कम से कम भारत में तो ऐसा महान साहित्यकार मैंने कोई नही सुना व पढ़ा जिसने गरीबों, मज़लूमों, की ज़िंदगी को इतने संवेदनशील तरीके से छुआ तो और शक्तिशाली लोगों को इसका अहसास करवाया हो।मुंशी प्रेम चंद्र अपने को इस दुनियां में अमर कर गए।
@shalineekushwah81542 жыл бұрын
Murkho. .bharat hi me aise ratna hote h
@chhatrapalsinght71972 жыл бұрын
Q
@Shivamsoni-mj6mf2 жыл бұрын
Lll
@balwansinghchauhan38362 жыл бұрын
मतलब आपने भारतीय साहित्य पढ़ा ही नहीं।आसमान में इतने सितारे नहीं जितने यहां महान साहित्यकार हुए हैं
@ashishhiwale23272 ай бұрын
Dr. Ambedkar kaha gaye
@GulfkiGarmi2 жыл бұрын
ये कहानी ९ वी में पढ़ा था! आज देख के आंखो में आंसू आ गया!! प्रेमचंद जी को नमन
@kbpatel1308 Жыл бұрын
मैंने तो 7th में पढ़ी थी..
@Rizwan-Ali-khan Жыл бұрын
@@kbpatel1308maine bhi bhai sarkari school mein
@sonukumar7945 Жыл бұрын
मैने भी
@AnkeshPandey-q4w Жыл бұрын
8 class me hai
@flyingofficerayushdwivedi2907 Жыл бұрын
Maine bhi
@kamleshmaurya4122 жыл бұрын
कितने महान रहे होंगे मुंशी प्रेमचंद जी जो आज उनकी कहानियों में इतना दर्द झलकता है
@JKLIFESTYLE012 жыл бұрын
मैं मंत्र कहानी को कक्षा 9 में पढ़ा था दिल को छू जाने वाली कहानी है और मैं अपने उस गुरू जी को आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने इस मर्मस्पर्शी कहानी को बहुत अच्छी तरह से समझाए थे
@yadavshailendra30442 жыл бұрын
कलम के जादूगर मुंशी प्रेमचन्द जी समाज की कुरीतियों को बहुत ही सुंदर ढंग से अपनी रचनाओं के माध्यम से प्रस्तुत किया कोटि कोटि नमन है ऐसे रचनाकार को
@paramjeetsingh41352 жыл бұрын
आज 90 वर्ष बाद भी यकीन नहीं होता कि कोई इंसान इतनी महान रचना कर सकता है। मुंशी प्रेमचंद जी को कोटि कोटि सलाम।🙏
@mdnagar13352 жыл бұрын
Sacche gyan kaupyogkiya garib, ka dil, bahut, बड़ा होता ही munsi prem, chandki, dil chunebali rachana, koti koti koti naman.
@Amityadav-wl7tx2 жыл бұрын
Santosh g jai.shree ram Santosh g jai.shree ram Santosh g pad Santosh ram Santosh g jai.shree ram Santosh
@Amityadav-wl7tx2 жыл бұрын
Santosh 30th
@rajendraprasad9812 жыл бұрын
l
@swamikrishananandji59442 жыл бұрын
Sir ye visash dheam ka chatukar tha ek no. Ka kukukukukur tha
@jandrishti4 жыл бұрын
प्रेमचंद की कहानियाँ मार्मिक होने के साथ-साथ हमें जीने के आदर्श की भी शिक्षा देती हैं...
@jayswaminarayan41454 жыл бұрын
हा सही बोले
@gajendrasinghpapola83052 жыл бұрын
मुंसीप्रेमचन्द की कहानी ग्रामीण जीवन की सादगी और ईमानदारी को दर्शाता हैं
@mr.sparrow12874 жыл бұрын
मन्त्र कहानी मेरी सबसे पसंदीदा कहानी है। जब हम 9वीं कक्षा में थे, तब हिंदी में ये कहानी थी। फिर आज किसका वीडियो देखकर बहुत अच्छा लगा
@VikasKumar-es8hs2 жыл бұрын
आज से 14 वर्ष पहले मैं 9वीं कक्षा के हिंदी गद्य संकलन में पढ़ा था,कहानी वीडियो से ज्यादा अच्छा इस कहानी को मुंशी प्रेमचंद अपनी लेखनी के द्वारा बहुत मार्मिक ढंग से सजाया है, नमन करता हूं " प्रेमचंद जी "को
@Santosh.Soni-Bhojpuri_Video Жыл бұрын
मैं भी पढ़ा हूं।दिन में दो बार पढ़ता था।
@harshitshukla2344 Жыл бұрын
मैंने भी हाईस्कूल में पढ़ा था दोस्त 👍🤗
@girdharilalkuldeep19242 жыл бұрын
बहुत ही सुन्दर रचना है और यह बताती है कि एक पढ़े लिखे डॉक्टर मे मानवता नही थी जबकि एक गरीब बिना पढ़ा आदमी ने बहुत ही सराहनीय कार्य किया
@mohitdwivedi46002 жыл бұрын
कभी बचपन में अपनी हिंदी की किताब में पढ़ा था ये कहानी सच में आज वो यादें ताजा हो गई ❤️ बहुत ही खूबसूरत रचना 😊👍
@raunakgupta24912 жыл бұрын
Maine v pdha tha
@aashutoshpatiyal78072 жыл бұрын
Class 6 Hindi second chapter
@serajahmad54442 жыл бұрын
Me too
@techfilecreative2 жыл бұрын
Mai to 3 class me नैतिक शिक्षा की बुक में 😘
@suggu15572 жыл бұрын
Me to
@श्रीकृष्णा-न6र2 жыл бұрын
मैंने कई सारी हिंदी फिल्में देखी लेकिन रोना कभी नहीं सीखा और मैंने मुंशी प्रेमचंद जी की कहानियां साहित्य पढ़े तो आंखों में आंसू आ जाते हैं 🙏🙏🙏🙏
