मैं बेंगलुरु से हूं। तुलु मेरी मात्ऋ भाषा हैं। मैं शुद्ध हिंदी के लिए आपको सुनती हूं। आपकी भाषा कानों को बहुत अच्छी लगती है। मुझे लगता है कि दक्षिणी भाषाओं में बहुत सारे सामान्य शब्द हैं शुद्ध हिंदी से। यदि हर कोई आपकी तरह हिंदी बोलते तो एक दूसरे की भाषा सीखना तनिक सरल होता। 🙏🙂
@pahadi1500 Жыл бұрын
बहुत सही बात कही आपने। इस्लाम ने उर्दू का बहुत प्रचार किया। आज यह काम बॉलीवुड कर रहा है। जिसे शुद्ध हिंदी आती है वह संस्कृत सीख सकता है। और दक्षिण भाषाएं भी सीख सकता है🚩🙏
@flyingspaghettimonster2925 Жыл бұрын
@@pahadi1500 भांडवुड में म्लेच्छ बहुत संख्या में रहे हैं सदैव
@rupamraj9066 Жыл бұрын
Nityananda Misra might be good at Hindi language but his Guru Swami Rambhadrachrya is a repeat offender. He blames Adi Shankaracharya for his statement (द्वारं किमेकं नरकस्य नारी) which is actually menat for Sanyasi and Brahmcharis. His most controversial statement is प्रक्षिप्तवाद (interpolation) of Uttar Kand of Valmiki Ramayan and Gopi Vastra Haran. Swami Raghvacharya has also refuted this instance ( kzbin.info/www/bejne/pmrFfYCeo9tlZ80 ). Nigrahacharya Shri Bhagavatananda Guru has made several videos (kzbin.info/aero/PL_UOyP4N1Lteu1oUDuHf91pBBCQDmkZ1L) regarding Anti Shastras statements of Swami Rambhadracharya
@KrishnadasBharatikb Жыл бұрын
The battle for assertion of one's language, both spoken and written forms the first soft-line of defence to divide the country and probably the last to fade away after the division ceases to exist.
@pahadi1500 Жыл бұрын
@@rupamraj9066 भाई उत्तर रामायण प्रक्षिप्त है।
@manmeetkumar510113 сағат бұрын
❤ sat sat pranam
@shobhachandla71326 ай бұрын
बहुत बहुत आभार । अग्निसूक्त की व्याख्या करने के लिए । आपकी विद्वता को प्रणाम् ।
@cdhd252 Жыл бұрын
जय श्रीराम जय बजरंग बली 🚩🚩🚩🕉️🙏🙏🙏🌹🌹
@HitnPro Жыл бұрын
अद्भुत ज्ञानवर्धन। आपने हमारे ज्ञानचक्षु खोल दिए। धन्यवाद।
@drhardikjoshi Жыл бұрын
Dear Nityanandji, an excellent indepth description as always... many thanks. Your discussion also helps to learn many new things related to Sanskrit ...
@no-one3296 Жыл бұрын
Mai to Geeta press gorakhpur ko he authentic manta hu. Jiski stapna Pujye shri Hanuman Prasad Poddar ji aur Jay dayal goyandka ji jese mahan bhakto dwara hui aur jinke kaaran aaj ghar ghar mey Bhagwat Geeta, Ramcharitmanas aur Hanuman chalisa jesi pustakey hai🙏🙏🙏
@no-one3296 Жыл бұрын
@Maruti Vega mera ye matlab nahi tha. Aur kisne kaha Bhagwan shankar khud avtaar nahi lete? Adi guru Shankracharye ji ka naam suna hai? Wo swayam Bhagwan shankar ka he avtaar thay. Wo naa hote to Bharat se Sanatan dharam kabka mit chuka hota. Unhone aa kar Bhodh dharam ke prabhav ko kam kar diya aur fir se sanatan Dharm ko sashakt banaya.
