Bahut hi acche se aapane Katha ka varnan Kiya aur animated video to bahut kamal ka tha
@ankitajain996610 ай бұрын
मुनिराज के मुख से अपने पूर्व सुन के वृषभ से ना का वैराग्य और अधिक बढ़ने लगा और उसने गुणधर्म मुनिराज से एरिका दीक्षा ले ली. इस प्रकार औषधी दान में प्रसिद्ध वृषभसेना की कहानी समाप्त हुई.
@aishwaryalohade391310 ай бұрын
Bahut Sundar Katha Hai.
@JainDigitalPathshala10 ай бұрын
Thanks for word of appreciation 🙏🏻
@jitendrajain32704 жыл бұрын
बहुत ही सराहनीय कार्य
@JainDigitalPathshala4 жыл бұрын
Thank you
@anitagandhi45134 жыл бұрын
💠🌟💠🌟💠🌟💠 🌟 अप्रतिम 👌👌👍🌟 💠🌟🙏🙏🌟💠
@piyushjain46744 жыл бұрын
Bahut Sundar Story... Dhanyvad... aapke Prayas hi harday he Anumodna
बहुत ही सुंदर कथा चित्रण किया ,निर्माता टीम को बधाइयां👌👌👌💐💐
@JainDigitalPathshala3 жыл бұрын
Thank you very much
@salonijain71322 жыл бұрын
Saloni jain
@salonijain71322 жыл бұрын
Saloni jain
@salonijain71322 жыл бұрын
Jain Saloni
@salonijain71322 жыл бұрын
@@JainDigitalPathshala.Saloni the
@kalpanajain10953 жыл бұрын
🙏 jaijinedra ji 🔥🔥🔥
@alkajain2953 Жыл бұрын
Story bahut acchi lagi
@JainDigitalPathshala Жыл бұрын
धन्यवाद जी 🙏🏻
@manjulatha453 жыл бұрын
अतीव सुदर
@ankitajain996610 ай бұрын
उसे वहां मुनिराज दिखाई दिए तुझे जब यह ज्ञात हुआ तो तू वहां आई और तूने मुनिराज को पहले जैसा ही शांत पाया. तब तुझे योग्य गुणों की कीमत आई. तू बहुत पछताe, तूने अपने को बहुत धिक्कारा. मुनिराज से अपने अपराध की क्षमा मांगी मुनिराज का कष्ट दूर करने की बहुत कोशिश की उनके लिए औषधि तैयार की उससे तेरे पाप कर्मों की स्थिति बहुत घट गई
@ankitajain996610 ай бұрын
इन दोनों राजा रानी के चरणों में अपना सिर झुकाते हुए चित्र भी बनवाया उसने वृषभ देना से कहा कि है देवी मैं आपका चिर ऋणी रहूंगा
@dr.pallaviagarkar39443 жыл бұрын
👍👍
@ankitajain996610 ай бұрын
राजा ने पृथ्वी चंद्र को नहीं छोड़ा यह बात वृषभ सेना की ज्ञान में आए इसलिए उसकी रानी नारायण दत्ता ने वृषभ सेना के नाम से यह daanshaलाएं बनवाई हैं वृषभ सेना ने राजा से बात कर पृथ्वी चंद्र को कैद से छुड़वा दिया पृथ्वी चंद्र ने वृषभ सिंह का बहुत उपकार माना और राजा उग्रसेन रानी वृषभ सेना का बहुत सुंदर चित्र बनवाया
@chandrapalseth5703 жыл бұрын
🙏
@JainDigitalPathshala4 жыл бұрын
Link for the Quiz based on this story is given in the Description. Do get it solved.
