Рет қаралды 14,349
कनाडा में रहने वाले फिल्मकार पाराशर गौड़ उत्तराखण्ड में स्थानीय बोली के सिनेमा के पितामह जैसे हैं। उन्होंने 1983 में पहली गढ़वाली फिल्म 'जग्वाल' बनाई थी। उस फिल्म ने कई रिकॉर्ड तोड़े थे और उत्तराखण्ड में स्थानीय बोलियों के सिनेमा की राह खोली। फिल्म 'जग्वाल' उत्तराखण्ड की अपनी बोली के सिनेमा के क्षेत्र में कई मायनों में मील का पत्थर है। इसलिए इस फिल्म से जुड़ी कहानी जाननी बहुत जरूरी है। इससे जुड़े ऐसे कई दिलचस्प किस्से हैं जोकि लोगों ने सुने नहीं होंगे। 'जग्वाल' फिल्म के निर्माता पाराशर गौड़ इस इंटरव्यू में फिल्म के बनने से लेकर रिलीज तक की पूरी कहानी बता रहे हैं।
मेरे ये वीडियो भी जरूर देखें
-----------------------------------
1. गढ़वाली फिल्म 'चक्रचाल' बनने के अनसुने किस्से
• नरेन्द्र सिंह नेगीजी न...
2. 'पाबौ बाजार' गीत ने सिंगर अनिल बिष्ट की लाइफ कैसे बदल दी?
• Trendsetter Garhwali S...
3. बिना ब्याह के बुढ़ा रहे हैं पहाड़ में गांव के लड़के
• बिना ब्याह के बुढ़ाते ...
4. सवा सौ साल पुराना लोकगीत नरेन्द्र सिंह नेगी ने कैसे पुनर्जीवित किया?
• सवा सौ साल पुराने पहाड...
5. चर्चित गढ़वाली गीत 'सब्बि धाणि देरादूण' के रचनाकार वीरेन्द्र पंवार का इंटरव्यू
• उत्तराखण्ड के हाल नहीं...
6. गढ़वाल के ढोली कभी 'शास्त्रार्थ' किया करते थे
• एक धाकड़ ढोली जिसने मण...
7. नरेंद्र सिंह नेगी और घनानंद की अनूठी जुगलबंदी
• लोकगायक नरेन्द्र सिंह ...
8. खाली होते पहाड़ों पर नेगीदा का ये नया गीत आपको रुला देगा
• नरेन्द्र सिंह नेगी ने ...
#parashargaur #firstuttarakhandifilm #firstgarhwalifilm #filmjagwal #firstgarhwalimovie #manupanwar #manupanwaryoutubechannel #parashargaurinterview #uttarakhandicinema
Join this channel to get access to perks:
/ @manupanwar