सुबह के 7 बजे सुन रहा, आज का दिन बन गया। आपके चेहरे के भाव के लिए निशब्द हूं। ऐसा लग रहा की आप ही द्रौपदी हैं और सबसे प्रश्न पूछ रही हैं। ❤
@Vishal_bhardwajj Жыл бұрын
I agree
@mahaveerlohar1639 Жыл бұрын
I agree toooo
@siddharthyashvardhanchaube6618 Жыл бұрын
😂😂😂
@WhatOnEarthh Жыл бұрын
@@siddharthyashvardhanchaube6618 what's so funny? Chumtiya h kya?
@seemamishra4798 Жыл бұрын
अद्भुत
@devpatel21769 ай бұрын
दीदी जी आपको देखकर लगता है की साक्षात् माँ द्रोपती ही बोल रही है आपके चरणो मे कोटि कोटि नमन दीदी| आप पर श्रीकृष्ण की कृपा हमेशा बनी रहे 🙏🙏
@satvikkanya9 ай бұрын
श्री कृष्ण भाव के भूखे है भक्तो की श्रद्धा प्यारी है ऋण चूकता करते ब्याज सहित माधव की लीला न्यारी है 🧡
@shivanisrivastava23594 ай бұрын
जय श्री कृष्ण 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@SagarSingh-wn7vo4 ай бұрын
Jai shree krishna
@MaheshKumar-np4he4 ай бұрын
राधे राधे जी
@rupashreedas39 Жыл бұрын
Goosebumps in every line😱❤ "Mere Krishn akele kaafi hai"
@kumargautam5919 Жыл бұрын
निश्चित ही यह दुष्कर्म अमानवीय था, और इसके लिए सभी पात्रों को एक ही दंड मिलना चाहिए था मृत्यु दंड और मिला भी जो जो भी इस दुष्कर्म के सहभागी थें इस वीभत्स घटना के पक्षधर थे सभी को मृत्यु दंड ही मिला, परन्तु इस घटना से थोड़ा पीछे देखिए दो प्रकरण पहला स्वयंवर प्रकरण जिसमें कर्ण को बेइज्जत की थी खुद इन्होंने ही आपको यदि सूतपुत्र से विवाह नहीं करना था तो उन्हें आमंत्रित किया ही क्यों और इसने तो धनुष भी उठा लिया था खैर इसका कोई भी उत्तर किसी के भी पास नहीं है और दुसरा प्रकरण है राजा को अंधा कहके बेइज्जत करना इसका भी कोई उत्तर नहीं है तो चर्चा तो इनका भी होना चाहिए जैसे वो प्रकरण अक्षम्य है ठीक उसी प्रकार ये दोनों प्रकरण भी अक्षम्य है
@dimpal1354 Жыл бұрын
Yes just 🔥
@BhagatSinghRajguruSukhdevFan11 ай бұрын
Madhusudan humare bhai hai also goosebumps moment
@sushilkumar-pm7rq3 ай бұрын
😂कोलकाता में क्यों नही आए 😂😂
@waywardbhavya59011 ай бұрын
श्री कृष्ण भाव के भूखे है , भक्तो की श्रद्धा प्यारी है । ऋण चुकता करते ब्याज सहित माधव की लीला न्यारी है......।❤
@PingMeIndia9 ай бұрын
Hey Devi, Sat Sat Pranam apko 🙏
@lil_creator.__ Жыл бұрын
Felt like mata draupadi herself said this lines 🙇🏻♀️ Radhe Radhe
@dimpal1354 Жыл бұрын
💝
@yushpi Жыл бұрын
Mata Draupadi ko paanch pati hone par koi apatti nahi thi. Hoti toh wah Mahabharat mein ullekh hota
@BhagatSinghRajguruSukhdevFan11 ай бұрын
Radhe radhe Krishnam Jagatguru
@SujataKumari-jf6oi10 ай бұрын
Sach m kisi ke dil ki gahraie ko samajhna bahut mushkil h jo apne iss line m kaha h.
