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तीन ताल 16 मात्रा को सब तालो की जननी कहा गया हैं नंगाड़ा वादन के माध्यम से तीन ताल 16 मात्रा में कुछ लगिया, रेले , एवं चक्रधार तिहाईयां बजाई गई है,
इस ताल में 16 मात्रा होती है 4 विभाग होते हैं तीन मात्रा पर ताली होती है और एकमात्रा पर खाली होती है,,
(तीनताल )
मात्रा -16 विभाग -4
ताली -3 खाली -1
धा धिं धिं धा धा धिं धिं धा धा तिं तिं ता ता धिं धिं धा
1 2 0 3
इस ताल का प्रयोग शास्त्रीय गायन में होता है
मनीष देवली -9799994520