@hershchat Жыл бұрын
साधु सोभनीय समीक्ष्ण। नित्यानंदजी धन्य हैं। परआलोचना व विवाद को त्यज, इस ही प्रकार के विवेचन अभीष्ट हैं। हरि ॐ।
@TheMotivationalQuotes8 Жыл бұрын
भईया नमो राघवाए बहोत से youtuber गुरुजी के बारे मे उलट सुलट बोल रहे है । आप बहोत धन्यवाद आपने सबको सही बात बताई
@aravindvaishnava3550 Жыл бұрын
Bro! Ignore them. They are just jealous freaks. Swami Rambhadracharya is an excellent scholar who values academic and reasonable thinking and those freaks are jealous of Swamiji because Swamiji openly denounces the practice of untouchability and treats all Hindus equally. Those who give logical fallacies to prove their arguments are more likely to use ad hominem, attacking the person rather than the Claim.
@ultimatetransformation39311 ай бұрын
नित्यानंद जी आप बड़े ज्ञानी तथा बुद्धिजीवी हैं। किसी भी बात का प्रमाण बताने में आप बहुत प्रवीण है।
@caarvaak Жыл бұрын
संदेह/भ्रांति दूर करने के लिए आभार 🙏 1950-60 के बाल्यकाल में जो सीखा, वही आज भी कंठस्थ है. दो त्रुटियां हैं जो ठीक करनी पड़ी हैं. लगभग 20:50 पर उद्धृत कालिदास का श्लोक, निश्चय ही मूढता से बचने में मार्गदर्शन करेगा. क्या ही अच्छा हो कि यह लिपिबद्ध कर सकें. धन्यवाद .
@caarvaak Жыл бұрын
मिश्र जी, चलचित्र में उद्धृत कालिदास के श्लोक को व्याख्या सहित लिपिबद्ध करने हेतु अनुरोध किया था ताकि आप की बात ज्यों-की-त्यों अन्य लोगों तक पहुँचाई जा सके.
@lalitpant2187 Жыл бұрын
पण्डित जी आपने बहुत ही सारगर्भित, शास्त्रीय और शालीन बिधि से विवेचन किया है।आप सनातन धर्म और संस्कृति की पूँजी हैं। ईश्वर आपको दीर्घायु प्रदान करे।जगद्गुरू राम भद्राचार्य जी भी परम् पूजनीय सन्त हैं, उनकी भी कोई बात मनमानी नहीं हो सकती। मगर मैं तो उसी पाठ को मानूँगा जो बाल्यकाल से सीखा है।
@Hanudaas Жыл бұрын
अति उत्तम जेष्ठ भ्राता 🙏नमो राघवाय श्री सीताराम 🙏
@maheshkumarram6112 Жыл бұрын
Gyanvardhak jankari di aapne very nice
@viralgaming656910 ай бұрын
अति उत्तम प्रयास, शत शत प्रणाम
@mukeshdwivedi5510 Жыл бұрын
Very polite and logical presentation leaves no disputes.
@prashantdeshmukh39447 ай бұрын
यह चलचित्र के श्रवणसे बहुत संतोष मिला। आभार।
@bhagwanmishra7243 Жыл бұрын
भगवान ब्रह्मा ने रामावतार के साथ सभी देवों को वानर योनि में जन्म लेने के लिए आदेश दिया था और स्वयं जामवंत के रूप में तथा शंकरजी एकादश रूद्रावतार हनुमान जी की भूमिका में हैं।इसी तरह बाली सुग्रीव नल नील आदि के वारे में भी इंद्र सूर्य विश्वकर्मा आदि। सीता द्वारा हनुमान जी को बरदान देते समय भी करहु सदा रघुनायक छोहू।अजर अमर गुननिधि सुत होहू। बहुत सुंदर विवेचन है। धन्यवाद
@gopalpur2 Жыл бұрын
प्रभु जी 👑 हिंदी 🙌 Logic, reasoning, respectful 🙏🙏🙏💐
@ramjigupta5416 Жыл бұрын
सब-कुछ स्पष्ट हो गया है। अल्पज्ञ को इसपर बहस नहीं करना चाहिए। सनातन धर्म के परम विद्वान स्वामी रामभद्राचार्य जी ने जो कहा हैं वह पूर्णतः सत्य है। नित्यानंद जी ने चलचित्र में अनेकों साक्ष्यों को दिखा दिया हैं। अब भी जो ना माने उसे मैं क्या कहूं? परमपूज्य स्वामी रामभद्राचार्य जी को शत् शत् नमन 🙏🏻 हिंदीं एवं संस्कृत भाषा के विद्वान श्री नित्यानंद मिश्र जी को सादर नमन 🙏🏻
