May Evil thoughts, belief and actions of political leader's of India go away instantly.. as the natizens are suffering at the hands of such political leaders..!!!
और अनुभव कहता है है अगर आपके पास दो ही विकल्प है? केंसर और सिर दर्द, तो सिर दर्द चुनने में समझदारी है, क्योंकि सिरदर्द आसानी से मिट सकता है। दलित समाज के पास चुनाव करने के लिए राष्ट्रीय कक्षा के दो ही राजकीय पक्ष है, अगर दोनों खराब लगते है, तो दोनों में से कम खराब को चुनना। तीसरे को वोट देने से वोट व्यर्थ जाएगा, इतना ही नही ज्यादा खराब पक्ष जीत जाएगा। तुम्हारा नेता, मुड़ीवादी, जातिवादि, धार्मिक कट्टरता फैलाने वाला नही होना चाहिए। तुम्हारा नेता गरीब और सामान्य जनता का मित्र होना चाहिए, धनपतियों का नही। गांधीजी के साथ बाबा साहब को कितना ही मतभेद था लेकिन वे उनकी हत्या नही करते थे, न करवाते थे, ना ही हत्या करने वाले का समर्थन करते थे। उनकी हत्यारा के समर्थक देश के किए अहितकारी होंगे। दो चेहरे वाले व्यक्ति और संगठन से सावधान रहना।
@LataBahadure-mu5sn Жыл бұрын
Ar
@akshatatambe5303 Жыл бұрын
Vadami bhanteji namo bhudhay tumcha Mobil number milel ka??