@PradeepKumar-xm7ln2 жыл бұрын
चुप हो जा भाई, मत रो।।
@श्रीकृष्णा-न6र2 жыл бұрын
@@PradeepKumar-xm7ln एक बार मेरा क्या एंड्रॉयड फोन खराब हो गया वह मैं नहीं रहना चाहता था लेकिन मेरे पास पैसे नहीं थे और मेरे पास एक छोटा सा नोकिया फोन था उसमें सिर्फ एक्चुअली दो मैंने 2 महीने सिर्फ मुंशी प्रेमचंद जी की कहानियां पढ़ पढ़ कर खुशी से निकाल दिया बहुत सारी महत्वपूर्ण कहानियां थी नैराश्य लीला,मंत्र ,शुद्र ,नमक का दरोगा, बहुत सारे महत्वपूर्ण कहानियां मैं कोई बॉलीवुड हॉलीवुड मूवी देखने से बोरिंग होता हूं लेकिन वही कहानियां पढ़ लूंगा तो मुझे बड़ा आनंद और अच्छा लगता है और भाई तुम्हारे कहने से मैं नहीं रहने वाला हूं एक्चुअली वह कहानियां समाज की कुरीतियों और बुराई के बारे में हमें महसूस कराती है और उस कल्पना में हम खो जाते हैं इसलिए मेरी रोमांचकारी 🙏🙏🙏
@PradeepKumar-xm7ln2 жыл бұрын
@@श्रीकृष्णा-न6र क्षमा चाहता हूं दोस्त। वैसे मेरा ह्रदय आप ही की तरह है। सोच समझ और विचार भी मिल रहे हैं।
@श्रीकृष्णा-न6र2 жыл бұрын
@@PradeepKumar-xm7ln 🙏🙏🙏🙏🙏
@Dr.Ashok_Rajput_Aary2 жыл бұрын
बिल्कुल सही फरमाया
@vkjoshi29115 жыл бұрын
यही जीवन की सच्चाई हैं। ईश्वर सबको अवसर देता हैं । धनी लोग हमेशा गरीबों को पैसे से खरीदना चाहते हैं और गरीब इंसानियत को ज्यादा कीमती समझते हैं
@nepallight4 жыл бұрын
भाइ भगवान नही हे।
@sinr82374 жыл бұрын
@@nepallight hai .
@nishabhardwajvlogs3 жыл бұрын
@@sinr8237 Radhe, Radhe, Jai Shri Krishna🥰
@indianyouthpsmeena7667 Жыл бұрын
मुंशी प्रेमचन्द जी की इस रचना के लिए मेरे पास कोई शब्द नहीं है । निःशब्द 😊😊😊
@girishtiwari54862 жыл бұрын
प्रेमचंद्र जी की यह महान कालजई कृति हमें सदैव मानवीय संवेदनाओं और कर्तव्य बोध की ओर प्रेरित करती रहेगी।
@v.m.filmszarahatake17573 жыл бұрын
मुंशी प्रेमचन्द की कहानियां बहुत ही मार्मिक हृदय को छूने वाली होती है
@shatruhansingh99502 жыл бұрын
Great salute to doordershan for presenting mantra writer. By munsi Prem chendra when I was in class ten then read this story bu today I saw this play verson by sum great a tiors in this play this story n play is very heart tuching and I have tear in my eyes after sowing this great story realy every actior like Baghat doctor kailash. Every one leveing very strongly. Our role in this play maney maney thanks for presenting this play by you tube thanks again
@shaktiroberts222 жыл бұрын
Great lesson 🙏
@ghanshyamdhakar87852 жыл бұрын
Ha
@mahendratiwari46365 жыл бұрын
नमस्ते , प्रेमचंद की इस कहानी को करीब 25 साल पहले हिन्दी की किताब गद्य संकलन में पढ़ा था। आज इस कहानी का सजीव नाट्य रूपांतर देखकर दिल भर आया। सचमुच यह इंसानियत को समुचित ढंग से उजागर करती है। एक गरीब मरीज पैसे के अभाव में अपने बच्चे का समुचित इलाज नहीं करवा पाता। नतीजा हारकर भगवान भरोसे अपने को छोड़ देता है। आज भी अस्पतालों में अगर किसी गरीब के परिजन की मौत हो जाती है तो अस्पताल स्टाफ लाश को पैसे लिए बिना नहीं जाने देते। कई मरीज तो समुचित इलाज उपलब्ध न हो पाने के कारण दम तोड़ देते हैं।
@karabseivastav51865 жыл бұрын
Or maine 10 seal pehle
@ambikasingh75 жыл бұрын
7 years ago
@Vishalkumar-yh9or5 жыл бұрын
5 sal pehle
@amankumar-mi3kd5 жыл бұрын
Sahi kaha apne hum v ye 15 saal pahle padhe the
@umasankarkushwaha36545 жыл бұрын
मैंने भी बहुत साल पहले पड़ा था भाई इस कहानी को
@अरविंदफुसकेलेतहसीलदारभोपालफुस3 жыл бұрын
शतक वर्ष से अधिक समय व्यतीत हो गया, कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद ने कहानियों के माध्यम से जो इंसान की इंसानियत को उजागर किया गया है, वह शब्दों में वर्णित नहीं किया जा सकता । सच में मानवीयता सर्वोपरि है, वह प्रतिशोध लेना नहीं सिखाती। कथा शिल्पी प्रेमचंद को नमन्
@sarikamohite34892 жыл бұрын
b 8144
@janakdeosingh14082 жыл бұрын
Exemplary story of samrat munshj premchandji shat shat naman
@Your_Friend_982 жыл бұрын
Aj kahaniyon ke jariye wo aj bhi jinda h...
