हिंदी की कविताएं अर्थपूर्ण होने के साथ साथ इतनी आनंदमय हो सकती हैं आपने साबित कर दिया है। हिंदी और हिंदी कवियों के प्रति लोगों में रुचि पैदा करके आप बहुत प्रशंसनीय काम कर रहे है। आभार।
@PRAVEENKUMAR-om2jo6 жыл бұрын
Heart touching
@VikPandey5 жыл бұрын
आपने युवाओं के ह्रदय में जो हिन्दी की रसधारा प्रवाहित की उसके लिये आप प्रशंसा एवं सम्मान के पात्र हैं। अधिक प्रशंसा मैं किसी की नही करता, आगे आप स्वयं बुद्धिमान हैं।
@RakshitRaj6 жыл бұрын
अतिसुन्दर❤️❤️
@DineshYadav-bl7ng6 жыл бұрын
Hii kumar Sir g nice tarpan video....... 👌 aap es yug K sacchhe mahanayak Ho aap dunia K sabse ache poet Ho aapka aisa koi video nhi hoga jisse maine dekha nhi h Sir m aapka bhut bda fan hu sir m rajasthan K Jaipur district se hu aur Sir meri family K sabhi log aapko sunte h