सोए हुए को जगाया जा सकता है मरे हुए को नहीं। हमारे DNA से ही गुलामी जुड़ी हुई है । इतिहास गवाह है। यही सचाई है।
@ParveenKumar-ek7uf14 күн бұрын
100% right.👍
@ganeshthakur60768 күн бұрын
सत्यधाम,हुसैन, लादेन, ब्रुशली,हिटलर नही रहे गुरूजी duniya me......
@jagruknagrik-yx8cq14 күн бұрын
साम्प्रदायिकता का चरस पिये हुए अंध भक्तों का जागना मुश्किल ही नही नामुमकिन है।
@uday274114 күн бұрын
Ekdum sahi
@Anishluniwal14 күн бұрын
एकदम सही
@rafat_masood_official14 күн бұрын
नरेंद्र मोदी अगर यह बोल दें कि भारत विश्व की सबसे बड़ी आर्थिक शक्ति है तो भक्त कहेंगे कि मोदी है तो मुमकिन है 🥳
@SubhashKumar-je2ex14 күн бұрын
हालात गंभीर ही नहीं बल्कि बहुत गंभीर हैं, जागो इंडिया जागो
@urmilamahapatra779114 күн бұрын
Nehi jagega, india. 2590 sal se sone ka thika liya hey 😂
@Justisscc14 күн бұрын
अगर घर में आग लगने के बाद भी उसके निवासी जगाने पर भी ना जागें तो समझ लीजिए वे मृत हैं।
@krishansharma530914 күн бұрын
भारत के लोग कभी नहीं जग सकते , जो मरे हो वो लोग कभी नहीं जाग सकते
@ghanvedsingh894614 күн бұрын
Jo mare huye hain Vo hi bhok rahe hain
@bhanudaschavan14814 күн бұрын
Correct@@ghanvedsingh8946
@pradeepmukherjee.114814 күн бұрын
❤❤❤❤❤❤❤
@jaskaransingh39314 күн бұрын
@@ghanvedsingh8946to mat bhonko
@Jay-bhim.-cx6zz14 күн бұрын
देशवासियों को मानसिक रूप से विकलांग बना दिया गया है। अब देशवासियों में सीजन समझने की शक्ति नहीं बची है।
@damyantimishra550414 күн бұрын
देश सबसे कमजोर राष्ट्र होगा
@hanumansoni175714 күн бұрын
देश का नागरिक कांग्रेसी सोच का नहीं जो राष्ट्र को कमजोर कर सत्ता चाहता हो
@arvindjain775814 күн бұрын
अब भारत को एक 'युवा' प्रधानमंत्री की आवश्यकता है, ताकि वह भारत की 'युवा शक्ति' का सही उपयोग कर अपने देश को सही दिशा दे सके तथा अमीर और गरीब की खाई कम हो सके।
@thinkingfortomorrow875414 күн бұрын
जो लोग अपना भोजन तक पैदा करने में सक्षम नहीं हैं वे गरीबी रेखा से ऊपर हैं या नीचे?
@accsltd697814 күн бұрын
👉 जनता ने सर्वनाश चुना, रामजी इच्छा पूरी कर दे रहे हैं । अब रोना किस बात का साहब ? 😄😄😄
@Anishluniwal14 күн бұрын
जनता ने नही चुना! EVM चुन रही है इन्हें।
@accsltd697814 күн бұрын
@Anishluniwal तब फिर जनता क्यों चुप है? झक मार रही है क्या ?
