पठानिया जी को आम जनता और कर्मचारियों पेंशनरों के साथ खड़ा होने के लिए धन्यावाद 🙏
@charanjivlalkapoor8140Ай бұрын
.
@MohinderNaryal-d4t2 ай бұрын
कर्मचारीयों ने जो सवाल सरकार ओर ब्यूरो क्रेस्ट पर खड़े किए हैं। जांच होनी चाहिए।
@bhupinderchandjamwal67522 ай бұрын
आदरणीय शान्ता जी की राह पर नही, प्रदेश का बेड़ा गर्क करने की राह पर ...........??????
@ashwanidogra20482 ай бұрын
Right 👍
@AshwaniKumar-kr4qo2 ай бұрын
सुखू शांता जी की राह पर नहीं यह पप्पू व उसकी बहन के झूठे दस वायदों पर फंसें है व प्रदेश को बरवाद करने पर तूले है।
@sharmasv45872 ай бұрын
30-40 लाख की गाड़ियों क्यों खरीदी जाती है लोगो के पैसे का misuse
@jaichandthakur45592 ай бұрын
Rs. 30-40 Lakh Vehicle purchases is curly I'llegal ,means after 4-5yrs run Govt Vehicle cross 14-15Lakhs K. Mt. Which is not tolerated by any body.
@vipin23us2 ай бұрын
पथरिया साहब, निश्चित तौर पर कर्मचारियों को महंगाई भत्ता मिलना चाहिए, लेकिन कर्मचारियों की जो जिम्मेदारी है उस पर भी भी सरकार को ध्यान देना होगा। हम श्री उदयवीर जी से पूरी तरह सहमत हैं कि नौकरशाही राज्य के संसाधनों का दुरुपयोग करती है। माननीय मुख्यमंत्री को इस पूरी समस्या का समाधान करना होगा।
@jogindersinghchandel3342 ай бұрын
माली हालात भी इन् लोगों ने ही खराब की है। ये लोग कर्ज पर कर्ज ले रहें हैं परंतु अपने पूर्व मंत्रियों व् विधायकों का पैंशन पर मिलने वाले डी ऐ 159% के बजाय 34% मिलना चाहिए जैसे आम कर्मचारियों को मिलता है तथा मौजूदा मंत्रियों व् विधायकों के भत्ते भी कम होने चाहिए तो किसी को भी दान देने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी। अगर ऐसा हो जाए तो करोड़ों की बचत होगी।
@kuldeepsoni43732 ай бұрын
पत्रकार पठानिया जी की मूछ और निडर पत्रकारिता सुपर है
@vipin23us2 ай бұрын
पथरिया साहब, नेता लोग चुनाव लड़ने के लिए टिकट लेते हैं और इसी के लिए मरामारी करते हैं, भारी वेतन, भत्ते मुफ्त सुविधाएं देते हैं। उनका उद्देश्य सार्वजनिक सेवा नहीं बल्कि राज्य को लूटना है।
@rameshlal51572 ай бұрын
YOU'RE ABSOLUTLY RIGHT BROTHER.
@devindersingh91042 ай бұрын
Bilkul sahi sir jee
@sharmasv45872 ай бұрын
गाड़ियों का misuse बन्द हो
@partapchauhan8252 ай бұрын
अगर इस छोटे से प्रदेश में अधिकारियों की फौज खड़ी कर दी गई है तो सरकार घाटे में ही जाएगी एक छोटा सा उदाहरण देता हूं अगर एक अधीक्षण अभियंता के अधीन एक या दो अधिशासी अभियंता काम कर रहे हैं तो सरकार घाटे पर ही चलेगी
@sharmasv45872 ай бұрын
अपनी अधिकारों की मांग करना गैरकानूनी नही है।
@shivdyalduglate26572 ай бұрын
शांता कुमार हिमाचल को छोड़कर दिल्ली की ओर रुख कर गए मगर सुक्खू को तो दिल्ली में भी जगह नहीं मिल सकती।केंद्र में बीजेपी का राज है सुक्खू को टेंशन ही नहीं अब तो तीन पेंशन मिलेगी ,
@MastRamChandel-h3w2 ай бұрын
इसका एक ही हल है HP में राष्ट्रपती शासन लागू कर दिया जाए।
@JasbirSingh-pb1ld2 ай бұрын
Kiyeon bhai ji
@AjayKumar-md6gs2 ай бұрын
6x6 ka Chsma Lagana prega@@JasbirSingh-pb1ld
@MayaDevi-lf7wt2 ай бұрын
@@JasbirSingh-pb1ld😊😊
@MayaDevi-lf7wt2 ай бұрын
@@JasbirSingh-pb1ld😊
@MayaDevi-lf7wt2 ай бұрын
@@JasbirSingh-pb1ld😊
@neelamchauhan8042 ай бұрын
पठानिया जी आपकी बेबाक, निडर और सच्ची पत्रकारिता को बहुत बहुत साधुवाद 🙏🙏🙏
@satishkumar-wz8bu2 ай бұрын
Govt should issue white paper on the expenses of कर्मचारी, अधिकारी एंड politicians.