@abhamishra9574 Жыл бұрын
"यदि आए भईया सभा मध्य।" इन पंक्तियों पर आपके चेहरे के भावों ने रोगटें खड़े कर दिए। इतनी सुन्दर प्रस्तुति सच में पहली बार सुन रही। आपके चेहरे की आभा आपके वाणी की पूरक जान पड़ रही। बेहद खूबसूरत। ❤️
@kumargautam5919 Жыл бұрын
निश्चित ही यह दुष्कर्म अमानवीय था, और इसके लिए सभी पात्रों को एक ही दंड मिलना चाहिए था मृत्यु दंड और मिला भी जो जो भी इस दुष्कर्म के सहभागी थें इस वीभत्स घटना के पक्षधर थे सभी को मृत्यु दंड ही मिला, परन्तु इस घटना से थोड़ा पीछे देखिए दो प्रकरण पहला स्वयंवर प्रकरण जिसमें कर्ण को बेइज्जत की थी खुद इन्होंने ही आपको यदि सूतपुत्र से विवाह नहीं करना था तो उन्हें आमंत्रित किया ही क्यों और इसने तो धनुष भी उठा लिया था खैर इसका कोई भी उत्तर किसी के भी पास नहीं है और दुसरा प्रकरण है राजा को अंधा कहके बेइज्जत करना इसका भी कोई उत्तर नहीं है तो चर्चा तो इनका भी होना चाहिए जैसे वो प्रकरण अक्षम्य है ठीक उसी प्रकार ये दोनों प्रकरण भी अक्षम्य है
@mishrapratiksha6299 Жыл бұрын
Aap ki antim pankti आपके चेहरे की आभा आपके वाणी के पूरक जान पड़ रही है क्या खूब उकेर दिया आपने इन्हे 🙏
@azadgurjar5947 Жыл бұрын
Same feeling bhai emotions pls goosebumps
@JitendraKumar-x4o1y4 ай бұрын
अच्छा कटाक्ष कर लेती हैं आप।
@manishpal98313 ай бұрын
😊😊😊😊😊
@JitendraKumar-x4o1y4 ай бұрын
यह कविता सुन मैं इतना रोमांचित हुए कि शब्दों में नही कह सकता।इस कविता की रचना कर अपनी आवाज में प्रस्तुत करनेवाली बहन को मेरा प्रणाम है।
@amultripathi327111 ай бұрын
मेरे कृष्ण अकेले काफ़ी हैं।💖🙌🏻
@BhaktarajPal6 ай бұрын
Sahi me
@anushivi7347 Жыл бұрын
I'm literally crying because this is how my mother felt helpless but kanha ji always saved her ❤
@azadgurjar5947 Жыл бұрын
Same to same
@madhavmusicalgrupbiaora Жыл бұрын
बहुत सुंदर मेने मेरे जीवन इतनी अच्छी कविता नहीं सुनी जितनी भी तारीफ़ करू उतनी कम है और कोई कल्पना भी नहीं कर सकता आज मैं 5 बजे उठा तब मैंने फेसबुक खोला और आपकी कविता सुने का मुझे सौभाग्य मिला अद्भुत ❤❤❤❤❤🙏🙏🙏👌👌👌
@kgoswami111 Жыл бұрын
But aap comment tho KZbin pr kr rhe ho 😅
@devjeet1926 Жыл бұрын
Link se *redirect* huee honge brother...
@MadanKumar-ft7ly Жыл бұрын
आँशु न रुक पा रहा है, ऐसा लग रहा हैं सदृश्य देख रहा हूं। धन्य आपके पिता जो आपके जैसा पुत्री पाया। उनके कृति का शृंगार इससे बेहतरीन नही हो पाता।
@jitendrasingh82658 ай бұрын
जितनी सुंदर यह कविता है, उतनी ही सुंदर तरीक़े से इसे अपना स्वर दिया है। Made my day
@bhavyajain6242 Жыл бұрын
अदभुत रचना और अति उत्कृष्ट प्रस्तुति... चेहरे के भाव तथा वाणी का ओज पंक्तियो के साथ पूर्ण न्याय करते हुए... अंत तक आते आते कान्हा की महिमा सुन कर आंखों से अश्रु धारा सहज रूप से प्रस्फुटित हो चली... धन्य हैं आप दोनो जिन पर मां शारदा की ऐसी कृपा है... और सदा यूं ही बनी रहे। जय श्री कृष्ण 🙏
@pratikshrivastav2223 Жыл бұрын
हर लड़कियों को तुम्हारी ही तरह वीर😠 बनना चाहिए, और सिर्फ कविता में ही नहीं वास्तव में शस्त्र उठा कर वीरता दिखानी चाहिए, लड़ना चाहिए 😊👍🏼 👍🏼Nice poem👏🏼👏🏼👍🏼
@radhagupta628411 ай бұрын
👍👍
@itmeHariom9 ай бұрын
Right
@priyanshukhede95939 ай бұрын
But desh kanoon se chalta hai or ek average aadmi Kai untrained females ko hand to hand combat me Hara Sakta hai. Aur wo hare ga bhi tab jab wo thak jayega na ki injury ke chalte . Only elite Mma female fighter can stand against an average man.
@Whogotucryinglikethat28 күн бұрын
Kuch bhi 🤡 @@priyanshukhede9593
@sabhajeetprajapati76526 күн бұрын
Sirf ladkiyoo ke veer banane se samaj badal sakta h , kya ladkko ko sahi मायने में purush ke gun sikaya nahi jayega , jis din vastvik purush ho ne ka gyan ho jaye us din wo kisi naari ka rap toh kya maa ki naam ki gaali bhi dena band kar denge Sorry 😢 jinhe ye roo dene wala geet kavita lagi ho or beautiful laga ho mujhe sirf ek baltkari se pidit us naari ki gugaar lagi wo chunooti lagi jo puch rahi h, ki koi purush hai is puri duniya mai ya sab rapist भरे ho............................................kyu ladkiya kyu badle kyu.................. Dr. Momita bhi toh veer thi fir kyu hua , 3 saal ki bachii.... kaise 5-6 balatkario se ladegi........ batao........kaise......
