हमें गर्व है कि हम बिहारी है और दिल्ली पंजाब महाराष्ट्र गुजरात में मजदूरी करते है
@satyendraprasad1052 күн бұрын
बिहार के सभी सांसदों को साधुवाद।क्योंकि बिहार को कोई नवोदय या केंद्रीय विद्यालय नहीं मिला।यहां के सांसदों का यह बहुत बड़ी उपलब्धि है।
@bishwanathyadav90833 күн бұрын
बिहार के जनता को विद्यालय से क्या जरूरत है, उन्हें सिर्फ 5 किलो अनाज चाहिए, मोदी जव पटना यूनिवर्सिटी को सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी का दर्जा नहीं दें सका,वह केन्द्रीय विद्यालय कैसे देगा।
@bismillahansariansari45433 күн бұрын
Palltu ram gulam hai 😅😅
@parmanandprasadyadav75253 күн бұрын
यह बिहार का दुर्भाग्य ही है जो चुने गए प्रतिनिधि केबल कुर्सी प्यारे हो गए हैं बिहार की जरूरत से उनको कोई लेना देना नहीं है या तो केंद्र सरकार यहां के नेता को कोई महत्व ही नहीं देते हैं।
@dearpubliclearners3 күн бұрын
ki Hui galtiyon se kabhi humne sikha hai Jo chij ham expect kar rahe hain aapko nahin lagta kuchh jyada ho raha hai yah vah bhi UN logon se
@NaginaDevi-e5t2 күн бұрын
वास्तविक प्रकरण प्रस्तुति के लिए आप दोनों महाशय का साधुवाद।
@vijaymusiccentre32752 күн бұрын
सर ये बिहार है। मुझे नहीं लगता की बिहार का कोई भी नेता बिहार की शिक्षा के बारे में सोचता है। उन्हें जनता ने चुनकर भेजा है लेकिन इन लोगों को बिहार की जनता के बारे में तनिक भी चिंता नहीं है। उन्हें सिर्फ कुर्सी चाहिए।
@surendrapandey75143 күн бұрын
बिहार में शिक्षा दुरुस्त हो जाएगी तो गुजरात और महाराष्ट्र को मजदूर कहां से मिलेगा
@mukeshyadavraj16423 күн бұрын
वोट देगा जंगल राज पर तो क्या मिलेगा
@Ranjitkumar-ut4nj3 күн бұрын
Bilkul sahi bhai....moreover yaha ke neta ko koi matlab nahi
@Indrajeet-u9g3 күн бұрын
100% सत्य बोला आपने
@kumardevashish61283 күн бұрын
Gujrat me kaam karne kon jayega
@kumardevashish61283 күн бұрын
Or bjp ko vote doo
@satyendrakumarsingh56833 күн бұрын
केन्द्र बिहार को केवल रेलवे विभाग द्वारा रेल चलाई जाती है केवल मजदूर ढोने के लिये, कोई उद्योग नहीं लगाना, अगर नवोदय विद्यालय केन्द्र बिहार में बनायेगा, तो बच्चे बिहार के पढ़ जायेंगे तो मजदूरी गुजरात जाकर कौन करेगा? शर्म कीजिये नीतीश सरकार, जय हिन्द
@RenuSingh-y6p3 күн бұрын
Proud of you that you are raising voice against education injustice with Bihar
@R.V.Singh113 күн бұрын
यह बहुत दुखकी बात है एक केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालय हमारे राज्य बिहार को नहीं मिला इसका विरोध जमकर होना चाहिए
@funtuskumar4584Күн бұрын
बस सिर्फ दुःख जताइए और जब चुनाव आए तो वोट बीजेपी और जेडीयू को दबाइए ये बिहार का नेता भी समझ गया है
@varunsah76133 күн бұрын
हमेशा बिहार को कमजोर बना कर मजदूर बना कर रखना चाहता है
@Ranjitkumar-ut4nj3 күн бұрын
Usi layak hai
@IMRANKHAN-di7xr3 күн бұрын
लोक सभा चुनाव के दौरान खुल कर भाजपा के लिए बैटिंग कर रहे थे आप,, उस समय भाजपा ने ये बात तो बोला ही नहीं था की हम शिक्षा को बढ़ावा देंगे, भाजपा तो मंदिर के लिए चुनाव जीत गई और लोगों ने भी मंदिर के नाम पर ही वोट दिया था तो फिर आज ये रोना क्यों रो रहे हैं।🙏🙏🙏
@shivnathkumar63313 күн бұрын
बिहार के NDA संसद,बिहार का सम्मान भूल चापलूसी में लगे है,बिहारी संसद बिहार में खूब चीखते है,परंतु अपनी सरकार के सामने घिग्घी बंध जाती है,दुर्भाग्य अफ़सोस।
@Bittu_82412 күн бұрын
I'm a proud NAVODAYAN and I must say that Bihar needs NAVODAYA VIDYALAYA on a large scale so that Bihar could make a great leap.