@Roar1921 Жыл бұрын
I used to love talking like in Mahabharatha and Ramayana even as a kid. Would use किन्तु परंतु with my north indian friends in school, but it was a comedy for them. Hence, stopped speaking🙄 I hope your videos become more popular and your hindi becomes colloquial 🙏
@NFah43Bk Жыл бұрын
North Indians speak nowadays Urdu , you don't have to be ashamed Hindi is sanskritised. And that is how it should be accepted
@pradeepshukla3970 Жыл бұрын
Jai Shree Ram 🙏 Thanks for uploading this video which brings forth proper textual content of Shri Hanuman Chalisa 🙏🙏
@madhavpratapsingh8274 Жыл бұрын
बजरंग बाण में भी शंकर सुवन वीर हनुमंता वाक्य आया है अतः आप मूल स्वरूप को भी मान सकते हैं। वैसे कोई भी पाठ करें दोनों के हो समान लाभ हैं। गीता प्रेस अति प्राचीन है शिलालेख से भी ज्यादा प्राचीन। मैं तो गीता प्रेस को ही प्रमाणिक मान रहा हूं। मूल लेखक ने क्या लिखा ये सबसे महत्वपूर्ण बाद में कोई भी अपने हिसाब से edit कर सकता है। प्रेम चंद ने जो लिखा उसमें कोई भी संशोधन कर सकता है लेकिन मौलिक तो प्रेमचंद का ही होगा गुरु राम भद्राचार्य जी को सादर नमन
@rahulanand5076 Жыл бұрын
आपकी प्रशंसा करता हूं इतना अनुसंधान के लिए
@abhayvaygaonkar2425 Жыл бұрын
जय श्री राम् ।
@sujeetjha Жыл бұрын
Jai Shree Raam. Bahut Bahut Dhanyawad
@lokeshgautam4015 Жыл бұрын
जय अंजनिकुमार बलवन्ता। शंकरसुवन वीर हनुमन्ता।। फिर तो इस में भी स्वयं करना।
@shyamkantverma1262 Жыл бұрын
Nityananda ji 🙏 for very Rational and decent Analysis.
@parasnathyadav3869 Жыл бұрын
जय श्री कृष्ण नित्यानद जी
@brainstorming9 Жыл бұрын
अति सुंदर चर्चा! अभिनन्दन! साधुवाद! 🙏🙏
@ekamsat06 Жыл бұрын
जय श्री कृष्णा गुरुजी 🙏🙏🙏
@vandematram8205 Жыл бұрын
Dhanywad Nityananda Ji
@deveshkumarsingh2168 Жыл бұрын
Jai shree Sita Ram Hanuman 🙏🙏🙏🙏🙏🎉 🇮🇳🎉 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@theviraltrendsofficial Жыл бұрын
हमेशा से संकर सुवन ही है वही सही है...अगर आपको लगता है की वो प्रिंट मिस्टेक है तो फिर बजरंग बाण में भी एक जगह संकर सुवन कहा गया है तो आप कहेंगे वहां भी प्रिंटिंग मिस्टेक हुई है ऐसा नहीं है प्रभु..हनुमान गड़ी में लिखा हुआ ज्यादा पुराना नहीं है 1966 का ही है गीता प्रेस की स्थापना 1923 में हुई थी..ऐसे बहुत से प्रमाण आपको दे सकता हू...
@brajakishorpati9730 Жыл бұрын
🙏
@shankarlaljatshankar6905 Жыл бұрын
बिल्कुल सही कहा आपने सही पंक्ति शंकर स्वयं कैसरी नंदन ही हो सकता हे शंकर सुवन केशरी नंदन हो ही नही सकता
@madhavshrivastava85218 күн бұрын
पाठ भेद स्वाभाविक है ।महात्मा तुलसी ने जिन शब्दो को उल्लिखित किया होगा उन शब्दो मे अब तक कितनी वार पाठ भेद हो गया होगा इस संबंध मे कोई भी निश्चित रूप से नही कह सकता।
@kuldeepkumarpadha1561 Жыл бұрын
अति सुन्दर!
