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@knaik35419 күн бұрын
In our region Saptpadi is not observed in our tradition, does it mean the Hindu marriage is invalid ?
@Delhiwala417 күн бұрын
सुप्रीम कोर्ट का ये बहुत सारे घटिया फैसलों में से ये एक फैसला है। आने वाले समय में कभी न कभी ये फैसला पलटा जाएगा। पाखंड से पीछा जरूर छूटेगा।
@prabhatranjandwivedi974615 күн бұрын
सुप्रीम कोर्ट का बहुत ही बढ़िया निर्णय,अगर आपका विवाह हिन्दू मैरिज एक्ट के अंतर्गत आता है तो विवाह हिन्दू रीति रिवाजों के अनुसार ही मान्य होना चाहिए ।👏👌
@anuraggorre890019 күн бұрын
चाहे जो हो जाए हिंदू धर्म के ऊपर ही इनका सहारा नियम कानून लगता है और यह हिंदू धर्म को खत्मकर छोड़ेंगे अंग्रेज भी यही काम करते थे इसीलिए उनका विरोध हुआ उनको यहां से भाग कर जाना पड़ा और भविष्य का अगर यही दिखाई दे रहा है कि इन मुकदमे बाजीराव के चक्कर को खत्म करने के लिए पालिका को भी खत्म करना पड़ेगा?
@kishortank381518 күн бұрын
तो क्या अब रीति, रिवाज, दिखावा, ढोल, नगारा बजाने वालो के घर भरने पड़ेगे शादी के नाम पर?
@AdvocacyIsMyPassion19 күн бұрын
Well done i agree ❤
@parmeswartandia847620 күн бұрын
दुख का विषय ये है कि भारत की बर्बादी में न्यायपालिका और खास करके सुप्रीम कोर्ट की बड़ी रोल है । न्याय की कुर्सी पर बैठ के अंधेरगर्दी का समर्थक होना न्यायपालिका के लिए घोर लज्जा का विषय है ।
@NR-xx6ly16 күн бұрын
Yes...this is the correct legal position. It can be a simple ceremony but Saat phere is mandatory
@anita-lb4bw13 күн бұрын
If we don't believe in religion. Than . No body force us to be Hindu 😮😮😮.
@MdshakirLLB227 күн бұрын
Superb explanation thank u so much sir ❤❤❤
@DushyantGautam20 күн бұрын
सात फेरे नहीं अपितु उसको सप्तपदी कहा गया है। सप्तपदी का आशय पति पत्नी का सात पद साथ चलना होता है। बिना अग्नि के फेरे के भी सप्तपदी हो सकता है।
@kapil3058718 күн бұрын
Gyani baba sath to chalte hai nhi. Aage peeche chalte hai😂
@DushyantGautam18 күн бұрын
@kapil30587 साथ चलने का मतलब बिल्कुल चिपक कर चलने को नहीं कहते। कोई आगे या पीछे तो होगा ही। मैंने सिर्फ सप्तपदी का अर्थ बताया है जिसमें सात फेरे कहीं नहीं लिखा है। राजस्थान में तो तीन फेरे ही लगवाते हैं फिर आप क्या कहोगे? पंडित जी से कहो कि सात फेरे लगवाओ तो लड़ने को उतारू हो जाते हैं।
@RohitGupta-y7o19 күн бұрын
To fir marriage registrare sahab ko directions dena chahiye ki vo phle marriage k process ko verified kare fir certificate issue kare . without ground issue hi n kare aur koi officer esa kre to use contempt of court man liya jaye
@AnkitG1219 күн бұрын
Shadi mein hone wali mujra ko bhi marriage ki invalidity ground mein shamil kia jana chahiye .
@MrMallu.20 күн бұрын
will that marriage will have validity or not? if we just do court or register marriage
@kapil3058718 күн бұрын
RSS WALR JUDGE KA FAISLA LAG RHA HAI YE TO
@narutosingh52398 сағат бұрын
This is good decision by court. This applies only to hindu marriage act. I dont understand why people are complaining in comments 😂 tum hindu nahi toh tumpe apply nahi hota yeh law 😅
@sayasargam6 күн бұрын
Arya samaj marriage ko deny kar ke dekhe husband matrimonial proceedings, rape ke charges lag jaayenge. Sirf wife karti hai aise aur court maan bhi leta hai, husband ke liye to pakadwa vivah, long term live in, minor sab uske against hai. Ye sab wife ke cases hote hai, aur unko ulta read kiya jaata hai.
@anita-lb4bw13 күн бұрын
Try to keep it Short too much talking just program advertisements bring curse on channel 😢😢😢😢😢
@VijaySingh-mg4hk10 күн бұрын
Sir आप कहां से हैं
@Gauravkumar-jm4ve7 күн бұрын
Ye kya bakwas judgment hai Jo Garib afford nhi kar skta wo kya कुंवारा रहेगा??
@Rx_Recipe20 күн бұрын
आग के फेर लेने से शादी मानी जाएगी, ये बहुत ही घटिया फैसला है सुप्रीम कोर्ट का 😡😡😡😡😡 देश संविधान से चलना चाहिए ना कि ऐसे ढकोसलो से.... सिर्फ कोर्ट मैरिज को वैध करना चाहिए जो कि मजिस्ट्रेट के सामने हो...
@funrk19 күн бұрын
हा
@TarunKumar-yf3yo19 күн бұрын
You are right, sir, jai bheem.
@Rx_Recipe18 күн бұрын
@@TarunKumar-yf3yo Jai Bhim
@sandeepdhanote500818 күн бұрын
@@TarunKumar-yf3yoबाबा साहब ने कोर्ट मैरिज की थी क्या?
@123gery0917 күн бұрын
Constitution log ke liye hota hai logo se uppar nahi..congress has done changes in constitution many times in past...for you it might not be important for other it their traditions...u don't believe in their traditions fine, but they have right to follow their traditions...
@evilgamerzzz385219 күн бұрын
Fir court marriage karne valo ki shaadi kaise valid maani jaati hai?
@shivamdubey42618 күн бұрын
Court marriage is under different act. Hindi marriage act is different.
@poonamrani531919 күн бұрын
Sir hmne Hindu marriage ki custom se shadi ki aur ab husband ko divorce chaiye apni responsibility se bachne k liye
@samdancestudio216119 күн бұрын
Sab sahi se pdo जजमेंट
@funrk19 күн бұрын
फालतू निर्णय। इसमें पुरुष या महिला जो भी फराड हो , फायदा उठा सकते हैं
@pardeepbhalla612917 күн бұрын
जज भी तो आम आदमी ही होता है,वही नाक,कान, लिंग आदि दो चार व्यक्ति जो पूरे हिंदुस्तान पर अपना कानून थोप दे यह कहा की स्वतंत्रता है,पूरे देश के नागरिकों से ऐसे मामलो पर राय/सीधे वोट लेकर कानून/संशोधन करना चाहिए जो खासतौर पर सामाजिक रितिरिवाज /कानून/नियम हो।
@pardeepbhalla612917 күн бұрын
अदालत सरकार का सामाजिक कार्यों में दखल देना उचित नहीं,देश के विकास व सामूहिक लाभ/न्याय की वयवस्था के लिय ही है , बहुत सारे मामले जो केन्द्र व राज्य सरकारों मै और जनता को न्याय न मिलने के पेंडिंग लंबे अरसे से अदालतों में चलते रहते हैं उन्हें निपटाने पर टाइम लगाए , न की सामाजिक व्यवस्था के कानून बनाके चौधरी /सरपंच बनने के लिय।