@vijaykumarverma68353 күн бұрын
केन्द्र ने मारा तमाचा!!! कैसा लगा बिहार को??????? आपत्ति दर्ज करता हूँ। पूछने का साहस होना चाहिए कैसा लगा नीतीश कुमार को???
@fashionstudiopro3 күн бұрын
NDA के 30 सांसद को वोट नीतीश ने नहीं दिया है , इसलिए तमाचा उनको ही लगेगा जिसने इनको वोट देकर चुना है।
@srikantkumar10973 күн бұрын
बीजेपी को बोट ओर दो
@PrashantKumar-yy7yu3 күн бұрын
*नरेंद्र मोदी को बार-बार प्रधानमंत्री बनाने में सबसे ज्यादा बिहारियों का योगदान रहा हैं लेकिन पीएम और बिहारी सांसदों ने बिहार में एक सूई का कारखाना नहीं लगवाया और अनपढ़ लोग सिर्फ मुख्यमंत्री को दोषारोपण करते हैं, मुख्यमंत्री इतनी आबादी वाला राज्य में बहुत कुछ कर दिया है 2005 से पहले क्या था बिहार में अब तो बहुत कुछ है, पीएम का एक काम बचा था कल-कारखाना लगवाना नहीं तो विशेष राज्य का दर्ज़ा क्योंकि प्राकृतिक रूप से बिहार काफी पिछड़ा राज्य हैं।* ❤❤❤❤
@swapnil51473 күн бұрын
Nitishwa ka talwa chato 2005 se phle paida liya tha kya
@PrashantKumar-yy7yu3 күн бұрын
@swapnil5147 बिल्कुल 1996 के हूं।
@brajeshdas-h7g3 күн бұрын
Nitishwa ab modi ka pair chuta hi
@rajwalikumar21083 күн бұрын
महत्वपूर्ण विवेचना के लिए आप दोनों का बहुत धन्यवाद। ज्ञानेश्वर सर, बिहार में किसी चीज की जरूरत नहीं है। तथाकथित बुद्धिजीवी लोग अंधभक्त बन चुके हैं,बाद बाकी 5 किलो अनाज से ही खुश हैं। सांसद/विधायक को क्या जरूरी, उनके बच्चे तो बढ़िया स्कूल में पढ़ ही रहे हैं, रही चुनाव जीतने की, तो पैसा फेंको तमाशा देखो। जो मास वोटर है उसे दारू, मुर्गा और 500सौ रुपया मिल जाए बस, दिल खोल कर खुद भी वोट देंगे और दूसरे से भी दिलवाएंगे। यही तो चल रहा है, चलता आ रहा है। सही बात बोलने वाले को जनता नेताजी कह कर व्यंग करता है। पीठ पीछे गालियां देते हैं। यही सच्चाई है।
@rjdaya3 күн бұрын
बिहार में कुछ किए बिना ही वोट मिल जाता हैं क्यों खुलेगा kvs 😂😂
@sonusinghoficial3 күн бұрын
चिराग पासवान जो भोंक रहा था बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट इसको अपने बाप की तरह कुर्सी प्यारी थी इसीलिए बोलता हु प्रशांत किशोर एक बहुत अच्छा विकल्प है
@AnusAnwar-ze9vi3 күн бұрын
Chirag paswan ke baat ka koi value nahi hai pitaji ka photo nikal gya tha to Rona start sirf bihar first bihari first kaha gya yeh jumla aaj ek minister ban gye chup hai gulami start krne lage ek gujrati ka bhai gujrat se zyada mp Jeet ke jate hai yaha se gulami chordo or bihar ke bare mai socho
@laljikumar92163 күн бұрын
