Sare bolo jay mata di❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
@ankajsharma72643 жыл бұрын
Yati 🙏🙏🙏 bahut sunder hai
@सीतारामबरखेड़ा2 ай бұрын
Jay mata di
@theffknight8590 Жыл бұрын
Maa vaishnavi or maa chitra
@neenasingh73755 ай бұрын
❤❤❤sare bolo maa durga mata ji ki jai ho ❤❤❤
@manjulatasoni4853 жыл бұрын
नाम आपने अति सुन्दर बतायें हैं धन्यबाद
@dollimallick57352 жыл бұрын
प्रतीक्षा, ब्राह्मी ✨🥳🥳💖😇
@aasthasharma82711 ай бұрын
Chetna devi namah 🙏🙏
@Wonder_girl_95-1k2 ай бұрын
Thank you my name is bhavya❤❤❤❤❤😊😊😊😊😊
@MeeraRawat-jj1mg8 ай бұрын
❤ vaishnavi, Yati❤
@madhuripuri33012 жыл бұрын
Jai mata di 🙏🙏🌹
@alpnaverma3535 Жыл бұрын
Jai maa laxmi ji 🌹🌹🙏🙏
@kumarjaykishan7739 Жыл бұрын
Vaishno naam mast hai
@alpnaverma3535 Жыл бұрын
Jai maa Durga ji 🌹🌹🙏🙏
@nidhikumari83711 ай бұрын
मेरे सुंदर सुन्दरी शिवपार्वती
@LatabaiKdam-tj3mz3 ай бұрын
Jay mata rani
@PreetiJha-q7x Жыл бұрын
Jai Mata di 🙏🏻🙏🏻🙏🏻
@Kritiagarwal237 Жыл бұрын
Jai maa Durga 🥀🥀
@HimanshiMehta1623 Жыл бұрын
Jai mata ji❤❤😊😊🙏❤🌍🔱🕉✨👨👩👧🌹😊😍😘☺🌍❤
@saritaromi35763 жыл бұрын
Jay Mataji🙏🙏🙏 Arya
@laadusingh50702 жыл бұрын
श जफफफफबसह हडबडी भी हो घ
@guriyasingh25744 жыл бұрын
Jai Mata di Har Har mahadev 🙏🙏🙏🙏🙏❤️😘💓😍💕💕💕💕💕💕💕💕
@ManSeLearning4 жыл бұрын
👍👍👍
@Anu-wb4br3 жыл бұрын
Jai mata di 🌺🌺🌹🌺🌺🌹🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
@binodtaparia82797 ай бұрын
Jai Ganesh jai bholenath jai mata durga maa laxminarayan Sita Ram mahakal mahakali katyayani mata Shiva Parvati sarswati mata khamhaya mata khatu shyam bharmchani mata chandraghanta mata kasumund mata chanduma mata aparna mata skand mata shliptaurimata mata aparna mata yati matavhavini matautkarshini mata jahawal mukhi mata Tulsi mata pratayksha matatapasavini matakriya matachitra matadurgamata brahmi matajaya matakaumari matachetna matasadhvi mata
@SwapnilKarankar-j1j Жыл бұрын
Jai mata di mujhe durga name no1
@motiramportek-gj6ql Жыл бұрын
Jai mata di❤
@sandhya50133 жыл бұрын
Yati bhut pyara h
@pariifairy35342 жыл бұрын
Jay mata Di 🙏🙏
@deepaksinghparmar84023 жыл бұрын
Sundar h sabhi namr
@kamaldeepkaur12913 жыл бұрын
Sabhi naam bahot achhe naam h maa k
@ashokpanda24593 жыл бұрын
Sabhi Naam Dil Ko bhed liya♥️
@surbhikumari64713 жыл бұрын
Jai mata di ❤️❤️❤️ chetna
@rajeshbaskey4173 жыл бұрын
Jay Brahmi 🙏🙏🙏
@shashiprabhasingh3906 Жыл бұрын
जय माता दी
@chanchalarya97523 жыл бұрын
Jai mata Dee🙏🙏🙏
@dollimallick57352 жыл бұрын
