ରାତି ରାତି ରେ କିଏ ନଟିଆ କମେଡି ଦେଖିବାକୁ ଭଲ ପାଏ like kar ❤
@HebsDbdbd5 ай бұрын
Ama deshare mada bada hebakie kie khusi sie like kore😊
@bhaktabandhunayak-ib7xv5 ай бұрын
ଜୟ ଜଗନ୍ନାଥ good morning ଅତି ସୁନ୍ଦର ନଟିଆ କମେଡି 😀😀😀🌹🌹🌹🌹🌹♥️♥️🌹🌹♥️🌹
@TcRomeo5 ай бұрын
First comment 🎉🎉
@Odishapilankshikhiya-s75 ай бұрын
@@TcRomeo hi
@Lipkumar1235 ай бұрын
ଜୟ ଶ୍ରୀ⭕‼⭕ମହାପ୍ରଭୁ ଜଗନ୍ନାଥଙ୍କର ଜୟ❤❤❤🙏🙏🙏ାା
@BINDASSSIPU5 ай бұрын
I love natia❤❤❤❤❤❤❤❤❤
@pikuncreation075 ай бұрын
श्री हनुमान चालीसा दोहा श्रीगुरु चरण सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि। हे पवनपुत्र, यह जानकर कि तुम बुद्धिमान हो, आओ हम तुम्हें स्मरण करें। जय हनुमान ज्ञान गुन सागर। महावीर विक्रम बजरंगी । हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजै । विद्यावान गुणी अति चतुर। सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा । लाय सजीवन लखन जियाये । सहस बदन तुम्हरो जस गावें । जम कुबेर दिगपाल जहाँ ते। तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना । प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं। राम दुआरे तुम रखवारे । आपन तेज सम्हारो आपै । नासै रोग हरै सब पीरा । सब पर राम तपस्वी राजा । चारों जुग परताप तुम्हारा । अष्ट सिद्धि नौ निधि के दाता । तुम्हरे भजन राम को पावे । और देवता चित्त न धरई। जै जै जै हनुमान गोसांई । जो यह पढ़े हनुमान चलीसा । जय कपीस तिहुँ लोक उजागर ॥ कुमति निवार सुमति के संगी ॥ काँधे मूँज जनेऊ साजै ॥ राम काज करिबे को आतुर ॥ बिकट रूप धरि लंक जरावा ॥ श्रीरघुबीर हरषि उर लाये ॥ अस कहि श्रीपति कंठ लगावें ॥ कबि कोबिद कहि सके कहाँ ते ॥ लंकेस्वर भए सब जग जाना ॥ जलधि लाँघि गये अचरज नाहीं ॥ होत न आज्ञा बिनु पैसारे ॥ तीनों लोक हाँक ते काँपे ॥ जपत निरंतर हनुमत बीरा ॥ तिन के काज सकल तुम साजा ॥ है परसिद्ध जगत उजियारा ॥ अस बर दीन जानकी माता ॥ जनम जनम के दुख बिसरावै ॥ हनुमत सेई सर्व सुख करई ॥ कृपा करहु गुरु देव की नांई ॥ होय सिद्धि साखी गौरीसा ॥ बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ॥ बल बुद्धि बिद्या देहु मोहिं हरहु कलेस बिकार ॥ चौपाई राम दूत अतुलित बल धामा । कंचन बरन बिराज सुबेसा । संकर सुवन केसरीनंदन । प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया। भीम रूप धरि असुर सँहारे । रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई। सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा । तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा। जुग सहस्र जोजन पर भानू। दुर्गम काज जगत के जेते । सब सुख लहै तुम्हारी सरना। भूत पिसाच निकट नहिं आवै संकट तें हनुमान छुड़ावै । और मनोरथ जो कोई लावै। साधु संत के तुम रखवारे । राम रसायन तुम्हरे पासा । अंत काल रघुबर पुर जाई। संकट कटै मिटै सब पीरा । जो सत बार पाठ कर कोई । तुलसीदास सदा हरि चेरा । दोहा पवनतनय संकट हरन मंगल मूरति रूप । राम लखन सीता मन बसिया ॥ रामचंद्र के काज सँवारे ॥ मम प्रिय भरतहि सम भाई ॥ नारद सारद सहित अहीसा ॥ तुम राम मिलाय राज पद दीन्हा ॥ लील्यो ताहि मधुर फल जानू ॥ सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते ॥ तुम रच्छक काहू को डरना ॥ महाबीर जब नाम सुनावै ॥ । मन क्रम बचन ध्यान जो लावै ॥ सोई अमित जीवन फल पावै ॥ असुर निकंदन राम दुलारे ॥ सदा रहो रघुपति के दासा ॥ जहाँ जन्म हरिभक्त कहाई ॥ जो सुमिरै हनुमत बलबीरा ॥ छूटहि बंदि महा सुख होई ॥ कीजै नाथ हृदय मुँह डेरा ॥ 200 राम लखन सीता सहित हृदय बसहु सुर भूप ॥ वह अंजनी के पुत्र और पवन के पुत्र हैं। कानन कुंडल कुंचित केसा ॥ तेज प्रताप महा जग बंदन ॥
@SipuSumi77355 ай бұрын
Jay jagannath 🙏😭
@Pramodinibiswal-n2y5 ай бұрын
Kaumane Natia Comedy ku like karucha au sethiru kichhi sikhucha Like kara👍
@Mugariba6795 ай бұрын
ଆଜି ଦିନରେ ମୁଁ ଆର ଜନ୍ମ ରେ ମରି ଥିଲି 🎉🎉🎉🎉🎉
@bibhutisahoo97875 ай бұрын
Radhe Radhe Good Morning All
@jagyenswarimohanta16775 ай бұрын
Nice concept 😊😊😊 bahut bhala lagila ❤❤❤ keep it up God bless you