@Gujaratplayboy14 күн бұрын
अभी मदहोशी है, बस सोने दो, भक्त ज्यादा तब जो होता है होने दो, कल को कल्कि आयेंगे, हालात सही बताएंगे, तब भोर हुई तो जाग जायेंगे नही तो खुद को यूं ही नींद में पाएंगे । अब एक ही उद्धार।
@sheikhrazzaq616014 күн бұрын
आपके विश्लेषण सरल भाषा में समझने के लिए काफी है,आवश्यकता है लोग ध्यान से देखें और सुने ,जिनकी आंखों पर पर्दे पड़े हैं उन्हें कौन समझाए,
@marygulabbeck159014 күн бұрын
तो 80 करोड जनता-जनार्दन अब आत्मनिर्भर बन गए हैं अब लोगों को रेवडी देने की जरूरत नहीं है, और अब लोग जो सर्विस में है उन्हें पेंशन अच्छा खासा मिलेगा। पर साहब तो अपने नेतागण का पेंशन बनाए रखे है और आम जनता-जनार्दन का पेंशन बंद कर दिए है।
@kesharsinghmehra929914 күн бұрын
भारत अन्ध भक्त रास्ट्र बन गया किसी भी देश दम नही जो अन्ध भक्त देश बन कर दिखा दे।
@vinodkumar-ez2fy14 күн бұрын
अनपढ़ का 18-18 घंटे काम करने का नतीजा है। रुपया 86 के पार रोज़गार व व्यापार दिन प्रतिदिन घटते जा रहे हैं जनसंख्या बढ़ती जा रहे है। परकेपिटा इनकम गिरती जा रही है।
@kalpanagouda162413 күн бұрын
@@vinodkumar-ez2fy जनसंख्या घट रही है। जनगणना टाला जा रहा है ताकि लोगों को पता न चले बू*टी का असर। खड़े-खड़े चलते फिरते कैलाशवासी हो रहे हैं।
@surendradixit542514 күн бұрын
Sachhai yeh hai ki 35 crore garibi main dhake gaye hai.
@masroorahmad64714 күн бұрын
बहुत शानदार विश्लेषण लेकिन यह विश्लेषण उन्हीं को समझ आएगा जो सच्चाई जानना चाहते हैं
@sanjaysalvi906214 күн бұрын
Very good report
@abdulshakoor991514 күн бұрын
आम आदमी का जीवन कठिन है जो जीने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।खाली पेट भर रहे हैं बाकी की जरूरतें पूरी नहीं हो रही है। बहुत दुःख की बात है। इतनी बेशर्मी,बेहयाई और झूठ का बोलबाला है।
Bilkul sahi kaha.muslims ne inko vote na deke desh heet me achha hi Kiya lekin andh bhakt ne unhe itni taqat dedi he ke ye ED,EC sab Jeb me leke ghumte hai aur natijo ko apni aur ghuma lete hai.
@pk-cs1jv14 күн бұрын
चमकता हुए सूरज को ढोल नहीं पीटना पड़ता कि देखो मैं चमक रहा हूं ! जानबूझकर फैलाया गया नैरेटिव है। अगर सही होता , लोग सही होते तो हम आज चाइनीज मांझे से पतंग नहीं उड़ा रहे होते!
@MKHarsh-xp3uo14 күн бұрын
सबसे पहले गरीब किसे कहते है। आप ध्यान दें। बोलने की स्वतंत्रता में कोई कुछ भी बोल सकता है। जनता को सुनना अच्छा लगता है तो उसमें जनता व विपक्ष ज़िम्मेदार है। क्यों नही वो आंदोलन चलाते है। लाठी डंडे तो अंग्रेज़ो से आज़ादी के लिये भी खाये थे।
@dharmsinghgodara86214 күн бұрын
इस चक्रव्युह को समझें.बाहर निकलने के सचे प्रयास आमजन को करने पडेगें.🎉
@SaleemSirYT14 күн бұрын
BHARAT ME YAH SARA KHEL EVM KA HAI
@MKHarsh-xp3uo14 күн бұрын
धनंजय जी आज की तारीख़ में बीजेपी व आर एस अस क्या कर रही है। धर्म ही तो बेच रही है। चाहे वह उज्जैन कोरिडोर हो या कुम्भ हो या राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा हो।
@uday274114 күн бұрын
