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majedar kahaniya in hindi // moral stories in hindi // आलसी पन को कैसे दूर करे?😨😨
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story :- अलासी पन को कैसे दूर करे?
Creat :- अनोखी कहानिया
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*कहानी का शीर्षक: आलसी लड़के की सीख*
पुराने समय की बात है, एक गाँव में *राजू* नाम का लड़का रहता था। वह बेहद आलसी था। उसकी आलसी आदतें इतनी मशहूर थीं कि पूरे गाँव में लोग उसे "आलसी राजू" के नाम से जानते थे। उसकी माँ रोज़ उसे काम करने के लिए कहती, पर राजू हमेशा बहाने बनाकर काम से बचने की कोशिश करता।
*राजू की आलसी आदतें*
राजू दिनभर आराम से चारपाई पर लेटा रहता और दिनभर सपने देखा करता। जब माँ उसे काम के लिए आवाज़ लगाती, तो वह कहता, "माँ, अभी थोड़ा और आराम कर लूं, फिर करूंगा।" लेकिन यह "थोड़ा और" कभी खत्म नहीं होता। वह न खेतों में काम करता, न घर के कामों में हाथ बंटाता। उसकी माँ बहुत चिंतित थी कि राजू की ये आदतें उसे जीवन में कुछ भी करने से रोक देंगी।
*गाँव वालों की बातें*
गाँव वाले अक्सर राजू का मजाक उड़ाते और कहते, "इस लड़के से कुछ नहीं होगा। ये तो सिर्फ सोने के लिए पैदा हुआ है।" लेकिन राजू को इन बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता था। वह अपनी दुनिया में खोया रहता।
*एक दिन की घटना*
एक दिन गाँव में एक संत का आगमन हुआ। लोग उनसे मिलने गए और आशीर्वाद लिया। राजू की माँ भी संत के पास गई और अपने बेटे की आलसी आदतों के बारे में बताया। संत ने उसकी बातें सुनकर कहा, "कल सुबह मैं तुम्हारे बेटे से मिलूंगा और उसे सही रास्ता दिखाने की कोशिश करूंगा।"
अगले दिन संत राजू के घर पहुंचे। राजू अभी भी चारपाई पर लेटा हुआ था। संत ने उसे आवाज़ लगाई, "बेटा, क्या तुम मेरी मदद करोगे?"
राजू ने मुँह बनाते हुए कहा, "मुझे आराम करने दीजिए, मैं बहुत थका हुआ हूँ।"
संत ने मुस्कुराते हुए कहा, "ठीक है, तुम आराम करो, लेकिन मैं तुम्हें एक कहानी सुनाता हूँ।"
*संत की कहानी*
संत ने कहानी शुरू की, "एक बार एक आलसी लड़का था, जो सिर्फ सोता रहता था और कभी कुछ काम नहीं करता था। एक दिन उसे पता चला कि पास के जंगल में एक खजाना छुपा है, जिसे पाने के लिए सिर्फ एक दिन का समय है। खजाना बहुत दूर था और अगर वह समय पर नहीं पहुँचा, तो खजाना हमेशा के लिए गायब हो जाएगा।"
राजू अब थोड़ा ध्यान से सुनने लगा। संत ने आगे कहा, "वह लड़का बहुत खुश हुआ, लेकिन उसने सोचा कि पहले थोड़ी देर आराम कर लेता हूँ। जब वह उठा और खजाने के पास पहुँचा, तो बहुत देर हो चुकी थी। खजाना गायब हो चुका था, और वह जीवन भर पछताता रहा।"
*राजू को मिली सीख*
राजू ने संत की कहानी सुनी और उसे अपनी गलती का एहसास हुआ। उसने समझा कि आलस्य की वजह से उसे जीवन में कुछ भी हासिल नहीं होगा। संत ने मुस्कुराते हुए कहा, "बेटा, अगर तुम इसी तरह सोते रहोगे, तो तुम्हारे जीवन का खजाना भी तुमसे छूट जाएगा। अगर तुम्हें जीवन में कुछ हासिल करना है, तो मेहनत करनी होगी।"
*राजू की बदलती ज़िंदगी*
उस दिन के बाद राजू ने अपनी आलसी आदतें बदल दीं। वह सुबह जल्दी उठने लगा, खेतों में काम करने लगा और माँ की मदद करने लगा। गाँव वाले जो कभी उसका मजाक उड़ाते थे, अब उसकी मेहनत की तारीफ करने लगे। राजू ने धीरे-धीरे यह सीख लिया कि बिना मेहनत के जीवन में कुछ भी हासिल नहीं होता।
*कहानी की सीख*
इस कहानी से यह सीख मिलती है कि आलस्य जीवन को बर्बाद कर सकता है। अगर हम समय पर मेहनत नहीं करेंगे, तो जीवन के अवसर हाथ से निकल सकते हैं। मेहनत ही सफलता की कुंजी है, और जो समय का सही उपयोग करता है, वही जीवन में कुछ बड़ा हासिल करता है।