इसमें बिहार के नेताओं का कोई गलती नहीं है बिहार के जनता खुद जिम्मेदार है क्योंकि यहां पर वार्ड सदस्य लेकर एमपी विधायक मुखिया सब अपना जात को होगा तो कैसे होगा विकास
@mdafrozthankssier27072 күн бұрын
जी सर आप जैसे पत्रकारों को जरूरत है बिहारी नेताओं के जगाने के लिए
@nikhiljha56083 күн бұрын
सबसे बड़ा दुर्भाग्य यह है की आने वाले चुनाव में भी सरकार भले ही बदल जाय पर मुखिया यही रहेंगे ! दूर दूर तक कोई उम्मीद नहीं है विकास का ,,,,
@ManojKumar-gy1lt3 күн бұрын
कुर्सी से चिपके चिपके नितीश बाबु बिहार को बर्बाद करके ही मानेंगे। कुछ नहीं मिलेगा बिहार को नितीश हटाओ बिहार बचाओ।
@anshukumari-fk6rx3 күн бұрын
Jaldi se jaldi Nitish hatawo
@satyendraprasad1053 күн бұрын
बिहार में इतनी शिक्षा तो मिल ही रही है ताकि नेताओं को चुनाव में वोट कर सके।
@DhananjayChauhan-xg5viКүн бұрын
Good sir,
@sanjaykumarmandal45582 күн бұрын
बिहार की सोच पांच किलो अनाज से निकल नहीं पा रहा है। व्यक्तिगत लाभ के इर्द-गिर्द घूमती रहती है। बेचारे नेता उसी के लिए परेशान रहा करती है। सहयोगी सरकार मे रहने से क्या अपना अधिकार की बात करें तब तो हक़ तय होगी। इसके लिए किसी नेता को फुर्सत नहीं है। ज्यादा से ज्यादा लोग बिहार में अच्छी शिक्षा से वंचित रहे। यही मानसिकता यहां के लीडरों में है।
@manishanand4203 күн бұрын
This is the best issue which every Bihari should take up, Bihar needs massive investment and support in education sector. Please keep following up on this news don’t give up, these people think we Bihari born for migrant labour
@ChandanKumar-jf3nq3 күн бұрын
मुख्यमंत्री जी समर्थन वापस लीजिए
@mdaqeelhaider12443 күн бұрын
मोदी है, तो सब कुछ ठीक है। शिक्षा की जरूरत ही क्या है।
@devendrapdroy47173 күн бұрын
Bihar में जितने भी स्कूल है सबको केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालयों में कन्वर्ट करना चाहिएl
@mdjabiullah35963 күн бұрын
First time aap log bihar k education development k bare me bat kiye hai proud of you
@BipinSharma-z2p5 сағат бұрын
विहार का विकाश मे मिडिया और मुख्यमत्री ही बोलते पर पुल टुट जाते है विना साइकिल चलाने से पहले पुल गिर जाता है।
@CommentGuruGКүн бұрын
मंदिर चाहिए मंदिर🚩🚩🚩🚩🚩 जय श्री राम🚩🚩🚩🚩🚩 बिहार में भाजपा का मुख्यमंत्री चाहिए ✅
@ShambhuSingh-z9u2 күн бұрын
Thank Dwiwediji to exposeministers of BiharNo dt the fact that you are the best thinker and journalist. Thanks my dear Ajeetbabu.