@@MKHarsh-xp3uo ✅️
@tulsidastolani987614 күн бұрын
भाई साहब सोते हुए को ही सिर्फ जगाया जा सकता है यह नही कि जानते नही सब जानते है परंतु डर हावी है इसलिए डोग कर रहे है सोने का
@KamrulHabib-l5u14 күн бұрын
Good 👍 analysis sir
@narpatjakhar624314 күн бұрын
राजनीतिक दलों वाले तो ईवीएम मशीनों के माध्यम से मन मर्जी कर सकते हैं लेकिन जागना देश के ब्यूरो कैरेट को होगा जो सविधान ने, उनको बहुत बड़ी शक्तियां दी हैं और उनका प्रथम कार्य है देश और देश की जनता के हित में काम करना
@Rajvir.S.Dhillon14 күн бұрын
राजनेता तो पाँच साल के लिए आते हैं और अनपढ़ होते हैं। देश के असली लुटेरे तो अफ़सर ही हैं क्यूंकि नीतियाँ अफ़सर बनाते है और वह भी 30-40 सालों तक। एक एक आईएएस आईपीएस आईआरएस अफ़सर कई कई हज़ार करोड़ रुपए लूटता है।
@abdulshakoor991514 күн бұрын
आप मोदी जी की बात करते हैं और जो लोग समझदार कहे जाते हैं उनकी नजर में मोदी जी बात अब कुछ औकात नहीं है। बकवास कर रहे हैं।
@Rajeevkumarjmp07714 күн бұрын
गरीब और गरीब हो रहे हैं और पूंजीपति बढ़ रहे हैं
@KrishnaKumar-so6gr14 күн бұрын
क्या अंधभक्त अभी भी उस झूठ के पुलिंदे पर विस्वास करते हैँ? लगता है अगला श्रीलंका हम बनेंगे।
@vijayshelke402114 күн бұрын
भारत वर्तमान में आर्थिक संकट के कगार पर खड़ा है। बड़े उद्योगपतियों के कथित घोटालों के परिणाम स्वरूप देश को और भी गहरे आर्थिक संकट का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में, विशेषज्ञों से निवेदन है कि वे देश और जनता को इस कठिन परिस्थिति से उबरने के लिए उचित मार्गदर्शन करें।
@rameshwarjawanjal284413 күн бұрын
धनंजय सर, मै तो ग्यारह साल से सुन रहा हूँ अपनीं एकानाँमी दुनिया मे ३ नंबर की हो रही हैं । समझ नहीं आ रहा यह लोग देश चला रहे या मुंगेरीलाल की दुकान
@Arwin32914 күн бұрын
देश को एक बुद्धिमान विजनरी प्रधान मंत्री चाहिए जो वास्तव में अर्थव्यवस्था का ज्ञान रखता हो जो ईमानदारी से कम करे जो धर्म का व्यापार न करता हो
@Skumar-is5xj8 күн бұрын
2000 साल तक हम गुलाम रहे,मोदी राज में भी रह लेंगे_हम भारतीय आदतन ऐसे ही है...... कल भी थे,आज भी है.......
@researchinmathematics67514 күн бұрын
Bahut sahi analysis
@ShakeelAhmad-h1f6u14 күн бұрын
सच घटे या बढ़े सच न रहे..झूठ कि कोई इंतहा ही नही ..देश दिवालिया होने के कगार पे 2 लाख करोङ से.उपर का कजाॅ हम झूठ बोलते रहे और रसातल मे जाते रहे
@thelogical170014 күн бұрын
सभी सनातनी.... तो कुम्भ में एक भी संत दलित और शूद्र क्यूँ नहीं
@sanwn012414 күн бұрын
जब तक मंजिल हासिल ना हो जाए तब तक सबको एक रखना पड़ता है जब मंज़िल हासिल हो जाएगी तब फिर से वर्ण व्यवस्था लागू कर देंगे
@kesharsinghmehra929914 күн бұрын
80 करोद गरीब 10 साल मै बना दिये बेरोजगारो महंगाई आसमांंन पर न स्वास्थ मैडिकल न नये आविश्कार न इन्स्टीट्यूट स्कूल कालेज की बात बात केवल मन की व अंधभक्त की बात चल रहा है ।
@Waish-ib4hu14 күн бұрын
अब रोटी नहीं केक मिलेगा
@r.r.ahirwar335714 күн бұрын
Nice information about on the same subject and great thanks to you.
