अद्भुत गायन हैं ,, पंडित श्री श्री मल्लिकार्जुन मंसूरजी और उनके पुत्र जी को दंडवत प्रणाम ,, जब दूरदर्शन पर रेकॉर्डिंग हुई थी तब मैंने tv पर live देखा था और उस समय के टेप रिकॉर्डर पर यह गायन और intervive रिकॉर्ड किया था ,, उस वक्त मैं 14 वर्ष की आयु में था ,,प्रणाम है आप सब भगवद स्वरूप महात्मा को 🙏🙏🙏🙏🙏