@devindersingh91042 ай бұрын
Super charchaa sir jee 🙏
@KuldeepSharma-vf9bc2 ай бұрын
सरकार की नालायकी की वजह से हिमाचल आर्थिक आपातकाल की तरह बढ़ रहा है, मुफ्तखोरी, बंदरबाँट बंद करनी पड़ेगी
@uttamsingh90422 ай бұрын
नहीं,कियोकी अपने ऐशौआराम के खर्चे नहीं घटाएं।
@hupendernegi61912 ай бұрын
#bycott सुक्खू सरकार bycott आउटसोर्स
@jaichandthakur45592 ай бұрын
Varishth Patrakar is Very-Very Correct Statement.
@sunderlalsaini97582 ай бұрын
Vivek sharma ji very nice comments.
@tikaramsharma86542 ай бұрын
दुःख की सरकार हमेशा पैसे को रोना सबसे घटिया मुख्यमंत्री
@ruhanisahab10022 ай бұрын
अब तक का सबसे बेकार मुख्यमंत्री जब से आया रो रहा है । Hrtc घाटे मैं है क्यों?? क्योंकि इनके बड़े बाबुओं पर लगाम नहीं है खा रहे हैं सस्ती चीज लगाएंगे और बिल मैं सरकार को चुना लगा देंगे बिजली बोर्ड घाटे मैं क्यों ? कभी सोचा जब बोर्ड घाटे मैं है फ्री बिजली kyu ?? Congress zimmedaar hai
@somdattsharma30872 ай бұрын
मानयोग मुख्य मंत्री जी शांता जी के राह पर नहीं अपितु जो वायदे उन्होंने लोगो से किये वह नहीं करने चाहिए थे,और जो कर रहे हैं वह भी नहीं करने चाहिए।
@n.l.bhardwaj59612 ай бұрын
श्रीमान जी आर्थिक स्थिति अगर खराब है तो हमारे माननीयों ने नहीं किया तो किसने किया। मध्यम वर्गीय जनता तो आज महंगाई से पिस रही है और कर्मचारियों को भी इसका सामना करना पड़ रहा है । दूसरी तरफ कर्मचारियों को नया वेतनमान जनवरी,2016 से पंजाब सरकार ने दे दिया था मगर उस समय भाजपा सरकार इसे देने में नाकाम रही और कांग्रेस सरकार इन्ही मुद्दों को लेकर बनी थी और बड़े बड़े वायदे किए गए थे मगर अब सरकार कुछ भी नहीं कर रही है उल्टा जनवरी,2016 को देय नए पे स्केल को अभी आठ साल बीतने के बाद भी नहीं दे रही है जो सचमुच निंदनीय है। सरकार को इस पर गहन विचार करना करना चाहिए।
हिमाचल की माली हालत का प्रभाब नेताओं और सरकारी बाबुओं पर पड़ता है private लोगो पर नहीं सारा tex का पैसा इन हि लोगो मे बंटता है
@baljitsingh47642 ай бұрын
Jai Hind. Jai Himachal.
@harisinghbragta53562 ай бұрын
अफसरों की गाडियों को बंद करनी चाहिए🙏
@pawan94612 ай бұрын
DA चुपचाप दो। इधर उधर मत घुमाओ
@premchand98812 ай бұрын
Govt should reduce heavy administrative structure of all departments and reduce no. of employees in this small state to control financial problems and no new institutions should create.