@jagruknagrik-yx8cq14 күн бұрын
कौन सा सिस्टम लगा है 40 करोड़ लोगों को गिनने के लिए।
@hasanaskari1113 күн бұрын
Godi media ginegi.
@seematyagi48412 күн бұрын
You are Right,, But Bharat ki education itni acchi hai ,ki yah baten aam aadmi ke samajh AA hi nahin sakti..
@asrarahmad264614 күн бұрын
80 karor janta ko daan 5,kg ration ...proof kamyabi ka ...!!!
@AShu-ey9zu14 күн бұрын
सीधी बात है, जापानी अर्थव्यवस्था का धन बारह करोड़ लोगों को पाल रहा है जबकि भारत में उससे थोड़ा सा ज्यादा धन एक सौ चवालीस करोड़ लोगों को पाल रहा है तो भारतीयों शर्म करो सरकार पर जो दस सालों में कई गुना कर्ज़ लेकर देश चला पा रही है क्योंकि कमाई तो जापान के बराबर लेकिन खाने वाले बारह गुना ज्यादा। जनसंख्या वृद्धि रोको।
@anilkumarjaiswal506414 күн бұрын
Excellent information given by you n this should reach to whole country i rea salute u
@vishwanathiyer910014 күн бұрын
Meri Delhi ke voter's se appeal hai ki wo chunav mei badd-chadd kar hissa le aur BJP ke addition deletion waali strategy ko dwasth kar ne ke liye 100% matdaan karen aur AAP party ko bhari bahumat se jeetaye aur Delhi ki tarakki mei apna yogdaan karen ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
@kanuparmar610914 күн бұрын
India's largest govt bank,SBI ,loses Rs 44935 crore in just 5 days due to Red share market. A friend of mine lost 3 lacs
@BabaMrm-c7l14 күн бұрын
Good news sir very very good news sir thank you sooo much sir 🙏👍
@jayeshjoshi895314 күн бұрын
85करोड़ रेवड़ी वाले+25करोड़ बहार आए लगता हे 10साल पहले पूरा देस गरीब था ये भक्त समझ सकते हे अच्छी तरह उसका नंबर गरीब में लगता हे या अमीर में
@sanjaysubba987614 күн бұрын
Jab Raja Science chadke JATIBAD ko promotion karte hai,desh ka halat eysa hona Lajmi hai
@sunilbisaria750514 күн бұрын
कहना ग़लत नहीं होगा कि हमारे देश की अर्थव्यवस्था दुनिया में तीसरी अर्थव्यवस्था तो नहीं हक़ीकत में दो अंकों में होने को अग्रसर है। बकौल प्रमुख अर्थशास्त्री अरुण कुमार जी के मुताबिक वर्तमान में दुनिया की नौवीं अर्थव्यवस्था है।
@yudhishthirasingh800514 күн бұрын
इसके लिए जनता खुद जिम्मेदार है क्योंकि वह संविधान के बारे जानती ही नहीं। इसलिए शिक्षा में संविधान को अनिवार्य रूप से पढ़ाया जाना चाहिए।
@SK-io4gd14 күн бұрын
Aur shop,tent wale sare contractors to Guji bhai he honge bina shaq
@surendrosahoo757114 күн бұрын
जो जिन को अपने मां के रूप में हमेशा दिखा रहे थे, उनके गुजरने के बाद कहने लगे कि मैं तो पैदा ही नहीं हुआ हूं, मैं non biological हूं, उन से आप सच्चाई की उम्मीद कैसे कर सकते हैं?
@rucharya_070914 күн бұрын
Kab Mari buddhi haiwan ko paida karne wali buddhi
@sunilkumaranand305814 күн бұрын
Very beautiful presentation
@deadlydrax271114 күн бұрын
During BJP government small business are suffering very bad condition.
