ओउम् उपासक आर्य समाज अमर रहे वेद की ज्योति जलती रहे। स्वामी दयानन्द सरस्वती जी को शत् शत् नमन् स्वामी सच्चिदानन्द जी को सादर नमस्ते। आर्य पुत्र।।
@GulabSingh-jn8tc4 күн бұрын
Guru ji parnam
@AshaRani-pt9rjАй бұрын
Om swami ji 🙏
@Chandangoyal-re7xqАй бұрын
Swami ji ko kotti kotti baman
@ishmuneom572Ай бұрын
Om Ji Om
@nishagupta5962Ай бұрын
ॐ प्रणाम स्वामी जी
@RaghwendraSinghRajputАй бұрын
स्वामी जी को सादर प्रणाम
@rajubawa4372Ай бұрын
ओम् नमस्ते आचार्य जीं जय आर्यावर्त
@pawanbhati2809Ай бұрын
ओ३म् सादर नमस्ते जी 🏵️🏵️🏵️
@mohandiloya8941Ай бұрын
ll ओ३म ll सादर नमस्ते स्वामी जी को।
@arunrai9663Ай бұрын
ॐॐ ॐ
@DharmendraKumar-h3q9vАй бұрын
Jai guru dev
@rabindranayak5237Ай бұрын
Namastay Swamiji
@chandrakanta1470Ай бұрын
🙏🏻🚩🚩
@NarayananDungrajaalАй бұрын
🕉️🙏
@gyansaxena4030Ай бұрын
🙏🏽
@basantkumarjmlАй бұрын
❤❤❤❤
@adityagupta743Ай бұрын
😌🙏🙏
@dharasingh3309Ай бұрын
जो भूमि पर बडे और खड़े, पढ़े वह ही बढे।
@GulabSingh-jn8tc4 күн бұрын
Mujhe nam dan de
@ramshreePurohit-q8sАй бұрын
गायत्री जी की आरती में भी इन्होंने मिटा मिलावटकर दी है। आरती में राधा रुद्राणी कर दिया है। उसे जगह रुक्मणी रुद्राणी होना चाहिए।
@ramshreePurohit-q8sАй бұрын
स्वामी की पत्नी का स्थान पूजा पाठ में होता है। कृष्णा की पत्नी रुक्मणी है रुक्मणी को मंदिर में होना चाहिए राधा को नहीं। राधा ने हमारी सनातन संस्कृति को नष्ट किया है और आज भी घर टूट रहे हैं पति पत्नी के रिश्ते टूट रहे हैं।
@jayatewari1272Ай бұрын
अच्छा राधा तो एक तरह की प्रेम की धारा है ,तो तुम अपने घर की तुलना क्यों करते हो , तुम्हारे हृदय में प्रेम की धारा तो है लेकिन वह तूफ़ान की तरह है तूफ़ान या तो उड़ा देगा या तोड़ देगा तुम स्वयं के प्रेम के दोषी हो दोष राधा को देते।