भाविनी, प्रतिक्षा, ✨🥳🥳💖
@shalukumari773 жыл бұрын
Ati sundar name
@shantikaam37953 жыл бұрын
श्री दुर्गा माँ के 108 नाम (अर्थ सहित)🌻* 🌸〰️🌸〰️🌸〰️🌸 1🔱सती- अग्नि में जल ! कर भी जीवित होने वाली 2.🔱साध्वी- आशावादी ! 3🔱भवप्रीता- भगवान् ! शिव पर प्रीति रखने वाली ! 4🔱भवानी- ब्रह्मांड की निवासिनी ! 5🔱भवमोचनी- संसार को बंधनों से मुक्त करने वाली ! 6🔱आर्या- देवी ! 7🔱दुर्गा- अपराजेय ! 8🔱जया- विजयी ! 9🔱आद्य- शुरूआत की वास्तविकता ! 10🔱त्रिनेत्र- तीन आँखों वाली ! 11🔱शूलधारिणी- शूल धारण करने वाली ! 12🔱पिनाकधारिणी- शिव का त्रिशूल धारण करने वाली ! 13🔱चित्रा- सुरम्य,सुंदर ! 14🔱चण्डघण्टा- प्रचण्ड स्वर से घण्टा नाद करने वाली, घंटे की आवाज निकालने वाली ! 15🔱महातपा- भारी तपस्या करने वाली ! 16🔱मन - मनन- शक्ति ! 17🔱बुद्धि- सर्वज्ञाता ! 18🔱अहंकारा- अभिमान दूर करने वाली ! 19🔱चित्तरूपा- वह जो सोच की अवस्था में है ! 20🔱चिता- मृत्युशय्या ! 21🔱चिति- चेतना ! 22🔱सर्वमन्त्रमयी- सभी मंत्रों का ज्ञान रखने वाली! 23🔱सत्ता- सत्-स्वरूपा, जो सब से ऊपर है! 24🔱सत्यानन्दस्वरूपिणी- अनन्त आनंद का रूप! 25🔱अनन्ता- जिनके स्वरूप का कहीं अन्त नहीं! 26🔱भाविनी- सबको उत्पन्न करने वाली, खूबसूरत! 27🔱भाव्या- भावना एवं ध्यान करने योग्य! 28🔱भव्या- कल्याणरूपा,भव्यता के साथ! 29🔱अभव्या - जिससे बढ़कर भव्य कुछ नहीं! 30🔱सदागति- हमेशा गति में, मोक्ष दान! 31🔱शाम्भवी- शिवप्रिया, शंभू की पत्नी! 32🔱देवमाता- देवगण की माता! 33🔱चिन्ता- चिन्ता हरने वाली ! 34🔱रत्नप्रिया- गहने से प्यार! 35🔱सर्वविद्या- प्रत्येक ज्ञान का स्तोत्र ! 36🔱दक्षकन्या- दक्ष की बेटी! 37🔱दक्षयज्ञविनाशिनी- दक्ष के यज्ञ को रोकने वाली! 38🔱अपर्णा- तपस्या के समय पत्ते को भी न ग्रहण करने वाली! 39🔱अनेकवर्णा- अनेक रंगों वाली! 40🔱पाटला- लाल रंग वाली! 41🔱पाटलावती- गुलाब के फूल या लाल परिधान या फूल धारण करने वाली! 42🔱पट्टाम्बरपरीधाना- रेशमी वस्त्र पहनने वाली! 43🔱कलामंजीरारंजिनी- पायल को धारण करके प्रसन्न रहने वाली! 44🔱अमेय- जिसकी कोई सीमा नहीं! 45🔱विक्रमा- असीम पराक्रमी! 46🔱क्रूरा- दैत्यों के प्रति कठोर! 47🔱सुन्दरी- सुंदर रूप वाली! 48🔱सुरसुन्दरी- अत्यंत सुंदर! 49🔱वनदुर्गा- जंगलों की देवी! 50🔱मातंगी- मतंगा की देवी! 51🔱मातंगमुनिपूजिता- बाबा मतंगा द्वारा पूजनीय! 52🔱ब्राह्मी- भगवान ब्रह्मा की शक्ति! 53🔱माहेश्वरी- प्रभु शिव की शक्ति! 54🔱इंद्री- इन्द्र की शक्ति! 55🔱कौमारी- किशोरी! 56🔱वैष्णवी- अजेय! 57🔱चामुण्डा- चंड और मुंड का नाश करने वाली! 58🔱वाराही- वराह पर सवार होने वाली! 59🔱लक्ष्मी- सौभाग्य की देवी! 60🔱पुरुषाकृति- वह जो पुरुष रूप धारण कर ले! 61🔱विमिलौत्त्कार्शिनी- आनन्द प्रदान करने वाली! 62🔱ज्ञाना- ज्ञान से संपन्न ! 63🔱क्रिया- हर कार्य में निपुण: ! 