शिव की बारात निकाल ली, रात में खूब मजे ले लिए, खुब शोर DJ, धुमाल बजा ली। अब आज बताओ कितने लोगों में सुधार आया है, कितने लोगों का विचार बदला है, कितने लोग सत्य के निकट आये हैं, रात भर तमाशा करके क्या सिख मिला? कितने लोगों ने शिवत्व का बोध किया? या बोलिये बस एक दिन था खुद उछलने, कूदने का, मजे लेने का, उसमें शिव कहाँ है? तमाशा क्यों करते हो शिव जी के नाम पर? सत्य से किसी को कोई मतलब नहीं और चले हैं शिव जी की बारात निकालने। सत्यम शिवम सुन्दरम 🙏🙏 IBC24 वाले आज भीड़ वाले लोगों से क्यों नहीं मिलते जाकर और दिखाते की क्या बदलाव आया है? कल वीकेंड था भई चले गए थे जैसे क्लब जाते हैं मजा लूटने उसमें शिवत्व कहाँ से आ गया अब?
@randoanon Жыл бұрын
चिल भाई, मुहर्रम के ताजिया में जाने से क्या जाने वालों में कुछ बदलाव आता है? होली हर वर्ष खेलने के बाद क्या इंसान बदल जाता है? या जन्माष्टमी में मटकी तोड़ने के बाद सब कान्हा बन जाते हैं? यह हमारे रीति रिवाज हैं, इन्हें चलते रहना चाहिए। लोगों के बदलने की अपेक्षा करना बेमानी है। लोगों को इन त्योहारों से हट कर हर दिन अपने आप में सुधार लाना चाहिए
@djharshyadav1708 Жыл бұрын
Mai Bhilai se hu
@rajurajput4385 Жыл бұрын
❤️
@Akki_king__DURG Жыл бұрын
DJ Swarmala Durg 👑
@DJSK645 Жыл бұрын
Kon se sector me nikla hai
@gayatrimanjhi2721 Жыл бұрын
Bhilai khursipar me
@shivverma5073 Жыл бұрын
Ma rahta ho Bhilai ma jaha se ya log makeup karte hi