आनन्द के बाधक तत्व ही राक्षस है,मन का लोभ है कब्ज, दुर्योधन की प्रवृत्ति, सव कुछ लेने की,आदि प्रेरक प्रसंगों से बहुत सुन्दर भावपूर्ण विवेचन, सादर प्रणाम।
@Anandpramar4 күн бұрын
Jai siya Ram
@rammanoharverma88743 күн бұрын
🎉jaisiyaram
@Anandpramar3 күн бұрын
Jai siya Ram
@PremSingh-vd6jj4 күн бұрын
Dan ke mahatva ki bahut sundarvivechan sadar pranam
@Anandpramar4 күн бұрын
Jai siya Ram
@vimalupsclover48453 күн бұрын
Jay shree ram
@Anandpramar3 күн бұрын
Jai siya Ram
@kailashprasadsoni17024 күн бұрын
भक्ति के प्रादुर्भाव से ज्ञान का उदय हो जायेगा, तभी लेन देन का बोध होगा। सुन्दर भावपूर्ण व्याख्यान, सादर प्रणाम।
@Anandpramar4 күн бұрын
Jai siya Ram
@vijaykumar-xt1cg3 күн бұрын
Jay Sri ram
@Anandpramar3 күн бұрын
Jai shree Ram
@dileepstudio62014 күн бұрын
jay shree ram
@Anandpramar4 күн бұрын
Jai siya Ram
@SatishChandra-j6n3 күн бұрын
🙏लेने मे आनन्द अति, देने की नहि चाह. लोभ शत्रु की प्रबलता, कैसे हो निर्वाह वाणी श्री आनन्द की , सुन उर धर सुविचार दान परशु से लोभ पर मन कर उचित प्रहार🙏🙏🙏❤️🙏🙏🙏