64🔱नित्या- अनन्त! 65🔱बुद्धिदा- ज्ञान देने वाली! 66🔱बहुला- विभिन्न रूपों वाली! 67🔱बहुलप्रेमा- सर्व प्रिय! 68🔱सर्ववाहनवाहना- सभी वाहन पर विराजमान होने वाली! 69🔱निशुम्भशुम्भहननी- शुम्भ, निशुम्भ का वध करने वाली! 70🔱महिषासुरमर्दिनि- महिषासुर का वध करने वाली! 71🔱मधुकैटभहंत्री- मधु व कैटभ का नाश करने वाली! 72🔱चण्डमुण्ड विनाशिनि- चंड और मुंड का नाश करने वाली! 73🔱सर्वासुरविनाशा- सभी राक्षसों का नाश करने वाली! 74🔱सर्वदानवघातिनी- संहार के लिए शक्ति रखने वाली! 75🔱सर्वशास्त्रमयी- सभी सिद्धांतों में निपुण! 76🔱सत्या- सच्चाई की मूरत! 77🔱सर्वास्त्रधारिणी- समस्त हथियारों को धारण करने वाली! 78🔱अनेकशस्त्रहस्ता- हाथों में कई हथियार धारण करने वाली! 79🔱अनेकास्त्रधारिणी- अनेक हथियारों को धारण करने वाली! 80🔱कुमारी- सुंदर किशोरी! 81🔱एककन्या- कन्या! 82🔱कैशोरी- जवान! 83🔱युवती- नारी! 84🔱यति- तपस्वी! 85🔱अप्रौढा- जो कभी पुराना ना हो,चिरयोवनी ! 86🔱प्रौढा- जो पुराना है! 87🔱वृद्धमाता- शिथिल! 88🔱बलप्रदा- शक्ति देने वाली! 89🔱महोदरी- ब्रह्मांड को संभालने वाली! 90🔱मुक्तकेशी- खुले बाल वाली! 91🔱घोररूपा- एक भयंकर दृष्टिकोण वाली! 92🔱महाबला- अपार शक्ति वाली! 93🔱अग्निज्वाला- मार्मिक आग की तरह! 94🔱रौद्रमुखी- विध्वंसक रुद्र की तरह भयंकर चेहरे वाली ! 95🔱कालरात्रि- काले रंग वाली! 96🔱तपस्विनी- तपस्या में रत ! 97🔱नारायणी- भगवान नारायण की विनाशकारी रूप! 98🔱भद्रकाली- काली का भयंकर रूप! 99🔱विष्णुमाया- भगवान विष्णु का जादू! 100🔱जलोदरी- ब्रह्मांड में निवास करने वाली! 101🔱शिवदूती- भगवान शिव की राजदूत! 102🔱करली - हिंसक ! 103🔱अनन्ता- अविनाशी! 104🔱परमेश्वरी- प्रथम देवी! 105🔱कात्यायनी- ऋषि कात्यायन द्वारा पूजनीय! 106🔱सावित्री- सूर्य की बेटी! 107🔱प्रत्यक्षा- वास्तविक! 108🔱ब्रह्मवादिनी- वर्तमान में हर जगह वास करने वाली! 🕉🔱🌼
@kadamkrushna58022 жыл бұрын
Jay mata di
@bhupendersharma92893 жыл бұрын
Durga
@sudamakumar504 жыл бұрын
Yati naam achcha laga sar
@ManSeLearning4 жыл бұрын
👍👍👍
@alkapanchal95877 ай бұрын
Arya Jay Shri Ambe 🪔🪔🪔🪔🙏🙏🙏🙏💐💐💐💐🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
@shantikaam37952 жыл бұрын
भगवान कृष्ण का माता जसोदा को अपने विराट रूप का दर्शन देना। 〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️🌼〰️〰️ *देखरावा मातहि निज अद्भुत रूप अखंड। रोम रोम प्रति लागे कोटि कोटि ब्रह्मंड॥ भावार्थ:-फिर उन्होंने माता जसोदा को अपना अखंड अद्भुत रूप दिखलाया, जिसके एक-एक रोम में करोड़ों ब्रह्माण्ड लगे हुए हैं॥ एक बार बलराम सहित ग्वाल-बाल खेलते-खेलते यशोदा के पास पहुँचे और यशोदाजी से कहा- माँ! कृष्ण ने तो आज मिट्टी खाई है। यशोदा ने कृष्ण के हाथों को पकड़ लिया और धमकाने लगी कि तुमने मिट्टी क्यों खाई है। यशोदा को यह भय था कि मिट्टी खाने से इसको कोई रोग न लग जाए। कृष्ण तो इतने भयभीत हो गए थे कि वे माँ की ओर आँख भी नहीं उठा पा रहे थे। तब यशोदा ने कहा- नटखट तूने एकान्त में मिट्टी क्यों खाई। बलराम सहित और भी ग्वाल इस बात को कह रहे हैं। कृष्ण ने कहा- मिट्टी मैंने नहीं खाई है। ये सभी लोग मिथ्या कह रहे हैं। यदि आप उन्हें सच्चा मान रही हैं तो स्वयं मेरा मुख देख ले। माँ ने कहा यदि ऐसा है तो तू अपना मुख खोल। लीला करने के लिए उस छोटे बालरूप धारी सर्वेश्वर सम्पन्न श्रीकृष्ण ने अपना मुख माँ के समक्ष खोल दिया। यशोदा ने जब मुख के अंदर झाँका तब उन्हें उसमें चर-अचर संपूर्ण विश्व दिखाई पड़ने लगा। अंतरिक्ष, दिशाएँ, द्वीप, पर्वत, समुद्र सहित सारी पृथ्वी प्रवह नामक वायु, विद्युत, तारा सहित स्वर्गलोक, जल, अग्नि, वायु, आकाश, अपने अधिष्ठाताओं एवं शब्द आदि विषयों के साथ दसों इंद्रियाँ सत्व, रज, तम इन तीनों तथा मन, जीव, काल, स्वभाव, कर्म, वासना आदि से लिंग शरीरों का अर्थात चराचर शरीरों का जिससे विचित्र विश्व एक ही काल में दिख पड़ा। इतना ही नहीं, यशोदा ने उनके मुख में ब्रज के साथ स्वयं अपने आपको भी देखा। इन बातों से उन्हें तरह-तरह के तर्क-वितर्क होने लगे। यह क्या मैं स्वप्न देख रही हूँ या देवताओं की कोई माया है अथवा मेरी बुद्धि ही व्यामोह है अथवा इस मेरे बच्चे का ही कोई स्वाभाविक अपना प्रभावपूर्ण चमत्कार है। अन्त में उन्होंने यही दृढ़ निश्चय किया कि अवश्य ही इसी का चमत्कार है और निश्चय ही ईश्वर इसके रूप में आए हैं। तब उन्होंने कृष्ण की स्तुति की जो चित्त, मन, कर्म, वचन तथा तर्क की पहुँच से परे इस सारे ब्रह्मांड का आश्रय है। जिसके द्वारा बुद्धि वृत्ति में अभिव्यक्त प्रकाश से इसकी प्रतीति होती है। उस अचिन्त्य शक्ति परब्रह्म को मैं नमस्कार करती हूँ। *अस्तुति करि न जाइ भय माना। जगत पिता मैं सुत करि जाना॥ हरि जननी बहुबिधि समुझाई। यह जनि कतहुँ कहसि सुनु माई॥ भावार्थ:-(माता से) स्तुति भी नहीं की जाती। वह डर गई कि मैंने जगत्पिता परमात्मा को पुत्र करके जाना। श्री कृष्ण ने माता को बहुत प्रकार से समझाया (और कहा-) हे माता! सुनो, यह बात कहीं पर कहना नहीं॥ कृष्ण ने जब देखा कि माता यशोदा ने मेरा तत्व पूर्णतः समझ लिया है तब उन्होंने तुरंत पुत्र स्नेहमयी अपनी शक्ति रूप माया विस्तृत कर दी जिससे यशोदा क्षण में ही सबकुछ भूल गई। उन्होंने कृष्ण को उठाकर अपनी गोद में बैठा लिया। उनके हृदय में पूर्व की भाँति पुनः अपार वात्सल्य का रस उमड़ गया।❤️❤️❤️❤️
@aakankshayadav87793 жыл бұрын
Jai ho devi maa 🙏🙏
@guddiandaaz2 жыл бұрын
Kya bhagwan ka naam diye Hain thank you so much hum sab Ko batane ke liye suno Sundar naam
@pabiitramalik2 жыл бұрын
Jaya !!