@vijaykumadhiman59022 ай бұрын
Rajeevji ek barappyeh battary ki mantrion ki pension our phone Bhatta band kar do karoron rupees bach sakte hain our gov ka karajbhikhatam ho Jaye ga
@thakurop63112 ай бұрын
जो कहा डंके की चोट पर कहा
@KewalramSharma-s6qАй бұрын
अब अपनी जिम्मेवारियों को पूरा करने के लिए जनता जनार्दन और कर्मचारीयों पैनशनरो को निचोड़कर पैसा इकट्ठा करने 😮की तैयारियां शुरू कर दी है ज़ी 😊😊😊
@n.l.bhardwaj59612 ай бұрын
श्रीमान जी अगर पूरक है तो कर्मचारियों की मांगें मान लेनी चाहिए।
@LachhiRam-d4y2 ай бұрын
मै तो कहता हुँ ये जो मर्जी करे इन की बीतीय संकट कभी नहीं सुधरेगा ये हलात केबल सुखु के नरेतृत्व मे हो रहा है आज तक भी मुख्यमंत्री रहे कभी ऐसा संकट नहीं सुना कांग्रेस का राज भी बीजेपी का राज भी रहा, क्या कारण है की इस के राज मे ही ऐसा हुआ या तो सरकार चलानी नहीं आती या ये माननीय या बिरोक्रेट सरकार की फिजूल करची या घोटाले बाजी करते होंगे कुछ न खुछ तो है,
@kaursingh63602 ай бұрын
Jai SSS sarkar jindabad ops sarkar jindabad jindabad
@rajeevsharma52872 ай бұрын
जरूरत से कहीं अधिक अफसरों की भर्ती शुरू से ही वित्तीय संकट का मुख्य कारण रही है l
@nasibrana61082 ай бұрын
संदीप जी 2016 से 2022 के बीच rtd कर्मचारियों के छुटियों के पेमेंट, ग्रेजुटी कम्युनिटेशन ऑफ़ पेंशन को क्यों रोका है जबकि 2022 के बाद वालो को यह पूरे लाभ दिये जा रहे है आज उन का यह हल है की उन को अपनी जरूरत पूरी करने के लिए बैंक से कर्ज लेना पढ़ रहा है काम से कम उन के यह लाभ तो रिलीज़ कर दो
@amarsinghthakur3242 ай бұрын
में पहले भी लिख चुका हूँ और आज फिर लिख रहे रहा हूँ यदि खर्चा कम करना है तो सरकारी गाड़ी हप्ते में दो दिन नहीं चलनी चाहिए देखो एऊटा महिना में कितना पैसे बचते हैं धन्यवाद
@GauriSagar-e4k2 ай бұрын
Shanta ji ki trha nhi bn skate Shanta ji ne kbhi karamchari/adhikariyon k labh nhi roke
@satishdhiman45182 ай бұрын
😂😂 सही कहा ऑफिसर अपने बाप का सगा नहीं..
@atmaram53762 ай бұрын
जय हिंदजय हिमाचल भगवान सभी को सद्बुद्धि दे
@SureshChandel-s3u2 ай бұрын
संबिधान = सम्म=बराबर, विधान=कानून, = क्या आज भी संबिधान लागू किया जा रहा है?
@kultarchand27412 ай бұрын
Pathania ji ki ble ble kr di aapne aap jaise nishpaksh ptrkar hai aap ji slam aapko
@bhupinderchandjamwal67522 ай бұрын
मुख्यमंत्री द्वारा जो फैसला लिया गया है वह केवल ड्रामेबाजी है।मुख्यमंत्री कर्मचारियों के आंदोलन को अनैतिक तरीके से कुचलना चाहते हैं।ऐसा कर पाना सरकार के लिए बहुत ही मुश्किल है।जितनी जल्दी हो सके प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए।इसकेअलावा कोई चारा भी नहीं है।
@nasibrana61082 ай бұрын
Pathania जी नमस्कार, sir सचिवा लय के कर्मचारियों ने अगर आरोप लगाए है तो जरूर दाल मे कुछ काला है, अबसरशाही सरकार को मिस गाइड लकर रही है
@KishoriDhiman-ei8le2 ай бұрын
Pathanya ji sahi kaha apne
@sunderlalsaini97582 ай бұрын
Dhanta kumar ji ke time me hallat kuchh aur the sukhu ji unse jyada karmchari anti chl rhe hain. Janab khud to jayenge congrss ko bhi duboenge.