@santoshkumar-jp4uv3 күн бұрын
बिहार के नेताओ को बस एक कुर्सी चाहिए निकम्में सांसद है बिहार के।
@RAVIKumar-oq3oc3 күн бұрын
Aapane bilkul sahi Kaha
@laljikumar92163 күн бұрын
साउथ के नेता लोग को कम करना है और बिहार को नेता को जातिवाद करना है और वोट लेना है मंत्री बनना है घर में रहना है सोना है
@appukumarsingh33413 күн бұрын
आज मुझे बहुत अच्छा लगा की ज्ञानेश्वर सर ने आवाज उठाया
@pradeepmehta63253 күн бұрын
2009 केंद्रीय तात्कालिक शिक्षा मंत्री अली अशरफ फातमी साहब ने पटना सिटी अनुमंडल के लिए केंद्रीय विद्यालय का शिलान्यास अजीम चेक में सांसद रामकृपाल की उपस्थिति में हुआ था लेकिन बिहार सरकार अभी तक उसकी जमीन भी नहीं दिया और केंद्र सरकार उसकी राशि उपलब्ध कराई नही किया ।जन संघर्ष मोर्चा पिछले 15 सालों से पटना सिटी में केंद्रीय विद्यालय खोलने का मांग सांसद एवं बिहार सरकार और केंद्र सरकार से करते रहा है। लेकिन दुर्भाग्य पूरे हिंदुस्तान में 85 केंद्रीय विद्यालय खोलने का प्रस्ताव पास हुआ लेकिन बिहार और पटना सिटी के लिए एक भी विद्यालय नहीं खोलने का प्रस्ताव है एनडीए सांसदों को चुल्लू भर पानी में डूब कर मा जाने की बात है।
@pappupaswan10703 күн бұрын
हमेशा बिहार को मजदूर सब्जी बनाकर रखें तभी तो गुजरात और महाराष्ट्र के सस्ते दर पर मिलेंगे मजदूर सभी को एक साथ मिलकर इसका विरोध करना चाहिए
@funtuskumar4584Күн бұрын
बस सिर्फ दुःख जताइए और जब चुनाव आए तो वोट बीजेपी और जेडीयू को दबाइए ये बिहार का नेता भी समझ गया
@AmanSingh-yg1yb3 күн бұрын
जिसका मुखिया ही गर्दन झुका कर केंद्र सरकार की सारे बात मानता है फिर क्यों डरेगा और क्यों कुछ अच्छा देगा बिहार को अब बिहार के जनता को सोंचना पड़ेगा कि संसद मे किसको भेजना हैं....