@vishalmogalpatil65624 жыл бұрын
जय माता दि
@dollimallick57352 жыл бұрын
अपर्णा, जया, ब्राह्मणी, साध्वी,,✨🥳
@pankjpankj637 Жыл бұрын
Aarya🙏
@ashasingh92024 жыл бұрын
Vashnavi name bhut acha hai mai apni beti ka nam vaishnavi rkha h
@relammeda56622 жыл бұрын
❤️❤️
@pradeepchauhan58814 жыл бұрын
Om Hreem Dum Durgaye Namah
@ipguptagupta34143 жыл бұрын
Bhaj man narayan narayan hari hari 🙏
@atanusantra29174 жыл бұрын
Jai Matadi
@atanusantra29174 жыл бұрын
Jai Maa Durga
@garimakhatarniar47363 жыл бұрын
I like all the names of mata parvati
@Lilanepal152 ай бұрын
आर्या
@vijayvickramsingh76832 жыл бұрын
Arya bhavya vesnavi pratayksha durga 😊
@deepaksinghparmar84023 жыл бұрын
Aparna super h
@shantikaam37952 жыл бұрын
🙏🍃🌹जय श्री हनुमान🌹🍃🙏 🌹चिंता🌹 एक राजा की पुत्री के मन में वैराग्य की भावनाएं थीं। जब राजकुमारी विवाह योग्य हुई तो राजा को उसके विवाह के लिए योग्य वर नहीं मिल पा रहा था। राजा ने पुत्री की भावनाओं को समझते हुए बहुत सोच-विचार करके उसका विवाह एक गरीब संन्यासी से करवा दिया। राजा ने सोचा कि एक संन्यासी ही राजकुमारी की भावनाओं की कद्र कर सकता है। विवाह के बाद राजकुमारी खुशी-खुशी संन्यासी की कुटिया में रहने आ गई। कुटिया की सफाई करते समय राजकुमारी को एक बर्तन में दो सूखी रोटियां दिखाई दीं। उसने अपने संन्यासी पति से पूछा कि रोटियां यहां क्यों रखी हैं? संन्यासी ने जवाब दिया कि ये रोटियां कल के लिए रखी हैं, अगर कल खाना नहीं मिला तो हम एक-एक रोटी खा लेंगे। संन्यासी का ये जवाब सुनकर राजकुमारी हंस पड़ी। राजकुमारी ने कहा कि मेरे पिता ने मेरा विवाह आपके साथ इसलिए किया था, क्योंकि उन्हें ये लगता है कि आप भी मेरी ही तरह वैरागी हैं, आप तो सिर्फ भक्ति करते हैं और कल की चिंता करते हैं। सच्चा भक्त वही है जो कल की चिंता नहीं करता और भगवान पर पूरा भरोसा करता है। अगले दिन की चिंता तो जानवर भी नहीं करते हैं, हम तो इंसान हैं। अगर भगवान चाहेगा तो हमें खाना मिल जाएगा और नहीं मिलेगा तो रातभर आनंद से प्रार्थना करेंगे। ये बातें सुनकर संन्यासी की आंखें खुल गई। उसे समझ आ गया कि उसकी पत्नी ही असली संन्यासी है। उसने राजकुमारी से कहा कि आप तो राजा की बेटी हैं, राजमहल छोड़कर मेरी छोटी सी कुटिया में आई हैं, जबकि मैं तो पहले से ही एक फकीर हूं, फिर भी मुझे कल की चिंता सता रही थी। सिर्फ कहने से ही कोई संन्यासी नहीं होता, संन्यास को जीवन में उतारना पड़ता है। आपने मुझे वैराग्य का महत्व समझा दिया। *शिक्षा:* अगर हम भगवान की भक्ति करते हैं तो विश्वास भी होना चाहिए कि भगवान हर समय हमारे साथ है। उसको (भगवान) हमारी चिंता हमसे ज्यादा रहती हैं। कभी आप बहुत परेशान हों, कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा हो तो आप आँखें बंद करके विश्वास के साथ पुकारें, सच मानिये थोड़ी देर में आपकी समस्या का समाधान मिल जायेगा। 🙏🍃🌹जय श्री राम🌹🍃
@drishtidrishti23668 ай бұрын