@MonikaChadawatКүн бұрын
अद्भुत अप्रतिम महाभारत का दृश आंखों के सामने आ गया
@palaksingh7626 Жыл бұрын
Seems like draupadi literally herself is questioning. Soo beautiful literally 😍🥹
@kumargautam5919 Жыл бұрын
निश्चित ही यह दुष्कर्म अमानवीय था, और इसके लिए सभी पात्रों को एक ही दंड मिलना चाहिए था मृत्यु दंड और मिला भी जो जो भी इस दुष्कर्म के सहभागी थें इस वीभत्स घटना के पक्षधर थे सभी को मृत्यु दंड ही मिला, परन्तु इस घटना से थोड़ा पीछे देखिए दो प्रकरण पहला स्वयंवर प्रकरण जिसमें कर्ण को बेइज्जत की थी खुद इन्होंने ही आपको यदि सूतपुत्र से विवाह नहीं करना था तो उन्हें आमंत्रित किया ही क्यों और इसने तो धनुष भी उठा लिया था खैर इसका कोई भी उत्तर किसी के भी पास नहीं है और दुसरा प्रकरण है राजा को अंधा कहके बेइज्जत करना इसका भी कोई उत्तर नहीं है तो चर्चा तो इनका भी होना चाहिए जैसे वो प्रकरण अक्षम्य है ठीक उसी प्रकार ये दोनों प्रकरण भी अक्षम्य है
@keshavroy7608 Жыл бұрын
वेदना .. शायद यही द्रौपदी के हृदय में भी रही होगी। अद्भुत पाठ।
@chandrashekharkatta538517 сағат бұрын
कविता पाठ के साथ एक्सप्रेशन जैसा भाव वैसा एक्सप्रेशन। वाह वैष्णवी जी
@engineerofemotions118311 ай бұрын
कितनी बेहतरीन रचना और उससे भी सुंदर अभिव्यक्ति, आज के आधुनिक समाज के कला के लिए इतना समर्पण, भगवान आपको आध्यात्मिक तरक्की के रास्ते पर बहुत आगे ले जाए😊
@archanarenofficial9 Жыл бұрын
शुरू से अंत तक शरीर का रोंगटा खड़ा रहा 😢❤....इससे ज्यादा कुछ शब्द नहीं मेरे पास 😢 हरे कृष्ण❤️🚩❤
@azadgurjar594710 ай бұрын
Mere bhai me to sirf roya ..gjb gjb
@Kesavi.3638 ай бұрын
आपकी आवाज बहुत आकर्षित हैं सुनने पर मजबूर कर देती है चाहे जितने व्यस्त हो सुन कर ह्रदय भर आया ऐसी वाणी जैसे मां सरस्वती सुना रही हो 🙏❤️❤️
@vinita.singh29 Жыл бұрын
एक एक शब्द ह्रदय चीर गया🥺🥺🥺 मानो स्वयं मां द्रौपदी प्रश्न कर रहीं हैं🙇🙇🙇🙇
@BiruMisha10 ай бұрын
आपकी इस रचना में मानो स्वयं मां द्रौपदी प्रश्न कर रही हो 🙏🙏🙏🙏
@anuj0189 ай бұрын
Bilkul,
@gomaram877810 ай бұрын
वाह राग वैष्णवी बहन! जब मैंने आपकी कविता सुननी शुरू की, मैं रोक न सका अपनी अश्रुधारा को। ऐसा लगने लगा कि 5000 वर्ष पुरानी पांचाली की उस घटना का मैं साक्षी बन विवश बैठा था, कुछ कर न सका क्योंकि मैं राजा न था, फिर भी विदुर जी की तरह मैं चुप न बैठा था। कहां से हो वैष्णवी बहन, मैं आपका भाई और आप जैसी बहन को मिलने जरूर कभी आऊंगा, बस मिलने के लिए अपना दरवाजा खुला रखना। बहन पुनः दिल से बहुत प्यार।
@PoojaSharma-oi1hb10 ай бұрын
Sir aap kahan se hain
@gomaram87787 ай бұрын
@@PoojaSharma-oi1hb बाड़मेर राजस्थान से
@TheSurya677 ай бұрын
यकीन मानो कल से पहले मैं इन मोहतरमा को जानता ही नहीं था और कल ही इनका एक कविता देखा तब से उनके सारे गाने कविता सारे दिल में उतर गए हैं कितनी खूबसूरत यह कला है इनकी आवाज से लगता है कि इनका आध्यात्मिक बहुत मजबूत है प्रभु श्री कृष्णा को लेकर..... वैष्णवी जी आपके माता पिता धन्य है कि आपको इतने अच्छे संस्कार और परवरिश दिया... भगवान आपको बहुत खुश रखे