@huminizinghumanity319614 күн бұрын
जब मंच से यह बोला जाता वह दिन दूर नहीं हम विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था बन जाएंगे जो लोग यह सुनते हैं वह लोग अपने दिमाग पर जोर नहीं डालते हैं क्या?
@kumararun137914 күн бұрын
भारत के लोग गरीबी से मुक्त हो जाएगे नही, मुक्त हो चुके है। 5kg राशन तो ऐलियन्स लेने आते है
@gitasingh143714 күн бұрын
The biggest problem is a population that will not stop breeding ,especially in the Cow Belt . Uttar pradesh and Bihar leading from the front !
@karan593614 күн бұрын
bilkul sahi bola apne. .....per Murkh Andhbhakt nahi samjhenge
@shellysingh564314 күн бұрын
Log bewakoof bante jaa rahe hai
@AmitPatel-sq2mb14 күн бұрын
Big Ballon in indai economic
@Freedom9157814 күн бұрын
Manmohan Singh ne 53td place se 5th economy le aaye the. Modi aaj bhi wahi khada hai
@shanehaiderrizvi52712 күн бұрын
सब की इच्छा पूरी तो हो रही है।
@iftekharnabi599514 күн бұрын
पहली अर्थव्यवस्था भी बन जाए तो क्या , आमदनी को आबादी के संदर्भ में देखा जाना चाहिए।
@haribhaibarad270314 күн бұрын
Right sir
@BKSinghClasses14 күн бұрын
Sir meri coaching Ara (bihar) me kafi achhi chalti thi lekin maine jo bhi kamaya tha sab khatam ho gaya aur mai present me berojgar hu
@jhartimes14 күн бұрын
तीसरा सबसे बड़ा अर्थव्यवस्था वाला देश भी 84 करोड़ 5 kg राशन पे निर्भर है । तो सोचो प्रति व्यक्ति आय कितना है 😂😂😂
@shailendragautam772614 күн бұрын
एक बात और समझाये की जब देश आर्थिक स्थिति में सुधार कर रहा है तो देश के अमीर लोग देश की नागरिकता क्यों छोड़ रहे हैं
@tarundhingra4016 күн бұрын
Tax terrorism
@researchinmathematics67514 күн бұрын
Per capita income mein toh Bangladesh se bhi piche
@kesharsinghmehra929914 күн бұрын
दिल्ली मै ई वी एम कही खेला न कर दे केजरी देखते रहो।
@AnujKumar-bb7bj14 күн бұрын
Kumbh Mein Aag jalane ki koi vyavastha nahin hai yahan per cal Barish hui thi aur avastha fail Gai thi Keval Yogi Modi ka prachar ho raha hai Kumbh Mein Kyunki Ham to Yahin ke nivasi hain aur cal Mela Mein gaye the railway ka kam pura Nahin Ho Paya tha
@dilshadsagarsaini816814 күн бұрын
This is all jaglary of numbers. As of now we are no where near Japan
@shriprakash677313 күн бұрын
Very good explanation
@Jaiprakash-s3n14 күн бұрын
सर नरेंद्र मोदी जी सन् 13 से आज तक झूठ के आलावा सत्य बोला है, फिर आप लोग उसी झूठ को सुनाकर मन को दुःखी कर रहे हैं, भारत नव जवान बेरोज़गारी से मर रहे हैं, अब भारत की बहुत बड़ी आबादी गरीबी के रेखा से नीचे चला गया है।
@neerajpaswan743512 күн бұрын
सब बेच का पूंजीपति भाग जाएंगे। इसी लिए सरकारी संपत्ति को बेचा जा रहा है।
@dineshsuryavankshi599214 күн бұрын
Sir, Rupees value is at very low, but oposition is busy in dealing with election insted of such big issue
@jagdishrana927714 күн бұрын
संघ ही बचेगा 85+25 और जोड़ ले ये महान सरकार, अफसोस है
@williamsavim42714 күн бұрын
People want this, people like this, they are team
@VijaySingh-jr4jo14 күн бұрын
सोचता हूं कि हम कितने मासूम हैं, भगत हो गए देखते देखते ?
