बहुत बहुत धन्यवाद साहेब जी बहुत सुंदर सत्संग साहेब बंदगी
@bhagwatilalmeghwal76685 ай бұрын
सतगुरु साहेब जय हो
@Ishank_gujjar6 ай бұрын
Saprem saheb bandagi saheb ji 🙏🙏🙏❤️
@upendrasingh4561 Жыл бұрын
सादर साहेब बंदगी साहेब जी 😊😊🙏🙏
@sanjaybharde5742 Жыл бұрын
अत्त दीप भव स्वयं दीप हो...
@jitendraprasad2680 Жыл бұрын
Jay Jeev
@user-ln2oc3uz4y Жыл бұрын
साहेब बन्दंगी साहेब बन्दंगी साहेब बन्दंगी देवराज गुजर टोक राजस्थान
@dharmistapatel6114 Жыл бұрын
Saheb bandagi 🙏
@omeerajmahavar32897 ай бұрын
साहिब बंदगी साहेब बांट दिया हमको जड़ और चेतन दोनों एक हीं है
@rasikvasava561111 ай бұрын
ll साहेब बंदगी ll
@Lion-emperor Жыл бұрын
साहेब बंदगी
@rasikvasava5611 Жыл бұрын
साहेब बंदगी।
@hareram1340 Жыл бұрын
Saheb bandagi
@rameshram631320 күн бұрын
Saheb bandgi sarkar ke🙏🙏🙏
@KrishnaKumar-oc9ff Жыл бұрын
Saheb bandgi saheb ji
@ChhotuParwati Жыл бұрын
Jay ho gurudev bahut sundar Saheb jee ka prabachan sunkar hum dhany ho gaye hai
@rewaramsahu321 Жыл бұрын
Satya hi kabir hai.kabir hi ram hai ram hi shiv hai aur shiv hi jeev hai ... isliye sabka Malik ek hai..mai aatma hoon. Ishwar ansh jeev awinashi ..........
@shiopukaryadav702711 ай бұрын
है गुरु हम धन्य हुए आपका parvachan सुनकर साहब bandigi
Apki aur apke isht Satguru Kabeer saheb Ji Maharaj ki Jai ho 🙏🏻🙏🏻🌷🥀🌹
@amitrana0123 Жыл бұрын
Maargdarshan ke liye dhanyawaad poojniya guru ji
@BrajeshKumar-pm1jr2 жыл бұрын
Saheb bandagi virajan kumar
@alokalok5415 Жыл бұрын
🌷🌷🌷🙏🙏🙏🌷🌷🌷
@NarenderKumar-ih7qc Жыл бұрын
सत साहेब सत साहेब गुरु जी प्रणाम
@girishsharma49102 жыл бұрын
जय हो गुरु देव जी की सादर प्रणाम बहुत सुंदर विचार साहेब बंदगी साहेब
@alokalok5415 Жыл бұрын
Sadguru saheb ke jai
@shivkumarjadonjadon2402 жыл бұрын
Accha laga thanks
@upendrakamath7865 Жыл бұрын
Jai Ho guruji 🌹🌹🌹🌹 Koti koti pranam guruji 🙏🙏🙏🙏
@prajapat5100 Жыл бұрын
बहुत सुंदर प्रवचन साहिब बंदगी साहिब बंदगी साहिब बंदगी
@parikshasaheb9577 Жыл бұрын
Bhaut sunder 🙏🙏🙏 hai
@rasikvasava5611 Жыл бұрын
बहुत सुंदर प्रवचन ।
@gayakvanbarigurjarmusiccha58422 жыл бұрын
आप बहुत ही महान है
@binaykumarrai2999 Жыл бұрын
Cbi
@AVTARSINGH-oy9wh2 жыл бұрын
आत्मा और शरीर के बारे मैं कभी ख्याल ही नहीं आया कि यह दोनों भी है आपने इस ओर ध्यान देकर हमको सजग कर दिया आपका बहुत-बहुत धन्यवाद सौ बातों की एक बात जिन प्रेम कियो तिन ही प्रभु पायो ॐ ब्रह्म सत्यम सर्वदा ध्यान कबीर ध्यान कबीर वाणी सतगुरु साहिब बंदगी
@shivanandrajje9314 Жыл бұрын
O
@bholajaiswal349121 күн бұрын
परम् पूज्य गुरुदेव जी के चरणों में कोटि कोटि नमन बन्दीगी जयसतनाम सद्गुरु दया
@user-jl3yw8li1p2 жыл бұрын
निःसंदेह सदगुरु साहेब !!आपने परमज्ञान को प्राप्त किया है।"नमन सतगुरु अभिलाख साहेब।
@rajbahadurpal3883 Жыл бұрын
MERE SATGURU KI KRIPA SE AISE SATSANG SUNANE KO MIL RAHA HAI
@purshottamdas275411 ай бұрын
⁷ 2:36
@bhramhajeetsinghyadav1679 Жыл бұрын
आप के द्वारा दिये गये प्रवचन मे दिल की गहराईयों को छू लेने वाला प्रवचन है।
@kkkkkkkk890 Жыл бұрын
Sant na hote sansar mai jal marta sansar jai ho abhilash saheb ji ki satguru shiromani Kabir saheb ji ki jai ho
