Рет қаралды 180,365
हल्दीघाटी का दर्रा इतिहास में महाराणा प्रताप और अकबर की सेना के बीच हुए युद्ध के लिए प्रसिद्ध है। यह राजस्थान में अरावली पर्वत शृंखला में खमनोर एवं बलीचा गांव के मध्य एक दर्रा (pass) है। यह राजसमन्द और पाली जिलों को जोड़ता है। इसका नाम 'हल्दीघाटी' इसलिये पड़ा क्योंकि यहाँ की मिट्टी हल्दी जैसी पीली है।इसे राती घाटी भी कहते हैं। हल्दीघाटी का युद्ध 18 जून 1576 ई. को खमनोर एवं बलीचा गांव के मध्य तंग पहाड़ी दर्रे से आरम्भ होकर खमनोर गांव के किनारे बनास नदी के सहारे मोलेला तक कुछ घंटों तक चला था। युद्ध में निर्णायक विजय किसी को भी हासिल नहीं हो सकी थी। इस युद्ध मे महाराणा प्रताप के सहयोगी राणा पूंजा का सहयोग रहा ।इसी युद्ध में महाराणा प्रताप के सहयोगी झाला मान, हाकिम खान,ग्वालियर नरेश राम शाह तंवर सहित देश भक्त कई सैनिक देशहित बलिदान हुए। उनका प्रसिद्ध घोड़ा चेतक भी मारा गया था। अब यहां मुख्य रूप से देखने योग्य युद्ध स्थल रक्त तलाई,शाहीबाग,हल्दीघाटी दर्रा,प्रताप गुफा,चेतक समाधी एवं महाराणा प्रताप स्मारक देखने योग्य है। युद्धभूमि रक्त तलाई में शहीदों की स्मृति में बनी हुई है। भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित सभी स्थल निःशुल्क दर्शनीय है।
_______________________________________________
Social Media follow me
/ manishdhadholivlogs
/ manishalwar33
/ manishdhadholi
_______________________________________________
haldighati.com/
Maharana Pratap aur Akbar ka yuddh
bharat ka veer putra - maharana pratap
haldi ghati ka darra
haldi ghati yudh
khun se bhar gya tha talab
maha rana pratap singh
maharana pratap history
manish dhadholi
rakt talai
rakt talai ki kahani
rani jaivanta bai
shakti anand
Maharana pratap
Haldi ghati ka yudh
Maharana pratap history
rajshree thakur
#maharanapratap #haldighatikayudh #rakttalai #haldighatidarra #bharatkaveerputra #chetaksmark #haldighatiyudhhistory #manishdhadholi