@JayantPatnaik12 Жыл бұрын
Saari purani lipiyon me shankar suvan hi likha gya hai . 1837 ki lippi me bhi shankar suvan hi likha gya hai . 1628 ki lippi me bhi shankar suvan hi likha gya hai . Kevan 1940 aur 1966 me shankar swayam likha gya hai
@NityanandaMisra Жыл бұрын
क्या आप इन सबका लिंक दे सकते हैं?
@geetmeetsangeet2169 Жыл бұрын
महाजनो येन गतः स पन्था
@rohitpushp330 Жыл бұрын
Salute u ... विद्वान
@harshbehl4 Жыл бұрын
Jai Shri Ram
@yogendramohan2809 Жыл бұрын
मान्यवर सादर नमस्कार जय हो
@rajushing2130 Жыл бұрын
🙏🚩जय श्री राम 🚩🙏
@lovvvv68 Жыл бұрын
Such an incredible gentleman.... महोदय, आपके लालन पालन का क्या रहस्य है??
@skull8723 Жыл бұрын
Poorva Karma
@LOL-tz5kt Жыл бұрын
बहुत सही कहा। जय सिया राम लखन हनुमान
@kritiroy9142 Жыл бұрын
आप खुब सही, समय अनुकूल बात रखी 🙏
@vasalji Жыл бұрын
धन्यवाद श्रीमान! अपने बहुत सुन्दर एवं सरल भाषा में अपने विचार रखे | हनुमान चालीसा में जो " जुग सहस्त्र जोजन पर भानू । लील्यो ताहि मधुर फ़ल जानू ॥" का हम पाठ करते हैं, कुछ लोगों का कथन है कि यह मूल पाठ में नहीं है और बाद में किसी ने जोड़ा है | परन्तु यही बात हनुमानाष्टक में भी मिलती है "बाल समय रवि भक्षि लियो तब तीनहूँ लोक भयो अँधियारो" | मेरा आपसे विनम्र निवेदन है कि इस सम्बन्ध में भी उचित मार्गदर्शन प्रदान करने की कृपा करें | |
@Madimanojg Жыл бұрын
It is really laudable that you are taking so much efforts to dig out sources and explain even the pettiest of the things. Nothing offensive in my statement as it is a pity that the present generation is not even aware of the pāṭhabhēda we find in our purāṇic traditions. You must encourage your followers for swādhyāya than spoon feeding.
@janardanprasadpandey4180 Жыл бұрын
भ्रम निवारण हेतु हार्दिक आभार। 🙏 🙏
@JDsupervideos225 Жыл бұрын
I started chanting according to Sri Ram Bhadrachrya Ji's correction but got a bit confused of different types of opinions. Now my confusions are cleared. Aapko hriday se Dhanyawad.🙏🙏🙏
@dsrajpoot9440 Жыл бұрын
🕉 NamahShivay 🕉
@babinchatterjee9317 Жыл бұрын
Amazing analysis and hardwork...
@shivseedsmultai5425 Жыл бұрын
बहुत ही सुंदर
@chadetrikrout Жыл бұрын
Jai Shri Ram🙏
@lokeshgautam4015 Жыл бұрын
sir ji jai shree Ram , apka bahut bahut dhanyawad sare sandeh clear karne ke liye . kripa kar ke ye bhi clear kro ki Bajrang ban mei bhi sankar swaym hi sahi rahega.
@ganeshanram3225 Жыл бұрын
Well researched, Sir. A good presentation. You are very clear and lucid.