@UmeshChaurasia-x1w3 күн бұрын
बिहार एक मजदूर राज है ।बिहारियों को लेबरगिरी करना है दूसरे राज में बिहारी को कोई मतलब नहीं है।
@jagnarayansharma8823 күн бұрын
Absolutely right sir
@sushilmandal53372 күн бұрын
एकदम सही मुद्दा उठाया है आपने
@akhtarhusseinansari68423 күн бұрын
Mubark ho Nitish ji modi ji ne apko cendriys or naoday school me jiro thega dhikha diya
@laljikumar92163 күн бұрын
आप दोनों महापुरुष जब कह रहे हैं बोल ही रहे हैं तो विपक्ष को बोलना जरूरी है
@saifrazaSI54752 күн бұрын
ज्ञानेश्वर जी हमारे यहां केंद्रीय विद्यालय इसलिए नहीं दिया गया है और यहां के नेता इसलिए नहीं मांगते हैं बिहार का युवा पढ़ लेगा तो हमारी राजनीतिक समाप्त कर देगा दूसरी बात प्रधानमंत्री जी चाहते हैं कि हमारे गुजरात में बिहारी काम करना फिर कैसे आएगा केंद्रीय विद्यालय दे देंगे तो पढ़ लेगा ना ज्यादा इस लिए ❤❤❤❤❤
@abdheshraj81663 күн бұрын
बिहार के लोगो के केंद्रीय विधालय और नवोदय विधालय से क्या लेना देना है सड़क बिजली राशन हिन्दू मुश्लिम मे फसे रहो और बूढ़े प्रदेश बनाकर रह गया है बिहार
@RajeevkSuperКүн бұрын
Good Aap Kaise patrkar mahoday ke bajh se hame Pata v chala ❤❤❤
@fashionstudiopro3 күн бұрын
⬛🟥 🟥🟥⬛यह बात तो बिहार के उस जनता को सोचना होगा जो चुनाव के समय में यादव, राजपूत, पासवान, ब्राह्मण, कुशवाहा, निषाद, भूमिहार बन जाते है और अपना वोट जाति का कीमत लेकर बेच देते है। गरीब राज्य के मूर्ख जनता के साथ कोई भी बुद्धिमान नेता और पार्टी वही चटनी देगी जिसका स्वाद इन मूर्खों को समझ आता हो। बिहार के लिए जल्दी ही ट्रेन में जनरल के डब्बे बढ़ा दिए जाएंगे जिसमें मजदूर भरकर वहां भेजे जाएंगे जहां ये केंद्रीय विद्यालय बनने वाले है। रोजगार मिल गया बिहारियों को।।
@YogendraRai-pd3hu3 күн бұрын
Sir bahut important matter hai
@praveenlalita44382 күн бұрын
Ganeshwer g your great for bihar
@karnarabindra75273 күн бұрын
केंद्रीय और नवोदय विद्यालय यदि मिल गये तो प्राइवेट स्कूल् कैसे खुलेंगे जिससे शिक्षा एक व्यवसाय मे बदल गया है ।
@KhalidAhmad-hp6qh3 күн бұрын
Bahut khoob kaha
@sushilmandal53372 күн бұрын
इससे ज्यादा बिहार के लिए क्या दुर्भाग्य की बात हो सकती है
@mkmishra_competitionpro2 күн бұрын
Bihar me har sal 15 lakh 10th ,15 lakh 12th and 12 lakh graduate nikalte hai(Without english and without computer) .jisme Bihar gov. 1lakh ko bhi har sal job nahi de pati...rest sabhi out of Bihar jate(without english and without computer)...Total labour supply strategy...(Niyat aur niti dono me khot)..Please awaj uthayiye...
@santoshchaurasiya51023 күн бұрын
बेहद दुखद 😢😢
@PrashantKumar-qv9pt3 күн бұрын
Good News sir
@mpyyadav78183 күн бұрын
Bihar wala ko to 5 kilo rasan mil hi rha hai. Har har modi karte rho.
@kanhiyakumar59483 күн бұрын
Aaj Jo aapane Bihar ke upar charcha ki hai yah bahut hi achcha hua, Yah nikamma neta aur sansad kisi bhi party Ko kisi kam ki nahin.
@mastvideolikeit42343 күн бұрын
Sahi bola hai saheb
@rockychauhan-x6d3 күн бұрын
नीतीश से तंग आ गया है बिहार की जनता। किसी दूसरी को मुख्य मंत्री बनाओ।
@RameshSingh-m6n3s3 күн бұрын
This is reality.therefore I say we are proud of both the journalists.
@AJAYKUMAR-ry1xj3 күн бұрын
No, All journalist have same courage to dicuss this type of intellectual discussion , which is root cause of backwardness of Bihar. Thanks for this type of discussion.