@jotParmar-wc5ny14 күн бұрын
EVM and ECI ke dm pr je desh ki janta ko bewkoof bna rhe
@md.jamilahmed63114 күн бұрын
Teesri airthbawastha ban gayee hai, aayega to modi hi.
@rimjhimpathak681214 күн бұрын
Dhananjay sir hum no one economy me hai Bolne me kya jata hai shuturmug hai sare 😂😂😂😂😂
@btsgeek14 күн бұрын
Since 2014 , Modi has been taking us to Dreamland Bharat not Vikshit Bharat. Modiji's Degree - Mastery in "JHOOT BOLO "
@harjeetsingh964514 күн бұрын
Modi ki bat par time khrab krna murkhta h
@rajnandandoijad667214 күн бұрын
युवा बेरोजगार घूम रहे हैं और महिंद्रासाब बोल रहे हैं हप्तेमे 90 घंटा काम करो...
@tufailansari837314 күн бұрын
Jhooth ki koi intiha hi nhi 80 karor janta 5 kg anaj par nirbhar hy,berozgari mahengayee apne charam pe hy ,phir bhi vishva guru hain😂
@AnujKumar-bb7bj14 күн бұрын
Log berojgar Hain To kahan se bhaiya Teesri aur Chauthi arthvyavastha banne Ja Raha Hai Bharat yah Koi samjhae
@mohammedyusufchhipa235414 күн бұрын
Sir aph sahi bolh rahe hai but HINDUSTAN meh 1 ..bevakuf dundo HAZAR milteh hai bevakuf ush ka kya karreh MODI GUARANTEE seh HINDUSTAN ko dubbah degeh 💯💯💯💯💯💯💯 percent
@Anita-x9z14 күн бұрын
JO DESH OR JANTA SE DHOKHA KREGA WO SADEGA GALEGA OR MAREGA BHI NHI 😢 KYUNKI JO APNI JIMEDARI SE DHOKHA KRTA H WO KABHI SUKHI NHI HOTA 100% 🙏🇮🇳😣😒😟
@uday274114 күн бұрын
@@Anita-x9z 💯 % right
@Anita-x9z13 күн бұрын
@uday2741 🙏😌😒
@sanjayprakashverma437014 күн бұрын
Mody ko jab safed ghhoothh hi bolna hai to bharat ko teesri hi kyo pahli economy ban gaya hai kahkar bana de
@jitendranarain358114 күн бұрын
2030 तक हम पहली अर्थ व्यवस्था बन जाएंग 😂😂💪💪💪💪💪हमें लगता है120 करोड़ लोगों को 5 किलो अनाज मिलने लगेगा😂😂2030 तक हमारी अर्थ व्यवशा अमेरिका को अमेरिका को पछाड़ कर 55 ट्रियलन हो जाएगी😂😂💪💪💪💪
@uday274114 күн бұрын
@@jitendranarain3581 💯
@dipiti873914 күн бұрын
The curse, the disaster will end. Time has lost patience.
@saudparvez704914 күн бұрын
Fourth economy bane hue to aaj 1 maheena hogaya abto third economy banne ki taraf gaamzan hae .Jaldi hi aap dekhlenge.
@s.premsingh989514 күн бұрын
Lie have no limits
@sampatrajmunot101214 күн бұрын
5kg Rice per head per month means 167 grams daily....
@dilshadsagarsaini816814 күн бұрын
Can you elaborate what’s our trade deficit with china’s?
@devendrapratapsingh861814 күн бұрын
Aap bhi jaag jaye ham to rojahi wale log 😊hai
@k.rpatel229714 күн бұрын
Hum to Modi desh barbad kar dega vo bat 2004 se kah rahe he or sabhi government officer usake liye jime ear he. Modi se jyada government employees responsibal he jinho ne Modi jo karwa Raha he vo rules ke khilaf jante huye sirf Modi ko khush karne or niji swarth ke khatir desh se gadari ki he. Agar sabhi government employees kayada kanun se karte to do kodi ka Modi desh ko Adani ke hawale nahi kar pate or bure din nahi aate