@Aarpita1086 ай бұрын
Mohtarma ni devi ji
@TheSurya676 ай бұрын
@@Aarpita108 जी देवी जी हम ख्याल रखेंगे अब की मोहतरमा नहीं देवी जी कहकर संबोधित करेंगे पर कृपया आप यह बताने का कष्ट करेंगे की देवी जी और मोहतरमा क्या फर्क है मुझे इस चीज का ज्ञान नहीं है कृपया मुझे शिक्षित करें 😊
@nagendraprasadroy87724 ай бұрын
अति सुन्दर भाव विभोर कविता वाचन के साथ साक्षात पात्र के रूप में प्रदर्शित ।आप आह्लादित कर दिए।
@v_kritika10 ай бұрын
You have to agree that everyone got goosebumps when she started talking bout' SHREE KRISHNA🛐❤
@mkjain9001 Жыл бұрын
है भीष्म पितामाह कुछ बोलो है भीष्म पितामाह कुछ बोलो कुलवधु है तुम्हें पुकार रही दुर्योधन जो व्यवहार किया ये तुम सबको क्या लगा सही मेरा केश पकड़कर लाया है करता दुशासन दुर्व्यवहार आर्यों की सब माताओं ने क्या नहीं दिया कोई संस्कार मैंने तो दांव नही खेला चौसर की शाही क्रीड़ा मे है दोष नहीं जब कहीं मेरा तो क्यों मैं ऐसी पीड़ा मे संपत्ति ना मैं किसी राजा की जो हारे मुझको खेल जुआ दादा तुम तो नीति प्रिय हो तब तू क्यूं यू लाचार हुआ जब गंगा सूत कुछ कह ना सका कृष्णय ने राजा से पूछा दुर्योधन इतना दृष्ट है तो सम्राट दंड है क्यू सूजा द्रौपदी ने बारी बारी से प्रश्नों का ढेर लगा डाला धृतराष्ट्र , विदुर और द्रोणा के मानो मोह पर हो ताला आखिर में बरसी पांडव पर आखिर में बरसी पांडव पर किस बूते पर हो मेरे पिया कुछ कहो भतारो क्या सूजा मुझको बाजी में लगा दिया मछली की आँख भेदना था वो करके ब्याह के लाए हो अर्जुन गांडीव कहाँ गुम है क्यूं ऐसे शीश झुकाए हो जब मीन चक्षु संधान किया तब हृदय मेरा हर्षाया था मन ही मन मे एएहलादित थी मै मन चहा वर जो पाया था माँ कुंती ने मुझे बाँट दिया बन गए पति पांचों भाई दुर्दशा देख ऐसे मेरी तुम सबको लाज नहीं आई मैं समझी थी बड़भागन हू रणवीरो की मे सबला हू पर अब ऐसा लगता मुझको डरपोको की मे अबला हू है गदा कहाँ गांडीव कहाँ है गदा कहाँ गांडीव कहाँ क्या जंग लगी तलवारों को सौ सौ धिक्कार तुम्हे मेरा धिक्कार तेरे हथियारों को अरे घुंघरू बांधो चूड़ी पहनो गालियों में नाचो छम छम छम नहीं बेचारी मुझको समझो नैय्यहर से भाई बुलाए हम हुआ पांचों का बल क्षीण तो क्या हुआ पांचों का बल क्षीण तो क्या मेरे कृष्ण अकेले काफ़ी है उद्दंड नीच आताताई को कभी ना देते माफी है जो पता लगा मेरे विरन को जो पता लगा मेरे विरन को क्षण भर ना देर लगाएंगे नंगे पैरों हिरणागति से मेरे वीर कन्हैया आयेंगे नहीं भगिनी मैं लचारो की मधुसूदन मेरा भाई हैं लगता दुशासन दुर्योधन तेरी मौत शीश पर आई हैं होती है भ्रुक्ति वक्र जहां कोहराम वही मच जाता है केशव हथियार उठाले तो फिर काल भी ना बच पाता है जो आए भैया सभा मध्य यदि आए भैया सभा मध्य तो कोई नहीं बच पाएगा जब चक्र सुदर्शन घूमेगा सब मूली सा कट जायेगा