@nareshsharma45862 ай бұрын
The national tv news channel should take lesson from this debate which happened very amicable and with proper discipline.
@yuvrajverma13932 ай бұрын
दोनों राजनीतिक दलों ने कर्मचारियों के साथ धोखा किया है। अगर भाजपा सरकार ने समय रहते संशोधित वेतनमान के एरियर का भुगतान कर दिया होता तो यह स्थिति नहीं बनती। लेकिन वर्तमान सरकार ने भी इस ओर कोई तवज्जो नहीं दी इससे स्थिति और भयावह हो गई है।
@NandLal-w4d2 ай бұрын
Yes
@ritarani66562 ай бұрын
Jai shree Ram
@gauravsharma-ju8ro2 ай бұрын
संदीप सांख्यान की बातों का कोई सर्र पेर्र नहीं है...पूरी दुनिया को दिख रहा है कैसे ये सुखू सरकार नौकरशाहों के द्वार पूरी तरह से दबी हुई है पर इनको नहीं दिख रहा....संख्यान की एक ek बात कर्मचारियों के खिलाफ हैं...इनको नौकरशाहों से कोई समस्या नहीं है..इनको बस कर्मचारी बुरे लग रहे हैं
@dhaniramthakur65182 ай бұрын
Dr sahab I am regular viewer of your program which is very useful and important source of information to the general public. The debate participated by worthy party spokesmen or prominent press personalities time to time gives understanding of burning issues, but the present issue of debate between govt., bureaucracy and govt.employees creating somewhat confusion in concept. The concept of govt. is to rule and bureaucray has to provide aid and advice means to help ruling elite and govt employee has to follow the instructions for smooth running the work of government. All are equally important ingredients. Main issue is economic status of present govt. For the last ten years, this misgovernace spoiled economic conditions and present rule could not understand the gravity of situation in the first instance. Governance runs from Council of Ministers or political Executive. Political executive should have good knowledge of governance and administration. There must have effective administrative control over bureaucracy and their capabilities of functioning and equipments provided. Bureaucracy may not be bad but shortcoming may be in dealers (govt.). Today question of misuse of facilities such as vehicles,office and other wrong doing as alleged. Sitting government from very beginning controls over administration by way of these and ensured judicious use of facilities admissible. Unbridled horse wanders here and there. All are crying over bureaucrats is not good but we should find good from them as per their qualification that we are failure or not capable to exploit their potential. Employees are important factor of governance they should be given their dues or pay and allowances. No govt can run without employee. Political elite alone can't perform as full government functions. In nut she'll coordination and cooperation is must and strengthening of supervision,control and rules and procedures and systematic follow of hierarchical governance. In strike, all means were adopted to accede the demands in past by govt.employees against the ruling govt but when their demands fulfilled they never treat the government as their enemy for ever. Anguish runs upto their strike and thereafter they stand by with the government. Ruling govt. does not reprimand the employees nor their leaders but amicably be settle. To facilitate the public, all three factors must be healthy and sound. None has to follow the egoistic view in the interest of general public of State. There, I must be added that the ruling elite should be more capable than ruled. People of State are observer and keeping deep eyes on this episode. Financial condition of State is bad to worse but it can't be restored by cut in salary for month or two. Strong and steek measures should be