ना ठोकर मार दातिए जमाने का साताया हूं जय कारा शेरावाली दा बोल सान्चे दरबार कि ॥ जय ॥ ना ठोकर मार दातिए तेरे दरबार आया हूं दिए अपनो ने धोखे मां ये दुनिया पैसे वालों की मैं खाली हाथ आया हूं ना ठोकर मार दातिए जमाने का साताया हूं तेरे दरबार आया हूं ना ठोकर मार दातिए तेरे दरबार आया हूं फसी नैया भंवर मेंरी किनारा दूर है मैया खिवैया आप बन जाओ तो बेड़ा पार है मैया ना ठोकर मार दातिए जमाने का साताया हूं तेरे दरबार आया हूं ना ठोकर मार दातिए तेरे दरबार आया हूं मुझे अपना बना ले माँ या इस जग से उठा ले माँ तेरी राहो को चलने को मैं बन्धन तोड़ आया हूं ना ठोकर मार दातिए जमाने का साताया हूं तेरे दरबार आया हूं ना ठोकर मार दातिए तेरे दरबार आया हूं