@SonofSoma108 Жыл бұрын
THIS IS A HUGE HUGE HUGE PROBLEM FOR THOSE WHO DO SADHANA OF HANUMAN JI USING HC, BECAUSE NOW A LOT ARE CONFUSED BUT PERSONALLY I THINK THE OLDER VERSION WHICH WE GREW UP LISTENING TO IS THE CORRECT ONE BECAUSE I HAVE SEEN MANY PEOPLE GETTING RESULTS BY DOING SADHANA OF THAT ONE
@rupamraj9066 Жыл бұрын
Regarding Hanuman Chalisa (kzbin.info/www/bejne/nWWTZHePqJ6WaKM). Nigrahacharya Shri Bhagavatananda Guru has made several videos (kzbin.info/aero/PL_UOyP4N1Lteu1oUDuHf91pBBCQDmkZ1L) regarding Anti Shastras statements of Swami Rambhadracharya
@aravindvaishnava3550 Жыл бұрын
@@rupamraj9066 Who gave him the title of Nigrahacharya. He used ad hominem toward Swami Rambhadracharya instead of disagreeing respectfully. He supports untouchability practices toward the Dalit communities. He doesn't know how much humiliation, prejudice, untouchability, and discrimination the 35 Crores Dalits and Tribals face. He means to say that if Brahmins decided to live in poverty, so Dalits should accept their position in Society. He doesn't ever talk about the Dignity of Labor of Dalits, except for yelling about how Brahmins left 90% of the occupations for Dalits, UNTOUCHABILITY is the problem not occupation. Either he should provide scientific evidence for his untouchability claims or he should conveniently shut the f*ck up. Thousands of Dalits are leaving Hindu Dharma just because of untouchability and your Nigrahacharya is endorsing it and ironically, these kinds of people conveniently blame discontent among Dalits onto Politicians, Missionaries, etc, except themselves. Hypothetically, even if Ravidas and Kabirdas ever came to meet him, he would definitely never let them in their house as they would pollute their homes. He even abused Swami Vivekananda. Swami Rambhadracharya is an intellectual who values academic thinking and almost all academicians have come to the conclusion that Uttarakanda Ramayana is an interpolation, from Prof. Camil Bulke to Prof. Rajni Raman Jha. Their evidence is based on logic and facts and you and your so-called Nigrahacharya could use only Logical Fallacies. And regarding the Sanyasa of Swami Rambhadracharya, Swamiji has not taken non-Shastric sannyasa, those disability rules concerning sannyasa can be only applicable to those who are born with disabilities not who became disabled after normal birth like Swami Rambhadracharya. He was made Vaishnavacharya by Saints who are well-versed in shastras. Do you think that he would dismantle the prestige of Swamiji, if you are thinking, then it can never be possible. His Advaita Sampradaya and perhaps yours have not been able to produce one saint from a Sudra background. And they claim to be well-wishers of Dalits ironically. Smarta Advaita Sampradaya is for the Brahmins, by the Brahmins, and of the Brahmins. They should stay away from Dalits and live their own life. I am not Swami Rambhadracharya Shisya, I am a Skeptic Hindu who values both Science and Hindu Philosophy, who only believes in facts and reason not logical fallacies.
@bajrangsingh7414 Жыл бұрын
Apne sab clear kar diya. 👍👍👍
@jagadishmandal2627 Жыл бұрын
Jay shree ram
@SanskritRoaster Жыл бұрын