ना बने निपुती माँ तेरी ना बने निपुती माँ तेरी कौरव सूत गण कुछ गौर करो अतिशय अक्षम्य अपराध किया ना सिर मृत्यु का मोर धरो इतना सुन गरजा दुर्योधन इतना सुन गरजा दुर्योधन दुशासन देर लगाओ ना निर्वस्त्र करो पांचाली को जंघा पर मेरी बिठाओ ना अग्रज की आज्ञा पाकर के दुशासन पट को रहा खींच द्रौपदी अधीर हुई मन मे साड़ी हाथों से रही भींच कुछ ना सुजा तब तैर भरी कुछ ना सुजा तब तैर भरी बोली सुनिए मेरे गिरधारी अब कोई नहीं अतिरिक्त तेरे प्रभु लाज रखो है लाचारी कान्हा की शान निराली है कान्हा की शान निराली है वो दौड़े दौड़े आते है जब कोई अर्ध पुकार करे निर्बल का बल बन जाते है था चक्र सुदर्शन चला दिया जब गज ने टेर लगाई थी एक सेन्यनाई के खातिर बस अपनी ठाकुरई बिसराई थी मुट्ठी भर तंदूर के बदले दो लोक सुदामा पाया था एक बार पुरिंद्र के कारण ऊंगली पर अचल उठाया था अब की द्रौपदी की बारी थी अब की द्रौपदी की बारी थी रो रो कर कृष्ण पुकारी थी हो गए रास्ते बंद सभी अब अंतिम राह मुरारी थी हुए कृष्ण कृपालु कृष्णा पर हुए कृष्ण कृपालु कृष्णा पर माधव जो करुण पुकार सुनी जहाँ देखो साड़ी ही साड़ी धरती अम्बर तक चीर बुनी अनव्रत खींचता रहा चीर पर छोर दूसरा पा ना सका हो गया चूर थक कर लेकिन साड़ी की थहा ना लगा सका था बहुत अचंभित दुशासन था बहुत अचंभित दुशासन ये नारी है या साड़ी है द्रौपदी मे हार्ड मांस भी है की सारी नारी साड़ी है मूर्छित होकर गिरा दुशासन मूर्छित होकर गिरा दुशासन निर्वस्त्र द्रौपदी कर ना सका दस सहस्र हस्त का बलशाली शर्मिंदा था बस मर ना सका कभी यज्ञसेनी ने नटवर को साड़ी का टुकड़ा बांधा था कभी यज्ञसेनी ने नटवर को साड़ी का टुकड़ा बांधा था बदले में आज मुरारी ने साड़ी में साड़ी बांधा था श्री कृष्ण भाव के भूखे है श्री कृष्ण भाव के भूखे है भक्तो की श्रद्धा प्यारी है ऋण चूकता करते ब्याज सहित माधव की लीला न्यारी है
@neerujain1379 Жыл бұрын
👏👏
@mayankjain4752 Жыл бұрын
Nice 👍👍
@mayankjain6199 Жыл бұрын
Bahut pyara
@vivekpandat4116 Жыл бұрын
Bhut sundar hai
@mayankjain7935 Жыл бұрын
👏👏👏🔥🔥
@amitasrivastava6976Күн бұрын
अति सुन्दर वर्णन किया है । धन्य हैं आप । जय श्री कृष्णा 🎉
@sanjayagrawal57 Жыл бұрын
नारीशक्ति🙏 पति से ज्यादा भाई से साथ ज्यादा सुरक्षित मानती है! देवी द्रोपदी जी ने दृष्टिकोण से बतलाया दिया!!!!🙏🇮🇳🚩
@siddharth.2462 ай бұрын
सम्बन्धों की व्याख्याएँ तो समय तय करता है - एक भाई कृष्ण था द्रौपदी के लिए , तो एक भाई कंस भी था देवकी के लिए.
@KishanSahu-lh8cj Жыл бұрын
हे तेजस्विनी आपको नमन 🙏 साक्षात् कृष्णे के भाव , जय श्री राधेश्याम
@kumargautam5919 Жыл бұрын
कोई फायदा नहीं वो पहले से सेट है चमचागिरी से कुछ नहीं मिलने वाला 😂
@MohitSir369710 күн бұрын
स्वर और साहित्य, दोनों कि महिमा अपरंपार है।
@KaushikBiswasDipto Жыл бұрын
Couldn’t stop shedding my tears. So well written and well delivered. It seemed like Draupadi herself was saying all these.