adopted to improve the regularity of State economic status. Small to big measures should be explored to boost the finance. Stoping misuse of resources and judicious use of available. H P has vast possibilities of improving economy but strong will must be there. It is my submission that government should look into matter which the employees union said,whether the situation is actually prevailing. There is one thing govt machinery is not runing in rules and procedures due to lack of control or supervion. First and foremost is good governance to facilitates the people of HP. Blame game should be stopped and who did and who is doing? Expectations are from present governance nor to any one. Thanks Dr. Sahab. I have barked out which was in mind.🙏
@janakdulari32962 ай бұрын
🌲🌞🌺🌝🌲🙏🏾🚩🕉🔔सरकार चाहे कोई भी हो,/🕉लेकिन जो चुनकर लाते हैं/🕉उनको ही नकेल डालते हैं।/🕉राषट्रपति शासन लागू/🕉अकेला आदमी/🕉 हिमाचल की All most जनता को तंग करने का अधिकार नहीं है। /🕉इनसे भी ऊपर/🚩गव॔नर/🚩अदालत/🚩पीम/🚩राषट्रपति शासन। 🚩🙏🏾🕉🔔अगर जनता चुन कर सिंहासन पर विठा सकती है/🙏🏾🕉🔔तो जनता सिंहासन से गिरा भी सकती।
@prkashchand4122Ай бұрын
Shanta ji ek imandar leader thhe
@budhisingh91832 ай бұрын
CM Sukhu
@rao56672 ай бұрын
Wrong views Congress
@sharmasv45872 ай бұрын
गाड़ियों का misuse किया जा रहा daily
@tnc7602 ай бұрын
❤❤❤❤❤ गांधी नहीं ये आंधी है - हिमाचल कांग्रेस सेवादल ✍️
@AshwaniKumar-kr4qo2 ай бұрын
क्या चोर को चोर बोलना गुनाह है।,क्या एम एल ए व एम पी बन जाने पर उन्हें देश/प्रदेश को लूटने का लाईसैंस मिल जाता है ।
@ruhanisahab10022 ай бұрын
दोनो एक दूसरे के पूरक हैं 😂 ये बोलने का तरीका थोड़ा कैजुअल था । उदयवीर पठानिया fade smile told complete sentence 😊
@kaursingh63602 ай бұрын
ops di hai Da or arrier toh milna hi hai Jai SSS sarkar jindabad ops sarkar jindabad
@premchand98812 ай бұрын
Govt should ban playing of vehicles on holidays of all biorocrats and officers of all departments.
@rajindersharma19282 ай бұрын
क्या कारण है कि जो राजनीतिक दल जो जनता के सामने आपस में भला बुरा कहते हैं लेकिन जब विधानसभा में अपना वेतन भत्ता बढ़ाते हैं तो कोई विरोध नहीं करता है तो यह विधायक कम राज्य के लुटेरे हैं
@praveenkumar-cg6sr2 ай бұрын
No work no pay hona chahiye
@BhupinderPalThakur-wk7sq2 ай бұрын
अंधे हो जाते है
@ramsinghpatyal58782 ай бұрын
Beda gark kar diya Himachal ka. Sadke tuti padi hai. Hospital me specialist doctor nahi hai. Berojgar pichhle 2 sal se naukri dhund rahe hai. Employees ke arrear pending pade hai. Kuchh kam nahi ho raha hai.
@surindergupta2 ай бұрын
Himachal ki mali halat ka kya sukhu ji ko pehle pata nahin tha? Poorv cm late sh Virbhadra ji ne kabhi bhi aarthik tangi ka rona nahin roya.
@ramsinghpatyal58782 ай бұрын
Chhoti si state Himachal me 2 upmukhyamantri bana diye. Dher sare mantri bana diye. Baki vidhayko ko mantri ke brabar nigmo, vibhago ke adhayaksh bana diye. Dher sar office ko extension di gayi. Har vibhag me bahut se unnecessary OSD rakh diye. Economy par bojh to padega hi.
@ishwaranand4382 ай бұрын
लोगो को वरगलाने और मुफ्त की रेवडियाँ वान्टने की राह पर -
@janakdulari32962 ай бұрын
🌲🌝🍁🌞🌲🙏🏾🚩🕉🔔Excellent
@vedparkashverma38682 ай бұрын
डा0 साहिब करमचारियो और पैनसनरो ने जो हक़ की माग करना कया कोई गुनाह है ओर उनहोंने ने सरकार की आखें खोली तो सरकार कयो करमचारियो से नाराज है अगर परदेश की हित वात करना कया ये भी गुनाह है
@sharmasv45872 ай бұрын
Bureaucracy ने state ko तबाह कर दिया है
@brmandyal50422 ай бұрын
President rule lgna chahieye HP m
@lataverma97962 ай бұрын
Pehle to jo bhi MLA ek se jyada pension le rhe h unki pension bnd kro sirf ek do
@ramsinghpatyal58782 ай бұрын
Employees ke arrear kab tak rokenge. Pensioners ke revised pension arrear kab tak rokenge.