Aaj Tak mujhe apne name ka matlab nahi pata tha aaj pata chala 😢
@prabhagupta49773 жыл бұрын
Shivya
@shantikaam37952 жыл бұрын
*क्यों नही होती श्री बाँके बिहारी जी की मंगला आरती????* *एक बार कलकत्ता से बूढ़े ब्राह्मण श्री बिहारी जी के दर्शन के लिए वृंदावन आये तो प्रभु से मिलने के बाद वहीं के हो गए।* *उन्होंने मंदिर के गोस्वामी जी से सेवा मांगी तो स्वामी जी ने कहा - बाबा! इस उम्र में आप क्या सेवा कर पाओगे?* *बाबा ने बहुत विनती की तो स्वामी जी ने श्री बिहारी जी की चौखट पर रात की चौकीदारी की सेवा लगा दी और कहा - बाबा! आपको यह ध्यान रखना है कि कोई चोर चकुटा मंदिर में प्रवेश न कर पाए।* *बाबा ने बड़े भाव से सेवा स्वीकार की।* *कई वर्ष बीत गये सेवा करते हुए।* *एक बार क्या देखते हैं कि बिहारी जी आधी रात को चल दिये सेवाकुंज की ओर, तो बाबा भी चल दिए उनके पीछे पीछे! सेवाकुंज के नजदीक पहुंचने पर बिहारी जी थक गए। उन्होंने पीछे मुड़कर देखा तो बाबा भी उनके पीछे थे।* *उन्होंने बाबा से कहा कि, मैं बहुत थक गया हूँ आप मुझे सेवाकुंज तक तो पहुंचा दो।* *बाबा श्री बांके बिहारी जी को अपने कंधों पर बैठाकर सेवाकुंज की चौखट पर ले गए।* *प्रभु ने बाबा से कहा - मुझे यहीं उतार दो और मेरा इंतजार करो।* *बाबा के मन में आया कि प्रभु इतनी रात में सेवाकुंज में क्या करने आयें हैं? जानने की इच्छा से उन्होंने आले से झांक कर देखा तो उन्हें दिव्य प्रकाश नज़र आया। उस प्रकाश में उन्होंने श्री बिहारी जी को श्री राधा जी संग रास करते हुए देखा। बाबा की हालत पागलों जैसी हो गई और गिर कर बेहोश हो गए।* *सुबह बिहारी जी ने बाबा को पुकारा और बाबा से कहा - बाबा! मुझे मंदिर तक नहीं ले जाओगे।* *बाबा ने बिहारी जी को सुबह चार बजे मंदिर में पहुंचाया और गोस्वामी जी से सारा वृत्तांत कहा।* *गोस्वामी जी मंगला आरती के लिए बिहारी जी को उठाने लगे तो बाबा ने उनके पांव पकड़ लिये और कहने लगे - मेरे गोविन्द अभी तो सोयें हैं!* *कहते हैं कि उसी दिन से साल में जन्माष्टमी को छोड़कर कभी भी श्री बांके बिहारी जी की मंगला आरती नहीं हुई और उसी दिन ही श्री बिहारी जी ने उस बाबा को अपने सेवाधाम में बुला लिया..!!*🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
@PUNEET.SHARMA23093 жыл бұрын
*।। गायत्री महामंत्र ।।* ।। ॐ भूर्भुवः स्वः । तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्यः धीमहि । धियो यो नः प्रचोदयात् ।। *अर्थ :-* पृथ्वी, अंतरिक्ष और स्वर्ग पर्यन्त जो प्रकाश स्वरूप सूर्य समस्त श्रुतियों में प्रसिद्ध हैं, वह प्रकाशमान, विश्वस्त्रष्टा परमात्मा हमारी बुद्धि को सन्मार्ग में प्रेरित करें ।🙏🏻🇮🇳🇳🇵
@gaurichandel30994 жыл бұрын
Bhavya best
@ManSeLearning4 жыл бұрын
👍👍👍👍
@ArvindKumar-vu9nm3 жыл бұрын
@@ManSeLearning 1234
@vedansh.pathak15673 жыл бұрын
@@ManSeLearning p
@shantikaam37952 жыл бұрын