@matdekho-xx6hr Жыл бұрын
हे देवी आप तो महान हो । क्या बोले निशब्द हू । मौन हू❤आप ही दुर्गा आप ही काली।
@deepakrawani30484 ай бұрын
इतने सुंदर भाव, शब्द सुनते ही महाभारत प्रकट हो रहा है। साक्षात द्रौपदी माता दिख रहा आपके शब्द में
@sonukumarseth4799 Жыл бұрын
मैं बहुत पहले से महाभारत का सारा वीरों का गाथा और कविता बहुत बार सुना हु लेकिन आज ये सुन दिल गदगद हो गया😊😊😊😊😊❤❤❤
@PoojaSharma-oi1hb Жыл бұрын
Mera bhi yahi haal hai
@sonukumarseth479915 күн бұрын
समय बीत गया आज 1 साल हो चुका है 2025 आने को है लेकिन नित्य दिनचर्या का कविता यही है😊
@swetashree7215 Жыл бұрын
Adbhut ❤ ankho m anshu aa gye yrr sun k ur inki face k look amazing 😍 bht hi badiya reaction tha words ni h di mere pass apk liye sitaram 🙏🏿❤️ apko sitaram ji ap pe apni kripa bnaye rkhe sitaram 🙏🏿❤️ di 😊
@kratikasingh79736 күн бұрын
मै जब जब इसकविता को सुनती हूँ मेरी आँखों से निरंतर ऑसू बहते है😢 इतनी भावुकता के साथ वाचन किया है बहन ने❤😊
@यदुनन्दन-प1छ Жыл бұрын
अपनों से मीली क्रुरता और कहाँ खोजें वो दौर भी केसे सहा होगा किसी ने जिनके अपने ही पापी बने होंगे सहने वालों ने कल्पना भी नहीं कि होगी की हम मे से ही है दुष्प्रवृत्ति के जन.. अति सुन्दर प्रस्तुति आंखें खोलने वालीं
@ankitagarg9460 Жыл бұрын
❤😢दुखद कि आज हर स्त्री द्रौपदी है, पर कृष्ण बहुत कम। पर इस कविता से उस अदृश्य पर उम्मीद हुई
@kumargautam5919 Жыл бұрын
निश्चित ही यह दुष्कर्म अमानवीय था, और इसके लिए सभी पात्रों को एक ही दंड मिलना चाहिए था मृत्यु दंड और मिला भी जो जो भी इस दुष्कर्म के सहभागी थें इस वीभत्स घटना के पक्षधर थे सभी को मृत्यु दंड ही मिला, परन्तु इस घटना से थोड़ा पीछे देखिए दो प्रकरण पहला स्वयंवर प्रकरण जिसमें कर्ण को बेइज्जत की थी खुद इन्होंने ही आपको यदि सूतपुत्र से विवाह नहीं करना था तो उन्हें आमंत्रित किया ही क्यों और इसने तो धनुष भी उठा लिया था खैर इसका कोई भी उत्तर किसी के भी पास नहीं है और दुसरा प्रकरण है राजा को अंधा कहके बेइज्जत करना इसका भी कोई उत्तर नहीं है तो चर्चा तो इनका भी होना चाहिए जैसे वो प्रकरण अक्षम्य है ठीक उसी प्रकार ये दोनों प्रकरण भी अक्षम्य है
@RamVeer-ts3sc9 ай бұрын
Yah prasann Aisa prashn maine kabhi apni life mein nahin suna dropati ki kahani to maine bahut suni hai Magar aap Jaisi kahani jo aap Suna rahe ho yah ati Sundar hai
@manishmaurya5370 Жыл бұрын
अद्भुत प्रस्तुति आजकल की स्मार्टफोन के समय में ऐसी लेखनी अविश्वसनीय है मेरे लिए और हम धन्य हैं जो अभी भी ऐसी प्रसूति हमें देखने को मिलती है और सुनने को आजकल वक्त बहुत बदल गया है हम पश्चिमी संस्कृति को अपनाते जा रहे हैं और अपनी संस्कृति को भुलते जा रहे हैं धन्यवाद❤❤❤❤❤❤
@rinkajoshi5996 Жыл бұрын
2:20 मेरे कृष्ण अकेले काफी है उदंड, नीच,आताताई को कभी न देते माफी है Right ❤heart touching line 😢
@BhaktarajPal6 ай бұрын
Bilakul sahi
@renukashinde19099 ай бұрын
Wow! Goosebumps
@viveknsn Жыл бұрын
अध्भुत, अचंभित, कोटि कोटि नमन आपके पिता को और आपको I विस्मय विभूत कर दिया अपने I
@AnilYadav-vw9ff Жыл бұрын
चेहरे का भाव वर्णन को और भी ह्रदय स्पर्शी बनाता है बहुत अच्छा व्याख्यान है
@Anuchavan.9 ай бұрын
इतकी सुंदर रचना कदाचित कोणालाच जमलेली नसावी ❤ अप्रतीम आहे ❤
@ninamonutiwari40 Жыл бұрын
बहोत सुंदर कविता मेरे रोंगटे खड़े थे नी:शब्द हूं आंख से आशु आ गए ऐसा लगा जैसे मैं खुद उस किरदार को जी रही हूं आप पर कान्हा जी की कृपा बनी रहे जय श्री कृष्ण जय माधव🙏🙏
@umanathprasadsah5090 Жыл бұрын
अद्भुत, रोमांचकारी, भवबिभोर कर देने वाली कविता एवम्ं काव्य प्रस्तुति अत्यंत प्रशंसनीय है।
@MaiToBolunga228 ай бұрын
मानों पूरा दृश्य सामने चल रहा और आँख भर गयी, मन गुस्से और शर्म से भर गया 😢😢 बहुत सुंदर व्याख्यान किया आपने 👍
