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मुबारकाँ,,,,,,
सतगुरु मेहर करी, अज लगियाँ ने वेड़े साडे रौणक़ाँ
सतगुरु प्यारे करम कमाया
अज दिन ख़ुशियाँ वाला आया
वेखो छाईयाँ मस्त बहाराँ
गदगद हो के तन-मन वाराँ
वधाइयाँ,,,,,,
सोणे-सोणे लेख लिखे, साडे लेखाँ च सतगुरु साईयाँ
लौकी देण वधाइयाँ सारे
रब ने कीते वारे - न्यारे
मुँह-मंगियाँ मिलियाँ सौग़ाताँ
पूरियाँ होइयाँ आस-मुरादाँ
दाता,,,,,,
तेरे सिवा कौन रखदा, इंज नाल निमाणेयाँ दे नाता
अदभुत वे तेरी वड्डेयाई
हरदम ख़ैर ख़ुशी दी पाई
गुण-अवगुण न कदे विचारे
बाँहों फड़ फड़ पार उतारे
उमराँ,,,,,,
लंघदियाँ लंघ जावण पर नाम तेरा न मैं विसराँ
शुकर मनावाँ मैं दिन राती
गुण गावाँ हो के जज़बाती
मुखड़ा तक तक तेरा जीवाँ
दरशन दा अमृत नित पीवाँ
मंगदे,,,,,,
रंगाँ विच सुमिरन दे 'साहिल' नूँ सदा लई रंग दे
एहो मंगाँ रोज़ दुआवाँ
तैथों दूर कदे न जावाँ
सिर ते हत्थ असाँ दे धर दे
सुमिरन ते सेवा दा वर दे
Singer : Nidhi Sahil [9811616747]
Lyrics by Pradeep Sahil.
Music by Lovely Sharma.
Composition : traditional.
#NidhiSahil #Mubaarkan