@anjalikothari72343 жыл бұрын
Nice
@flutewithsam22393 жыл бұрын
@@anjalikothari7234 1¹¹111111
@ankitajain996610 ай бұрын
राजा का क्रोध देखकर मैं पिंगला को कुछ समझ तो नहीं आया लेकिन वह वहां से बहुत दूर भाग गया राजा ने उसके पीछे अपने सिपाही भेजे और वृषभ से ना को समुद्र में फेंक देने का आदेश दिया वृषभ सेनानी प्रतिज्ञा की कि यदि मैं संकट से बच्ungi तो आर्यika दीक्षा लूंगी
@JainDigitalPathshala4 жыл бұрын
🗓️ Next Story Release On - 25 December 2020
@sanyamjain40734 жыл бұрын
Ap ki video ka bhut intzar rhta h ap itna der mai video kyu dal rahi ho humare se wait ni hota
@sushmajain1810 Жыл бұрын
good
@JainDigitalPathshala Жыл бұрын
Thanks 👍🏻
@dineshkumarjain90083 жыл бұрын
Sari jan story ko ese hi animation wali video bna daliye khub prabhavna hogi sach me. Digital yug ha aj ka so
@ravindraranka3 жыл бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏
@parasjain347711 ай бұрын
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
@rupalshah2004 жыл бұрын
Excellent.. 👌👌
@JainDigitalPathshala4 жыл бұрын
Thanks a lot 😊
@Tejal184 жыл бұрын
Jai jinendra🙏👌👌👌🙏
@neelujain71223 жыл бұрын
Il
@ankitajain996610 ай бұрын
एक दूध को उन दान शालाओं हकीकत जानने को भेजा.
@pritisangole72394 жыл бұрын
Very nice keep it up👌
@JainDigitalPathshala4 жыл бұрын
Thanks a lot 😊
@neenaajmera42233 жыл бұрын
👌👌🙏🙏
@guruwarvidhyasagar4254 жыл бұрын
👍👍🙏🙏🙏
@RJ_8272 жыл бұрын
👌👌👍🙏🙏🙏
@ankitajain996610 ай бұрын
मुनि सेवा के फल से तू इस जन्म में सेठ धनपति की लड़की हुई
@deepikajain69114 жыл бұрын
Aushadh dhaan ka matalab badhi sundarta say samjaya
@JainDigitalPathshala4 жыл бұрын
Thanks
@ankitajain996610 ай бұрын
वृषभsena के नाम से दानशाला बनवाई. रूपवती को लगा की वृषभ सेना ने अपने नाम से दानशाला बनवाई हैं और उसने मुझे बताया नहीं. रूपवती को वृषभ सेना पर बहुत क्रोध आया और उसने वृषभ सेना से बात की
@darshnabhurat72053 жыл бұрын
A good people NM
@anjalikothari72343 жыл бұрын
Nice
@JainDigitalPathshala3 жыл бұрын
धन्यवाद
@guptajii74954 жыл бұрын
😍😍😍💕nice story
@JainDigitalPathshala4 жыл бұрын
Thank you 😃
@ankitajain996610 ай бұрын
धनपति सेठ Dhanshri sethani Dhay रूपvati कुत्तa रूपवती की माँ की आंखे रूपवती की प्रसिद्धि उग्रसेन v राजा मेघपिंगल की शत्रुता उग्रसेन ne रनपिंगल सेनापति को चढ़ाई जल के स्रोतो में विष Ran पिंगल भाग कर लौट आया राजा की इच्छा विवाह की Astanika पूजा पशु पक्षियों v कैदियों llको बंधनमुक्त करना होगा Vrishbhsena पटरानी बनारस का राजा पृथ्वी चंद्र कैद था पृथ्वी चंद राजा की रानी नारायण दत्ता
@her98824 жыл бұрын
✨Very aptly explained steps to apply Jainism principles in our daily life. Really appreciated. Thanks a lot.🙏🏻
@JainDigitalPathshala4 жыл бұрын
Thank you so much
@nehajain58414 жыл бұрын
Very nice
@JainDigitalPathshala4 жыл бұрын
Thanks
@ashamehta25904 жыл бұрын
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@suruchijain75374 жыл бұрын