@mansisoni20 Жыл бұрын
अतिउत्तम हृदय मन एक दम प्रफुल्लित हो गया आप जैसी वीरांगनाओं आवश्यकता हैं इस देश को आपको मेरा सहृदय सम्मान सहित प्रणाम 🙏🙏
Iss ladki ke bhav aur shaili iss kawita ko bahut hridayasparshi bna dete hain.. speechless ❤❤
@Guru_Vasu Жыл бұрын
अति सुन्दर प्रस्तुति और हृदय को छू लेने वाली लेखनी। आपका प्रस्तुतीकरण अदभुत रहता है।
@pbvaishnav4 Жыл бұрын
मन भर गया और आंख से आसूं निकल आए 🙏आपकी आवाज से ही ऐसे लगा की ये सारा खेल मेरी आखों के सामने चले रहा हो जैसे 🙏 सलाम है आपकी बुलंद आवाज को 🙏
@SatendraKumar-od4nk Жыл бұрын
Sahi kaha yaar
@mukesh3049Күн бұрын
सादाचार ❤❤❤❤❤❤❤❤🎉🎉🎉🎉🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🎉🎉
@VKVision1211 ай бұрын
जितना सुन्दर लिखा हुआ है, उतना ही सुन्दर आपने वाचन किया। हिवड़े में रच बस गयी है ये रचना ❤
@familytime2589 Жыл бұрын
अद्धभुत कोई शब्द नहीं.... अति सुन्दर मन मोह लिया...
@adbhutjazbaat10 күн бұрын
Bahut sundar lines.. bahut sundar prastuti
@siddharthslathiaofficial Жыл бұрын
Amazing 👏
@hiteshkumar309 Жыл бұрын
I am definitely not the first one and not the last one who's is going to say this , your voice and the expression you have while expressing . It literally gave goosebumps JAI SHREE KRISHNA .
@ramgkp358316 күн бұрын
श्लोगन जितना बोला दिल को चुभ गया धन्य देवी
@Raosahab-vicky2.011 ай бұрын
आपकी ये कविता सुन ऐसा लगता है मानो हम वही उपस्थित है एकदम हृदय तक छूता है आपकी कविता बहुत बार सुनता हु दिल नही भरता और नमस्कार है आप जैसी नारी को जो आज के कलयुग में भी अपने कविता से द्वापर युग तक एक क्षण के लिए सैर करा जाएं राधे कृष्णा ❤❤
@sa_sami46611 ай бұрын
I have been listening to this for a week, without missing a day and honestly it makes me cry every time. Today's youth will be more interested in knowing about their own religion if there were more content creators like you. It is inspirational, you father is an amazing poet and writer
@rekhapandey57818 күн бұрын
Vaishnavi Sharma ji kamal h,You are really blessed with whatever you have.Thank You very much to your team for bringing this marvellous peace.
@abhishekkumar-vi8io Жыл бұрын
अद्भुत प्रस्तुति आजकल के स्मार्टफोन के समय में ऐसी लेखनी अविश्वसनीय है मेरे लिए और हम धन्य हैं जो अभी भी ऐसी प्रस्तुति हमें देखने को मिलती है सुनने को मिलती है बहुत बहुत धन्यवाद आपका❤
@ajaybajpai8931 Жыл бұрын
कविता सुन रौंगटे खड़े हो गए
@vedicsansthanam2 күн бұрын
बेहद खूबसूरत व्याख्यान, सराहनीय.
@maashakti503911 ай бұрын
Madhusudan mera bhai hai...mere kanha ...❤ Lady, U are so powerful and ur words are too🔥✨
@arunsir2024 Жыл бұрын
सतीश सृजन जी को इतनी सुंदर कविता लिखने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद साथ ही आपको कविता में जान डालने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद
@Sudhiryadav-ws3tt8 күн бұрын
कृष्णा की आर्त वाणी और अभिनय ,दोनो अद्भुत समावेश ❤❤🎉🎉
@AnushkaSah-u2h Жыл бұрын
एक एक शब्द वान के जैसे हृदय को भेदती चली गई,, बहुत ही उत्तेजित कर देने वाली कविता है,,,,, माधव की लीला न्यारी है ❤🙌🏻🙏🏻
@Vigyanwala619 Жыл бұрын
आप जो बोलती है वो चेहरे के भावो से भी इतना match करता h🙏
@श्यामशंकरकोहली7 ай бұрын
वाह बहन!! आपने बहुत सुन्दर प्रस्तुति दी है, प्रशंसा करने के लिए मेरे पास कोई शब्द ही नहीं है 😮😮😮😮😊😊😊😊🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@panksriv Жыл бұрын
अति सुन्दर कविता और उतनी ही सुंदर अभिव्यक्ति! आप और आपके पिता दोनों को बधाई 👏
@winzsys Жыл бұрын
स्नेह-प्रेम-श्रद्धा स्वीकारें, देवी. आपको सुन-देख सका. ईश्वर का आभार.