@rajkumarsen95452 жыл бұрын
बहुत ही शानदार कहानी है। आज के समय मे यह सब विलुप्त सा हो गया है। टेलीविजन पर ऐसे धारावाहिक होने चाहिए ताकि लोगो मे इन्सानियत की भावना जागे।
@NamoRashtravad2 жыл бұрын
अहंकारी का कोई भगवान, ईर्ष्यालु का कोई पड़ोसी एवं क्रोधी का कोई मित्र इस दुनियां में नही होता हैं.. राम राम जी💐
@sateeshkaushik53174 жыл бұрын
बहुत बहुत सुंदर कहानी,रुला ही दिया न भगत जी कितने ऊँचे थे तुम।प्रणाम
@ssrai42522 жыл бұрын
अरे यार, आखें नम हो गयी। इस कहानी को जितनी बार भी पढा,देखा या सुना, मैं अन्दर तक हिल गया। "भगत ऊँचे दर्जे का इन्सान है "। मुन्शी जी को शत-शत नमन। आप सा धरा पर कोई नहीं।
@DharamPal-dv3rf2 жыл бұрын
मुन्शी प्रेमचंद की कहानियां जैसे अपने आस पास की घटनाएं लगती हैं। पढ़ते-पढ़ते कहानियों का हिस्सा पाठकगण स्वयं महसूस करने लगते हैं ।
@mahavirsingh98542 жыл бұрын
आदरणीय श्री मुन्शी प्रेमचंद की कहानियो को अगर आप ध्यान से सुनिए और आप गांव से जुड़े हैं तो मुन्शी जी की हर कहानी आप के हमारे जीवन में उतर जायेगी मुन्शी जी एक महान कहानीकार और लेखक थे धन्यवाद जय हिन्द जय जवान जय द्वारकाधीश जय भारत
@sukeshsaxena23452 жыл бұрын
बेहद शानदार प्रस्तुति। ये कहानी मैंने कई बार पढ़ी है, फिल्मांकन पहली बार देखा। असली भारतीयता की छवि दिखती है भगत में। गरीब भले ही थे लेकिन अंदर का इंसान ज़िन्दा था। अब नए भारत में बिल्कुल उलट गया है सब कुछ।
@Matribhumi882 жыл бұрын
एक आदर्श समाज का बिल्कुल सही आईना दीखाने वाले मुन्सी प्रेमचन्द्र जी।जो गरीब,अमीर, राजा,रंक,फकीर सबके बारे में बिल्कुल सही लिखा है।आप जैसे कोई लेखक न हुआ है ना होगा। आप अपनी कलम से अमर हो गए।आप की जय हो। आलोक कुमार राय मित्तूपुर जहानागंज आजमगढ़ २७६१३१
@Dr.Ashok_Rajput_Aary2 жыл бұрын
कितनी बार ही देख लो या पढ़ लो मन भरता ही नहीं। नमन है ऐसी महान विभूति मुंशी प्रेमचंद जी को।
@priyeshshrivastava183 жыл бұрын
मुंशी जी की कहानी मंत्र ही मेरी सबसे पसंदीदा कहानी है उनके संकलन में, आपकी टीम ने भी अच्छा फिल्माया है।👍👍👍
@shivnihalverma18493 жыл бұрын
इतनी मार्मिक और दिल की गहराइयों को छू लेने वाली कहानियां मुंशी प्रेमचंद ही लिख सकते थे।शत शत नमन
@98802335082 жыл бұрын
Aur Geet Shailendra Ji
@madhukantdoshi96522 жыл бұрын
@@9880233508 Munsi to Munsi hai us ke mukabale me kaun aa sakata hai.