यज्ञ क्या है, और क्यो है, इसका महत्व????? भगवद्गीता के अनुसार परमात्मा के निमित्त किया कोई भी कार्य यज्ञ कहा जाता है। हमारी प्राचीन संस्कृति को अगर एक ही शब्द में समेटना हो तो वह है यज्ञ। 'यज्ञ' शब्द संस्कृत की यज् धातु से बना हुआ है जिसका अर्थ होता है दान, देवपूजन एवं संगतिकरण। भारतीय संस्कृति में यज्ञ का व्यापक अर्थ है, यज्ञ मात्र अग्निहोत्र को ही नहीं कहते हैं वरन् परमार्थ परायण कार्य भी यज्ञ है। यज्ञ स्वयं के लिए नहीं किया जाता है बल्कि सम्पूर्ण विश्व के कल्याण के लिए किया जाता है। यज्ञ का प्रचलन वैदिक युग से है, वेदों में यज्ञ की विस्तार से चर्चा की गयी है, बिना यज्ञ के वेदों का उपयोग कहां होगा और वेदों के बिना यज्ञ कार्य भी कैसे पूर्ण हो सकता है। अस्तु यज्ञ और वेदों का अन्योन्याश्रय संबंध है।जिस प्रकार मिट्टी में मिला अन्न कण सौ गुना हो जाता है, उसी प्रकार अग्नि से मिला पदार्थ लाख गुना हो जाता है। अग्नि के सम्पर्क में कोई भी द्रव्य आने पर वह सूक्ष्मीभूत होकर पूरे वातावरण में फैल जाता है और अपने गुण से लोगों को प्रभावित करता है। इसको इस तरह समझ सकते हैं कि जैसे लाल मिर्च को अग्नि में डालने पर वह अपने गुण से लोगों को प्रताडित करती है इसी तर सामग्री में उपस्थित स्वास्थ्यवर्धक औषधियां जब यज्ञाग्नि के सम्पर्क में आती है तब वह अपना औषधीय प्रभाव व्यक्ति के स्थूल व सूक्ष्म शरीर पर दिखाती है और व्यक्ति स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करता चला जाता है। मनुष्य के शरीर में स्नायु संस्थान, श्वसन संस्थान, पाचन संस्थान, प्रजनन संस्थान, मूत्र संस्थान, कंकाल संस्थान, रक्तवह संस्थान आदि सहित अन्य अंग होते हैं उपरिलिखित हवन सामग्री में इन सभी संस्थानों व शरीर के सभी अंगों को स्वास्थ्य प्रदान करने वाली औषधियां मिश्रित हैं। यह औषधियां जब यज्ञाग्नि के सम्पर्क में आती हैं तब सूक्ष्मीभूत होकर वातावरण में व्याप्त हो जाती हैं जब मनुष्य इस वातावरण में सांस लेता है तो यह सभी औषधियां अपने-अपने गुणों के अनुसार हमारे शरीर को स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती हैं। इसके अलावा हमारे मनरूपी सूक्ष्म शरीर को भी स्वस्थ रखती हैं।यज्ञ की महिमा अनन्त है। यज्ञ से आयु, आरोग्यता, तेजस्विता, विद्या, यश, पराक्रम, वंशवृद्धि, धन-धन्यादि, सभी प्रकार का राज-भोग, ऐश्वर्य, लौकिक एवं पारलौकिक वस्तुओं की प्राप्ति होती है। प्राचीन काल से लेकर अब तक रुद्रयज्ञ, सूर्ययज्ञ, गणेशयज्ञ, लक्ष्मीयज्ञ, श्रीयज्ञ, लक्षचंडी भागवत यज्ञ, विष्णुयज्ञ, ग्रह-शांति यज्ञ, पुत्रेष्टि, शत्रुंजय, राजसूय, ज्योतिष्टोम, अश्वमेध, वर्षायज्ञ, सोमयज्ञ, गायत्री यज्ञ इत्यादि अनेक प्रकार के यज्ञ होते चले आ रहे हैं। हमारा शास्त्र, इतिहास, यज्ञ के अनेक चमत्कारों से भरा पड़ा है। जन्म से लेकर मृत्यु तक के सभी सोलह-संस्कार यज्ञ से ही प्रारंभ होते हैं एवं यज्ञ में ही समाप्त हो जाते हैं। क्योंकि यज्ञ करने से व्यष्टि नहीं अपितु समष्टि का कल्याण होता है। अब इस बात को वैज्ञानिक मानने लगे हैं कि यज्ञ करने से वायुमंडल एवं पर्यावरण में शुद्धता आती है। संक्रामक रोग नष्ट होते हैं तथा समय पर वर्षा होती है। यज्ञ करने से सहबन्धुत्व की सद्भावना के साथ विकास में शांति स्थापित होती है।