मिश्रा जी सादर नमस्कार । यहाँ एक सूक्ष्म बात आप मिस कर गए । आपने सिद्ध तो कर दिया कि सारे पाठभेद किसी न किसी "शाखा" में समर्थित हैं, किन्तु सभी भिन्न भिन्न शाखाएँ भी तो हैं । अतः प्रचलित पाठ अपने आप में एक शाखा बनाता है, जिसका संशोधन सम्भव नहीं । ठीक वैसे ही जैसे एक शब्द आधा पाणिनि के व्याकरण से और आधा कात्यायन (कच्चायन) के व्याकरण से सिद्ध हो जाने पर किसी भी भाषा का शब्द सिद्ध नहीं होता, न संस्कृत का न पालि का । दूसरी बात ये है कि जिसके द्वारा पत्थर पर उकेरवाया गया है वो गोरखपुर के एक महाशय प्रतीत होते हैं, जाहिर है उन्होंने अपनी परम्परा ("शाखा") का निर्वहन किया । और ताज शब्द उर्दू का है, मूलपाठ में होना अयुक्त बैठता है, भले ही कुछ उर्दू शब्द संतप्रवर की रचनाओं में मिलते हैं । क्योंकि दो शाखाएँ क्रमशः उर्दू और संस्कृत पाठ वाली उपलब्ध हैं तो निर्णय संस्कृत के पक्ष में ही जाएगा ।
@SanskritRoaster Жыл бұрын
अथ धृतावकाशोऽस्मीति ।
@SanskritRoaster Жыл бұрын
धृतः ।
@SanskritRoaster Жыл бұрын
अवकाशः ।
@SanskritRoaster Жыл бұрын
रक्षति बुक्कनकारिभ्यः ।
@grvmohan1 Жыл бұрын
अति उत्कृष्ट
@सुनोऔरसोंचो Жыл бұрын
किसी भी महात्मा के संशोधन और किसी भी पुराने अभिलेख को हनुमान चालीसा प्रेमी न मानें। प्रेमभाव से पाठ जारी रखें जो कंठस्थ कर लिया है। हनुमानजी सर्वव्यापक हैं वो व्याकरण और तुकबंदी नहीं देखते।आज के ज्यादातर साधु-संत अपना मंतव्य थोप रहे हैं जिनको सुनने पर भावभंग होता है।भाषा पीछे भाव आगे है।हर हर महादेव।
@geetmeetsangeet2169 Жыл бұрын
शङ्कर स्वयं केसरी नन्दन। यह तो कुछ युक्ति संगत लगता है। बाकी आप की गुरुभक्ति है। लाखों स्थानों पर लाखों प्रतियों को छोड़कर चन्द प्रतियों का अनुकरण आपकी गुरुभक्ति मात्र है। बाकी जिसके गुरुगोविन्द जो आदेश करें वही श्रेयस्कर है।
@TathastuIndia Жыл бұрын
नमो राघवाय 🙏 परम पूज्य गुरुदेव स्वामी श्री #रामभद्राचार्य जी महाराज के द्वारा श्री हनुमान चालीसा में जिन शब्दों की त्रुटी बताई गई है उन शब्दों को संशोधित कर प्रसिद्ध। #ghazal एवम् #bhajan #singer Jaswant Singh Ji के द्वारा सभी हनुमान भक्तों के लिए यह सुंदर प्रस्तुति हनुमान जी महाराज के श्री चरणों में प्रस्तुत की गई है, आप भी अवश्य श्रवण करे।🙏🪔🙏 Hanuman Chalisa | हनुमान चालीसा का संशोधित पाठ | As Suggested By #Swami #rambhadracharya ji Maharaj Want to listen Complete #hanumanchalisa please Click below 👇🏻 Link kzbin.info/www/bejne/pH_Cmn5ugdyffc0
@TathastuIndia Жыл бұрын
Nityanand ji Mera prayas hai Bataiyega ga aapko kaisa laga. Samar Mandloi TathastuIndia is My YT channel. 🙏
@vijayshankarmishra9168 Жыл бұрын
हर हर महादेव! शंकर स्वयं कभी नहीं होगा क्योंकि विश्वास घात का असर होगा! हनुमान जी ग्यारहवां रूद्र है जिस रूप में पूजा स्वीकार नहीं किया था !
@mukulsharmaknh Жыл бұрын
Shriman ji bajrang baan me bhi Shankar suvan likha hai yadi aap iske upar bhi thoda bataen जय अंजनि कुमार बलवंता। शंकरसुवन बीर हनुमंता॥
@varadarajcuram2238 Жыл бұрын
Just chant any with faith. Forget everything else.
@deepakjoshi5744 Жыл бұрын
साधुवाद 🙏🏽
@sanjayjha6759 Жыл бұрын
आप अनुसंधान कर जो व्याख्या की है, सराहनीय है
@shubhamkaushik4u Жыл бұрын
bahut sundar 👏👏👏👏
@rajkumarhirwani1598 Жыл бұрын
बहुत सुंदर 🎉🎉🎉
@অভিরূপসিনহা Жыл бұрын
Vai, gita press ka hanuman aank book aapka pass hya?
@ashit_pandey Жыл бұрын
नित्यानंद जी मेरा भी अभिवादन स्वीकार करें।किसी भी विषय पर धाराप्रवाह बोलना एक अभ्यास हो सकता है परंतु बोलने की कला के साथ-साथ जिससे या जिनसे कथन किया जा रहा है उसे / उन्हें विषय के साथ आत्मसात् कर लेना अभ्यास का परिणाम नहीं है अपितु यह एक कठिन परिश्रम है जो शोध व भगवदकृपा से ही संभव है ।🙏💐
@ravishkrishnan9602 Жыл бұрын
Very very thanks Bhaiya jee
@sarojabv2339 Жыл бұрын
Thank you so much for the detailed explanation.🙏
@maimaihum4686 Жыл бұрын
आपका धन्यवाद 🙏🚩
@anuragsingh4522 Жыл бұрын
क्या "ॐ नमः शिवाय" को छोड़कर "श्री शिवाय नमस्तुभ्यं" को अपनाना धार्मिक दृष्टि से सही है?