@satyapaldhangar82532 жыл бұрын
ये कहानी कक्षा 9 में पढ़ा था,, पढ़कर जो मार्मिकता हृदय को अनुभव हुआ था । इस कहानी को देखकर अनुभव नहीं हुआ। शब्दों की अपनी ताकत होती हैं मुंशी प्रेमचंद जी लेखन में।। उन्हें चित्रों और अभिनय में नहीं उकेरा जा सकता है।।
@visiblevideos38462 жыл бұрын
सही कहा आपने 👍
@ArunKumar-md9eg2 жыл бұрын
मैं भी आप से सहमत हूं लेकिन फिर भी फिल्मकार ने पूरी कोशिश की है इसके लिए उन्हें बहुत-बहुत साधुवाद
@rahulbee502 ай бұрын
Bilkul sahi
@harshitshukla2344 Жыл бұрын
महानता प्रतिशोध में नहीं है बल्कि क्षमा करने में है 😊
@santoshrajput5853 Жыл бұрын
मगर तभी जब महानता का भाव मन मे लाये बिना निर्विकार भाव से कर्म किया जाए।
@arabindaroy72202 жыл бұрын
ऐसे लोगों की वजह से भारत की सनातन सभ्यता परंपरा और महानता बरकरार है यही इशारा अपनी कलम से किया है मुंशी जी ने
@MukulSree-u7f2 жыл бұрын
कभी फिर न ऐसी कहानियां होंगी न ऐसा भाव , और दूरदर्शन को बहुत बहुत धन्यवाद जो आज भी जड़ से हम सब को जोड़े हुए हैं
@onkarsingh66862 жыл бұрын
मुंशी प्रेमचंद जी जैसे उच्च साहित्यकारों के कारण ही आज हिंदी साहित्य गौरवान्वित मैं ऐसी महान आत्मा को नमन करता हूं।
@PrashantamPandey2 жыл бұрын
उत्तर प्रदेश बोर्ड के कक्षा 9वीं में ये कहानी थी जिसका नाम मंत्र था, आज 8 साल बाद (2015) विद्यालय की वो यादें ताजा हो गई 🙏🙏🙏 क्या सुनहरे पल थे वो THE GOLDEN TIMES 😎❣️❣️😍😍🥰
@Prakash-em7ez2 жыл бұрын
अगर कोई करूणामई कहानी कोई है तो वो प्रेमचंद जी की कहानी है। जय सद्गुरूदेव 🙏
@VinodSingh-sc5nk2 жыл бұрын
मुंशी जी का मै बड़ा आदर करता हूँ। उनको कोटी कोटी नमन है। ऐसे रचनाकार सदी में कभी कभी होते हैं।
@VivekYadav-pk1wv4 жыл бұрын
गाव मे रहने वाले लोग कितने भोले होते है और धनी व्यक्ति धन के घमंड मे मानवता भूल जाते है।यह सत्य है।
@niloferansari57123 жыл бұрын
Ab k nni. Hote phle k hote the ab sabke pass mobile ha..😂😂😂
@pujaverma34952 жыл бұрын
Sahi baat
@pallawimishra28812 жыл бұрын
इकदम सत्य है
@ashm33692 жыл бұрын
Ab to gaav wale b kan kat lenge 😀
@adityaadityayadav17722 жыл бұрын
Right,🙏🌹
@sachchidanandsharma24202 жыл бұрын
दुनिया मे जान से बहुमूल्य कोई चीज हो ही नही सकती।मुंशी जी ने यहाँ सिद्ध किया कि गरीब का दिल बहुत बड़ा होता है।
@AYUSH_7307 Жыл бұрын
यह कहानी मैंने एक कक्षा 9 में पड़ी थी आंखों में आंसू आ गए धन्य है महान कवि मुंशी प्रेमचंद
@राघवआंनद2 жыл бұрын
जब कक्षा नवी, दसवी में पढ़ते थे तो प्रेमचंद जी द्वारा लिखित कहानी मंत्र को पढा़ था,,प्रेमचंद जी एक महान कहनीकार थे,,सत् सत्। नमन ,,
@niranjanpatel46942 жыл бұрын
एक गरीब जिसे लोग छोटा इंसान कहते हैं वही गरीब इंसानियत को कभी नहीं भूलता और पैसों वाले के काम आ जाता है, प्रेरणा दायक कहानी 🙏🙏
@GopalKumar-et3pd2 жыл бұрын
मुंशी प्रेमचंद की कथा में वह टीश होती है जो कुछ अलौकिक बोध दे जाती है🙏 सभी कलाकारों को साधुवाद
@fatehsingh60554 жыл бұрын
मैंने अगर कोई गुरु माना है तो वो सिर्फ मुंसी प्रेमचंद जी हैं और कोई गुरु जी मानने के काबिल नहीं मिला मेरी आयु 62 वर्ष है। इस लिए मैं तो कहता हूँ प्रेम चंद के साहित्य ने मुझे जीना सिखा दिया।
@rajnarayan10273 жыл бұрын
क्या बात है बेहतरीन इंसान हैं आप
@NadeemKhan-ji2bx2 жыл бұрын
मेरी उम्र मात्र 30 साल है और जिस वक्त ये नाटक आते थे उस वक्त मैं बहुत बोर समझता था इस नाटक को मगर आज अहमियत मालूम हुई इस नाटक की
@accsltd69782 жыл бұрын
प्रिय मित्र, नि:संदेह मुन्शी जी मानव ह्रदय की गहराईयों के उत्कृष्ट चितेरे थे, गुरूपद योग्य थे लेकिन शायद आपने दुनिया में ढूँढना छोड़ सिर्फ भारत की पावन पुण्य सलिला भूमि पर ही गहराई से खोजा होता तो कश्मीर से कन्याकुमारी और तपते रेतीले राजस्थान से प्रागपुरम् तक अनेकोंनेक महापुरूषों, विदुषियों के विशाल आभामंडल के दिव्य दर्शन अवश्य हो गये होते ! बनारस के घाटों के ही दर्शन कर आते तो निहाल हो जाते ! 🙏
@kmGeeta7792 жыл бұрын
@@NadeemKhan-ji2bx Correct says
@dushyantathapa51622 жыл бұрын
@@NadeemKhan-ji2bx exactly bro ...u just snatched those from my mouth....God bless u man...