@r.kverma49115 ай бұрын
मेरे कृष्ण अकेले काफी हैं।❤❤
@Chakshimabharadwaj. Жыл бұрын
निःशब्द हूँ... समझने में पूर्णतः असमर्थ हूँ की आपके मुखभावों की प्रशंसा करूँ या शब्दों की....एक शब्द में कहूँ तो "अद्भुत"👍😊
@likhne_ka_aadi Жыл бұрын
मैं क्या कहूं बस निशब्द हूं । बस इतना कहूंगा कि सतीश सृजन जी इस रचना के लिए उन्हें कोटि कोटि नमन 🙏🏻 और आप ने जैसे इस रचना का पाठ किया है यकीन मानिए मेरी आंखों में आंसू बस टपके नहीं लेकिन आंखें भर जरूर आई थी । सच में ऐसा लग रहा था कि द्रौपदी स्वयं अपनी पीड़ा सुना रही हैं । आपको शत शत नमन 🙏🏻
@yogiaadityanath2346 күн бұрын
देश के लेखन और वाचन परंपरा के उज्जवल भविष्य हो वैष्णवी!! यूँ ही चमकती और गरजती रहो।
@madhusudanpanigrahy1318 Жыл бұрын
Poem is Embodiment of divine.Just WOW.may u be always blessed.
@Kumarsandii Жыл бұрын
EXPRESSION ABOVE EXPECTATION no grievances, no complaints EXCELLENT
@chandrashekharkatta538517 сағат бұрын
इसे कहते है कवि पाठ, अति सुंदर
@Vaibhav_Kanitkar_Vidyasut Жыл бұрын
कविता तो असामान्य रूपसे अतिउत्तम ही हैं पर जिस प्रकार आपने कविता पढी हैं मैं गदगद हो गया. मैं एक कथक नर्तक हूँ और आपका हर एक शब्द सूनकर मन में संचारी भाव जागृत हो गये. 🙏🙏
@SaleemKhan-mu9zp Жыл бұрын
बहुत बहुत आभार मैडम आप का बहुत अच्छे भाव और अदाईगी जय गोविंद
@KrushnkanthThenuanАй бұрын
सुबह उठते ही सुना तो ऐसा लगा की अभी युद्ध पर निकल जाऊं ❤
@vipinuniyal1 Жыл бұрын
Bahut sundar lekhani, bahut sundar prastuti.।।।। Keep it up.।।
@thakurpeehu_0609 Жыл бұрын
Haye raam रोंगटे खड़े हो गए 😢😢😢❤ मेरे माधव ❤❤❤
@LearningWithRamanYadav15 күн бұрын
अद्भुत रचना,उत्कृष्ट वाचन 🙏
@pri_y_a Жыл бұрын
Maturity is realising, the whole game of Mahabharata by Krishna, was only for Draupadi and not for the entitlement of Pandavas ❤❤
@debumandal5556 Жыл бұрын
Nhi a Satya nhi hai Droupadi aane se phele bhi bahut ghatnaye ghati hai.
@Singingcuckoo0078 ай бұрын
@@debumandal5556yahi sat hai. Pata nahi hai toh bolo matt
@sonikumari-vb8jg6 ай бұрын
Jara batao hum KO bhi@@Singingcuckoo007
@geetgovind14234 ай бұрын
Satyavachan
@saurabhpathak850 Жыл бұрын
Bahut hi sundar panktiyan Hain... Jai shree Krishna🙇🙇🙇
@bamshankarchoudhary51059 ай бұрын
Super se super
@Akshay_Solanki_80499 Жыл бұрын
"Ma'am" Words are missing to describe such a Beautiful speech (VAANI),✨ TRULY RESPECTFUL FROM THE HEART ❣️✨💫 🙏🏻
@ranjanapatidar855 Жыл бұрын
I’ve never heard anything quite as powerful as this . That’s all I have to say. I could come up with something else, but no words would do it justice. Really a masterpiece , and the way you are reciting it , feels like Draupadi herself is asking questions. Loved it!!
@awdheshkumarsingh11054 ай бұрын
अति सुन्दर। काव्य पाठ की कला मनमोहक।
@pragyadevi603 Жыл бұрын
No words to Praise the expressions and poetry...... juzzz outstanding
@nehabhele115 ай бұрын
कुछ कहने को ना रहा। इन पंक्तियों से जो बल मिला मानो जैस स्वयं मुरारी जी कह रहे हो, की उठो सखी, मैं स्वयं तुम्हारे साथ हूँ। जय माधव मुरारी की ।।
@Virgo20p5 күн бұрын
श्री कृष्ण भूखे हैं भाव के❤️❤️
@daminsahu9239 Жыл бұрын
Poetry + Face expression= Goosebumps Nailed it Dii♥️😘