@yogeshghadage373 Жыл бұрын
तुलसी दास सदा हरी चेरा. इसमे तुलसीदास कि जगहा अपना नाम लेना सही हे क्या?
@arunjoshi6508 Жыл бұрын
आपका विवेचन विचार करने को प्रोत्साहित करता है. हम १२ वर्ष की आयु से नित्य हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं. मेरे मन मे ये प्रश्न है "जो सत बार पाठ कर कोई" मे आने वाला शब्द सत का अर्थ ७ है या १०० बार है? कृपया इसे बताये . धन्यवाद!!!
@madansharma270011 ай бұрын
प्रणाम, प्राथना है कि महिषासुर मर्दिनी strotam का भावानुवाद प्रस्तुत करें बहुत कृपा होगी।
@rajendrakumarjha9833 Жыл бұрын
सादर प्रणाम।सुना है बजरंग बाण में सुवन पाठ है।
@shivseedsmultai5425 Жыл бұрын
भाईसाहब, क्या शाब्दिक अर्थ भी अलग अलग है क्या
@bitsbytes4454 Жыл бұрын
जय जय श्री हनुमान 💐🚩🙏
@jaggimanish Жыл бұрын
Sir read your book mahavira ..really loved reading it
@abhinavkarkare Жыл бұрын
Atisundar.
@raghavverma7306 Жыл бұрын
Jai Shri krishna from raghav Verma KARNAL
@jaybharat3677 Жыл бұрын
👌🏻👌🏻👌🏻🙏🏻
@jigarpathak6857 Жыл бұрын
Sir, great job. Thanks. I wanted to know the meaning remains the same, or does it differ a lot? 🙏
@neelammishra7201 Жыл бұрын
जी ,आजकल रामायण में सीता जी द्वारा किए मां गौरी की स्तुति को भी कुछ राम कथा कहनेवाले अलग शब्द का प्रयोग कर रहे हैं। जैसे " जय जय जय गिरिराज किशोरी" और जय जय गिरिवरराज किशोरी !!
@vijaychoudhary8422 Жыл бұрын
आपके द्वारा बताई गई पुस्तके मिल सकती है यदि हां तो कहां पर
@ruchiawasthi7708Күн бұрын
😂😂😂😂correct sir... Born gyani... Aapke liye bhi main comment padhti hu.. 🙏
@hariharbramha Жыл бұрын
यही सनातन है
@dr.arunsingh635610 ай бұрын
श्रीमान, मैं बड़ौदा से हूं।महावीर टीका हनुमान चालीसा का पुस्तक कहा से प्राप्त किया जा सकता हैं।
@gulshangupta1899 Жыл бұрын
Thanks a lot for clarification 🌹🙏🙏🙏🙏naman
@deepakSharma-ig9hw Жыл бұрын
Excellent explanation
@RamayanaShorts Жыл бұрын
मुझे एक original श्री रामायण जी की प्रति चाहिए। आपसे आग्रह है प्रत्युत्तर करें श्रीमान 🙏🙏🙏
@The-Boss369 Жыл бұрын
Aapka prabhu shri Ram kaise dikhte the varnan suna aur mai vaisi painting bana raha hu..kya mujhe aur details milenge..baal,kapde,braselet,chappal etc...
@sunilbengani9490 Жыл бұрын
How to purchase hanuman chalisa, Ramcharit manas and Sunderland Please guide 🙏
@mycornerwithyou Жыл бұрын
हमारे लिए वही सही है जो हम आज तक सुनते आए क्योंकि इसमें हमारे भगवान भी प्रसन्न है क्यू कि भगवान भाव देखते है शन्द नही फिर तो जो सुंदर काण्ड मे ढोल गवार वाली है उसके बारे में भ भी एसा कुछ है क्या