@Rajeshverma-zoologist2 ай бұрын
Hmare tax ka pesa rebdiyon me banta ja rha apne mitron ko koi 1500 etc.srkari krmchari hone k nate me apni salary do month k liye shodne ko tyar hun but shart he 25000 yuvao ko pkki srkari nokri dein naki retired logon or apne mitron ko extension.
@RameshChand-qt5mw2 ай бұрын
Pathania ji 💯 right
@ramnathbodh79352 ай бұрын
मांग da, एरियर का ठीक है मांग तक सीमित रहना व ज़ोरदार तरीके से मंचों पर उठाए रखना चाहिए। सरकार के उपर ऐसे आरोप बिल्कुल गलत जैसे खर्चे की वात कर रहे थे खर्चे कम करना सरकार का काम है कर्मचारियों का काम अपनी नोकरी करनी है ईमानदारी से व अपने जायज़ मांग को जोरदार तऱीके से उठाया जाना चाहिए। सब को अपना अपना काम इमानदारी से करना चाहिए।
@DILWARSINGH-s5l2 ай бұрын
Chora abhi bhi ups choro apko pension kislie choro ops Bahal karo choro
@ShankarSinghThakur-xf5lj2 ай бұрын
युद्ध और आंदोलन में सब कुछ जाएज होता है! यह बात भी तो प्रदेश को चलाने वाले राजनीतिक नेता ही करते हैं समय समय पर!
@Suresh-pb7fb2 ай бұрын
सरकारी कर्मचारी सरकार को काम तो करने नहीं देते center से कितना मिला इस पर नजर रहती है इन की उस से इनकी salary da एरियर बढ़ाओ
@dharamjaswal76052 ай бұрын
Employee tex tete hain rajneta tex nahi tete
@susheelverma7402 ай бұрын
MLAs MPS and CM andOSDs CPS etc etc Chairmen , board of directors , they're all free public servants.......... All government Vehicles are being misused by family members only meant for shopping purpose.... etc Avoid misuse........
Abhi tou ek saal 1 lakh nokri, 300 unit free electricity, 1500/ mahilao ko dene hai, gover kharid, 100/ per lt. dudh ki kharid ki guarantees ka kya hoga. Ye tou hath hi khare kar diye.
@chauhanchauhan19702 ай бұрын
Sabse bekar sarkar apni pocket bar rahe hai sab
@susheelverma7402 ай бұрын
Sir Both are Kangdiya Bhai
@ramnathbodh79352 ай бұрын
SYSTEM CLEAN FIRST SYSTEM CLEAN FIRST SYSTEM CLEAN FIRST SYSTEM CLEAN FIRST
@pratapthakur36152 ай бұрын
अफसरशाही शांता जी की सरकार मै कार्चरियों को भड़काया और अब ये सरकार को karamchariyon ke खिलाफ भड़का rahe hai savdhan
@Suresh-pb7fb2 ай бұрын
सारा private करो
@BaburamSharma-hv8hr2 ай бұрын
Ex c.m shree shnta kumar ki nakel he to.sukhbinder singh sukhuji ka jana bi teya he
@snehalparmar54382 ай бұрын
Central government is not realising the GST amount & relief amount for Himachal...
@jaichandthakur45592 ай бұрын
Dr. Sandeep Badhoria Ji no need of this discussion as what so ever Speakers giving Statements baseless.
@kishorilal75052 ай бұрын
तभी तो आउट सोर्स आ रहा है
@AnilSharma-ch2lj2 ай бұрын
Priyanka Gandhi ka election promise thha ki degi sabko khata khat Rs 8500 har mahine. Me bhi dunga Priyanka Gandhi ko apna aashirvad . Rahul ko aur Priyanka ko bhagwan lambi umar de
@RK-diltalks2 ай бұрын
Ops only otherwise no vote to bjp
@souravthakur25192 ай бұрын
Sir kabhi berojgaron k uper bhi discussion kro please request hai apse hamari Umar niklti jarhi hai???
@ajaykumardhumal99402 ай бұрын
Dr साहब लगा रहा आप BJP, CONG का मेल करा कर तीसरी नई ....