@sadgurufilms21 Жыл бұрын
Shaheb bandgi
@ghanshyambhagat710711 ай бұрын
पूज्य गुरुदेव जी को सादर नमन एवं साहेब बन्दगी💐🙏
@singhdhram6047 Жыл бұрын
अति सुन्दर साहेब बंदगी साहेब बहुत बहुत धन्यवाद साहेब 💐💐🌴💐💐🌼🌺👌💐🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌾🌲🌱🌴🌿🌾
@ramgopaltanwar1182 Жыл бұрын
Goodmornig
@shortsofficial7391 Жыл бұрын
Goro Kay bechar ko apnanay ka hay sahab bandge sahab g
@hukamsingh42112 жыл бұрын
Dhanya Prabhu main bada bhag sale Hain Jo aisi Vachan sunane ko
@JinabhaiSumaraАй бұрын
38🎉😮😢
@JinabhaiSumaraАй бұрын
🎉 ❤
@JinabhaiSumaraАй бұрын
ખુબખુબસાહેબકાઉપકાર
@Satyaprakash496 Жыл бұрын
गुरु जी रमन महर्षि के मैं कौन हू के प्रक्रिया में वो बोलते है की सबसे पहले मैं कौन हू से प्रश्न शुरू होता है फिर उसके बाद जो उत्तर हैं की मैं शरीर हू या हिंदू हू फिर वो कहते है उसको नकार दो कि मैं ये नहीं हू और आप कह रहे है मैं को नकारने वाले भी आप है
@dr.r.n.singhkushwanshi9014 Жыл бұрын
एक कहूँ तो है नहीं, दूजा कहूँ तो गार। है जैसा वैसा रहे, रहे कबीर विचार ।। अगर जगत दृश्य रूप मे सत्य है तो ऊपर कही गई साखी का क्या अर्थ है?
@Darshan_Saheb Жыл бұрын
उक्त सखी का अर्थ है यदि मैं कहूं की सत्ता केवल एक की है अर्थात सत्ता केवल जड़ की है तो चेतन हमारी अंतरात्मा है और इसे नकारा नहीं जा सकता यह स्व अनुभूत और स्वसंवेद्द है और यदि सत्ता केवल चेतन की है तो दृश्यमान् जगत प्रत्यक्ष है यह भी सबके अनुभव में आता है। जड़ से चेतन नहीं बन सकता और चेतन से जड़ नहीं बन सकता दोनों के गुणधर्म सर्वथा पृथक हैं। जगत में जगत अर्थात जड़ात्मक सृष्टि स्वयं सिद्ध है और चेतन में जगत प्रपंच का लेस मात्रा भी स्थान नहीं है समाधि की अवस्था में इसका अनुभव होता है अर्थात् जगत में जगत सच है किंतु चेतन में जगत सच नहीं है इसलिए साहेब विचार करके कहते हैं "है जैसा रहे तैसा कहें कबीर विचार।"
@dr.r.n.singhkushwanshi9014 Жыл бұрын
@@Darshan_Saheb कृपा के लिए धन्यवाद साहेब जी। उत्तर से यह स्पष्ट नहीं है कि चेतन से अलग जड़ के स्वयं सिद्ध होने का क्या अर्थ होगा? समाधि में केवल चैतन्य का अस्तित्व है जड़ का अस्तित्व नहीं है इसलिए यह बोध तो स्पष्ट है कि चैतन्य जड़ से अलग है लेकिन जड़ का अस्तित्व चैतन्य से अलग संदिग्ध है। जगत में दृष्टि (आँख) का अस्तित्व रंगों के बिना भी संभव है लेकिन रंगों का अस्तित्व आँख से अलग असंभव लगता है। आँख चैतन्य है और रंग जड़ पदार्थ है। कृपा करके आँख के बिना विभिन्न रंगों की स्वयं सिद्धता स्पष्ट करें।
@Darshan_Saheb Жыл бұрын
@@dr.r.n.singhkushwanshi9014 इतना तो स्पष्ट है कि चेतन का अस्तित्व जड़ से सर्वथा पृथक एवं स्वतंत्र है। जड़ के अस्तित्व को जानने के लिए पांच विषय हैं जिनका बोध ज्ञान इंद्रियों द्वारा होता है। समाधि अवस्था में इंद्रियों के शांत होने के साथ साथ मन भी निर्विचार स्थिति में होता है तो वहां जड़ जगत के बोध का अभाव होता है न कि जड़ जगत अस्तित्व हीन हो जाता है, समाधि अवस्था से जागृत में लौटने पर वही जड़ जगत वही शरीर एवं विश्व प्रपंच प्रत्यक्ष होता है। इंद्रियों से प्रत्यक्ष का बोध होता है और मन की जो अवधारणाएं हैं उसे परोक्ष कहा जाता है तथा समाधि का जो अनुभव है वह अपरोक्ष है अथवा स्वयं प्रत्यक्ष है। इस प्रकार से दृष्टा और दृश्य के भेद को सहज समझा जा सकता है।