तुम्हें कृष्णा बैंजो ना हो राधा बनेगा जल जमुना को घटा हूं पानीभरूंगा। पैरों कोमेनू चैता को आओ तुम धनियार बन जो रानू बाई बणूगा जल जमुना।१ दूसरा जोमैंनू वैशाख को आयो तुम तूफान बन जो हाऊआंधी बणूगा जल जमुना को।३ तीसरो मेनू जेठ को आओ तुम सूरज बणजो हाऊ चांद बणूगा जल जमुना को। ४ च मैंनू आषाढ़ को आओ तुम बादल बणजो हाऊबरसात बणूगा जल जमुना को।५। पांचवू मैंनू श्रावण को आयो तुम राखी बणजो हाऊ डोर बणगा जल जमुना को घाट ६ छठो महीनू भादो को आओ तुम कृष्णा बणजो हाऊ राधा बणूगा जल जमुना को।७ महीनू कुंवार को आओ तुम भोले बनजो हाऊ गोरा बणूगा जल जमूना को घाट८ कार्तिक को आओ तुम दीपक बणजो हाऊबाती बणूगा जलजमुना को।९ महीने मागसीर को आओ तुम नारायण बणजो हाऊ लक्ष्मी बणूगा जल जमुनाको १० महीनो पोश को आयो तुम गणपति बणजो रिद्धि सिद्धिबणूगा जल जमुनाको घाट 11 महीनू महा को आओ तुम कंकू बणजो हाऊ हल्दी बन णूगा जल जमुनाको घाट 12 महीनू फागुन को आओ तुम रंग बणजो पिचकारीबणू गा जल जमुना🎉🎉🎉🎉🌿🌿🌹🌹