Rafiiiiiiiii saheb.............. his voice is my soulmate ...... ❤ every song sung by him is kohinooooooooor for me ❤ , bachpan se leker aaj tak or last destination tak............
ये पलकों की चिल्मन उठा कर गिराना, गिरा कर उठाना गजब हो गया ...... रफी साहब, आप का ये गाना गजब कर गया। गाना के साथ साथ राजेन्द्र कुमार और साधना/वैजयन्तीमाला (?) कभी मुस्कुराती हुई, कभी पलक झिपकाती हुई और कभी लडखडाती हुई दिखाई पडी, सजीव रुप से। क्या कमाल है। बेमिसाल है।