@RKmadhv2 жыл бұрын
जब मैंतीसरी कक्षा में थी तब मेरी शिक्षिका ने यह कहानी मुझे सुनाई थी। आज मैं26 साल की हो गयी ।और मेरी वह शिक्षिका दो हफ्ते पहले ही भगवान के घर चली गयी। बचपन की वो सीख जिंदगी भर मेरे साथ रहेगी।।
@pankajkumar2566811 ай бұрын
अगर एक या दो या फिर दस बीस पचास रचनाएँ ऐसी होती तो मुंशी प्रेमचंद की बड़ाई मे कोई शब्द निकलता पर यहाँ तो पुरा खजाना है कोई शब्द नही है उनकी प्रसंशा करने के लिए महान है ऐसे लेखक❤❤
@RaviChaudhary-xx2bg4 жыл бұрын
1993 MEIN CLASS-9 MEIN PADHI THI AUR AAJ LIVE DEKHKAR DIL KHUSH HO GAYA. THANKS DOORDARSHAN THANKS 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
@shraddhagupta70452 жыл бұрын
maine bhi class 9th mai padhi thi pr 2018 mai 😊 kash vo school ke din phir aate
@RaviChaudhary-xx2bg2 жыл бұрын
@@shraddhagupta7045 SHRADDHA LADDO RANI AB WO SCHOOL LIFE KE PYARE PYARE DIN BAS YAAD BANKAR REH GAYE HAI. KASH EK BAAR BHAGWAAN MUJHE MERI 10-12th WALI SCHOOL LIFE MEIN UNHI SAB DOSTO AUR TEACHERS KE PASS WAPIS PAHUCHA DE. 😥😥😥😥😥😥😥😥😥😥😥😥😥
@kuldeeppanwar77932 жыл бұрын
Mene bhi
@adeshalok19292 жыл бұрын
फिर भी लोग हिंदी से दूर भाग रहे हैं और थी कारण है कि लोगो में इंसानियत और मानवता की कमी दिख रही है...
@RaviChaudhary-xx2bg2 жыл бұрын
@@adeshalok1929 KYO KI AAJ KAL ENGLISH LOVERS KO JYADA EDUCATED SAMJHA JATA HAI AUR HINDI LOVERS KO GANWAR SAMJHA JATA HAI.
@akhileshpratap94432 жыл бұрын
बहुत ही अच्छा काम किया है भाई कक्षा नौवीं में पढ़ा था और आज इस कहानी को देखकर आंखों में आंशू आ गये यह कहानी दिल पर एक अमिट छाप छोड़ गयी थी जो आज भी जिन्दा है । डाॅ ॰ चड्ढा और एक गरीब आदमी का जो मार्मिक चित्रण किया है वह कभी भूलकर भी नहीं भूलता। इस कहानी का जो सारतत्व है, जो उद्देश्य है उसे हमें अपने जीवन में लाना चाहिए। जिससे कि जो इंसान और इंसानियत के बीच फासला है उसे समझा जा सके और एक अच्छा इंसान होने का गर्व महसूस करें डॉ चड्ढा की तरह शर्मिन्दगी नहीं। ईश्वर आपकी मदद करे।।🙏🙏
@ajayshukla20992 жыл бұрын
मुंशी प्रेमचंद जी बहुत ही अच्छी कहानी लिखते थे। समाज की हर पहलू से रूबरू कराते थे।
@mjgyaan Жыл бұрын
हिन्दी साहित्य के महान उपन्यासकार मुंशी प्रेम चन्द्र , जिसने हिन्दी साहित्य से एम ए किया हो और प्रेम चंद्र जी के प्रति उसे लगाव ना हो उसका जीवन व्यर्थ है। प्रेम चन्द्र जी आप अमर है। आप हमेशा हम जैसे हिन्दी साहित्य प्रेमियो के दिल मे अमर रहोगे।1।
@sukhramgoyal48222 жыл бұрын
मुंशी प्रेमचंद की कहानियां समाज का एक दर्पण है जिसमें आज भी हू बहू देखने को मिलता है।उनकी कहानियां बहुत ही मार्मिक हैं मै जब भी मुंशी जी की कहानियों को पढ़ता हूं तो अपने आपको रोक नहीं पाता , गला रुक जाता है और रोने लगता हूं।मुंशी जी के श्री चरणों में कोटि कोटि नमन
@k.d48752 жыл бұрын
सचमुच बहुत प्यारी प्रस्तुति है धन्यवाद दूरदर्शन 🙏🙏🙏 आदरणीय मुंशी प्रेमचंद जी को सादर नमन बचपन में बहुत बार यही कहानी पढ़े हैं आज नाट्य रूपांतरण देखकर बचपन वाले दिन याद आ गए 😭 वो बचपना, वो माता पिता की डांट फटकार, वो बचपन वाले दिन व खेल खिलौने,सस्ता सच्चा ज़माना इस कहानी ने सब कुछ याद दिला दिया 😭😭 कितने प्यारे दिन थे वो
@yogeshchaharjaat8512 жыл бұрын
मेरे सबसे प्रेरणादायी उपन्यासकारों/कहानीकारों में सबसे श्रेष्ठ कोई हैं तो वो मुंशी प्रेमचंद ही हैं।आज भी उनकी कहानी या उपन्यास पढ़ता हूं तो अपने आप को भावुक होने से नहीं रोक सकता।🙏🙏
@shukhdham18955 жыл бұрын
ग़रीब इसीलिए "ग़रीब" रह जाता है किऊँ की वोह अपनी "आत्मा" की आवाज सुनता है और किसी की आत्मा किसी का भी बुरा नहीं चाहतीं हैं! मन की आदत है "लालच" कराना और हमेंशा दूसरों का बुरा ही सोचना होता है.. इसीलिए जो अपने मन की ख्वाहिशों के अधीन हो कर दिमाग़ लगाते हैं फ़िर वोह अमीर हो जाते कीओंकि उन्होंने अपनी आत्मा की आवाज़ को नहीं सुना और अपने "जमीर" को बेच दिया या फिर मार डाला.... # आत्मा की सच्ची आवाज ही हमारे "जमीर" की आवाज है....