@deonarayanrawat35663 күн бұрын
Good analysis
@manojkumarpandey52153 күн бұрын
बिहार को कुछ मिले या न मिले, लेकिन बिहार के नेता भोट मिला न, जिससे संसद बन गए हैं जब जात और पार्टी के नाम पर भोट मिल ही जाएगा, तो क्या जरूरत है बिहार को कुछ देने का,
@RanjeetKumar-fm2lg3 күн бұрын
Aaj aap dono ne Bihar ke heet me sabse accha new dikhaye hain
@coolanuj0263 күн бұрын
Nice discussion, Thank you to you both
@sonusinghoficial3 күн бұрын
आप पत्रकार लोग का जमीर जिंदा है इसके लिए आपको साधुवाद
@RSRLive9334Күн бұрын
आपलोगों ने बिहार राज्य के लिए अच्छी बहस कराए हैं ✍🏻 रमा शंकर राय प्रदेश उपाध्यक्ष अखिल भारतीय यदुवंशी कल्याण महासभा बिहार
@mdguddooalam20463 күн бұрын
Nadiyo ke kinare school, college, industry khole bihar sarkar ise bad ka khatara bhi km hoga aur bihar bhi develop karega
@nishikantkumar6853 күн бұрын
Ganeshwar ji bahut achcha baat uthaya hai jitna MP Sahab Jeet Gaye Hain sab Ko bataiye
@bhupendrayadav30973 күн бұрын
Gyaneshwarji aap jamin Sawal Nitishji se direct puchhiye Dvivedi sahi bole hai
@shashiranjansingh67593 күн бұрын
ऐसा लगता है की बिहार के एजुकेशन दुरुस्त करना ही नहीं चाहती है, और ऐसा मनसा लगता है की अभी भी बिहार मे मजदूर का ही प्रोडक्शन करना चाहती है, रोजगार जनरेट करने का कोई प्लान ही नहीं है बिहार मे.. एक प्लान भी बनाई गयी है बिहार सरकार के द्वारा उसका इम्प्लीमेंट नहीं किया जा रहा है..
@MosahebAnsari-xk3sv3 күн бұрын
हम हैं बिहार पश्चिमी चंपारण का बिहार का लोग जल होता है बिहार के लोगों के पास दिमाग नहीं होता है अनपढ़ होता है इसलिए कोई स्कूल कॉलेज का जरूरत नहीं है बिहार इतना जल राज पूरा हिंदुस्तान के अंदर कोई सभी राज नहीं है 😡😡
@AjitKumar-db6yu3 күн бұрын
बहुत अच्छा मुद्दा है
@ShivshankarMandal-ci6sm3 күн бұрын
Shi swal hai
@anand1203813 күн бұрын
बिहार में नीतीश बाबू के पास जमीन नहीं है क्योंकि इसमे केंद्र सरकार के कर्मचारी के बच्चे पढ़ते हैं नवादा जिले में जमीन के बाद केवीएस को जमीन नहीं मिली
@rajeshkumar-hh3to3 күн бұрын
बिहार के नेताओं को अपनी कीमत कब पता चलेगा? बिहार का सारा पैसा शिक्षा मे बाहर जाता है लेकिन इसमें कमी कैसे आए कोई योजना नहीं।
@RameshYadav-ps7tk3 күн бұрын
शारीरिक शिक्षक अनुदेशक को पूर्णकालिक करवाए सर एक फिजिकल टीचर को 8000 मिलता है बिहार स्टेट पास होने के बाद ऐसी ही खेलेगा बिहार और खिलेगा बिहार
@bhavbhanjan37862 күн бұрын
Ek leader ko behtar planning karne ke liye behtar educated leader bhi to chahiye....
