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श्री संघ ने अपने हाथो से रखी थी चाँदी और बन गये जिरावला पार्श्वनाथ भगवान
लाईव जिरावला पार्श्वनाथ निर्माण
श्री संघ की अश्रु बहाती आँखें
हृदय में भावों का महा सागर
शिव सागर सूरिजी की शुभ निश्रा
और प्रभु पार्श्वनाथ के जयकार के साथ
परमात्मा का अवतरण।
शिवम् जैन संघ, नवा वाडज, अहमदाबाद