👌👌👌👌👌
@binathakker54664 жыл бұрын
🙏🙏🙏
@creativity65724 жыл бұрын
Wow ! Excellent 🙏👍
@JainDigitalPathshala4 жыл бұрын
Thanks a lot
@viprishabh867710 ай бұрын
😅
@madhurijain46934 жыл бұрын
🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
@gajendrajain96573 жыл бұрын
Î#
@ankitajain996610 ай бұрын
राजा uग्रसेन ने राजा पृथ्वी चंद्र को राजा मेघ पिंगला पर चढ़ाई करने की आज्ञा दी मेघ पिंगला राजा उग्रसेन के दरबार मे स्वयं उपस्थित हो गया मेघ पिंगला राजा पृथ्वी चंद्र से बहुत डरता था वह uग्रसेन का सामंत राजा बन गया राजा उग्रसेन की मेघ पिंगल पर बहुत कृपा हो गई दो कंबल भेंट में आए एक कंबल वृषभ से ना को और एक कंबल मेघ पिंगल को भेंट कर दिया राजा उग्रसेन ने मेक पिग मेघ पिंगला की रानी उसे कंबल को ओढ़ कर एक दिन वृषभ से नाक से मिलने आई वृषभ सेना का कंबल मेघ पिंगला के कंबल से बदल गया मेरी पिंगला उसे कंबल को ओढ़ कर राज दरबार आया राजा ने पहचान लिया कि यह तो वृषभ से ना का कंबल है और उसको बहुत क्रोध आया राजा अग्रसेन को वृषभ से ना और मेघ पिंगल के प्रति संदेह हो गया
@meenajain90142 жыл бұрын
Mai apni awaj se esi education l katha ko explain karana chahti hoo but how plz guide me
@ankitajain996610 ай бұрын
रानी ऋषभ सिंह राजा आजा के अनुसार समुद्र में डाल दी गई देवों ने वृषभ से ना को सिंहासन पर विराजमान किया वृषभ सेना के शील का महात्म्य देखकर राजा उग्रसेन को बहुत पश्चाताप हुआ उन्होंने वृषभ सेना से अपने इस अपराध की क्षमा मांगी वृषभ से ना अपनी प्रतिज्ञा पर दृढ़ थी ऋषभ सिंह और राजा उग्रसेन गुणधर मुनिराज के पास गए वृषभ सेना ने पूछा कि मुनिराज मैंने ऐसे क्या कर्म करे हैं कि मुझे उसका यह फल भोगना पड़ा तो पूर्व जन्म में नाग श्री नाम की लड़की थी और इसी राजघराने में झाड़ू दिया करती थी एक दिन एक मuनीदत्त नाम के मुनिराज गड्ढे में बैठे हुए थे और तू वहां बुहारी दे रही थी तूने मुनिराज से कहा कि हे ढोंगी उठ यहां से, मुझे इस स्थान को झड़ने दे, आज महाराज इसी महल में आएंगे. मुझे इस स्थान को झाड़ना है मुनिराज ध्यान में थे इसलिए वे ध्यान पूरा होने तक उठ नहीं सकते थे. तुझे बहुत अधिक गुस्सा आया और तूने उस गड्ढे को कूड़े से भर दिया तू उस समय अज्ञानी थी, कुछ भी नहीं समझती थी लेकिन बेटा तूने यह काम बहुत बुरा किया तू नहीं समझती थी कि साधु संत तो पूजा करने योग्य होते हैं उन्हें कष्ट देना उचित नहीं अचानक महाराज वहां आए और मुनिराज के साथ लेने से वह कूड़ा ऊपर नीचे हो रहा था उन्हें कुछ संदेह सा हुआ तभी उन्होंने वह कूड़ा कचरा हटvaया
@chhaganlaljain7453 жыл бұрын
⁰
@jainamshah27964 жыл бұрын
Aap yeh animation kaha se karte ho ?
@Jr_Mogambo694 жыл бұрын
sir बाकि सब तो ठीक है और मैंने स्टोरी की परीक्षा भी दे दी लेकिन वृशाभ्सेना को क्यूँ फेका जब की कम्बल तो उग्रसेन ने ले लि थी
@suruchijain75374 жыл бұрын
Kyuki vrashabsena ka kambal jab unhone meghpingal ke pas dekha to unhe esa laga ki vrashabsena or meghpingal ke beech koi galat relation he isliye unne bina jane hi use samudra me dalwa dene ka order de diya