@fashionstudiopro3 күн бұрын
⬛🟥 🟥🟥⬛यह बात तो बिहार के उस जनता को सोचना होगा जो चुनाव के समय में यादव, राजपूत, पासवान, ब्राह्मण, कुशवाहा, निषाद, भूमिहार बन जाते है और अपना वोट जाति का कीमत लेकर बेच देते है। गरीब राज्य के मूर्ख जनता के साथ कोई भी बुद्धिमान नेता और पार्टी वही चटनी देगी जिसका स्वाद इन मूर्खों को समझ आता हो। बिहार के लिए जल्दी ही ट्रेन में जनरल के डब्बे बढ़ा दिए जाएंगे जिसमें मजदूर भरकर वहां भेजे जाएंगे जहां ये केंद्रीय विद्यालय बनने वाले है। रोजगार मिल गया बिहारियों को
@RAJESHKUMAR-yn8pp3 күн бұрын
Modi h to mumkin h bihar
@sajandeep52233 күн бұрын
बिहार को बर्वाद करने मे बिहार के नेता का हि हाथ है
@vaishampayantiwari24783 күн бұрын
एक ही नारा एक ही नाम !जय जय जय जय श्रीराम !
@satyendraprasad1053 күн бұрын
बिहार में शिक्षा दुरुस्त हो जाएगी तो महाराष्ट्र और गुजरात में मजदूर कहां से मिलेंगे।
@JayshankarAtikant3 күн бұрын
Very good sir
@kamalmohanmishra61532 күн бұрын
बिहार के सभी सांसद निष्क्रिय हैं इनको जनता के द्वारा मजा चखाना चाहिए चाहे किसी भी पार्टी के हों
@VIJAYKUMAR-ti5id3 күн бұрын
यहां कुछ नहीं होगा, जबतक बदलाव नहीं होगा,
@NKM_11720 сағат бұрын
किया बदलाव करोगे एक चूतिये को हटाओगे दूसरा चूतियां आजाएगा?
@shobhnathchoubey48693 күн бұрын
बजट अब एक अप्रैल को नहीं बल्कि एक फ़रवरी को आता है ।
@abhaynarayantiwari86373 күн бұрын
आप से निवेदन हैँ कि पटना से बक्सर आते व बक्सर से पटना जाते समय टोल से जाम रहता हैं इस पर भी बोले
@dharmendrasnehanshu26933 күн бұрын
आखिर कौन सी सरकार जनसेवा ट्रेन के पैसेंजरों को रोक पाएगा ,बहुत बड़ा सवाल है
@akyadavakyadav71527 сағат бұрын
गलती बिहारी की नहीं यह गलती पत्रकार और मीडिया वालों की है जिन्होंने चुनाव के समय भाजपा का प्रचार और गुणगान किया जनताके सामने
@shaileshchaturvedi85072 күн бұрын
जब एक ही उल्लू काफ़ी है बर्बाद गुलिस्तां करने को , हर शाख पे उल्लू बैठा है , अंजाम -ए-गुलिस्तां क्या होगा !?
@dharmendrasnehanshu26933 күн бұрын
जबकि बिहार में अन्य राज्यों की तुलना में सबसे कम साक्षरता है बिहार में 64%साक्षरता जबकि केरल में 100%
@yogeshmixxx36053 күн бұрын
नालंदा विश्वविधयालय का निरमाण नरेंद्र मोदी जी कर रहै है
@sanojkumar28873 күн бұрын
बिहार में प्रशांत किशोर जी कोलाना है शिक्षा का सुधार करवाना है बीजेपी कोभगाना है जय बिहार जयजय बिहार
@Aditya-wu6rl3 күн бұрын
वो भी बीजेपी का ही आदमी है
@abdheshraj81663 күн бұрын
बिहार के सभी नेताओं के लिए बिजली और सड़क ही सब कुछ विकाश दीखता है
@129priyanshukumar43 күн бұрын
जब वि बिहार में केन्द्रीय विद्यालय खोले गये तब अन्य राज्यों में नहीं खूला होगा। इसलिए जमीन चाहिए वो व्यवस्था नीतीश कुमार नहीं किये होगें।
@jitujhajitendra32813 күн бұрын
Sir Please given this agenda infront of Bihar education Minister and other central minister and MP from Bihar. It really very sad for Bihar