@findingfacts78414 жыл бұрын
Shaandar
@sabanaaz34804 жыл бұрын
Very nice though
@rinkeshmishra11204 жыл бұрын
Ekdam shi kha
@sunil33874 жыл бұрын
Bahut badia likha hai apne
@nishandeepsingh15226 ай бұрын
मैं जर्मनी में रहता हूँ लेकिन मुंशी प्रेमचंद जी दिल में हैं और रहेंगे मुंशी प्रेमचंद जी की जिंदगी दुखों से भरी हुई थी,लेकिन ईतनी गरीबी में नाम कमाना बहुत ही बडी़ बात है। नमन मुंशी प्रेमचंद जी को
@INDIANARMY-nj3gf2 жыл бұрын
हिंदी कहानियां हमेशा हमे अपनी भूल का एहसास कराती है। जय हिंदी जय हिंदुस्तान जिन्होंने मुंशी प्रेमचन्द जैसे हीरे को जन्म दिया 🙏🙏
@drmahendrapratapsingh89162 жыл бұрын
भगत 80 साल के थे, पहले सीन में ही कालीन. देखकर उनका. सहम जाना ....सब मिस कर दिया बस बना दी मंत्र
@sunderlal71734 жыл бұрын
यह कहानी हमने पहले भी पड़ी हुई है बहुत ही अच्छा फिल्मांकन किया गया है चरित्र चित्रण बहुत ही अच्छा हुआ है
@sadhanarai59974 жыл бұрын
एक पढ़ा-लिखा डॉक्टर अपना कर्तव्य भूल गया और एक अनपढ़ गरीब दुखी होते हुए भी अपना कर्तव्य निभा गया
@aradhanagupta84133 жыл бұрын
Yeh na unparh, na parhe likho ki baat hai.... yeh toh insaaniyat hone ya na hone ki baat hai.
@DineshKumar-fw7rv3 жыл бұрын
Yes madam ji
@aryanpunhal9792 жыл бұрын
Good
@dssonivloger4052 жыл бұрын
सही कहा आपने
@Ravindrasingh-er8jq2 жыл бұрын
@@aradhanagupta8413 nahi ye pade likhe or anpad ki hi baat hai,,, kyuki pade likhe logo ko unpad se jyada budhiman samjha jata hai ,,,
@sandeepgaming4728Ай бұрын
मैने ए कहानी 9 में पढ़ी थी 5 वी बेल में हिन्दी ए कहानी मुझे इतनी अच्छी लगी ती थी जैसे ही में इस कहानी को पढ़ता एकदम से डूब जयता था इस कहानी में मैने ए कहानी पढ़ने के बाद में इस कहानी के लेखक मुंशी प्रेम चंद्र जी के घर जाने का निर्णय लिया और वहां गया भी इनका घर वाराणसी में लमही गांव में पड़ता वहां पर जाके घर देखा इनका ऐसा लगता था मुंशी प्रेमचंद आज भी जिंदा है जहां पर इन्होंने कई कहानियां कई उपन्यास लिखे इनकम मूर्ति भी बनी मैने मुंशी जी के भतीजे से मिला बहुत ही अच्छे थे
@somadattasingh98382 жыл бұрын
डा बिन्न चड्डा जैसे अमानव, हैवान, क्रुर, पत्थर दिल जैसे डा/इंसान आज भी हमारे मानव, समाज में जीवित है जो साक्षात मानवता के दुष्ट है/दुश्मन हैं। कहानी सम्राट जिंदादिल साहित्यकार को ऐसे अमानवों के चरित्र उजागर करने के लिए बहुत बहुत बधाई/शत शत नमन।
@vijayprakash91682 жыл бұрын
मंत्र कहानी के सभी पात्र प्रशंसा के योग्य है, जिन्होंने बहुत ही अच्छा अभिनय किया है ।मुंशी प्रेमचंद जी महान कथाकार हैं। शत शत नमन
@jitendramehar15252 жыл бұрын
मुझे ये सत्य घटना लगती है जो बहुत बार घट चुकी है और एक बार मेरे जीवन में भी ❤️
@sspp75864 жыл бұрын
मुंशी प्रेमचंद्र जी मानव जीवन के मार्ग दर्शक हैं।मंत्र कहानी में प्रेमचन्द्र जी ने हमारे समाज का यथार्थ चित्रण किया है कि मंत्र कहानी में मनुष्य की कर्तव्यता सच्ची मानव शुश्रूषा के भाव एवं धन पद से मदान्त तुप्त मनुष्यता के भाव को प्रदर्शित किया है ।
@rupeshprasad63112 жыл бұрын
koun samajhh pata hai es bhav ko, aaj ke samay ?