यज्ञ को वेदों में 'कामधेनु' कहा गया है अर्थात् मनुष्य के समस्त अभावों एवं बाधाओं को दूर करने वाला। 'यजुर्वेद' में कहा गया है कि जो यज्ञ को त्यागता है उसे परमात्मा त्याग देता है। यज्ञ के द्वारा ही साधारण मनुष्य देव-योनि प्राप्त करते हैं और स्वर्ग के अधिकारी बनते हैं। यज्ञ को सर्व कामना पूर्ण करने वाली कामधेनु और स्वर्ग की सीढ़ी कहा गया है। इतना ही नहीं यज्ञ के जरिए आत्म-साक्षात्कार और ईश्वर प्राप्ति भी संभव है।यज्ञ भारतीय संस्कृति का आदि प्रतीक है। शास्त्रों में गायत्री को माता और यज्ञ को पिता माना गया है। कहते हैं इन्हीं दोनों के संयोग से मनुष्य का दूसरा यानी आध्यात्मिक जन्म होता है जिसे द्विजत्व कहा गया है। एक जन्म तो वह है जिसे इंसान शरीर के रूप में माता-पिता के जरिए लेता है। यह तो सभी को मिलता है लेकिन आत्मिक रूपांतरण द्वारा आध्यात्मिक जन्म यानी दूसरा जन्म किसी किसी को ही मिलता है। शारीरिक जन्म तो संसार में आने का बहाना मात्र है लेकिन वास्तविक जन्म तो वही है जब इंसान अपनी अंत: प्रज्ञा से जागता है, जिसका एक माध्यम है 'यज्ञ'।यज्ञ की पहचान है 'अग्नि' या यूं कहें 'अग्नि', यज्ञ का अहम हिस्सा है जो कि प्रतीक है शक्ति की, ऊर्जा की, सदा ऊपर उठने की।🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩
@aspirant03 Жыл бұрын
Mera bhi name shailputree hai
@somachowdhary59642 жыл бұрын
Aparna meri maa ka name hai🤗
@kalpnamaheshsharma6697 Жыл бұрын
क्या सिंगठ माता के बारे मैं कोई जानकारी है,,अगर हो तो कृपया बताए🙏
@rajulima7554 Жыл бұрын
🎉😂❤
@DHEERAJKUMAR-mz2ei3 жыл бұрын
Bhavya
@Spb_c1z2 ай бұрын
भैया हमें यह कि मां दुर्गा के नाम चाहिए आप तो 17 हिल दिख रहे हैं और हमें तो एक किस नाम चाहिए मैंने लिखा भी है नाम तो वाको में बहुत सुंदर है पर एक किस नाम पूरे नहीं है
@95GAMER272 жыл бұрын
साध्वी Aaryaa
@thekidgirlgaming95532 жыл бұрын
Mera vashnavi
@ajayji62224 жыл бұрын
Jaya
@Guddusumanofficial62146 ай бұрын
Humko ti se nam chahiye pandit ji bole h plz help me ti se or bhi nam btye
@shinderamesh77184 жыл бұрын
Arya is best
@sunitakumari-nd6cs3 жыл бұрын
Unke sare Naam hi pyare ko r able kalyankari sidhh krne wale Naam hai isliye sare Naam best inke
@anjupradhan5183 жыл бұрын
Meri beti ka naam sadhvi h kyuki wo navratri mein paida hui thi
@lomassinghtilgam95802 жыл бұрын
१७ नाम बताए है . कृपा करके ४ नाम और बता दीजिए तो बड़ी कृपा होगी !!
@mahisingh38903 жыл бұрын
Bhavay
@lavdeeptiwari19522 жыл бұрын
Kaanta
@DileshwarPatel-j3n8 ай бұрын
My name is jaya
@adityaparmar29135 ай бұрын
Mera naam hai vaishnavi
@surendrakumarpanika89042 жыл бұрын
Weok
@SANJAYSINGH-wx1jd3 жыл бұрын
My name is shambhavi aur mere name ka arth hai ma durga