@dalpatparihar3130 Жыл бұрын
Aaj ke mulk me.kash ye bat kisi or ko b samjh m aaye
@MamtaGupta-qi7st2 жыл бұрын
मुंशी प्रेमचंद जी पूरी ज़िंदगी आभावों से जूझते रहे इसीलिये उनकी सभी रचनाओं में गरीबों का दुःख दर्द, पग पग पर उनका आहत सम्मान, उसके बावजूद उनकी उज्ज्वल आत्मा हर जगह दिखती है । प्रेमचंद जी की हर रचना कालजयी हैं ।
@vipinrajpoot66884 жыл бұрын
I have read this story more then 1000 times...but still want to repeat ❤️
@propagating_physics3 жыл бұрын
Me too
@devendra-20952 жыл бұрын
really? I can understand
@sureshPJi2 жыл бұрын
1000 + कुछ ज्यादा नहीं हो गया?
@vishalverma45592 жыл бұрын
एक पढ़ा लिखा डॉक्टर अपना कर्तव्य भूल गया लेकिन बुड्ढे भगत ने दुखी होते हुए भी अपना कर्तव्य निभा गया 🙏🙏
@vipinpundir35682 жыл бұрын
@@sureshPJi no it's fact pta nhi kyu... jab me chhota tha tab me ise bar bar apne bde brother ki book me padha karta tha.. I am 35 now abhi bhi padh leta hu bar bar. This story is like nasha for me..
@brijkishortrivedi82902 жыл бұрын
प्रेमचंद अनूठे है उन जैसा मानव मन का चितेरा कोई नही हुआ।ग्रामीण भारत को तो उन्होंने जीवंत कर दिया।
@ajeetyadavachalpuri90625 жыл бұрын
सराहनीय कदम ए कहानी मैंने कक्षा 9 u.p board में पढ़ा था ।एकदम से पुरानी याद ताज हो गईं ।मुन्शी प्रेम चन्द की लेखनी को सलाम
@premchandra19862 жыл бұрын
बहुत ही मार्मिक चित्रण बहुत -बहुत साधुवाद इस बेहतरीन अभिनय के लिए
@kailashupadhyay34012 жыл бұрын
Well, I am 65 and think that M Premchand Ji was not only a best story- writer but also a great psychologist who understood the true narrative of Bharat and inspired her people to uplift their conscience.
@manishserdha12692 жыл бұрын
मुंशी प्रेमचंद जी❤️❤️❤️🙏🙏🙏 आप ही वो महान शख्सियत थे जो गरीब, मजलूम, कर्जदार, अनपढ़, मज़दूर, बुडे,और हर वो चरित्र को दुनिया की चकाचौंध से अनजान था, उस चरित्र को आपने, और सिर्फ आपने ही इज्जत और उस चरित्र की वास्तविक जरूरत दुनिया के सामने पेश की है जी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏 आप हमेशा पूजनीय रहोगे 🙏🙏
@Eagleeye.862 жыл бұрын
My father used to read his stories and he also made us to read. So minutely described village and life in villages. What a wonderful writer.
@vibes-z2d3 ай бұрын
सलाम हे प्रेमचंद जी को जिन्होंने ऐसी मार्मिक कहानिया लिखी | ऐसे कवि के लिए एक like जरूर करे
@chanchalhemrom95472 жыл бұрын
मैंने बचपन में देखा था जो दूरदर्शन में आया करता था पहले के लोग इसे टेलिफिल्म या नाटक भी कहते थे बहुत प्रभावित करता है इसे देखकर बचपन की याद ताजा हो गई इसे फिर से देखा तो गहराई से दिल में उतर गया हर दृश्य को बहुत सुंदर सजाया संवारा से दिखाया गया है ऐसा लग रहा की वास्तविक में इस घटना को घटित होते हुए देख रहा हूं
@shivbahadurmaurya14112 жыл бұрын
शिक्षित व्यक्ति अपने हक के प्रति ज्यादा जागरूक होते हैं लेकिन वे अपने कर्तव्यों को भूल जाते हैं। ऐसी कहानियों को पढ़कर, देखकर पता चलता है कि क्यों महान हैं मुंशी प्रेमचंद जी।👍
@nimeshkumar20253 жыл бұрын
Aaj achanak 40 saal baad is kahani ki yaad aayi..jo meine high school me padhi thi...wahi sab smarn ho aaya...bahut hi maarmik..jai ho munshi ji..🌹🌹🙏🌹🌹
@STATUSKING-xb7oy2 жыл бұрын
हिन्दी साहित्य का एक मर्मस्पर्शी दर्पण ❤️
@peelaramtandan175 Жыл бұрын
पढ़ें लिखे व्यक्ति बहुधा स्वार्थी और बवकुफ होते हैं, इस कहानी से यही शिक्षा मिलती है, प्रेमचन्द द ग्रेट ❤
@ajeetkumarsharma8882 жыл бұрын
आज से सात वर्ष पहले जब मैं कक्षा 9 में था तब यह कहानी पढ़ा था और आज इसे देखकर आंखे नम हो गई😭
@AmitRawat-wk3ft2 жыл бұрын
शत शत नमन 🙏🙏🙏ऐसे महान व्यक्तित्व को जिन्होंने सामाजिक विचारधारा को अपनी कहानियों में सजीव चित्रण किया है
@irshadabbasraozada95972 жыл бұрын
हमारे भी गुरु समान महान रचनाकार को कोटि कोटि नमन 🙏🙏
@mahendersingh8867 Жыл бұрын
कितना दुःख, दर्द, पीड़ा व तकलीफ़😢😱😭 है प्रेमचंद जी की कहानियों मे।💕 सच मे वो एक महान-शख्सियत थे, कलम के ऐसे सिपाही सदियों में एक बार जन्म लेते है🗒👑✒️
@vindreshsharma921811 ай бұрын
मै भी ये कहानी पढा हुं। आज वर्षो बाद देखा बहुत अच्छा लगा,
@tanusri90252 жыл бұрын
मुंसी प्रेमचंद जी की कहनी साक्षात समाज का आईना है , आओ हम सब जंह हैं वही के समाज के लिए कुछ भले करें जितना हो सके मुंसी प्रेमचंद जी को कोटी कोटी प्रणाम
@skv75354 жыл бұрын
Bachpan ki yaade phir se refresh karne ke liye..... Thank you so much.... 😍😍😍😍😍
@shashiprabha2152 жыл бұрын
Log garibon ko asahay kamjor aur kisi kam ka nahin samajhte hain per vo nhi jante ki har kisi ke pass ek Anmol hunar hota hai, kisi ka bhi ghamand Choor karne ke liye yatharth ko darshati nice story.
@Priyankayadavrj022 жыл бұрын
जल्दी जागना हमेशा ही फायदेमंद होता है, फिर चाहे वह नींद से हो या अहम् से या फिर वहम से हो..
@RajuYadav-im1hh4 жыл бұрын
जैसी करनी वैसी भरनी जो बोएगा वही काटेगा यही ईश्वर का सिद्धांत है किसी के साथ बुरा करोगे तो तुम्हारे साथ बुरा होने वाला है
@honeynherbs35572 жыл бұрын
मुंशी प्रेमचंद की कहानियां हर उम्र के व्यक्तियों के लिए रचित हैं।मानस पटल पर इसका प्रभाव कभी समाप्त नहीं होता इनकी रचनाएं दर्शन से भरी हुई है। इतनी आसान भाषा में इतना दर्शन!
@madhurirao1006 Жыл бұрын
Yah kahani mein jab high school mein thi tab pdhi thi 1996 me bahut hi marmik kahani munshi Premchand Ji ko sat sat Naman
@U.K.05442 жыл бұрын
मुंशी प्रेमचन्द भारतीय साहित्य में आपका नाम हमेशा सम्मान सहित लिया जाएगा 🙏🙏
@ayushisharma46092 жыл бұрын
कभी 9वी कक्षा में पढ़ी थी ये कहानी आज 10 साल बाद देख कर वो यादें ताजा हो गई । सच में वो ही sb याद आ गया । बहुत अच्छी कहानी थी मंत्र।👍🥰
@ShivaKK Жыл бұрын
Kahaani ka naam??
@sandeepkumaryadav57094 жыл бұрын
बहुत पहले पढ़ा था,बहुत अच्छा लगा देखकर।
@dilipkumar-sl8sk2 жыл бұрын
Maine ye kahani apne dada se suni thi,aur ajj dekh bhi liya,bilkul sahi dada ne kaha THA,👌👍👌👍
@divine_power3082 жыл бұрын
बहुत अच्छा लगा । यह कहानी हमारी वर्ग 8 की हिंदी की किताब में पढ़ने को थी तभी बहुत बड़े चाव से पढ़े थे। आज उसी पे ये आधारित स्टोरी बहुत अच्छा लगा। ☺️Thanks U ☺️ Doordarshan
@saurabhtiwariyarana21202 жыл бұрын
सच्चे इन्सान की शख्सियत कितनी मॅंहगी है...ये दिखा दिया मुंशी प्रेमचन्द जी ने🙏💗
@rashidmujawar47252 жыл бұрын
मुंशी प्रेमचन्द जी को शत-शत प्रणाम। आदमी को इन्सान बनाने वाली सच्ची कहानियां हैं।🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🙏🙏🙏👌👌🏽🌹🌹🌹💐
@umasankarkushwaha36542 жыл бұрын
सबसे पहले नमन करता हूं मुंशी प्रेमचंद को और सभी महान मेहनत करने वाले कलाकार को
@shubhamyadav754 Жыл бұрын
मुंशी प्रेमचंद जी आप अपनी कविताओं के माध्यम से अमर है आपको सादर प्रणाम 🙏 आप धन्य है।
@anishanishkumar94855 ай бұрын
ंद जी का जितना भी कहानी है सभी सत्य घटनाओं पर आधारित है
@mozart41282 жыл бұрын
I am Indian and reside in Austria. During my School days, i read this story. It remained in my conscious till now. Recently I have summarised in German, this great composition of Munshi Ji